Thursday 31 December 2015

कविता ४११. मौसम का मतलब

                                               मौसम का मतलब
बहार तो हर बार आती जाती है पर हमने देखा है हँसी तो बस सोच को सही रखने से आती है बहार को क्या समजे जो उम्मीद लाती है हर बार साँस बन के जीना वही तो सिखाती है पर पतझड भी तो साथ निभाती है
हर मौसम अपना एहसास अलग लाता है जिसे समज लेने से जीवन मे नई शुरुआत आती है पर हर बार कहाँ समज लेंगे हम मौसम को उनको कई बार हम अनदेखा आसानी से कर जाते है
बदल जाना तो मौसम की फिदरत है पर हम कहाँ उन्हे समज पाते है मौसम तो बदल जाते हर मोड़ पर कई बार हम उन्हे भुला भी देते है मौसम को रौनक तो हर बार अलग सोच से आती है
जीवन मे हम हर मोड़ पर अलग रुप को देखा करते है मौसम का बदलाव जीवन का मतलब है मौसम तो हर बार बदलते रहते है जिनके उम्मीद मे जीते है हम हर कदम पर उस मौसम मे अलग मकसद देख लेते है
मौसम तो हर बार अलग अंदाज देता है जीवन मे मौसम ही जीवन कि ताकद बनते है मौसम का बदलाव देता है अलग मतलब जीवन को उसे समज लेना हमे जरुरी नही लगता है मौसम को तो हर बार बदलना ही होता है
ऐसा सोच कर ही हमारा जीवन निकल जाता है मौसम तो जीवन कि ताकद बनते है पर हम कहाँ उन्हे समज पाते है जिन मौसम कि बजह से जीवन आगे बढता है मौसम ही तो जीवन कि ताकद हर बार होता है
मौसम को परख लेना जीवन को साँस देता है उसे परखे तो ही जीवन को मतलब मिलता है मौसम ही तो जीवन कि असली जरुरत होता है मौसम का बदलाव ही तो हमे जीवन हर बार दे जाता है
मौसम को समज लेना हमे जीवन देता है पर जीवन बिन मौसम को देखे ही कई बार आगे बढ जाता है मौसम ही तो जीवन को अलग रंग हर बार दे जाता है मौसम तो हमारा सच्चा साथी होता है
मौसम ही जीवन मे हर मोड़ पर अलग किसम का बदलाव देता है मौसम मे ही अलग एहसास भरा होता है मौसम ही तो जीवन कि वह ताकद है जिसे जाने क्यूँ हम हर बार मेहसूस करते रहते है
मौसम ही तो जीवन को वह मोड़ दे जाते है जो जीवन को मतलब देते है मौसम ही कई रंग हर बार दे जाता है मौसम ही तो जीवन कि सही ताकद हर बार होता है जो जीवन को उम्मीदे दे जाता है

कविता ४१०. गीत का मतलब

                                              गीत का मतलब
गीत जो हमने सुने है वह हमारे लिए मतलब देते है पर कई बार लोगों के लिए गीत बस लोगों को बहलाने कि बजह होते है हम जो कहते है वह करने कि कोशिश तो हम करते है
पर लोग तो बस बाते यूँही करते है गीत मे कहाँ उन्हे कोई मतलब दिखते है वह तो बस वक्त आगे ले जाने के लिए गीत गाते है या फिर लोग का ध्यान लाने के लिए गीत गाते है
गीत जो मेहनत से गाते है वह भी कभी कभी मतलब को भुला के गाते है हर गीत के सूर तो परख लेते है वह गीत तो जीवन को मकसद दे जाते है गीत हमारा जीवन बनाते है
गीत के हर अल्फाज मे जीवन को मतलब तो मिलता है पर हम कहाँ समज पाते है कुछ लोगों के लिए वह बस गीत ही होते है गीत अपने अंदर अनजानी ताकद पाते है
गीत मे जो जीवन कि धारा होते है उन्हे समज लेना हम अहम पाते है गीत के अंदर संगीत कि नई लकीर हम रखते है गीत को समज ले तो उसमे जीवन के मतलब होते है
गीत मे ही तो जीवन कि उमंग हम रखते है गीत मे जीवन का मतलब हम समज लेते है पर लोग कहाँ गीतों कि ताकद पर मरते है गीत ही तो जीवन को संगीत देते है
गीत के अंदर नया असर हर बार नई सोच जीवन को मतलब दे जाती है गीत के अलग अलग एहसास जीवन को मतलब तो वही दे जाते है जो राह जीवन कि बदलते है
वह गीत मन को छू जाते है पर अक्सर देखा है हम गानेवाले भले उनकी कदर ना करे पर हम उन गानों से आगे चलते जाते है गीत के अलग मतलब बाहर निकल आते है
गीत के अंदर हम अलग एहसास देखते है पर हर बार गीत जो हमे समजे वह गीत जब समज लिया है इसलिए हम ही उस गीत को मन से समज लेते है
गीत को मतलब तो उन्हे समज लेने कि ताकद देती है गीत के अंदर अलग अलग सोच जीवन मे अलग एहसास देती है पर गीत को जो समजे तभी उनमे ताकद होती है

Wednesday 30 December 2015

कविता ४०९. बात जो कही

                                                 बात जो कही
बाते तो कई जीवन मे एहसास दे जाती है क्योंकि बाते ही तो जीवन को मतलब दे कर आगे लाती है बातों के अंदर कई एहसास छुपे से है जिन्हे परख लेने से जीवन मे बात आगे बढ जाती है
वह बाते जो मन को छू कर उम्मीद कि लकिर बनाती है वही बाते जीवन मे नया संगीत लाती है बातों का तो एक जाल जीवन मे बुना है उसे समज लेना हर बारी आता है
बात ही तो जीवन कि आशा होती है जिसे समज लेने कि हर मोड पर जरुरत होती है बात तो जीवन को रोशनी देती है बात को मतलब देना जीवन कि जरुरत होती है
बात की नई सोच जीवन को मतलब दे जाती है बात मे अलग मोड तो हर बार आते है बात के अंदर ही अलग सोच जिन्दा हो जाती है बात को परख लेना मुश्किल होता है
बात को सही चीज रोशनी दे जाती है बात जिसमे मकसद हो वही एहसास सही जगाती है बात तो वही है जो आगे बढ पाती है वह हमारे जीवन मे उम्मीदे दे जाती है
बातों को समज लेना जीवन कि जरुरत होती है बात के अंदर एक ताकद होती है जो जीवन को हर बार आगे ले जाने कि उम्मीद देती है बात ही जीवन को ताकद देती है
बात ही तो जीवन को नये किनारे देती है बात जिसमे जीने कि नई उम्मीद हर बार होती है बात ही तो जीवन को नया मतलब दे जाती है उसमे ही जीवन का आगे चलना लिखा होता है
बात ही तो मतलब दे जाती है उस मे ही कई राते छुपी होती है बात जो हमारे जीवन को ताकद देती है बात ही तो आगे ले जाने पर ही तो समज आती है कि वह सच्ची या झूठी होती है
बात जो जीवन को जमीन पर लाती है वही तो हमे मेहनत सिखाती है बात ही तो जीवन को आगे ले जाती है बात ही तो असली मतलब दे जाती है बात ही मेहनत सिखाती है
बात के अंदर ही तो जीवन का सही रंग भरा होता है वही बात ही तो मतलब देती है पर सही बात तक पहुँचने के लिए हर बात ध्यान से हर बार सुननी पडती है

कविता ४०८. दो तरफा दुनिया

                                                   दो तरफा दुनिया
रात जो जीवन पर अलग असर करे वह जीवन कि धारा को रोशनी दे जाती है रात तो बस अंधेरा देती है पर वह रात तो जीवन को आराम भी हर पल दे जाती है
रात का अंधेरा हर पल जीवन को मतलब अलग दे जाता है क्योंकि रात को नींद कि तस्सली और हर बार जीवन को शांती दे जाता है जीवन मे नये दिन के लिए उम्मीद दे जाता है
अंधेरा भी जरुरत ही होता है कभी कभी उजाला जीवन को मतलब दे जाता है उजाला भी जीवन मे ज्यादा हो जाए तो मन को चुभता है क्योंकि कभी ना कभी आँखों कि ठंडक को मन मेहसूस करता है
रात को सो जाना जीवन मे जरुरी होता है उन्हे समज लेना अहम नजर आता है रात का अँधियारा ही तो हमे नींद दे पाता है रात को समज लेना हर बार जरुरी होता है
रात ही तो जीवन को मतलब दे जाती है वही हमे अक्सर आराम दे पाती है रात के अंधेरे मे ही जीवन कि जरुरत होती है जब अंधेरा चुभता है तो ही रोशनी जरुरी लगती है
रोशनी को परख लेने कि जीवन मे अहमियत होती है अंधेरे से भी दोस्ती कभी कभी अच्छी लगती है क्योंकि वही तो हमे सोने का मौका देती है अंधेरे कि जरुरत होती है
कोई भी चीज जरुरत से ज्यादा हो तो अलग चीज कि हर बार जरुरत होती है माना कि सुबह प्यारी लगती है पर थोडे देर के बाद रोशनी को भी अंधेरे कि जरुरत होती है
जीवन मे हर बार हम कितना भी रोशनी को चाहे अंधेरे कि कुछ कदमों के बाद जीवन मे जरुरत लगती है अंधेरे को समज लेना जीवन कि जरूरत होती है
अंधेरे जितनी ही हमे रोशनी कि जरुरत होती है जीवन को दोनो चीजों कि हर बार हर एक मोड पर जरुरत होती है अंधेरे और उजाले दोनों से ही दुनिया बनती है
जीवन कि धारा दोनो तरफ से बहती है वह दुनिया के अलग अलग रंग दिखाती रहती है इसलिए जीवन मे दोनों कि हर बार हर मोड पर जरुरत होती है क्योंकि अंधेरा एक तरफ दुसरी तरफ रोशनी होती है

Tuesday 29 December 2015

कविता ४०७. छोटीसी असरदार बात

                                       छोटीसी असरदार बात
जब कोई  छोटीसी बात मन को छू जाती है वह आँसू और हँसी दोनों कि बजह बन जाती है पर जो बात हमारे मन पर असर हर बार करती है क्या वह बात छोटी रहती है
जो बात जीवन मे इतना असर कर जाती है वह बात अक्सर हमे छोटी नही नजर आती है जिसे जीवन मे समज लेने के लिए मन मे कई जंगे लढी जाती है वह बात जीवन मे बडी बन जाती है
कोई कुछ भी कहे पर मन पर तो अलग असर हो जाता है जमाने के लिए बात छोटी हो पर मन उसे बडी कहता है जीवन कि बातों का असली मतलब उनके असर से होता है
छोटी छोटी बातों का भी बडा असर जब हो जाता है जमाना उन्हे अलग तरह से परख लेता है पर मन तो उन्हे बुरा ही हर बार कहता है जीवन पर अलग असर कर जाता है
बात तो छोटी बडी तय हो जाती है क्योंकि वही तो उम्मीद का किरण दे जाती है जिसे समज लेना जीवन कि जरुरत नजर आती है बाते हर बार छोटी नही नजर आती है
क्योंकि जो छोटी नजर आती है वह बात उतनी छोटी नही होती है जब वह बात असर कर जाती है वह जीवन मे बडी हो जाती है जो जीवन को बदल जाती है
वह बात क्या बडी हो हमारे लिए जो हम पर असर ना कर पाती है वह बात बस मन को कहानी ही लगती है सच्ची बात तो वह है जो मन को रुलाती है या हँसाती है
लोगों के कहने से कहाँ जीवन कि बात बदल पाती है जो चोट या सुंदर मुस्कान देती है वही बात जीवन मे असर हर बार कर जाती है जमाने के कहने से क्या असर होता है
हर बात मे जो असर होता है उस से ही हम जीवन को परख लेते है जीवन मे दोनों बातों के अपने असर हर बार हर मोड पर होते है जो हर बार अलग अलग होते है
छोटी बात अक्सर जीवन को अलग मतलब दे जाती है उस पल हमे वह बडी नजर आती है क्योंकि वही बात ही तो हमारे जीवन कि सुबह और रात तय करती है

कविता ४०६. हँसी कि जरुरत

                                                हँसी कि जरुरत
हँसते हुए जीवन कि धारा को मतलब हम हर बार दे जाते है जब हम हँसते है नई पुकार जीवन को दे जाते है जीवन को समज लेना हर बार उम्मीदे दे जाता है
हँस के जीवन मे नई सुबह हर बार आती है जिसे परख लेने से नई सोच जीवन को नई दिशा दे जाती है जीवन कि हर राह कुछ अलग ही नजर आती है
हँसी ही तो जीवन को एहसास दे जाती है जीवन का मतलब तो जीवन कि साँसे जो हँसी मे होती है वही तो हर बार बातों को मतलब दे जाती है हँसी तो जीवन कि वह जरुरत होती है
हँसना तो जीवन मे हर मोड पर अहम होता है हँसने को अगर हम समज लेते है तो जीवन पर असर हर बार होता है हँसना हर बार जरुरी जीवन मे होता है
हँसना तो हर बार साँसे दे जाता है जीवन को हर मोड पर नई खुशियाँ हर बार दे जाता है हँसना जीवन मे नई सुबह लाता है पर हँसते हँसते ही जीवन मे रोना आता है
उस हँसी कि उम्मीद से ही जीवन नई शुरुआत लाता है हँसना तो जीवन की रोशनी  होता है जीवन मे तो हँसना जरुरी होता है हँसी जीवन कि जरुरत होती है
हँसी जीवन कि शुरुआत होती है जो जीवन कि नई राह होती है हँसना जीवन कि अहमियत होती है हँसी ही जीवन कि नई किरण होती है हँसी हमारी जरुरत होती है
हँसी से ही हमारी जीवन कि नई रोशनी हर बार होती है हँसी ही तो हर सोच कि शुरुआत होती है हँसी ही हमारी ताकद होती है हँसी हमारा नया एहसास होती है
हँसी तो जीवन को मतलब देती है हँसी ही तो वह धारा होती है जो जीवन को खुशियों का एहसास देती है हँसी हमारी शुरुआत नही होती है पर वह हमारा एहसास होती है
हँसना ही जीवन कि जरुरत होती है हँसी ही तो वह ताकद होती है जो हमे हर बार पानी होती है हँसी ही तो जीवन कि सही तरह कि शुरुआत होती है जो हमारी सच्ची उम्मीद होती है

Monday 28 December 2015

कविता ४०५. जीवन मे असर

                                                   जीवन मे असर
बार बार जीवन मे अलग अलग असर तो होते है जो जीवन को अलग पेहचान देते है जीवन कि धारा अलग मोड पर तो हर बार मिलती है जो जीवन को अलग मतलब दे जाती है
जीवन के किनारे जो अलग तरह के मतलब दे जाते है जिन्हे समज ले तो जीवन मे लोग कुछ अलग ही एहसास दे जाते है हर किनारे पर हम अलग जीवन पाते है
हर बार जीवन के मतलब को बदल लेते हुए पाते है जीवन मे एक अलग कहानी हम हर बार सुनाते है जिसे परख लेना चाहते है जीवन को हर बार नई सोच वह दे जाते है
जीवन को हम हर बार अलग तरीके से समज लेते है जीवन कि हर कहानी अलग मतलब दे जाती है उसे समज लेने कि सोच अलग हम हर बार पाते है
जीवन के हर किनारे को हम कुछ अलग मकसद दे जाते है जिसे परख लेना हम कुछ मुश्किल से ही हर बार पाते है क्योंकि जीवन कि कहानी कुछ अलग ही हम हर बार पाते है
और हर बार उसे कहाँ हम चाहते है कई बार हम उसे अनदेखा करना चाहते है पर जीवन तो एक ऐसी धारा है बहना ही जिसका हर बार काम होता है
पर प्यारी चीजों से जीवन दूर कहाँ बहना चाहता है जीवन कि चाहत तो हर पल उनके पास रहना होती है जीवन को नई राह तो चुननी ही होती है
जीवन को मतलब देने के लिए दुःखों कि कई बार जरुरत होती है इसलिए तो जीवन को तो चोटों कि आदत होती है पर फिर भी नजर हर बार उनसे कतरा जाती है
जीवन को तो हर बार जीना अहम होता है उसके दुःखों को आना हर बार होता है क्यो कतराये उस से जब उनमे जीवन का एहसास होता है उसी मे जीवन का अलग एहसास होता है
जीवन मे सुख और दुःख दोनों का एहसास होता है पर जाने क्यूँ मन सिर्फ खुशियों को करीब रखकर हम जीवन मे हर पल उनके खातिर हर बार रोते रहते है और अपने खुशियों को खोते रहते है

कविता ४०४. अपने मन का फ़साना

                                                        अपने मन का फसाना
क्या कहना फूलों से क्योंकि वह तो सब मन के राज जानते है क्या कहना समा से वह तो हर फसाने को कई बार समजा चुके है क्या समज लेना जीवन को जिसे हम जानते है
आसपास का समा जाने क्यूँ सब तो समज जाता है पर फिर भी हम जीवन कि वही  बात जमाने को कैसे बताये यह बात नही जानते है जीवन कि धारा तो बडी सीधी होती है पर हम उसे कहाँ पहचानते है
जीवन कि हर मोड पर जीना हर बार हम जानते है पर जमाने को जाने क्यूँ समज नही पाते है क्योंकि हमारी बात जमाना समज तो लेता है पर उसे कबूल कर लेना हम मानते है
जमाना तो नई शुरुआत हर बार करता है पर हम अलग शुरुआत चाहते है तो जमाना अक्सर अनसुनी बात करता है क्योंकि जमाने को हमारे लिए वक्त कहाँ होता है
जीवन कि हर माला मे हम अलग मोती ही पीरोते है वह मोती हर बार अलग उम्मीद हमे देते है जीवन को समज लेना आसान बना लेते है
जीवन की सोच जो रोशनी है जिसे जीवन में हम समज लेना चाहते है उसमे ही तो अक्सर अलग शुरुआत होती है फूल के अंदर अलग सोच होती है
वह ज़माने की तरह अपनी जिद्द में हमें नुकसान नहीं देते है वह हमें आगे ले जाने की उम्मीद देते है जीवन के अंदर अलग शुरुआत बस तभी होती है
जब जीवन के अंदर दुनिया को अक्सर हम से ज्यादा अपनी जिद्द की पड़ी होती है जो जीवन पर कुछ ना कुछ असर तो हर बार करती है दुःख हमारे मन को देते है
जीवन को समज लेना हमारी जरूरत होती है जीवन को आगे बढ़ाना जीवन की जरूरत होती है पर जब हम आगे जाते है कुदरत हर बार हमें समझती है
तो क्यों ना कभी कभी हम समजे अपने मन को और भुला दे ज़माने को क्योंकि जब हम ही नहीं समजे अपने मन को तो क्या बहाना देंगे अपने मन को क्यों हम अपनी खुशियाँ खो देते है 

Sunday 27 December 2015

कविता ४०३. हर एक सोच

                                      हर एक सोच
हर सोच से ज्यादा कुछ सच्चाई मन को इस तरह से छूँ जाती है जीवन कि हर एक उलझन सुलझी हुई नजर आती है जिस सोच को परखे उसके अंदर नई सुबह सी आती है
जो चुप के से अंधियाँरों को लेकर एक नई सुबह दे जाती है सोच के अंदर हर बारी अलग कहानी नजर आती है जिसे समज लेते है तो जीवन कि धारा बदलती जाती है
जब जब जीवन मे सोच बने मिसाल अलग दिखाती है पर बिन सच्चाई के जो सोच आगे बढ जाए वह जीवन मे अलग खयाल लेकर आती है जिसे जीवन मे समज लेते है
वह सच्चाई ही जीवन कि ताकद होती है जीवन कि कहानी तो वह है जो जीवन को अलग रंग देती है सोच तो कई कोनों से हो कर जाती है नई शुरुआत जहान मे देती है
जब सच्चाई को परख लेते है तो जीवन कि अलग शुरुआत होती है राहे कई होती हो पर जीवन मे खयाल कई बार अलग अलग तरह के आते है जो रोशनी दे जाते है
सोच तो जीवन को मतलब हर बार दे जाती है उस सोच से ही दुनिया होती है पर जब सच्चाई अलग रंग दिखाए दुनिया बदल ने कि जरुरत पडती है जीवन मे रोशनी मिलती है
सोच को अलग अलग खयाल हर बार सच्चाई ही देती है सोच तो उस दिल कि पुकार है जिसे सच्चाई रोशनी देती है सोच ही तो जीवन मे कई तरह के मतलब अक्सर देती है
सच्चाई तो जीवन को ताकद कई बार देती है उस समज लेने मे ही कई बार गलती हो जाती है उसी पल सोच गलत बन जाती है फिर वह कुछ भी हो जीवन मे सही नही बन पाती है
सोच तो ताकद होती है जो हर पल हमे उम्मीद दे जाती है पर अगर गलत हो तो जीवन को वह बस मुश्किल दे जाती है कितनी भी ताकद उसमे हो फिर भी वह जीवन मे तुफान लाती है
पर यह तो आप क्या चाहते है हम तो बस जीवन मे उम्मीदे हर बार चाहते है जिनमे हम जीवन कि खुशियाँ पाते है क्योंकि नकली सोच से उम्मीदे नही मिलती है तुफान से प्यारी हमे धीमी कश्ती लगती है

कविता ४०२. असली और नकली चीजे

                                                          असली और नकली चीजे
कागज के फूलों से भी खुशबू कभी कभी आती है जब अत्तर मे भीगो दे तो हर चीज खुशबूदार नजर आती है पर उन फूलों से नये पेड नही बनते ना वह किसी तितली को खुश कर पाते है
सच्चे फूल भले मुरझाते हो पर काम बहोत वह आते है कागज कि झूठी चीजों से असली चीजे ही काम आती है जीवन दिखावा नही होता है उसे जीना हर बार असल मे ही होता है
जिस नकली चीज को पा कर हम फूले नही समाते है असल चीज को पाने कि चाहत उस पल हम मन मे दबाते है क्योंकि असली चीज को खोने के डर से हम नकली को पास रखना चाहते है
असली चीज से ज्यादा हम नकली चीज को चाहते है क्योंकि नकली चीज को हम आसानी से अपने पास रख पाते है हर बार हम यही सोचते है क्यो ढूँढे मुश्किल चीज को जब आसान चीज हम आसानी से पाते है
सही चीज को पाने के लिए मेहनत से जाने क्यों हम कतराते है जीवन में आसान चीज से ज्यादा हम अस्सल चीज माँगे तो हम सही दिशा में जाते है
जीवन की धारा को जो हर पल समज लेना चाहते है पर असल चीज तो हम नहीं परख पाते है क्योंकि नकली चीज को हम आसानी से जीवन में समज लेना हर बार चाहते है
आसानी से सही चीजों को जीवन में पाना हम आसान नहीं पाते है जीवन में हम हर बार नई राह अपना लेने पर ही हम सही चीज को परख पाते है
सही चीजे हमेशा असली होती है उन्हें समज लेना हर बार जरुरी होता है चाहे कितनी मेहनत होती हो पर जीवन में हर बार यह जरुरी होता है
असली चीज को चाहना और उसे परख लेना हर बार जरुरी होता है जिन्हे समज लेना हर बार अहम जीवन में हर मोड़ पर हमेशा लगता है
असली और नकली दोनों को समज लेना हर बार अहम और जरुरी होता है पर उस से गलत बात है जो जल्द बाजी में जब हम गलत चीज को अपनाते है
क्योंकि जीवन के अंदर हर बार अलग अलग ख़याल जीवन को जिन्दा हर बार करते है हमें हर बार उम्मीदे दे जाते है हर मोड़ पर मुश्किलें देते है 

Saturday 26 December 2015

कविता ४०१. दुनिया कहती है

                                               दुनिया कहती है
जब हँसकर कोई बात हो पाती है जाने क्यूँ उसमे भी दुनिया रुलाना चाहती है उलझन जो आसानी से सुलझ जाए उसमे भी जीवन कि दिशा देना चाहती है
हँसकर जो बाते समज जाते है उन्हे दुनिया अपने निजी मकसद के लिए बदल कर आँसू को जीवन मे लाना चाहती है जो किनारे अधुरे रह जाते है उनमे दरार बनाना चाहती है
जब कोई कमजोर कडी रह जाती है  वह जीवन मे उसे बढाना चाहती है क्योंकि कमजोर कडी तो अक्सर मुश्किल बन जाती है छोटी छोटी बातों को वह बडी बनाना जानती है
कई बार काटा जो मन मे चुभ जाता है उसे हम निकाल ले पर उस से पहले ही वह नासूर बनाना जानती है तो फिर क्यूँ सुनते है हम उस दुनिया कि जो राहो मे काटे फैलाना जानती है
तो फिर क्यों हम दिल कि जगह दोस्तों कि सुनते नही क्योंकि उम्मीदों को साथ रखते हुए नाराजी से किनारे करते नही क्यों सोचते है क्या कहती है दुनिया जब गुनाह तो हम कोई करते नही
जो गलत हो उनको परवाह हो जहान कि पर उनकी जगह हम करते है और गलत लोग तो आसानी से जी लेते है पर हर मोड पर हम डरते है अगर हम यह बात समज लेते है
तो खुशकिस्मती होती है हमारे दोस्तों कि अच्छे से बनती है कहानी हमारे जीवन कि सही राह को समज ले तो ही हम खुश रह पाते है पर दुनिया भी उसे समजे हर इस जिद्द मे अटक जाते है
अगर सही राह पर चलते हुए हमे हमारे सही साथी के अलावा किसी कि न परवाह होगी तो ही हमारी सही तरह कि दुनिया होगी और उस दुनिया से जीवन मे हर पल खुशियाँ होती है
सही सोच को अपना लो तो जीवन मे हर पल कुछ नई शुरुआत होती है दुनिया कि कही बातों पर सोचो तो जीवन मे बस रात ही होती है जीवन कि नई शुरुआत होती है
सोच अगर सही तरह कि होती है तो जीवन मे सही तरह कि राह होती है पर अगर दुनिया कही पर हर बार चलते रहे तो कहाँ सही दोस्तों से मुलाकात होती है भरी सुबह मे रात होती है

कविता ४००. जीवन के मोड

                                           जीवन के मोड
हर बारी हर मोड पर कुछ बाते तो प्यारी ही लगती है कुछ मोड पर जीवन की हर शुरुआत सुहानी लगती है जिस मोड को आसानी से ना समज सके उसकी भी हर बात सुहानी लगती है
हर मोड पर अलग अलग चीजे  हमे तो दिखती है जो हमे अलग मोडों पे जीवन कि कुछ अलग निशानी दिखाती है जिस मोड पर दुनिया अलग अलग तरह से दिखती है
उस हर एक मोड को परख लेने से जीवन कि कहानी हर बार आगे बढती है जिस मोड पर हम जी लेते है उसी मोड पर तो हमारे गम और खुशियाँ रहती है
जीवन के राहों पर अलग अलग मोड जो जिन्दा होते है उनसे ही हमारी दुनिया बनती है हर एक मोड पर जीवन कि तकदिर अलग ही बनती है तसबीर अलग ही दिखती है
जीवन के मोड को परखते जाते है तो मजा बडा आता है क्योंकि हर मोड कि एक अलग कहानी बनती है जीवन कि अलग निशानी हर बार बनती है मोड पर जीवन कि अलग कहानी होती है
मोड पर तो कुछ अलग बाते होती है जिन्हे जीने से जीवन कि अलग कहानी बनती है हर मोड पर अलग दुनिया जिन्दा होती है क्योंकि उस मोड पर कुछ अलग बात ही जिन्दा होती है
हर मोड पर जीवन का नया एहसास हर बार जीवन को नया रंग दे जाता है जीवन को हर बार नया मतलब ढुँढते है हर मोड को जीवन मे नये तरीके से समज लेते है
जीवन कि धारा के मोड कई होते है जिन्हे परखे तो हम जीवन को अलग अलग मतलब मे हर बार जी लेते है हर मोड पर जीवन का अलग चेहरा हर बार दिखता है
जीवन मे कई मोड पर अलग मतलब दिखता है हर मोड को समज लेना जरुरी होता है जीवन को नये मोडों पर समज लेने का मतलब जीवन मे जरुरी होता है
मोड तो हर कोने मे होते है अगर उन्हे मन से जी ले तो जीवन मे खुशियों को ही पाते है हर कोने मे अलग अलग एहसास होते है मोड को समज लेना हर बार जरुरी होता है

Friday 25 December 2015

कविता ३९९. खुशियाँ और गमों का जीवन

                                           खुशियाँ और गमों का जीवन
जब जब समज लेते है जीवन को हर बार खुशियाँ हजारो मिलती है जमीन पर रहनेवालों कि सजा यही होती है कि जीवन को समज पाये वह राह कहाँ मिलती है
पर वह राह जो मिल जाए तो उस पर चलना सही लगता है जीवन कि हर धारा को समज लेना बडा जरुरी होता है जीवन को परख ले तो खुशियों का आना जाना जरुरी होता है
पर मुश्किल तो यह होती है खुशियों का आना तो मन को भाता है पर जाना कहाँ मन को भाता है खुशियों के जहान को खो देना हर बार हमे मन कि नई सुबह दिखाता है
दुनिया के हर मोड पर खुशियों का आना तो सबको भाता है पर उनका चले जाना जीवन मे बस मुसीबत लाता है खुशियाँ तो हर बार जीवन का तोहफा बनती है
खुशियाँ तो वह एहसास है जो बनती है और बिघडती है जीवन के भीतर सोच का अलग एहसास होता है खुशियों मे जीवन को नई सुबह हर बार जीवन मे होती है
खुशियों को खो देने को कहाँ मन को कभी भाता है जो मन को नई उम्मीदे दे जाता है उन खुशियों मे ही मन हर बार जीना चाहता है पर जीवन को समज लेना गमों को समज जाना होता है
खुशी को ही पाने कि कोशिश मे  हर बार जीवन मे उम्मीदे  हम खो देते है आसमान को पाने के चाहत मे जमीन को ही हम जीवन मे भुला देते है क्योंकि जीवन के कुछ सीरे जमीन से ही जुडे होते है
खुशी ही तो जीवन को मतलब दे जाती है पर जीवन को समज लेने के लिए हर बार गमों को समज लेने कि भी जरुरत होती है खुशी हर कदम पर अहम होती है पर गम भी अहम होते है
तो गम और खुशियों को समज ले तो जीवन मे रोशनी होती है पर अक्सर सिर्फ गमों को रोकते रोकते हमारी खुशियाँ जीवन से गुम हो जाती है तो गमों को समज लो तो ही जीवन मे रोशनी आती है
तो गमों से डरना छोड दे तो हमने देखा है कि अक्सर जीवन मे सुबह आती है क्योंकि गमों को समज लेने से ही जिन्दगी समज मे आती है तो पहले गमों को समज लो तो ही दुनिया समज मे आती है

कविता ३९८. दो किनारों कि एक सोच

                                          दो किनारों कि एक सोच
जब एक किनारे से बढकर हम दुजे को छू जाते है हम सोच लेते है उन किनारों मे वह दुनिया है जिसे हम हासील कर जाते है किनारे तो हर बार किस्मत बनाते है
किनारों को परख लेना हर बार हम कहाँ समज पाते है किनारे तो वह होते है जिन्हे हम समज लेना चाहते है किनारों कि दुनिया एक दुसरे से जुडी होती है पर हम उसे समज कहाँ पाते है
किनारे तो जीवन को मतलब दे जाते है जिन्हे अलग अलग रखने मे ही हर सही दिशा मेहसूस करते है किनारे अगर जुड जाये तो उम्मीद नई बनती है पर उन्हे समज लेने से दुनिया डरती है
एक किनारा एक सोच है जिसे समज लेते है हम पर सही रंग तो जीवन मे तब आता है जब हम दो किनारे जोड कर सोच बनाते है खुशियाँ लाने के लिए पर जाने क्यूँ हम डर भी जाते है
किनारे तो दो अलग अलग सोच ले आते है वह हर बार जीवन मे जरुरी होते है वह हर बार अलग किसम कि सोच बनाते है वह जीवन को हर बार समज लेना चाहते है
दो तरह कि सोच को मिला कर अलग तिसरी उम्मीद बनाते है दो किनारों के साथ भी जीवन मे अलग सोच हर मोड पर पैदा होती है दोनों सोच को जीवन मे मिलकर नई सोच पैदा होती है
अलग सोच ही जीवन को मतलब दे जाती है दो खयाल मिल कर अलग एहसास बनते है दो किनारे जो हमे अलग बनाते है उन दो के अंदर अलग नये एहसास हर बार जीवन मे रोशनी देते है
अलग अलग किनारे जीवन को मतलब अलग हर बार देते है पर दो किनारों को मिलाने से जीवन कि अलग दुनिया बनती है जो जीवन को नई उम्मीद देती है
अलग सोच जो जीवन को मतलब दे जाती है वही तो जीवन कि साँस बनती है अलग सोच के अंदर मजबूत तरह कि ताकद हर बार छुपी हुई होती है
सही सोच को परख लो तो जीवन मे उसे सही मोड पर ले जाने वह जीवन मे उजाला देती है सोच को सही तरीके से ले जाने कि कोशिश ही तो हमारी जिन्दगी होती है

Thursday 24 December 2015

कविता ३९७. पतझड का फूल

                                            पतझड का फूल
बहारों मे तो कई फूल हमने जीवन मे खिलते देखे है पर प्यारा तो वह फूल लगा जो पतझड मे डाली पर कितने आसानी से खिल गया दिप तो जलते है कई खास तो वह दिप लगा जिसे हमने तूफानों मे जलाया और वह जलता रहा
रोशनी तो वह हर पल देता है जीवन मे मतलब तो उस दिप मे है जो तूफानों को चीर के जीवन मे उजाले दे गया यह हमसे सबने कहा पर हमे तो तूफानों मे जलता दिया भी भा गया
जब मुश्किल मे कोई साथ खडा रहा जीवन कि उम्मीदों को किनारा मिला छोटी छोटी बाते ही जीवन मे काफी रही बडी बातों कि जरुरत को कई बार हमने महसूस ही नही किया
जमीन पर चलना कभी कभी काफी रहा आसमान मे उडने कि जरुरत को कहाँ हमने मेहसूस किया जीवन मे जब आगे बढते गये छोटी बातों मे ही खुशियों का सहारा मिला
नन्हीसी बातों का हर बार जीवन मे सहारा मिला उन बातों मे जीवन का हर बार किनारा मिला जीवन मे छोटी बाते हर बार अहम लगने लगी उनसे जीवन का सहारा मिला
बात कितनी भी छोटी हो या बडी उसी बात से ही उम्मीदों का उजाला मिला जो हमारे साथ पतझड मे रहे उन फूलों से ही तो सच्ची बहारों का इशारा मिला
छोटी बात से ही जीवन को सहारा मिला बडी बात कि जरुरत से ज्यादा छोटी छोटी चीजों का भी जीवन मे अलग किनारा मिला छोटी बातों का साथ भी जीवनमे सहारा लगा
वह फूल जो पतझड मे उगते है उन फूलों से ही तो जीवन को मतलब मिला फूल तो कई बहारों मे आ जाते है जिनको गिनते रहना हम जीवन मे जरुरी पाते है
छोटी बाते जो जीवन को मतलब दे जाती है छोटी बाते ही तो अक्सर साथ निभाती है क्योंकि आँधी मे भी छुप के से वह जिन्दा रह जाते है साथ जो मुसीबत मे दे उसे समज लेना चाहते है
उस छोटे दिपक और उस मासूम फूल से ही जीवन को प्यारा पाते है जीत से ज्यादा वह साथ अहम पाते है क्योंकि जीवन मे ऐसा दोस्त पाने से हम जीवन मे जीत कि खुशियाँ पाते है

कविता ३९६ . जमीन कि अहमियत

                                   जमीन कि अहमियत
आसमान मे अलग अलग रंग जो दुनिया को मतलब दे जाते है उन रंगों को परख ले तो वह दुनिया को अलग मतलब देते हैै आसमान मे उडते पंछी जीवन को उडान सीखा देते है
उंचे उंचे किनारों से जीवन मे मतलब अलग किसम के आते है जब आसमान कि ओर देखे हम कई बार अपने आप को भुल जाते है पर अच्छा तो तब होता है
जब हम उन किनारों के पास जाते है जमीन कि भी याद हम रखते है जमीन के अंदर हर बार जब हम मजबूती से खडे रहते है जमीन मे हर बार हमारी शुरुआत होती है
आसमान कि उंचाई हर बार हमे ऊपर ले जाती है जमीन तो हमारी वही शुरुआत होती है जो हमे जिन्दा रखती है जमीन तो नई आस होती है एहसास होती है
जमीन को अलग भुल जाये तो जीवन मे नई शुरुआत होती है उंचाई तो जीवन कि आस होती है पर अगर जमीन को भुल जाए तो कहाँ जीवन मे आगे बढ पाते है
क्योंकि जितना जरुरी आसमान होता है उतनी जरुरी हमारी जमीन होती है जो हमे उंचाई तक ले जाती है जमीन के अंदर हमे खडा करने कि ताकद हर बार होती है
आसमान के उंचाई से जरुरी हर बार जमीन होती है जमीन पर खडा रहने कि जरुरत हर बार होती है जमीन के भीतर अलग जान हर बार हर कदम जिन्दा होती है
जमीन से तो जान निकलती है और फिर वह हर बार धीरे धीरे जीवन मे आगे बढती है जमीन से शुरुआत हर बार होती है जो जीवन मे हमे आसमान मे हर बार ले तो जाती है
कितना भी आसमान को छुए आखिर जमीन तो हमारी शुरूआत होती है जिसकी हमे जरुरत जीवन मे हर मोड पर हर बार होती है जमीन तो जीवन को वह किनारा देती है जो शुरूआत होती है
जमीन तो जीवन को मतलब दे जाती है जमीन ही तो जीवन कि सच्ची और अहम शुरूआत होती है जो जीवन को नया एहसास हर मोड पर हर कदम पर हर बार देती है

Wednesday 23 December 2015

कविता ३९५. राह के ऊपर

                                 राह के ऊपर
राहों के ऊपर चलते चलते हमने कुछ तो जीवन मे सीखा है कभी समजा है सीधे से कभी आसानी से जीवन मे जाना है जीवन को परखे तो राहों पर चलना आता है
राह मे चलना तो हर बार जरुरी होता है राह के अंदर आगे चलना हर बार जरुरी है राह ही तो जीवन कि उम्मीद का सफर होता है राह पर चलना ही उम्मीद कि डगर होता है
राह मे अलग अलग चीजे हर बार दिखती है वह चीजे ही तो जीवन को हर बार रोशनी देती है राह मे हर मोड अलग बाते हर बार दिखती है राह पर अलग एहसास होते है
राह पर अलग अलग रंग हर बार दिखते है राह मे ही तो मतलब हर बार रोशनी दे जाता है राह मे ही अलग अलग जुदा एहसास हर बार दिखाता रहता है
राह के अंदर ही जीवन को मतलब मिल जाता है राह ही तो जीवन का सही मतलब एहसास होती है जीवन मे कुछ भी चाहो पर राह कि जरुरत तो हर बार होती है
राह मे जो जीवन गुजर जाता है उसी जीवन मे तो हमारी सुबह और श्याम होती है राह मे तो सपने हर मोड पर जिन्दा हो जाते है राह ही जीवन के सच्चे जस्बात होती है
राह मे अलग अलग मोड और चीजे जीवन मे हर बार दिखती है राह मे हर मोड मे जीवन का अलग एहसास दिखाती है राह को मतलब तो वह हर बार दे जाती है
मंजिल के भीतर राह तो जीवन को अलग एहसास दे जाती है राह ही सच्चाई है वही तो मंजिल से बडी खास होती है राह को परख लेना हर बार जरुरी होता है
राह ही जीवन कि नई शुरुआत होती है क्योंकि उसमे जिन्दगी आसानी से गुजर जाती है राह जीवन मे अहम हर बार होती है क्योंकि मंजिल से ज्यादा राह मे जिन्दगी गुजर जाती है
राह तो हर बार दुनिया मे नया एहसास देती है राह ही जीवन कि सच्चाई है क्योंकि मंजिल पहूँचते पहूँचते जीवन कि अक्सर रात होती है पर वह तलाश जीवन को बहोत खूब बनाती है

कविता ३९४. मिट्टी की चीज

                                                              मिट्टी की चीज
परबत के अंदर मिट्टी तो होती है उसमें जीवन की धारा होती है मिट्टी की गुफा जिसमें दुनिया बसती है परबत के भीतर दुनिया बसती है
मिट्टी के घर तो आसान तरीके से नहीं बनते पर फिर गुफा से ज्यादा वह प्यारे लगते है क्योंकि परबत की जो चीज है वह परबत माँग लेते है
दुनिया की हर धारा को हम हर पल समज नहीं पाते है जो हम अपने लिए मेहनत से बनाते है वही हम पाते है पर कभी कभी मिट्टी के घर भी गिर जाते है
मिट्टी के अलग तरीके से बने घर जीवन में मुश्किल से मिलते है पर जाने क्यों जीवन में वह अलग असर हर बार कर जाते है
मिट्टी के जो घर जिन्हे अलग अलग रूप में हमने मेहनत से बनाया है जाने क्यूँ जीवन में ऐसे तूफ़ान आते है जो उन्हें तोड़ भी देते है
मिट्टी के घर जीवन की उम्मीद लगते है पर वह घर नहीं उम्मीद तो उन घरों में रहनेवाले होते है मिट्टी की चीजे तो कुदरत की देन है जो मिट्टी में जाती है
पर अफ़सोस तो उस बात का है की वह लोग जो उस घर में रहते है वह भी तो मिट्टी के ही होते है पर क्यूँ डरते है हम उस मिट्टी से जब हम उस से जुड़े हुए ही होते है
मिट्टी से जुड़ना ही तो होता है तो फिर क्यूँ ना इस मिट्टी पर खुल के हम जी ले क्यूँ डरे हम तूफ़ानो से आखिर में वह हमें मिट्टी ही तो देते है
जो मिट्टी से आया है वह क्यूँ कतरा जाये मिट्टी से आखिर मिट्टी में ही हम जीवन को जीते है मिट्टी को समजे तो जीवन हम उसमें ही पाते है
तो अगर हम खुल के जीना चाहे तो मिट्टी से डरना सही नहीं होता है क्योंकि हमें जो मिट्टी से मिलता है वही तो हमारा सच होता है तो फिर से उस मिट्टी से उग जाना हमे हर बार आता है 

Tuesday 22 December 2015

कविता ३९३. कुदरत के अंदर

                                   कुदरत के अंदर
कुदरत के अंदर जीवन को हर बार अलग अलग तरह कि सीख मिलती है जो कुदरत को हर बार आगे ले जाती है हमारे जीवन को अलग मकसद देती है
कुदरत के अंदर जो पेहचान होती है वह जीवन को हर बार एक नई बात बताती है पर कभी कभी कुदरत पुरानी बात भी दोहराती है जीवन को अलग मकसद दे जाती है
कुदरत कि तो बस एक आदत होती है वह हर मोड पर इन्सान को अपना साथी तो बनाना चाहती है पर कई बार यही बात मुश्किल पाती है कुदरत तो जीवन कि धारा को अलग दिशा दिखाती है
कुदरत ही सबकुछ होती है वही तो जीवन को मतलब दे जाती है कुदरत को परख ले तो दुनिया अलग राग बताती है कुदरत के अंदर ही दुनिया सपने छुपाती है
कुदरत तो हर बार दुनिया कि ताकद होती है जो दुनिया को अलग एहसास हर बार दे जाती है कुदरत को समज ले तो दुनिया सुंदर बन जाती है कुदरत ही हमारी दुनिया बनाती है
कुदरत मे ही तो जीवन कि रोशनी हर बार होती है कुदरत मे तो जीवन कि सोच दिखती है कुदरत तो हर बार रंगों कि बारात दिखाती है कुदरत तो जीवन का अलग एहसास दिखाती है
कुदरत को समज ले तो जीवन मे अलग शुरुआत होती है कुदरत मे हर मोड पर दुनिया कुछ अलग ही दिखती है जो जीवन मे हर बार मतलब दे जाती है
कुदरत कि धारा तो जीवन को अलग सोच दिखाती है वह हर बार जीवन को अलग शुरुआत दे जाती है कुदरत को तो हर बार अलग राह मिलती है
कुदरत को समज लेना हर बार जरुरी होता है कुदरत को हर छोर पर कुछ तो अलग मिलता है कुदरत के अंदर हर बार अलग आग जिन्दा हो जाती है
कुदरत तो हर बार रोशनी दे जाती है कुदरत तो जीवन को मतलब हर बार देती है कुदरत को समज लो तो ही अपने जीवन मे सही किसम कि खुशियाँ हर बार मिलती रहती है

कविता ३९२. सपने देखना

                                                                  सपने देखना
सपना देखना कभी गलत नहीं होता पर उस से नफरत करना गलत होता है सपना तो कभी जीता लेता है पर कभी सपना हरा भी देता है
सपने तो जीवन का एक किस्सा होते है जो कभी हँसी तो कभी दुःख दे जाते है सपने तो अपने आप में बस उम्मीद देते है वही तो उनका काम होता है
सपना जीवन की उम्मीद जगाता है सपना तो जीवन में बस देना चाहता है सपने तो जीवन की अलग सोच होते है हर बार जीवन पर अलग असर होता है
सपने तो तरह तरह के हर मोड़ पर होते है वह हमें आगे ले जाते है सपने तो जीवन को मतलब हर बार दे जाते है सपने तो हर बार जरुरी बात होते है
सपने जीवन में अलग सोच हर बार उम्मीद देते है सपने तो जीवन में नई शुरुआत देते है सपने ही तो हमारी जीवन की ताकद हर बार होते है
सपने तो अपने जीवन को आगे ले जाते है वह कभी दुःख नहीं देते है पर हम ही उन्हें समज लेना हमेशा भूल जाते है हम उन्हें समझना भूला देते है
सपने तो अक्सर जीवन को अलग असर हर बार कर जाते है जीवन के अंदर सपने तो बस खुशियों की उम्मीद होते है जिन्हे हम समज लेना चाहते है
सपने तो जीवन को अच्छी उम्मीद हर बार देते है जीवन के अंदर सपने कुछ अलग मतलब होते है पर सपने तो जीवन में हर बार नई आशा देते है
जीवन के अंदर सपने नई सोच जो जीवन में सही सोच हर बार देते है जीवन के अंदर सपने तो हर  बार अहम होते है जो उम्मीद की किरण हर बार देते है
सपने हमें कभी नहीं हराते है हम हर बार उन्हें समज नहीं पाते है सपने तो जीवन की एक ऐसी उम्मीद देते है जिस के बिना हम जिन्दा नहीं रह पाते है हम हर बार सपने को चाहे तो पाए या ना पाए वह प्यारे ही होते है 

Monday 21 December 2015

कविता ३९१. बात को कहना

                                                              बात को कहना
कहने को तो हर बात बाकि रह जाती है जीवन को समज ले तो जीवन को हर बार एहसास दे जाती है कहना तो हर बार आसान होता है पर बिन कहे बात कहाँ किसी को समज नही आती है
कह तो देते है हम पर बात छुपी हुई हर बार नजर आती है जब हम कहते है कई बाते जीवन मे छुपी हुई रह जाती है जीवन कि धारा कहाँ हमे समज आती है
जब जब हम सोच लेते है दुनिया हर बार बदल जाती है कहते है हम कई बाते पर कोई बात छुपी हुई नजर आती है जिसे परख तो लेते है हम पर मतलब तो हर बार बदल जाते है
कहते तो रहते है हम पर जीवन कि कश्ती जस्बात अलग लाती है जिसे समज पाते है हम तो जीवन कि कही बात कुछ तो समज मे आती है उम्मीद दे जाती है
कहने से जीवन मे जस्बात तो पैदा होते है पर कहना हर बार आसान नही होता है कहने से बाते आसान हर बार नही होती है जब बात जीवन मे आसानी से समज नही आती है
कहते तो हम रहते है पर जीवन कि राहे सीधे तरीके से जीवन मे रोशनी हर बार उम्मीदे तो हर बार जीवन तो देती है जीवन में कुछ तो असर होता है
कहते तो हम रहते है कई बातों को पर सवाल तो यह है कितनी बार हम सच्चाई कबूल करते है जीवन तो हम जीते है पर सच्चाई से डरते है
कहना तो आसान होता है पर कई बार हम उसी सच से मुकर जाते है जीवन में हर अलग अलग रंगों को कहा कबूल कर पाते है
कहना तो आसान है पर जीवन को कब हम समज पाते है कही बातों को हम हर बार हर मोड़ पर समज लेना चाहते है कहते तो हम है
पर उसे कहा समज लेते है जीवन में फुरसत का मतलब हर बार असर करता है कहना हर बार जरुरी होता है पर कही बात को समज लेना ज्यादा जरुरी होता है 

कविता ३९०. चंदा और सूरज

                                    चंदा और सूरज
चाँद कि रोशनी जीवन मे अलग एहसास देती है उसकी शीतलता से ही रात कि शुरुआत होती है मन को वह छू कर अलग एहसास देती है जीवन मे अँधेरे मे रोशनी हर बार जिन्दा होती है
जीवन मे दिन के अंदर रोशनी सूरज दे जाता है पर जैसे चंदा को देख सके सूरज वैसे ही जीवन मे कभी दिख नही पाता तो यह हम पर है कि हमे क्या प्यारा लगता है
चंदा और सूरज एक ही तरीके से समज नही आता है दोनो तो होते ही है जीवन मे पर हर कोई वही चीज पसंद नही कर पाता है किसी को चंदा तो किसी को सूरज पसंद आता है
जीवन कि हर धारा का मतलब तो हर बार जीवन को रोशनी दे जाता है चंदा और सूरज दोनों के अंदर अलग एहसास जीवन मे नजर आते है जो रोशनी दे जाते है
पर मन के अंदर कोई ना कोई पसंद हर बार होती है जीवन के अंदर अनमोल तो वह ताकद होती है जो जीवन मे हमे आगे ले जाती है जीवन मे अंदर अलग एहसास होता है
चंदा और सूरज दोनों के अंदर अलग ताकद होती है मन कि धारा उम्मीद देती है सूरज से ज्यादा हमे अक्सर चंदा भाता है क्योंकि वह जीवन मे दिख तो पाता है
चंदा के अंदर खुबसूरत शीतल एहसास जीवन को मतलब दे जाता है सूरज की ताकद जो हमे जला देती है उसके अंदर उम्मीद तो हर बार जिन्दा होती है
चंदा के शीतल एहसास मे कुछ तो उम्मीद जीवन को मिलती है वह तो हमे काफी लगती है जीवन को परख लेने पर अक्सर उम्मीद जिन्दा होती है
चंदा और सूरज दोनों मे अलग एहसास जो जीवन को मतलब हर बार दे जाते है पर हर बार जीवन मे अलग एहसास मतलब दे जाते है उनमे अक्सर ताकद हम पाते है
चंदा और सूरज दोनों ही हमारी जरुरत होते है पर फिर भी हम उन दोनों मे से कुछ तो जीवन कि राहों मे चुन लेते है और उस हिसाब से हम अपनी दुनिया पाते है

Sunday 20 December 2015

कविता ३८९. आसान राह

                                          आसान राह
हर बार जो सोचा है वह कर लेना आसान नही होता है कभी लगता है जो चुटकी मे हो जायेगा वह काम घंटों बाद भी जीवन मे नही होता है जो राह आसान लगती है वह काटों से भरती है
जीवन मे जिस उम्मीद से आगे बढते है उस उम्मीद को जिन्दा रखना आसान नही होता है जिसमे जीवन को सुख हर बार मिलता है क्योंकि कई बार आसान राह मुश्किल से ही आगे बढती है
उन राहों पर जिनके ऊपर दुनिया चलती है उनपे चलना मुमकिन नही होता है आसान राहों का कोई किनारा नही बनता है जिस राह पर चलने का मतलब नही होता है
आसान राह को समज लेना जीवन पर असर हर बार करता है जीवन को परख लेना मुश्किलसा दिखता है आसान राहों का जीवन पर कुछ तो असर हर बार जरुर होता है
राह पर मुश्किल तो आती ही रहती है पर आसान समज कर ही तो जीवन कि राह चलनी होती है वही तो हमारी जीवन कि कहानी होती है राह तो उलझन लगती है
पर मुश्किल राह ही उम्मीदों से भरी होती है जो जीवन को रोशनी दे जाती है जब उसे आसान समज कर दुनिया गुजारी जाती है मुश्किल राह कहाँ लगती है
पर सच तो बस यही है हर राह उम्मीदों से भरी होती है पर आसान कभी कोई राह नही होती जब वह जीवन मे उम्मीद जगा लेती है आसान राह जीवन को मतलब देती है
क्योंकि वह आसान नही होती है राह तो हर मोड पर मुश्किल ही होती है जिस से उम्मीदों कि मेहफिल होती है पर उम्मीदों के दम पर वह आसान हर बार कह लाती हैै
आसान राह मे ही मुश्किल राहों के साये होते है जब उनमे उम्मीदे भर जाती है हर राह पर कोई ना कोई उम्मीद जीवन मे हर बार आती है जीवन को रोशनी मिल जाती है
आसान राह ही जीवन मे नही होती है पर हमे हर राह अगर सही तरीके से काँटी जाये तो हर पल जीवन मे आसान ही लगता है हर मोड पर जीवन कि उम्मीद बनती है

कविता ३८८. बहार के अंदर कि उम्मीद

                                        बहार के अंदर कि उम्मीद
बहार के अंदर उम्मीदे हर बार होती है उस बहार को समज ले तो दुनिया मतलब दे जाती है बहार ही तो जीवन को शुरुआत दे जाती है बहार जीवन मे रोशनी लाती है
पर बहार का इंतजार जीवन मे मतलब नही दे पाता है वह जीवन कि रोशनी हर बार छिन के ले जाता है बहार का मतलब जीवन मे नया एहसास दे जाता है
बहार के अंदर माना कि रोशनी होती है पर बस उन्हे ढूँढते रहने से दुनिया बदल जाती है बहार के भीतर अलग दुनिया आती है बहार तो अपनी दुनिया जिन्दा रखती है
बहार के अंदर ही दुनिया बसती है पर बिना बहार के भी जीवन कि धारा जिन्दा होती है बहार के तलाश मे रहने से दुनिया अधूरीसी लगती है वह शुरुआत देती है
जीवन को बहार तो हर बार उम्मीद देती है बहार के अंदर अलग अलग सोच जो जीवन मे नई पेहचान तो देती ही है जीवन मे कभी बहार  मुश्किल होती है
बहार मे जीवन कि उम्मीद होती है उसमे बहार से ज्यादा अलग अलग एहसास होता है बहार जीवन मे असर हर बार लाती है उम्मीद भी बहारों से हर बार जीवन मे आती है
जीवन को बहार हर कदम उम्मीद देती है जीवन मे मुसीबते तो आती रहती है पर बहार से ज्यादा जीवन मे मुश्किले भी होती है बहार से लढने से ही उम्मीदे आगे बढती है
बहार के इंतजार मे जिन्दगी नही कट पाती है मुश्किल चीजे जो उम्मीदे देती है पर सिर्फ जीवन मे मतलब हर बार देती है वह रोशनी गमों को अपना लेने से हर बार मिलती है
बहार के अंदर जो बाते होती है वह कभी मुश्किल जीवन मे आती जाती रहती है बहार से ज्यादा मुश्किलों से लढने कि जीवन मे हर बार जरुरत होती है
बहार के अंदर ही जीवन कि जरुरत होती है पर बहार के इंतजार से ज्यादा जरुरत जीवन मे हर बार आगे बढने कि हर मोड पर हर बार होती है जो रोशनी देती है

Saturday 19 December 2015

कविता ३८७. मन कि शीतलता

                                           मन कि शीतलता
बारीश की बूँदे जो ना सीखा पाई वह तपती धूप सीखा गई जो किस्मत बताना भूल गई हो वह बदकिस्मती सीखा गई तो क्यूँ कोसे हम उस किस्मत को जो बाते अलग सुना गई
जब बूँदों से धरती को ठंडक मिल जाये वह बूँदे जीवन के अलग राग समजा गई धरती तो कुछ इस तरह से तप जाती है कि उसकी गरमी हमे आँच मे ही जला गई
जब ठंडक मन के अंदर होती है तो वह मुश्किल बाते जीवन को अलग मतलब हर बार सीखा गई तपते हुए रेगीस्तान कि मिट्टी भी तेल के साथ उम्मीद कि बूँदे जगा गई
जब जब हम आगे बढते है जीवन कि धारा कुछ रंग अलग ही दिये जा रही है तो हर मोड पर हर कदम पर दुनिया हर बार उम्मीदे दिल मे दिखा रही है
जिस गर्मी से डर कर भागे वही आग कभी उम्मीद कि एक नई शुरुआत जीवन मे हर बार दिखा रही है क्योंकि मुश्किल राहों से ही दुनिया अलग एहसास दिखा रही है
गर्म राह पर मन कि ठंडक कुछ तो उम्मीदे दिखा रही है जब जब मन से समज लेते है तो हर राह मोड पर कुछ मतलब जीवन मे हर बार सीखा रही है उम्मीदे दिये जा रही है
अगर हम समज ले तो जीवन मे उम्मीदे आती है क्योंकि धडकन से ही तो जीवन मे रोशनी आती है सक्त राहों से ही कभी कभी दुनिया रोशन कह लाती है
जीवन कि धारा हर बार अलग मतलब भी लाती है जिसे शीतल जल सा समज लेते है तो दुनिया बदल जाती है जीवन मे हर बार हर मोड पर खुशियाँ हर बार उम्मीदे दे जाती है
मुश्किल राहों से भी ज्यादा जीवन कि सोच उन्हे मुश्किल या आसान बना लेती है जीवन मे मुसीबत तो सही सोच से ही हटती है जीवन कि राहे हमे उम्मीदे दे जाती है
जब हम सुबह को मन से ढूँढे तो ही जीवन मे रोशनी आती है तो जीवन मे हर बार सुबह को चाह लेने कि जीवन को जरुरत होती है मन से अगर चाहे तो ही जीवन कि रोशनी हासील होती है

कविता ३८६. रेत का मजबूत घर

                            रेत का मजबूत घर
रेत का घर भी जीवन को मतलब दे जाता है जब उन्हे मन से समज लेते है रेत का गिरना हर पल जीवन का सच होता है रेत को चाहो तो ही तो उसके घर का मतलब होता है
रेत को समज लेना भी जीवन मे जरुरी होता है रेत से ही दुनिया का सच बनता है रेत जब गिरती है हाथों से खुशियाँ फिसल जाती है तो यह हम पर है
क्या हम समज पाते है कि वह खुशियाँ कुछ पल कि होती है कभी कुछ खुशियाँ तो जीवन का मतलब  बनती है पर कुछ खुशियाँ कुछ पल कि ही होती है
हमे उन खुशियों को समज लेने कि जीवन मे जरुरत होती है क्योंकि दो पल के खुशियों से भी तो बडी खुशियाँ मिलती है कभी जिन्हे दो पल कि समज के खो देते है वही हमारे सहारे बनती है
रेत तो आसानी से जीवन मे गिर जाती है पर फिर भी वह हमे चीजे बनाना सीखा देती है वह सीख ही तो जीवन कि जरुरत है क्योंकि वह सीख ही जीवन को आगे ले जाती है
रेत तो जीवन मे चीजे आसानी से बनाती है और बिघाड लेती है रेत कि हस्ती तो जीवन को कोशिश कि अहमियत बताती है रेत कि चीजे जीवन मे बदलती है
रेत से भी तो दुनिया आसानी से बनती और बिघड भी जाती है रेत कि दुनिया बस दो पल कि दुनिया होती है जो हमारी उम्मीद बना के फिर टूँट जाती है
यह तो हम पर होता है की क्या हम उम्मीद को पकड पाते है या फिर वह उम्मीद वही रह जाती है पर यह तो जीवन का सच है कि रेत कि दुनिया ही कभी कभी सपनों कि वजह बन जाती है
रेत सी आसान यह दुनिया हर बार नजर नही आती है पर वह इतने आसानी से कहाँ जीवन मे फिसल पाती है रेत कि दुनिया हर बात बनती और बिघड जाती है
रेत के एहसास से दुनिया हर पल बदल भी जाती है क्योंकि दुनिया कि यह खासियत है कि वह रंग अलग दिखाती है पर दुनिया मे मेहनत और सच्चाई हो तो दुनिया रेत के जैसा ही पर पथ्थर का मजबूत घर दे जाती है

Friday 18 December 2015

कहानी ३८५. लब्जों का मतलब

                                              लब्जों का मतलब
लब्जों कि कहानी हर बार जीवन कुछ तो बताती है जो आती जाती हर बात को अलग मतलब से समज लेती है बाते तो कई लब्जों मे है छुपी जीवन कि अलग निशानी बनती है
लब्ज तो हमको जीवन दे जाते है उन्हे समज लेने कि शुरुआत जीवन को दे जाते है लब्ज तो हर राह पर अलग एहसास दिखाते है उनके अंदर अलग अलग मतलब दिखाते है
हर लब्ज तो जीवन कि अलग धारा जिन्दा हर बार करता है उसे समज लेना जीवन मे हर मोड पर अहम हमेशा लगता है लब्जों के उस खेल कि मिसाल अलग बन जाती है
लब्ज तो कई मोड पर लिखे है उनके मतलब कभी कबार ही समज मे आते है लब्जों को परख लेने से ही जीवन कि अलग कहानी बनती है जीवन कि अलग निशानी बनती है
लब्ज तो हमे दुनिया का मतलब अलग तरीके से दिखाते है क्योंकि जीवन मे लब्ज ही तो हर बार मतलब दे जाते है जीवन कि उम्मीद हर बार सिर्फ लब्जों से होती है
लब्ज तो बस जीवन का कुछ ऐसा सार सुनाते है कि हर बार लब्जों से ही हमारे दुनिया कि महफिल हर बार जीवन मे बनती है लब्ज तो मतलब हर बार देते रहते है
लब्ज ही तो दुनिया कि मतलब कि बात हर बार होती है लब्जों के अंदर हर बार कहानी तो जरुर बनती है पर लब्ज को परख लेने कि फुरसत कहाँ हमे मिलती है
लब्ज तो जीवन को हर बार अलग छोर पर रख जाते है लब्जों को समज लेने कि जरुरत हर बार जीवन मे होती है लब्ज के भीतर हर बार उम्मीद जिन्दा होती है
लब्जों के मतलब से ज्यादा कभी कभी जीवन मे नई शुरुआत हर बार होती है लब्ज को समज लेने कि जरुरत जीवन मे हमे हर बार होती है पर कभी कभी बिन समजे ही जीवन कि महफिल सजती है
लब्ज तो जीवन का मतलब हर बार दे जाते है लब्ज तो हर बार जीवन को हर ओर से कोई ना कोई उम्मीद दे जाते है वह उम्मीद जीवन मे हर बार समज लेनी होती है

कविता ३८४. सही राह तक पोहोचना

                                    सही राह तक पोहोचना
हर राह पर हमारी कुछ तो सोच जरुर होती है जो राहों को अलग मतलब देती जाती है मन का अलग एहसास बनाती जाती है राह तो जीवन को मतलब दे जाती है
राह तो दुनिया के अलग एहसास होती है क्योंकि राह कई चीजे जीवन को दिखा जाती है जिन्हे समज लेने से जीवन मे उजाला हर बार होता है राह पर ही अलग अलग चीजे हर बार होती है
राह तो जीवन कि उम्मीद होती है राह तो जीवन का मतलब बन जाती है राह तो अलग अलग बाते दिखाती है नई शुरुआत हर बार दे जाती है क्योंकि राह मे ही अलग बात होती है
राह को परख लेने कि जरुरत हर बार होती है पर बिन चले कहाँ राह समज ली जाती है राह तो जीवन को मतलब दे जाती है हर मोड पर राह अलग एहसास लाती है
राह तो हर बार मतलब को समज लेती है पर चले बिना कहाँ राह समज मे आती है राह तो वह होती है जो मन को उम्मीदे और मतलब दे जाना चाहती है
 कभी गलत राह भी जीवन मे जगाती है क्योंकि राह तो जीवन को मतलब दे जाती है पर कभी कभी मतलब गलत भी नजर आते है जीवन कि राहे अलग बन जाती है
गलत चीज को समज लेने से ही सही चीज मिल पाती है पर जाने क्यूँ ऐसा लगता है हमने वक्त गवा दिया है जब हम गलत राह पर एक भी कदम चलते है
जानते है की यह जरुरी है पर उसे मन कहाँ अपनाता है जीवन मे राह को समज लेना अहम होता है और उसके लिए इन्सान कभी गलत दिशा मे भी जाता है
पर गलत दिशा का एहसास भी मन को दर्द देता है पर बिना दर्द के कहाँ सही राह का मिलना  होता है तो गलत राह को समज लेना जरुरी होता है
सही राह को परख लेना हर बार अहम होता है पर गलत राह से निपट लेने बाद ही सही राह का होना जीवन मे हर बार मुमकिन होता है तो सही राह को समज लेना जरुरी होता है

Thursday 17 December 2015

कविता ३८३. मन कि पेहचान

                                    मन कि पेहचान
हर पेहचान के अंदर अलग बात होती है जो जीवन को रोशनी हर बार देती है अगर अपनी पेहचान को ही नही समज पाये तो दुनिया कहाँ उम्मीद देती है
खुद को समज लेते है तो दुनिया जीवन मे अलग उम्मीद देती है जिसे परख ले हम तो जीवन मे नई शुरुआत होती है अपने पेहचान को समज ले तो नई शुरुआत होती है
पेहचान तो अपने मन कि उम्मीद होती है पेहचान ही तो जीवन कि सौगाद होती है पेहचान तो जीवन को उम्मीदे देती है पेहचान लो मन को उस से शुरुआत होती है
मन के अंदर तो जीवन कि पेहचान हर बार बसती है पेहचान को समज लो तो दुनिया अलग एहसास रखती है क्योंकि मन के अंदर ही हमारी दुनिया रहती है
अपने आपको समज लो तो दुनिया कि सही तरह कि सोच हर बार अहम लगती है पेहचान को परख लेना मन को ताकद सी देता है जीवन मे पेहचान सबसे जरुरी होती है
जब खुदको समज ले तो ही जीवन मे अलग शुरुआत होती है जब मन कि धारा को उम्मीद आगे ले जाती है पेहचान तो मन का आईना हर बार होती है
खुद मन को परख ले तो जीवन कि शुरुआत होती है मन के अंदर अलग सोच दुनिया को अलग राह देती है पेहचान तो जीवन का वह हिस्सा होती है
पेहचान तो जीवन कि सच्चाई होती है उसे हर पल समज ले तो दुनिया मे नई रोशनी कि शुरुआत होती है मन कि पेहचान तो हर बार मन से जिन्दा होती है
मन के अंदर अलग शुरुआत होती है पेहचान तो मतलब जीवन को दे जाती है पेहचान ही जीवन मे सबसे अहम होती है पेहचान को मन से परख लेना ही उम्मीद दे जाती है
मन को पेहचान लेना ही जीवन कि जरुरत होती है जो मन को हर बार आगे ले जाती है वही तो मन कि सच्ची पेहचान होती है जो जीवन हर बार आगे ले जाती है क्योंकि कुछ भी कहो पेहचान ही जीवन कि शुरुआत होती है

कविता ३८२. ज़माने के अंदर की सोच

                                                        ज़माने के अंदर की सोच
कुछ सोचा था हमने पर कुछ अलग ही हो जाता है यह हम तो जानते है पर जमाना कहाँ समज लेता है हम जो कहते है उस बात को वह अनदेखा कर देता है
जिसे समज लेना जीवन को जरुरी लगता है जमाने के आगे पीछे जाने से ही जीवन साँसों कि सौगाद दे कर जाता है पर हर बार हर सोच मे जीवन बदलसा जाता है
हम आगे बढते है और जमाना हमे वही रख जाता है क्योंकि बदलना हर जीवन के मुसाफिर कि जरुरत है यह बात जमाना कहाँ समज पाता है
जमाना तो आगे ले जाता है पर सोच को कहाँ जीवन मे आगे ले जा सकता है सोच तो अक्सर जमाना पीछे छोडकर ही आगे बढ जाता है सोच को अगर परखे तो जीवन मतलब दे जाता है
कुछ सोच जो जीवन को मतलब दे जाती है ज़माने को वह हर बार वह रोशन बनाती है पर जीवन की धारा कहाँ हमारे समज में आती है
ज़माने  के अंदर अलग ख़याल वह जिन्दा रख जाती है जीवन के अंदर सोच को एहसास ही जीवन में खुशियाँ लाता है ज़माने मे अलग सोच हमें अच्छा एहसास देती है
ज़माने के भीतर अलग सोच जीवन में नये एहसास देती है जीवन में रोशनी देती है ज़माने में अलग ख़याल जीवन में आगे ले जाते है
ज़माने के अंदर हर बार अलग सोच होती है जो जीवन में नई सुबह देती है हर सोच के भीतर जीवन  मे नई तरीके की रोशनी होती है
ज़माने के अंदर हर कदम अलग ख़याल जिन्दा होता है ज़माने के अंदर अलग अलग ख़याल हर पल जीवन के अंदर जिन्दा होते है
जीवन में हर कदम पर सोच आती जाती है जीवन में अलग किसम की रोशनी होती है ज़माने के अंदर अलग असर हर बार होता है

Wednesday 16 December 2015

कविता ३८१. पिछला कोई किस्सा

                                      पिछला कोई किस्सा
हर बार जो कुछ कह कर पिछे रुकना चाहा जीवन ने हर बार समज के फिर से जीना चाहा पर फिर लगता है जीवन को समज लेना बार बार बडा ही मुश्किल है
उसे परख लेना हर बार प्यारा नही लगता है हर मोड पर मुश्किल से हम आगे बढते है जीवन को अच्छेसे समज लेना बार बार हमे नही पसंद आता है
गलत बात को सही करने कि कोशिश मे हमे जीवन को फिर से जीना पसंद नही आता है जीवन कि धारा के नये सीरे से हम समज लेते है पर उसे बार बार जिना मन को नही भाता
तो इसलिए उस गलती को समज लेना जीवन मे कभी कभी जरूरी हो जाता है जिसे समज लेने से जीवन रोशन लगता है पर उस पल को फिर कहाँ जीने का वक्त हमे मिलता है
जीवन मे आगे पीछे जाना तो होता रहता है जीवन को सही धारा बनाना जरुरी होता है पर एक बार जिसे हम जी चुके उसे फिर से दोहराना मुश्किल लगता है
जीवन को सही बनाने के लिए उसे समज लेना जरुरी होता है पर उसे दोहराना हर पल गलत लगता है क्योंकि आगे बढ जाना सही लगता है जीवन को अलग एहसास देता है
जीवन कि कुछ बाते जो बदल लेनी होती है उन बातों को समज लेना बडा दिलचस्प लगता है तो जीवन को पिछली बातों मे समज लेना दिल को सिरदर्द लगता है
जीवन को आगे पीछे ले जाना हर बार जरुरी लगता है जीवन कि दिशा वही आगे जाती है जिस दिशा को इन्सान पीछे से समज लेता है उसे समज लेना जरुरी होता है
जीवन मे पीछे जाने कि जरुरत कहाँ होती है क्योंकि उसे तो भगवान बंद ही रखता है पर कभी कभी पीछे का कोई किस्सा आगे आ कर फिर से जीने पर मजबूर करता है
तभी हर बार लगता है जीवन के हर किस्से फिर जीने मे मजा नही आता है पुराना किस्सा हर बार पुराना रह जाये तो ही अच्छा होता है फिर से दोहराये तो वह रंग नही भरता है

कविता ३८०. फूल और कलियाँ

                                        फूल और कलियाँ
हर फूल कि अलग कहानी होती है जब तक कली खिलती नही वह कहाँ हमे समज आती है कली तो हमसे हर चीज छुपा जाती है कली ही तो हर बात छुपा जाती है
फूल का रंग भी कली छुपा लेती है कली हर बार मासूम सी दिखती है पर वह कहाँ रंग दिखाती है कली मे रंग कभी दिखता है फूल के खिलते ही रंग सही हो जाते है
कली जीवन को बाद मे रंग दिखाती है फूल के खिलने पर ही दुनिया को एहसास दे जाती है कली से ज्यादा सच्चाई फूलों मे नजर आती है क्योंकि आधी छुपी बात कहाँ नजर आती है
जो छुपकर बैठी चीज सिर्फ परख लेते है तो ही जीवन को वह पेहचान मतलब दे जाती है पर उस चीज को परख लेना एक मुश्किल बात नजर आती है
जो जीवन को मतलब और होश दिलाती है फूल मे अलग अलग रंग वह हर बार दे जाती है कली तो हर मोड पर कुछ ना कुछ अंदर रखती है उसे वह कहाँ दिखा पाती है
फूलों के अंदर दुनिया सामने आती है कली मे वही दुनिया छुपी नजर आती है जो साफ दिखे तो जीवन को नई दिशा मिल जाती है जब दुनिया को समजे तो रोशनी आती है
कली से ज्यादा फुलों मे दुनिया रंग दे जाती है फुलों के अंदर खुशियाँ हर बार रोशनी लाती है कली से ज्यादा खुशियाँ फूलों मे आसानी से नजर आती है
कली तो बहोत कुछ बताती है पर उसकी छुपी बाते फूलों के अंदर खुल कर निखर आती है पर फिर कली जीवन मे  कुछ इस तरह से एक नई उम्मीद लाती है
कि कली और फूल दोनों कि जरुरत मन को मेहसूस होती है क्योंकि दोनों मे जीवन को अलग अलग खुशियाँ हर बार मिलती है जिसे हर पल हम समजे उस मन मे उम्मीद खुल कर दिखती है
फूल और कलियाँ जिसमे जीवन को  अलग तरह का मतलब दिखता है उन्हे परख लो तो जीवन मे खुशियाँ नजर आती है रोशनी मिलती है जीवन कि धारा ही बदल जाती है

Tuesday 15 December 2015

कविता ३७९. बहार और तुफान

                                           बहार और तुफान
बहार को समज लेना हर बार आसान है पर जो हमारे तुफानों को समज ले वही हमारा सही साथी है क्योंकि तुफान तो अक्सर आते जाते रहते है
पर वही हमारा साथी है जो तुफानों मे कई बार उम्मीदे दे जाता है बहार तो जीवन मे आती जाती है पर उस से भी ज्यादा तुफान से लढने कि जरुरत जीवन मे हर बार नजर आती है
तुफान से ज्यादा अहम कोई चीज नही लगती जब तुफान आता है तभी तो दुनिया मे उम्मीदे ढूँढनी होती है जीवन को मतलब तो बस तभी मिलता है
जब दुनिया को आगे ले जाने कि उम्मीद हर बार होती है तुफानों से लढने से ही तो दुनिया बनती है तो जब जीवन से हम आगे चलते जाते है तुफान से लढते है
उस पल जो हमारा साथ दे उनसे ही हर मोड पर हमारी दुनिया बनती है बहार चाहे कितनी भी अहम हो पर तुफान से लढने से ही हमारी दुनिया जिन्दा होती है
तुफान मे जो साथ दे वही साथी तो जीवन को भाता है बहार को हर बार जीवन दे जाता है कहानी तो तुफानों कि होती है बहारों को तो इन्सान बस जीना चाहता है
बहार से ज्यादा जीवन को तुफान से ही कतराना होता है जीवन को तो तुफानों से ही हर बार लढना होता है बहार से ज्यादा तुफान मे ही जीवन का असर होता है
बहार तो जीवन को मतलब हर मोड पर देता है कुछ तो रोशनी दिखती है तुफान से ही तो वह छिन जाती है जो साथी तुफान मे हमारा साथ निभाता  है
वही तो जीवन को उम्मीदे आसानी से दे जाता है जो तुफानों का मतलब बदलता है वही जीवन मे रोशनी कि वजह बन जाता है तो तुफानों का साथी ही असली साथी कहलाता हैै
तो जो तुफानों मे साथ दे वही जीवन का सही साथी होता है क्योंकि हम तुफानों से ज्यादा डरते है बहारों से तो हम हर पल जीवन को उम्मीदों से भर ही पाते है

कविता ३७८. कहानी के मोड

                                             कहानी के मोड
कहानी तो वह होती है जिसमे मोड तो आते ही रहते है कहानी मे कई राहे होती है क्या डरना कहानी के अलग अलग मतलब से जब कहानी मे उन्हे होना ही होता है
कहानी के हर मोड को तो अलग रंग दिखाना होता है कहानीयों को परख लेना जीवन को अच्छे से आता है जीवन कि कहानी हर बार जीवन बताता है
कहानीओं का अलग मतलब दे जाता है कहानी तो जीवन को अलग मोड देती है हर बार कहानी के अंदर नई सोच और जीवन के बीच मे अलग सोच जिन्दा होती है
कहानी तो जीवन को मतलब देती है कहानी के अंदर उम्मीद हर बार छुपी होती है पर कहानी अलग सोच को भी जिन्दा करती है पर कई बार सोच को मतलब मिलता है
कहानी को समज लेते है तो जीवन को अलग दिशा दिखाती है कहानी तो जीवन को अलग अलग मतलब दे जाती है कहानी मे कभी सही तो कभी गलत मतलब मिल जाता है
कहानी मे जीवन को सही मतलब कभी कभी रोशनी दे जाती है कहानी ही तो हमे होशियार बनाती है कहानी मे अलग मतलब दे जाती है पर कभी कभी कहानी मे बुरा मोड भी आता है
कहानी मे अलग मतलब जब जीवन को आगे ले जाता है कहानी के अंदर अलग एहसास होता है कहानी को समज लेना जीवन को मतलब दे जाता है
कहानी मे अलग चीजे जो उम्मीदे देती है कहानी मे अलग अलग मतलब जीवन को रोशनी दे जाता है कहानी के अंदर जो मतलब जीवन को साँसे दे जाता है
कहानी के अंदर अलग एहसास हर बार जिन्दा होता है कहानी मे गलत बातों का भी आना जाना हर बार होता है कहानी को समज लो तो ही खुशियों का एहसास होता है
कहानी मे बुरे मोड भी होते है पर क्यूँ कतराये उनसे जिनमे जीवन का गलत एहसास हर बार होता है कहानी मे ही सही और गलत दोनो कहानी का जिन्दा रहना हर बार होता है

Monday 14 December 2015

कविता ३७६. जीवन का आगे पीछे जाना

                                                         जीवन का आगे पीछे जाना
हर बार जीवन तो आगे और पीछे जाता है जीवन को समज लेना जीवन को हर बार घुमाता है जीवन तो अपना रंग बदलता जाता है
जीवन में आगे और पीछे जाना हर बार जीवन की दिशा बदल देता है आगे जाना जीवन के अंदर अलग मोड़ हर बार उम्मीद देता है
जीवन का आगे ले जाना जीवन में तरह तरह के असर हर बार  कर जाता है जीवन में आगे बढ़ना जरूरी हर बार होता है
जीवन के अंदर जो उम्मीद हम रखते है उसे समज लेना हर बार जरुरी होता है जीवन को आगे बढ़ने दे तो जीवन नई मजधार बनता है
आगे और पीछे जीवन के अंदर नये एहसास आते है वह जीवन में हमारी नई सोच लाते है जीवन में हर बार हम आगे और पीछे जाते है
जीवन को समज लेना हर बार अहम हम पाते है जीवन की धारा को आगे पीछे ले जाते है जिसे समज लेना हर बार अहम हम पाते है
जीवन को समज तो हम हर बार लेते है उसे जीवन की लहर संग हर बार हम रखते है जीवन की राह को समज लेना हर बार जरुरी होता है
जीवन की राह को बदल लेना जो उम्मीद दे जाता है जीवन की राह जो हमे हर बार आगे पीछे मुड़कर ही जीवन को समज लेना होता है
राह तो जीवन को उम्मीद दे जाती है उसे समज लेने से ही तो खुशियाँ आती है पर जब राह जीवन को उम्मीद दे जाती है
उस राह को परखो जिसमे हम आगे और पीछे जाते है उसे समज लेते है जिसमे हम हर बार खुशियाँ पाते रहते है राह को तो हम जीवन में मतलब देते है
राहों के अंदर ही तो कई किसम की अलग सोच तो होती है जो जीवन कई बार रोशनी दे जाती है हमें आगे लेकर जाती है 

Sunday 13 December 2015

कविता ३७५. लम्हे में जीना

                                                                लम्हे में जीना
हर लम्हे को समज लेना जीवन में आगे ले जाता है उन्हें समज लेना जीवन में रोशनी पाता है लम्हा तो जीवन को मतलब दे जाता है
लम्हा ही जीवन को हर मोड़ पर अलग असर दे जाता है लम्हा जिसे परख लेंगे तो जीवन को मतलब मिलता है  हर बार अलग एहसास मिल जाता है
लम्हे ही तो जीवन को सही सोच दे जाता है लम्हे जीवन को सही सोच हर बार दे जाते है लम्हा हर बार जीवन को खुशियाँ तो दे ही जाता है
पर कभी कभी वह जीवन को समज नहीं पाता है लम्हा तो जीवन का मतलब सिखाता है जीवन के अंदर अलग सोच उम्मीद दे जाती है
लम्हा ही तो जीवन बन जाता है हर लम्हे जीवन को अलग मतलब दे जाते है हर लम्हा जीवन को अलग राह दिखाता है
लम्हे को जीवन की तो जरूरत बनाते है हर लम्हे में जीवन नई सोच दे जाता है लम्हा तो जीवन में कोई मतलब दे जाता है
नई जरूरत जो जीवन को आगे ले जाती है लम्हा तो जीवन को साँसे दे जाता है लम्हा ही तो हमारा जीवन बनाता है लम्हा ही उसे जिन्दा कर जाता है
लम्हे में ही जीवन नज़र आता है लम्हे को हर पल समजे तो जीवन को मतलब मिलता है लम्हा ही जीवन बनाता है
लम्हा ही तो जीवन को दिल से आगे ले जाता है लम्हा ही तो जीवन की यही शुरुआत बन जाता है लम्हे तो जीवन को सही ओर ले जाता है
लम्हा ही जीवन को मकसद देता है लम्हा ही हमारा जीवन बनाता है लम्हा ही जीवन की धारा बन जाता है लम्हा ही जीवन की रोशनी होता है लम्हे में जी लेना तभी जीवन खुशियाँ लाता है 

कविता ३७४. आगे जानेवाली राह

                                     आगे जानेवाली राह
कुछ राहों को समज तो हम कई बार लेते पर जब वह मुश्किल लगती है उन पर चलने से कतराते है पर कभी कभी कुछ राहे ऐसी भी तो होती है जो हमे हासिल नही होती है
जिस राह पर हम अपना आशियाना बना लेते है वह राह हमारे लिए आसान नही होती है जिसे समज लेते है वह जीवन कि गाडी आसानी से आगे नही चलती है
राह तो जीवन को मतलब देती है पर वह राहे हमारे समज मे आसानी से नही आती है राह को अलग अलग मकसद तो मिल जाते है पर कभी कभी मुश्किल राह को अपना लेने कि बात आसान नही लगती है
जीवन कि हर धारा मे कई मोड तो मिलते है उन्हे समज लेने कि कोशिश आसान नही होती है राह पर जीवन को तो हम बीता लेते है पर राह बदल लेना आसान नही लगता है
गलत राह को तो बदल भी देते पर कभी कभी आगे बढने के लिए राह बदलनी होती है उस मोड पर जीवन को मतलब मिलता है उस राह को समज लेने कि हर बार जरुरत होती है
राह पर चलते रहने से हर बार दुनिया बदल जाती है जब वह राह हमे हर बार अलग एहसास दिखाती है हम समज लेते है कि वह राह हमे आगे ले जाती है
पर हम जीवन कि राह को आगे ले जाना नही चाहते है क्योंकि पिछली राह को छोडने से हर बार हम कतरा जाते है राहों को समज लेना आसान नही होता है पर कभी राह छोडना भी हम अहम समजते है
राह को आगे ले जाना चाहती है उन्हे समज लेना हर मोड पर जरुरी लगता है जीवन की धारा बनता है राह तो आगे बढती रहती है जिसमे ताकद का इशारा हर बार छुपा होता है
राह का मतलब जीवन को जो मकसद आगे बढनेवाली राह तो देती है जिसे समज लेना हर बार जरुरी लगता है राह को आगे ले जाना जीवन कि जरुरत होता है
तो उस राह को भी छोडो जिस पे चलना आपको प्यारा लगता है क्योंकि आगे जानेवाली राह का ही चलना जीवन को हर पल सुहाना लगता है

Saturday 12 December 2015

कविता ३७३. गलत राह

                                                गलत राह
कभी कोई बात जीवन मे हो जाती है सीधी राह अक्सर उलटी दिख जाती है जीवन को मतलब जो राहे देती है उसे जीवन को उम्मीद हर बार दे जाती है
सीधी दिशा मे मतलब जो जीवन को मिलते है उन्हे समज लेने से ही जीवन को उम्मीदे मिलती है सीधी राह पर जीवन को मकसद अलग मिल जाता है
सीधे चलने से जीवन उम्मीदे लाता है सीधी राहों पर ही जीवन का एहसास नया दिख पाता है पर सीधी राह ही जीवन को आगे ले जाती है हर बार आगे लाती है
सीधी राह ही तो जीवन को मतलब दे जाती है पर दुःख की बात तो तब होती है जब वह चलने के बाद अलग नजर आती है राह तो वह होती है जो जीवन को बनाती है
पर कभी कभी कई कदमों के बाद राह गलत नजर आती है जो चोट पोहचाती है जीवन को अलग मतलब दे जाती है राह तो बस वही  गलत होती है और हम चलते जाते है
राहों से क्या कतराना पर जब वह गलत नजर आती है सारी मेहनत जीवन मे जाया सी लगती है राह तो वह होती है जो जीवन को साँसे दे जाती है
पर गलत तो जीवन लगता है जब राह जीवन को उम्मीदे नही दे जाती है राहे तो वह होती है जो जीवन मे उम्मीदे दे जाती है गलत को सही और सही को गलत कह जाती है
जीवन को क्या मतलब दे जब हर मोड पर हम मेहनत से चलते है पर राह गलत हो तो मेहनत बेकार नजर आती है पर बेकार नही होती है वह मेहनत समज लो तो उसकी जरुरत नजर आती है
क्योंकि नई राह पर वह पुरानी सीखी चीज काम बडे आती है वह पुरानी चीज नये सीरे से नई राह बना लेने के काम बहुत आती है वह चीज हमे रोशनी दे जाती है क्योंकि आगे बढते समय वह चीज काम आती है
मेहनत जाया नही जाती वह बडे काम कि नजर आती है तो मेहनत जीवन कि वह पुंजी है जो हर दम जीवन को मतलब दे जाती है जीवन के बडे काम आती है

कविता ३७२. कोने मे बसे खयाल

                                          कोने मे बसे खयाल
किसी कोने से अलग खयाल के साथ जीवन को समज लेना हर बार जरुरी होता है हर कोने मे जीवन का रंग ही होता है जो जीवन को हर बार अलग मतलब दे जाता है
कोनों मे ही जीवन का रंग कुछ अलग ही दिखता है उस रंग से ही जीवन को एक राह अलगसी और एहसास जुदासा मिलता है कोने मे ही जीवन हर बार साँसे देता है
हर बार जीवन के हर कोने को समज लेने का एहसास जुदा दिखता है जिस कोने को परखे उसे समज लेना अक्सर जरुरी लगता है हर कोने के अंदर खयाल जुदा होता है
कोने के अंदर जीवन का एहसास नया होता है उस कोने मे जीवन का सार अलग दिखता है कोनों मे जीवन का मतलब अलग तरीके का हर बार जीवन को मिलता है
कोनों के अंदर जीवन का नया नतीजा दिखता है जिसे समज लेते है तो हर मतलब बदल जाता है कोनों मे ही अक्सर जीवन का मतलब छुपा हुआ मिलता है
कितना आसान होता अगर मतलब सीधे से जीवन को छू जाता पर जीवन तो हर बारी अलग अलग धाराओं मे चलता है वह कभी नही रुक पाता वह कई दिशाओं मे चलता है
जीवन कि राहे आसान कभी नही होती वह हर मोड पर हर दिशा को बदलती जाती है हर कोने को समज लेना क्योंकि उसका एहसास अलग तरह का होता है
मन कि यह उम्मीद कि राह सही हो जीवन को खुशियाँ देती है वह जीवन कि अलग और नई दुनिया बना लेती है जीवन को मतलब वह राह ही जीवन मे देती है
कोनों के अंदर अलग सोच हर बार होती है हर कोने मे जीवन का मतलब हर बार अलगसा होता है कोने मे जीवन का एहसास जुदा है उसे समज लेना मुश्किल होता है
कोने मे ही जीवन हर बार जिन्दा होता है जो जीवन को कई उम्मीदे दे जाता है कोने मे ही जीवन हर बार अलग असर  मिलता है कोने मे ही जीवन जिन्दा हर बार रहता है

Friday 11 December 2015

कविता ३७१. छुपी सोच

                                      छुपी सोच
चुपके से कोई सोच जो जीवन को मतलब दे जाती है उसे समज लेने से ही जीवन कि सुबह आती है चुपके से अनजान सोच जो जीवन को मतलब दे जाती है
क्यूँ रोके हम उस सोच को क्योंकि उस सोच से ही तो जीवन कि सुबह आती है जब हम जीवन कि धारा को समज लेना चाहते है वह जीवन को मतलब दे जाती है
छुप के से अलग सोच जो जीवन कि मशाल बनती है उस सोच को समज लेने से हमारी दुनिया बदल जाती है सोच से ही हमारी दुनिया बनती है जो जीवन मे खुशियाँ लाती है
उसी सोच को समज लेने से हमारी दुनिया हर बार अलग एहसास पाती है पर सवाल तो यह है कि हम इतनी अहम सोच को हर बार क्यूँ छुपाते रहते है
कभी कभी सही सोच को कहना जीवन मे मुश्किल होता है उस सोच के अंदर जीवन का अलग मकसद होता है छुपी सोच दुनिया को मतलब दे जाती है
छुपे हुई वह रोशनी जो जीवन को सही एहसास देती है उसे नये मतलब से देखे तो दुनिया अलग एहसास देती है छुपी हुई रोशनी जीवन को हमेशा साथ देती है
पर सवाल तो यह होता है रोशनी तो जीवन को खुशियाँ देती है उसे जाने क्यूँ उन्हे हम छुपाते रहते है जिन्हे हम जीवन मे हर बार दिखाना चाहते है
जाने क्यूँ दिल के किसी कोने मे छुपी चीजों को हम जीवन मे आगे ले जाना चाहते है उन्हे कहाँ हम समज पाते है छुपी चीज ही तो जीवन कि सच्चाई हर बार बन जाती है
छुपी सोच को मतलब ही जीवन को सच्ची राह दे जाता है हमे हर बार नई दिशा और अलग उम्मीद दे जाता है छुपी सोच का मतलब हर बार अलगसा होता है
मन के अंदर जो खयाल उम्मीद देते है उनमे ही जीवन कि उम्मीद बसी हुई होती है छुपी सोच से ही हमारी किस्मत बनती है दिल मे जो सोच होती है वह उम्मीद हमे हर बार दिखती है

कविता ३७०. सही और गलत सोच

                                        सही और गलत सोच
जीवन को हर बार कोई अलग मतलब मिल जाता है उसी मे हर बार अलग मौका तो मिल जाता है जीवन मे कभी गलत राह पर भी रुकना भी होता है उस राह को भुलाना गलत नही होता है
कभी सही तो जीवन कि नई शुरूआत बन जाता है पर कभी कभी गलती से भी शुरूआत होती है उसे समज लेने से जीवन को गलत पेहचान मिलती है
पर परख लो तो जीवन अलग अलग मतलब दे जाता है जिसेे समज लेना जरुरी नजर आता है गलत और सही तो जीवन के दो सिक्के होते है सही और गलत दो दिशाओं को मतलब मिल जाते है
पर कभी कभी जीवन गलत मौकों को भी समज लेता है क्योंकि जीवन को गलत  से भी उतना ही लेना देना होता है जितना वह सही को समज लेता है तो गलत को समज लेना जरुरी होता है
जीवन को मतलब आखिर मे वही तो देता है क्योंकि उसे गलत से अलग करना ही जीवन को मतलब दे जाता है गलत और सही दोनों को आगे ले जाता है
गलत को ही सही करना जीवन को साँसे देता है गलत सोच का बदल लेना जीवन कि जरूरत बनता है क्योंकि गलत तो जीवन मे आकर ही जीवन को बदल देता है
गलत सोच होती है उस सोच को मतलब दे जाता है वह तो जीवन को अनचाहे रंग दिखाती है गलत को सही करना जीवन को मतलब दे जाता है गलत चीज सही हो जाती है
जीवन को हर बार मजा तो सोच से ही आता है पर गलत राह भी आती है वह तो तूफान से जीवन को बदल देती है जीवन को दिशा देना उन्हे समज लेना जरूरी होता है
उस गलत को पार करना जीवन के लिए जरूरी होता है क्योंकि आगे बढना ही जीवन कि सच्ची जरुरत हर बार होती है जो हमे गलत से सही दिशा मे जाने कि जरुरत होती है
जीवन को सही दिशा मे ले जाता है वही जीवन को आगे ले जाता है जो हर बार जीवन को एक अलग तरह का मतलब देती है वह हमे आगे जाने कि उम्मीद देती है

Thursday 10 December 2015

कविता ३६९. हवा का एहसास

                                           हवा का एहसास
हवा का एहसास जो जीवन को मतलब दे जाता है सारे एहसास से भी कभी कभी जीवन उम्मीदे दे जाता है हवा का हर स्पर्श हमे जीवन देता है क्योंकि वह उम्मीद दे जाता है
हवा के हर एहसास मे जीवन जिन्दा होता है हवा के हर चंचल एहसास जीवन के संग खुशियाँ दे जाता है हवा को समज लेना ही जीवन को मतलब देता है
हवा के एहसास मे जीवन को नया मतलब मिल जाता है हवा के हर आस मे जीवन अलग एहसास जगा देता है हवा के अंदर जब जीवन को मतलब मिलता है
हवा के भीतर जीवन ताकद कि लकिर दे जाता है साँसे ही तो जीवन को मतलब देती है उन्हे समज लेने से ही जीवन कि धारा समज जाती है हवा के स्पर्श से ही जीवन जिन्दा होता है
कभी कभी ऐसा लगता है हवा ही तो हमारी साँस होती है जो जीवन को अलग अलग मतलब और एहसास देती है शायद हवा मे ही जीवन का कोई एहसास छुपा होता है
हवा के अंदर हर मोड मे साँस भी बसी हुई होती है उनके बिना जीवन को उम्मीद देती है हवा के अंदर अलग सोच हर बार होती है हवा ही जीवन कि जरुरत होती है
अच्छी सोच ही जीवन को नया मतलब दे जाती है पर हवा जब अच्छी लगती है तो ही जीवन मे सही तरह कि सोच आती है सोच को सही तरीके से आने कि उम्मीद हवा ही जीवन को दे जाती है
हवा के शीतलता से ही दुनिया नया रुप हर बार पाती है वही तो जीवन को रोशनी हर बार दे जाती है हवा ही जीवन को मतलब दे जाती है पर हवा को कहाँ हम समज पाते है
हवा ही तो जीवन का एहसास होती है पर उसे हम आसानी से नही समज पाते है हवा ही जीवन को बनाती है पर उसके समज ने कि फुरसत हमे कहाँ होती है
हवा ही तो जीवन को मतलब दे जाती है तो क्यों ना कुछ पल हम समजे हमारी जरुरत हरीयाली है रास्ते तो अहम होते है पर उतनी अहम हमारे पेड हमारी हरीयाली है

कविता ३६८. कुछ एहसास

                                       कुछ एहसास
कुछ एहसास जीवन के हम समज नही पाते जिन्हे हम परखे तो जीवन कि धारा को भी बिलकूल ही नही समज पाते है जीवन कि कश्ती मे रंग अलग आते है
जिन्हे हर कदम पर हम समजे जीवन कि धारा को धीरे से हम अपना लेते है पर कभी किसी एहसास को जाने क्यूँ जीवन से दूर रख लेते है पर जब वह हमे बुलाते है रस्ते ही बदल जाते है
हर एहसास को जीना जीवन मे जरुरी होता है उन्हे परखे तो जीवन का मतलब बदल जाता है जीवन कि हर बार एक अलग धारा है जिसे परख लेना अहम नजर आता है
एहसास तो जीवन मे रुकता है चला जाता है उन्हे समज लेना कभी रोशनी देता है कोई एहसास तो जीवन को नई दिशा देता है पर खास तो वह एहसास है जो लब्जों को हँसी देता है
एहसास को समज लेना और परख लेना कुछ मुश्किल ही लगता है एहसास अलग अलग हो तो जीवन रोशनी देता है पर एक सही एहसास सूरज बन कर चमकता रहता है
एहसास जो ताकद जीवन को दे जाते है पर कुछ तो उम्मीद हर बार छुपी हुई पाते है जीवन के अंदर ताकद तो हर बार होती है सही एहसास हर बार रोशनी देती है
जीवन को अलग एहसास जो हमे आगे ले जाता है उसे समज लेना जरूरी होता है हर एहसास जीवन को आगे ले जाता है वह एहसास सबसे अहम होता है
एहसास ही जीवन को नई रोशनी देता है जिसे परख लेना हर बार शुरूआत दे जाता है उम्मीद तो जीवन का सहारा होती है वह हमे हर बार एहसास दे जाता है
एहसास तो जीवन कि ताकद होता है हर बार एहसास जीवन मे नई दिशा दे जाता है एहसास को हर बार जीवन को समज लेना हर मोड पर अहम और जरुरी होता है
क्योंकी एहसास ही जीवन को नया किनारा दे जाते है एहसास हर मोड पर जीवन को बदल देता है एहसास ही तो जीवन कि सबसे बडी दुनिया कि ताकद होती है

Wednesday 9 December 2015

कविता ३६७. हर खयाल

                                      हर खयाल
हर खयाल के अंदर जीवन का अलग मतलब छा जाता है हर सोच के हर कदम के पीछे हर मोड पर अलग एहसास मिलता है खयाल के भीतर नया मोड होता है
खयालों को परख लेना ही हर बार अहम होता है जब कुछ सोच रखते है तो उस खयाल के अलग तरीकों का जीवन पर कुछ अलग असर हर बार जीवन मे होता है
क्योंकी कभी कभी कोई खयाल जीवन को मकसद दे जाता है पर सिर्फ उस खयाल मे जीने से जीवन वही रूक जाता है हम सोचते रहते है जिस धारा मे हम आगे बढते है
बस उसी धारा मे हम जीवन को समज लेते है पर शायद एक ही धारा को समज लेना काफी नही होता है जिसे परखे तो जीवन आगे बढने से नही डरता है
क्योंकी एक खयाल तो हमे और ही रोक लेता है कई खयाल को समज लेना जीवन को सही समज देता है खयाल कितना भी प्यारा हो उस पर ना रूक जाना क्योंकी आपका आगे बढना ही उसे उम्मीद देता है
खयाल जो जीवन को समज लेना जरुरी होता है वह हमेशा कई खयालों के समज लेने के बाद ही आगे बढ जाता है खयाल जो जीवन को मकसद दे जाता है
वही खयाल सारे खयालों के साथ ही हमे उम्मीदे दे कर जाता है खयाल तो वह ताकद बन जाता है जो जीवन को नई दिशा दे जाता है वह कई खयालों से ही जीवन बन जाता है
खयाल तो जीवन बन जाता है पर एक खयाल जीवन के लिए काफी नही होता है कई खयाल जब जीवन मे आते है तो ही जीवन को अलग मतलब हर बार दे जाते है
खयालों को समज लेना कई बार मुश्किल लगता है पर वही तो खयालों कि अहमियत होती है उन्हे समज लेना उलझन हर बार लगता है खयाल ही तो जीवन कि उम्मीद होते है
हर खयाल जीवन कि नई शुरुआत बनता है खयालों को समज के एक करे तो जीवन कि अलग भाषा बन जाती है जो जीवन को परख लेना हर बार एक नही पर कई खयालों से समजा लेती है

कविता ३६६. हमारी सोच

                                     हमारी सोच
चलते हुए कुछ हर राह सही नहीं उसी तरह से चाहे जितना समज ले लेकिन हर राह आसान नहीं होती है पर चलते समय जीवन कि मुश्किल अपने आप आसान नहीं होती है
चलना राहों पर हर बार सही दिशा नहीं देता है हर कदम के अंदर राहों का नया एहसास होता है जिन्हें समज लेना जीवन मे अलग अलग एहसास दे जाता है
राहों से ही तो जीवन मतलब देता है पर सही और आसान राह बड़ी मुश्किल से जीवन मे मिलती है उसे समज लेना जीवन कि बड़ी मुश्किल होती है
राह के अंदर जीवन को समज लेना जीवन कि मजबूरी नहीं होती है पर ज़रूरत तो हर बार महसूस होती है राह मे अलग अलग सोच हर बार चलती रहती है
राह पर जीवन कि हर सोच अलग अलग तरह के असर हर बार जीवन पर कर देती है जिसे समज लेना जीवन कि ज़रूरत होती है राह तो हर बार उम्मीद देती है
जीवन कि अलग अलग राहे हर बार उम्मीदें दे जाती है जीवन को असर हर बार दे जाती है राहों पर रंग अलग हर बार दे जाती है राह ही तो जीवन बनाती है
राह ही किसी पल साथ देती है तो कभी उंगली छुडा लेती है क्यो डरे हम राहों से जब वह सिर्फ़ हमारी सोच कि मोहताज होती है राह बदल जाती है पर हर बार वह उम्मीद भी दे जाती है
हमे सिर्फ़ अपनी सोच पर भरोसा करना है क्योंकि सोच ही तो जीवन को उम्मीद देती है सोच हमे हर मोड़ पर आगे ले जाती है वह राह को हर बार मतलब देती है
राह जो जीवन को सही समज दुनिया मे देती है वह राह ही तो जीवन का मक़सद हर बार बन जाती है राह जो जीवन मे जुनून दे जाती है राह को समज लेने से जीवन मे वह मतलब दे जाती है
राह तो बस हमारी सोच है उस सोच से आगे बढ़ो क्योंकि वही राह बनाती है सोच को समज लेते हो तो कुछ पलों मे ही दुनिया आसान बन जाती है राह हमारी दुनिया बनाती है

Tuesday 8 December 2015

कविता ३६५. गीत के अंदर कि साँसें

                                      गीत के अंदर कि साँसें
गीतों के अंदर एक प्यास अलग सी होती है जब मन से गुनगुनाते है तो मन कि आवाज़ अलग होती है जिसे परख ले उस सोच मे साँसें जिन्दा होती है मन कि बात है मन ही जाने मन कि प्यास अलग ही होती है
जीवन के हर गीत का संगीत साँसों से ही बनता है जिसे परख लेना और पाना जीवन को उम्मीद अलग ही देता है उस गीत कि हर धारा अलग ही होती है
जिसे समज लेते है हम वह सोच किनारा अलग ही देती है जो चीज़ मन का दर्पण बन जाये वह चीज़ अलग ताकद रखती है जीवन के अंदर वह सही रस दे जाती है
गीत जो जीवन को जिन्दा कर दे उसके अंदर मन कि साँसें जिन्दा होती है जिसे परख लेते है हम उस गीत मे दुनिया जिन्दा हर मोड़ पर होती है जिसे जिये उस सोच कि नई दिशा होती है
गीतों के अंदर मतलब जो छुपे है जिनमें दुनिया जिन्दा होती है या फिर शायद उन मतलब को समज लेने के लिए ही गीत जिन्दा होते है जिन्हें परख लेते है हम जीवन मे वह ख्वाब तो ख़ुशियाँ देते है
गीत जो मतलब हमे देते है वह जीवन को अलग किसम कि ख़ुशियाँ हर बार दे जाते है गीतों मे मन का हर मतलब छुपा है वह साँसें अलग ही जीवन हर बार दे जाती है
सारे गीत जो मिल जाये तो जीवन का हाल सुनाते है पर एक जीवन ही समज लेना इतना मुश्किल है तो सभी जिन्दगीयों को हम कहाँ समज पाते है जो मन को उम्मीदें देती है उस धारा को समज लेते है
गीतों के अंदर अलग कुछ तो मतलब छुपे होते है जो जीवन को उम्मीदे दे जाते है जीवन के अंदर अलग राह दे जाते है गीत जो हमे जीवन देते है वह सच्ची सोच से ही बनते है
साँसें ही तो जीवन को मतलब दे जाती है गीतों मे अलग एहसास हर बार लाती है क्योंकि साँसें ही तो जीवन का एहसास बन जाती है जब वह गीतों से जुडती है आवाज़ बन जाती है
गीत तो वह है जो जीवन को मतलब हर बार दे जाते है हर लब्ज के अंदर वह अलग एहसास तो हमे हमारी साँसें ही हर बार देती है वह हमे अलग उम्मीद हर बार दे जाती है

कविता ३६४. अधूरी कहानी से शुरुआत

                                  अधूरी कहानी से शुरुआत
कभी कोई बात जो अधूरी रह जाये तो जीवन कि नई शुरुआत होती है क्योंकि उसी अधूरी बात से फिर से हमारी कहानी बनती है जिसे हम समज लेते है वह नई शुरुआत देती है
अफ़सोस क्यो करे अधूरी कहानी अगर फिर से वह नया एहसास देती है ज़रूरी तो वह कहानी होती है जो अपनी किस्मत कलम बनकर लिख जाती है
पर कैसे समज ले हम कहानी को जो जीवन को नई दिशा दे जाती है नई साँसें दे जाती है वही तो जीवन को अलग शुरुआत देती है जब हम जीवन को नये तरह से जियें वह मौका देती है
हर बार अधूरी हो कर भी वह कहानी जीवन कि नई शुरुआत होती है जिसे हम जीवन मे परखे वह जीवन का अलग एहसास देती है जिसे हर बार समज ले वही जस्बात देती है
जिसे समज ले हम हर मोड़ पर वह आसान नहीं पर मुश्किलसी शुरुआत हर बार देती है क्यो कतराये जीवन मे जब वह नई सुबह का एहसास भी लाती है
आधी अधूरी होकर भी वह कहानी ताकद कुछ ख़ास रखती है जो जीवन के हर मोड़ को हर बार समज लेती है ऐसी भी वह कहानी हर बार लगती है
अधूरी कहानी जो जीवन मे सिर्फ़ अधूरी रहनेवाली होती है वही अक्सर जीवन को आगे ले जाने कि ताकद हर बार रखती है अधूरी समज कर रुकी हुई कहानी फिर से बनती है
अधूरी सोच को कहना हर बार साँस दे जाती है हर कहानी को समज लेना जीवन मे अलग एहसास देता है अधूरी कहानी से जीवन को मतलब दे जाता है
अधूरी चीज़ें ही जीवन को पूरी करती है अधूरी कहानी से नया एहसास हमे जीवन मे अलग सोच लाता है जीवन मे अधूरी कहानी भी जीवन को आगे ले जाती है
अधूरी कहानी जीवन कि नई शुरुआत देती है तो उस कहानी से क्यो कतराये जिसे हम अच्छे से फिर से जी सकते है क्योंकि पूरी करने के लिए ही तो अधूरी कहानी होती है

Monday 7 December 2015

कविता ३६३. नींद के ख्वाब

                                         नींद के ख्वाब
जब सुबह आँख खुले तो ख्वाब कोई दिखता है सोच का कोई एहसास जुदा दिखता है जब आँख खोलकर खिड़की से देखे जीवन का मतलब अलग दिखता है
कल कि अच्छी नींद का एहसास आँखों से जुड़ा होता है जब उठ जाते है तो उस नींद से उस नींद का मतलब ही अलग होता है सपने जो आँखों से अलग हो उनका एहसास जुदा होता है
कच्ची नींद से ज़्यादा अच्छी नींद का एहसास मन को ख़ुशियाँ देता है हम अगर सपने देखे जो ख़ुशियाँ देते है तो मन को अलग तरह से उम्मीद दे जाते है
नींद तो वह होती है जो जीवन को ठंडक दे जाती है बूरे भले एहसास को बाहर ले आते है जो मन को तसल्ली दे जाते है जीवन के सही राह कि ज़रूरत बन जाते है
नींद वह बात है जो हमे मन का आइना बनकर अलग उम्मीद हर बार दे कर जाती है नींद तो वह होती है जो दुनिया को उम्मीद दे जाती है नींद मे जो चीज़ें दिखती है अलग एहसास दे जाती है
सपने कभी कभी जीवन को वह दिल कि बात दिखाते है जो हम मन के किसी कोने मे अक्सर छुपा लेते है क्योंकि सपने ही तो मन कि बात बताते है जीवन कि अलग धारा दिखाते है
नींद से उठकर हम अक्सर अपने ख्वाब याद करते जाते है उनसे जीवन का अलग मतलब समज जाते है नींद के अंदर हमे अलग याद हमेशा पाते है
उन्हें समज लेने कि अक्सर चाहत हम पाते है क्योंकि उन्हें परख लेने से ही तो हम जीवन का हर मतलब समज जाते है सपने जो जीवन को आगे ले जाते है वह अक्सर नींद मे ही आते है
सपनों के अंदर अलग मतलब जो जीवन को अलग राग दे जाता है जीवन मे अलग एहसास बन जाता है सपने को सही से समज ले तो दिन अच्छे से गुज़र जाता है
इसलिए तो जागते ही सबसे पहले अपना सपना समज लेते है उसके बाद उस सपने से ही अपनी दुनिया को हर बार हम जीवन मे अच्छेसे समज हर बार हम लेते है

कविता ३६२. ख़यालों कि ठंडक

                                    ख़यालों कि ठंडक
जब जब मन उम्मीदों कि ठंडक मन मे रखता है तब तब ही तो मन को अलग किनारा मिलता है ठंडक तो जीवन कि एक सोच होती है जो हर बार जीवन को ठंडक दे जाती है
हवाओं मे हमारे ख़ुशियाँ दे जाती है वही ठंडक तो जीवन मे ख़ुशियाँ लाती है उसे समज लेने से ही दुनिया बन पाती है जीवन कि ठंडक मन कि प्यास होती है
ठंडक तो मन को उजाला देती है हर एक पल मे नया एहसास देती है ठंडक हर बार नया विश्वास देती है जो जीवन को आसानी से उम्मीद दे जाती है वह ठंडक जीवन का एहसास बन जाती है
ठंडक जो जीवन कि सुबह बनती है वही तो जीवन का नया एहसास बन जाती है ठंडक के अंदर अलग प्यास होती है जो साँसों को नई धड़कन हर बार होती है
जो जीवन कि राहों को अलग सोच देती है ठंडक जो मन मे अलग मोड़ बनाती है वह ठंडक सिर्फ़ अच्छाई से ही जीवन मे आती है ठंडक जीवन को मतलब दे जाती है
हर ठंडे एहसास मे ख़ुशियाँ हर बार होती है क्योंकि मन कि ठंडक ही जीवन को नई उम्मीद जिन्दा हो जाती है नई सोच जो जीवन को रोशनी दे जाती है
ग़लत ख़याल जो जीवन को दर्द देते है वह जीवन जो नई उम्मीद दे जाता है वह ठंडे दिमाग़ से ही जीवन को आगे ले जाते है जब हम शांत सोच मे काम लेते है
तभी जीवन मे नई सुबह होती है क्योंकि शांत ख़याल ही जीवन को मुसीबत से बाहर ले जाता है ठंडे सोच से ही जीवन रोशनी पाता है ठंडा ख़याल ही ज़रूरी होता है
ख़याल जो जीवन को रोशनी देते है जो जीवन को सही मोड़ दे जाते है उन ख़यालों को परख लो जो रोशनी दे जाते है वही तो जीवन को अलग एहसास दिखाते है
ठंडक तो वह होती है जो जीवन को रोशनी देती है उस ठंडक के अंदर अलग तरह कि सोच हर बार असर कर जाती है शांत ख़याल से ही जीवन मे रोशनी दे जाते है

Sunday 6 December 2015

कविता ३६१. सीधी राह का टेढापन

                                 सीधी राह का टेढापन
कभी सीधी राह पर तेढा चलना गलती से हो जाता है गलती से सही खत को उलटा पढ़ लिया जाता है सीधी राह पर भी एहसास अलगसा दिखता है पर कभी कभी जीवन मे राह समज लेना मुश्किल हो जाता है
जब जब हम सामने चले तो दिशा समज लेना मुश्किलसा हो जाता है क्योंकि राह पर चलना सीधी तरह से दुनिया को कहाँ रास आता है राह सीधी हो या टेढी उसे समज लेना आसान नहीं होता है
पर अक्सर टेढी राह पर चलना जीवन मे लोगों के लिए ख़ुशियों का एहसास लगता है जिन्हें समज लेते उन राहों मे जीवन को सीधे से ले जाना हर बार ज़रूरी लगता है
राह जो सीधी आगे बढ़ती है उसे टेढी बनाने से मन कतराता रहता है पर सीधी राह से ज़्यादा उल्टी राह पर चलना हर बार मुश्किल बन जाता है राह का अलग एहसास जीवन मे रोशनी लाता है
राहों के अलग अलग मतलब जीवन को अलग सोच दे जाते है सीधी बढ़ती राह मे टेढी सोच कभी कभी गलती से आ भी जाती है जो जीवन को सही दिशा दिखा जाती है
राह जो जीवन के अंदर हर बार उम्मीद का उजाला देती है उस राह को सीधी तरह से चलना जीवन कि उम्मीद होती है टेढी राह अक्सर जीवन मे मुश्किल देती है
सीधे राह से चलना जीवन कि उम्मीद होती है पर टेढी राह पर ही ज़्यादा चहल पहल होती है तो उसी वजह से कभी कभी हम उस राह पर कदम रखते है वही जीवन कि गलती होती है
जब सीधी के जगह टेढा कदम पड़ जाता है क्योंकि वही तो किस्मत को मतलब दे जाता है क्योंकि वही अपनी बरबादी कि ठोस वजह बन जाता है जीवन का गीत बेसूरा बन जाता है
सीधी राह मे चलना हर बार मुश्किल सा नज़र आता है इसलिए नहीं कि हम नहीं चाहते पर इसलिए क्योंकि जीवन का मतलब ही तो आसानी से समज नहीं आता है
पर राह सीधे से कहाँ चल पाती है वह कभी कभी हमे मुसीबत मे डाल जाती है क्योंकि जीवन मे कभी कभी वही टेढी बन जाते है सही राह कि उम्मीद मे हम ग़लत चले जाते है उप्परवाले से बस यही दुआ दे वह हर राह हमारी सही बना दे

कविता ३६०. हाथ कि लकीरे

                                           हाथ कि लकीरे
हाथ जो जीवन कि लकीरे दिखा जाते है उनमें ही हम हर बार उम्मीदें बाँध के रखते है हाथ जो जीवन कि लकीरे बताते है काश हम उन्हें समज लेते क्योंकि तभी तो हम जीवन को समज पाते है
हाथों कि लकीरों से ही तो जीवन के धागे उलझते जाते है जिन्हें समज लेने कि चाहत मे हम उम्मीदें जोड़ लेना चाहते है लकीरों मे ही हम किस्मत का लेखा पढ़ पाते है
लकीरों कि दुनिया जिसमें जीवन को समज लेना चाहते है लकीर मे जीवन को समज लेना हर बार मुश्किल होता है लकीर के अंदर नई सोच का एहसास अलग होता है
लकीर ही तो अपना जीवन तय करती है उस लकीर को समज लेना हर बार ज़रूरी नज़र आता है लकीर अलग सोच जिन्दा कर जाती है हर बार वही जीवन कि राह बताती है
लकीर जो जीवन को नई दिशा दे जाती है लकीर जो असर जीवन पर कर जाती है वही तो जीवन कि हर दिशा नये तरह से दिखाती है लकीरे जो कहती है वही कर दिखाती है
हमारी हर बात उनके सामने अधूरी रह जाती है लकीरों से ही तो हमारी दुनिया बनती है हमारी किस्मत बदल जाती है लकीर चाहती है बस वही बातें जीवन मे पूरी हो जाती है बाकी बातें अधूरी रह जाती है
लकीर जीवन को बनाती है वही तो जीवन को अलग मतलब  दे जाती है लकीर ही तो हमारी किस्मत चलाती है हम पसंद करे या ना करे वह अलग रंग जीवन मे दिखाती है
लकीर जो जीवन के किस्मत को अलग तरीक़े से बताती है पर हमने अक्सर देखा है लकीर अलग तरीक़े से हमे हर बार जीना सिखाती है अक्सर कुछ तो बातें अलग जीवन मे होती है
लकीर हमारे जीवन को रोशनी दे जाती है अगर लकीर को चाहे तो हमे जीवन कि उम्मीद मिल जाती है लकीर मे ही जीवन कि ताकद हर बार होती है
लकीर के अंदर ही जीवन का इतिहास छुपा होता है जो जीवन को अलग तरह का एहसास हर बार देता है क्योंकि लकीर मे ही हर बार हमारी किस्मत छुपी होती है

Saturday 5 December 2015

कविता ३५९. चाँद के ऊपर के बादल

                                       चाँद के ऊपर के बादल
चाँद को बादल के पीछे छुप जाने कि आदत होती है धीरे धीरे से चाँद को बादल को चीर कर जाना है चाहे कितना भी मुश्किल लगे पर चाँद को बादलों के पार तो जाना ही है
चाँद जो मन को उम्मीदें देता है उसका आसमान मे बसेरा तो हर बार होता ही है पर सवाल तो यह है कि बादल ही निकल जाते है या चाँद उन्हें चीर जाता है
कभी कभी आसमान उम्मीदें देता है तो कभी वही छिन कर ले जाता है जीवन कि हर धारा को समज लेना अहम नज़र आता है पर कैसे बताए नई उम्मीद कब होती है
क्योंकि आसमान तो बस अपनी मर्ज़ी से आगे चलता जाता है बादलों का आना जाना हर बार अलग मतलब जीवन को देता है बादल मे काली मुश्किलों का रहना होता है
चाँद जो आते जाते बादलों पर ही निर्भर होता है काले अँधेरे के पार जाना चाँद को ही जीवन देता है पर वह चाँद खुद ही तो बस बादल पे पूरी तरह निर्भर होता है
चाँद और बादलों कि एक महफ़िल होती है जिस हर बादल तय करता है कभी कभी चाँद को आसानी से तो कभी मुश्किल से उजाला देता है चाँद कहाँ तय कर पाता है
अपने जीवन मे उजाला आता है चाँद के ऊपर से काले काले बादल भी धीरे से हट जाते है चाँद कि रोशनी जीवन के अंदर अलग असर कर जाती है अँधेरा जब हट जाता है
जीवन मे ख़ुशियाँ दे जाती है चाँद के ऊपर से बादल जब हट जाते है जीवन के अंदर चाँद कि रोशनी ख़ुशियाँ दे जाती है पर वह अपनी मर्ज़ी से नहीं गैरों के मर्ज़ी से आती है
चाँद के ऊपर अंधियारे के बादल आसानी से हट जाते है मुश्किलें कोशिश करे तो धीरे धीरे जीवन से हट जाती है जीवन मे अलग एहसास हर बार रोशनी दे जाता है
अंधेरा का नतीजा हर बार अलग ही होता है जो हर पल हर घड़ी जीवन को एहसास नया दे जाता है वह अक्सर हमारा जीवन रोशन और ख़ुशियों से भर कर जाता है

कविता 3५८. बिन सीखे जीना

                                         बिन सीखे जीना
जब मुस्कान को पाने कि कोशिश मे हम जुड़ जाते है अक्सर देखा है आँसू ही नसीब मे आते है मुस्कान कि छोटी कोशिश मे उसे हम खोते जाते है
मुस्कान को हर बार उम्मीदों से जीवन मे सिंचना चाहते है पर कैसे इस बात को कहाँ  हर बार समज पाते है बिना सीखे ही जीवन के हर सुर कि तरह उसे भी पाने कि कोशिश मे लग जाते है
कोई सिखा दे तो क्या बात है पर हम बिन सिखे भी जीवन का आलाप गाते है जीवन एक भगवान कि देन है इन्सान के लिए उसे बिन समजे भी जीना हर बार सीख जाते है
पर बात जब ना सिख पाए तो कमी तो उसमें अक्सर आती है जीवन कि कहानी अलग तरीक़े से जीवन मे कही जाती है कोई सिखाए तो अच्छा है पर हम गलतीओं से भी सीख ही जाते है
जीवन कि कश्ती जब हम बिना समजे चलाते है तभी  कुछ मोड़ पर हम हँसी कि जगह आँसू भी गलती से पा लेते है उन्हें समज लेने के लिए हम हर बार आगे चलते जाते है
हँसी कि रोशनी जो जीवन मे हम चाहते है उसे हम कभी पाते है और कभी भुला के आगे बढ़ते जाते है जहाँ हम जीवन की नई कहानी सीखते जाते है जीवन तो वह धारा  है जिसे हम परख लेना चाहते है
पर जब बिन सिखे ही हम गलती कर दे तो उन गलतीओं से हर बार हम समज लेना चाहते है गलती जो मन को दुःख दे जाए उस गलती से हम संभलकर सीख लेना चाहते है
हर बारी हर कदम जीवन अलग एहसास दिखाता है आँसू से जीवन को गलती से भर देते है जीवन के अंदर हमेशा कुछ तो असर हो जाता है क्योंकि जब हम ख़ुशियाँ दे जाते है
जीवन को बिना सिखे ही हम आगे बढ़ते है इसलिए जीवन मे कई मतलब अंदर छुपे होते है आँसू मे अलग मतलब होता है ख़ुशियाँ तो जीवन पर सही असर कर जाती है
ख़ुशियाँ जो जीवन मे रोशनी दे जाती है सीखना जीवन के लिए अहम होता है सीखना हर बार ज़रूरी होता है जीवन मे सही दिशा हर बार चलने के लिए ज़रूरी होती है पर बिन सीखे चले तो कभी कभी गलती करना मजबूरी है

Friday 4 December 2015

कविता ३५७. हाथों मे हो

                                        हाथों मे हो
चुपके से जीवन मे सोच सही कर दो गलती अपनी मान लेने से ज़्यादा मुश्किल होता है दूसरे कि गलती को सही कर दो पर मुमकिन यह कैसे हो अगर दूसरा समजदार न हो
हर बार इस बात पर अटक गई है जीवन कि रेखा क्योंकि मुश्किल तो होता है दूसरों के जीवन को जब सुधार लेना हो जीवन के हर एक मोड़ को हो सके समज लो
क्योंकि जीवन कि धारा को समज लेने के लिए यह ज़रूरी होता है कि अपने मन को अच्छे से हर बार जीवन मे समज लो जो हर मोड़ पर आसानी से मुमकिन हो
जीवन के भीतर हर मोड़ पर जीना हर बार सीख लो अपने मन को मज़बूत करो और सोच मे जीवन का अर्थ हर मोड़ पर हर राह पर अपनी नहीं दूसरों कि गलती भी सुधारना हो
क्योंकि कई बार अपनी चीज़ें कुछ इस तरह से फँस जाती है जीवन मे रोशनी कहाँ आ पाती है जीवन कि हर बाज़ी सिर्फ़ अपने लिये ना हो क्योंकि हर चीज़ साँजी होती है यह बात मन से मंज़ूर करो
अपनों से अलग होकर खाँक कोई क्या जी पाता है जीवन मे  सही अपनों को ढूँढ़ना भी ज़रूरी होता है अपना तो बस वही है जिसकी सोच हमारे जैसी हो
जो पानी कि बूँदे है वह साथ आने से सागर बनती है अपना किनारा तभी मिलता है जब हमे ग़लत को सही करना आता है हर बार अपनी नहीं कभी दूसरों कि गलती पर अफसोस करना होता हो
सोच के अंदर सात प्रहर अलग अलग अंगों का किस्सा होता है जिसे मन से चाहे उसी सोच मे ख़ुशियाँ होती है तो जीवन कि सही दिशा वही है जब उस सोच अपना घरोंदा हो
जीवन के हर राग को गाने के लिए हर बार अलग अलग गीतों का बसेरा होता है जीवन को जो साँसें देता है उस गीत मे ही हर बार हमारा बसेरा हो
क्योंकि उस राह मे सबेरा होता है जिसमें जीवन का उजाला होता है फुरसत मे समज लेना जीवन को क्योंकि वह सबसे ज़रूरी होता है पर अच्छा तो मन को तभी लगता है जब अपनी चीज़ कि किस्मत हमारे हाथों मे हो

कविता ३५६. ख़ुशियों का गीत

                                        ख़ुशियों का गीत
चाहे कुछ भी हम कह दे पर जीवन का गीत हमेशा भाता है चाहे कितना भी ग़म हो लेकिन सच्चाई का दर्द मन को भाता है उसके पार हर एक बार जीवन ख़ुशियाँ तो लाता है
जीवन के हर मोड़ पर अलग एहसास तो जीवन मे हर बार आता है पर चाहे कितने ग़म क्यूँ न हो जीवन तो उम्मीदों कि धारा लाता ही है हर पल जब जीवन को समज ले ख़ुशियाँ हर साँस मे वह लाता है
चाहे जितनी बार हम जीवन मे जी लेते हो जीवन का मज़ा हर बार बेहतर ही होता है जीवन के हर रंग को समज लेना जीवन कि ज़रूरत होता है जो उम्मीद देता है
वह गीत जिसे जमाना समज लेता है उस से भी ज़्यादा मधुर धुन कभी कभी मन हमे सुनाता है जिसे समज लेने कि ज़रूरत मन हर बार समज लेता है
गीत जो जीवन को मतलब दे जाता है उसके अंदर जीवन का मतलब अलगसा होता है जिसमें हर बारी जीवन का एहसास बदल जाता है गीत मे अर्थ देता है
उस गीत मे जिसमें जीवन साँस लेता है वह कभी कभी सबसे अलग ही होता है ना सोचा हो ना समजा हो ऐसा एक अनजाना गीत जीवन कि नई सुबह दे जाता है
गीत जिनमें नया एहसास होता है उन्हें समज लेना जीवन कि ज़रूरत बन जाता है गीत जो पुराना उस पर हर बार कुछ तो असर कर जाता है जीवन को वह सही दिशा दिखा जाता है
जीवन मे अलग अलग गीत हर बार उम्मीदें तो दे जाते है जीवन पर अलग तरह का असर हर बार कर जाते है गीतों को समज लेने से ही जीवन मे सही मतलब आते है
जीवन के संगीत को परख लेना जो जीवन मे समज लेते है वही तो जीवन मे हर बार कोई ना कोई असर दिखा जाता है जीवन तो हर बार उम्मीद देते है
संगीत जो जीवन का है उस सोच के अंदर जिसमें हम उम्मीद दे जाता है जीवन तो नया गीत हर बार हमे नई उम्मीद दे जाता है गीत के अंदर ख़ुशियाँ हर बार उम्मीद दे जाती है

Thursday 3 December 2015

कविता ३५५. कितने परेशान

                                          कितने परेशान
कितने परेशान वह दिन रात होते है जो जीवन मे अलग जस्बात देते है क्योंकि उनको ही जब हम जीवन मे परख लेते है कितने अधूरे वह एहसास हर बार होते है
कितनी बार हम सही चाहत को रोक लेते है जाने क्यूँ हम जीवन को समज लेने कि कोशिश हर बार करते है पर उस मेहनत मे हम सिर्फ़ परेशान होते है
कितनी मुश्किल से हम हर बार जीवन को समज लेने कि कोशिश मे होते है उस जीवन को हर मोड़ पर परख लेना चाहते है हम कितनी बार जीवन को समज लेना चाहते है
कितने परेशान होते है जब रास्ते मुश्किल नज़र आते है क्योंकि रास्तों को हम कहाँ परख पाते है रास्तों से ज़्यादा काश हम जीवन को समज लेना चाहते है
ख्वाब कितने आसानी मे आसमान के अंदर हमे ले जाते है वही ख्वाब जो जीवन को आसान लगते है वह कुछ मोड़ के बाद सुलझने कि बजह हर बार बनते है
कितने उम्मीद से हमारे जीवन के लम्हे हर बार चुनते है पर कितनी आसानी से सारे मोड़ जीवन मे उलझते है क्योंकि हम जीवन को कहाँ ख़ुशियों मे आसानी से झुलने देते है
कितनी आसानी से गमों को हम गले लगा लेते है ख़ुशियों को चुपके से दूर कर जाते है जीवन के हर मोड़ को अलग सोच से समज लेने कि ज़रूरत हर बार होती है
कितनी आसान वह कहानी हर बार होती है जो जीवन पर हर बार कुछ तो असर ज़रूर कर जाती है हर कहानी को समज लेते है वही तो जीवन को मतलब दे जाती है
कितनी आसानी से कभी कभी हम उस कहानी को अनदेखा कर जाते है जिसे समज लेना हम आसानी से भूल जाते है उसमें ही जीवन के कई मतलब हर बार छुपे होते है
कितने आसान दिखनेवाले रास्ते जीवन मे अलग अलग उम्मीदें दे जाते है हर कदम पर हमे आगे ले जाते है जीवन को कई आशाएँ और उम्मीदें हर बार दे जाते है

कविता ३५४. जीवन का उजाला

                                                           जीवन का उजाला
उजाले जो जीवन को नई सुबह देते है उन्हें समज लेने से हमे वह उम्मीद देते है जो उजाले जीवन के लिए ज़रूरी होते है उन्हें समज लेने से जाने क्यूँ हम कतराते है
उजाले से ही तो हम जीवन मे आगे बढ़ते है उजालों कि कश्ती से ही तो हम जीवन कि नैया पार करते है जीवन कि हर कश्ती को हम हर बार समज लेते है
उजाले से ही तो हम अपना जीवन बनाते है उजालों को चाहे तो वह ताकद बन जाते है उस मोड़ पर ले जाते है जिस मोड़ से हम पीछे ना मुडना चाहते है
उजाला जीवन के अंदर हर बार नई सोच से हमें आगे ले जाता है उजाला ही रोशनी होता है जो जीवन को मतलब दे जाता है उजाला जीवन में अहम होता है
उजाला हर बार नई राह दे जाता है उजाले में नई किरणों को समज लेना हर बार जरुरी होता है उजाला ही जीवन की शुरुआत करता है
उजाला ही हर बार नई राह बनाता है उजाला ही जीवन में हर बार अहम होता है उजाले को चाहना जीवन की जरूरत होती है
उजाला ही हर बार उम्मीद देता है उसे समज लेने से ही जीवन की शुरुआत होती है उजाले से ही तो जीवन का मतलब बन जाता है
उजाला ही जीवन की सच्ची शुरुआत होती है उजाला हर बार जीवन की एक जरुरी लकीर होता है उजाला ही हर बार आगे ले जाता है
उजाले से ही जीवन की हर बार शुरुआत होती है उजाले में ही जीवन का मतलब बनता है उजाला जब आगे बढ़ जाता है
उजाले ही जीवन को कई रंग देते है उजाले ही हमे आगे हर बार बढ़ने की उम्मीद देते है उजाले ही जीवन को नई कहानी देते है उजाला हमें नई रोशनी देता है 

Wednesday 2 December 2015

कविता ३५३. रात में उजियाला

                                                          रात में उजियाला
रात में भी उजियाला जो जीवन को दे जाते है वह खयाल रोशनी जो दे जाता है उन खयालों को समज लेना हर बार जरुरी होता है उन खयाल को परख लेना अहम होता है
रात से भी ज्यादा जीवन का मतलब उस पल के ख़याल में होता है जीवन के सोच में नया मतलब जो जीवन को उजाला देता है
क्योंकि जीवन को उस पल मे उजाला मिलता है
जिसे समज लेना हर बार जीवन मे एहसास अलगसा देता है कुछ सोच मे जीवन के अंदर उजियाला दे जाती है रात के अंदर अलग रोशनी आती है जो सोच हमे दे जाती है
सोच के भीतर ही अलग दुनिया बनती जाती है उसे परख लेने कि सोच ख़ुशियाँ नई उम्मीद जीवन के अंदर दे जाती है सोच ही नई रोशनी हर बार दे पाती है
पर अक्सर रात के अंधियारे को देखकर हमारी सोच ही जीवन मे डर जाती है रोशनी जो जीवन को अलग सुबह दे जाती है वह मुश्किल से ही हमारे जीवन मे आती है
सोच हर बार रंग बदलती रहती है पर कभी कभी अंधेरे से डरकर सच्ची सोच हमे धोखा दे जाती है वही तो जीवन कि सबसे बड़ी मुश्किल बन जाती है
क्योंकि सोच ही तो जीवन मे नया एहसास लाती है जो हमे हर बार आगे ले जाती है सोच तो हमे नई लकीर दे जाती है जो हाथों मे नहीं थी वह उम्मीदें दे जाती है
जीवन को नई शुरुआत जो अक्सर उम्मीदें तोहफे मे दे जाती है वह मन के लिए कभी कभी जीवन के अंदर नई सोच जीवन के साथ आगे ले जाती है
रात के अंदर अलग सोच जीवन मे नया एहसास जो जीवन को दे जाती है वही तो जीवन नई उम्मीद दे जाती है अगर जीवन को परखे तो रोशनी आती है
जब सही सोच इस्तमाल होती है रात से बिना डरे हमारी जिन्दगी बदलती है तो ही हर रात भी एक सुबह बनती है जो जीवन को हर बार नई रोशनी तोहफ़े मे देती है

कविता ३५२. अलग अलग किस्से

                                                              अलग अलग किस्से
कुछ बार जो जीवन की बातों के किस्से अलग अलग बन जाते है जीवन के अंदर नई सोच से ही किस्से बन जाते है किस्सों के अंदर मतलब अलग होते है
हर किस्सों में जीवन का मतलब हर बार हम समज जाते है पर कभी अनजाने किस्से भी जीवन को अर्थ दे जाते है जिसे जीवन कि हर धारा बन जाते है
किस्से तो जीवन के हर मोड़ को समज लेना हर बार चाहते है जीवन को हर मोड़ पर समज लेना हर बार जीवन को मतलब तो देता है
पर हर किस्सा कहाँ हमें आसानी से समज में आता है जीवन के हर मोड़ पर फिर चलने का मजा जो हम समजे तो ही जीवन को समज लेने का मजा हम समझते है
जीवन के हर हिस्सों में कुछ सोच तो ऐसी होती है जो जीवन को हर बारी रोशनी दे जाती है अगर जीवन को परखे तो हर पल में उम्मीद होती है
किस्से तो वह बनते है जिनमें दुनिया की तसबीर होती है किस्से तो वह बनते है जिनमें दुनिया जिन्दा होती है जब जब हर मोड़ पर कोई सोच होती है
किस्से के हर कदम में अलग शुरुआत होती है किस्सों के हर हिस्सों में ही तो दुनिया बनती है जिन्हे समज लेने की जीवन को जरूरत होती है
हर किस्से के अंदर एक अलग मोड़ दिखता है जिसे समज लेना जरुरी होता है जीवन को समज लेने की हर बार जरूरत होती है
किस्सों में हर एक एहसास से ही दुनिया बनती है जिसे समज ले उस सोच में ही खुशियाँ होती है पर उस सोच के अंदर कहाँ हमारी दुनिया जिन्दा होती है
इसलिए तो कभी किस्से भी बनते है जिनके सहारे जीवन की खुशियाँ हर बार हर मोड़ पर हमारी दुनिया को जिन्दा रख जाती है 

कविता. ५११५. उजालों से अरमानों की।

                             उजालों से अरमानों की। उजालों से अरमानों की परख सुबह दिलाती है नजारों को किनारों संग अंदाज सहारा देती है दिशाओं ...