Monday 30 November 2015

कविता ३४९. आईने मे जीवन

                                                 आईने मे जीवन
आईना जो जीवन का राज हमको दिखाता है वह राज जीवन मे हर बार छुपा होता है पर जब तक आईना हमे वह बात नहीं बताता जाने क्यूँ उसे अपना लेने से दिल इन्कार कर देता है
आईना जो सामने से जीवन के राज बताता है उसे समज लेना जीवन को कहाँ आता है आईने से भी ज़्यादा जीवन को दुनिया पर भरोसा होता है और इस सोच से जीवन बदल जाता है
आईना तो वह चीज़ है जो सच्चाई दिखाता है उस आईने के अंदर असली एहसास हर बार नज़र आता है जब हम आईने को समजे उस आईने का मतलब कुछ और ही होता है
वह आईना हर बार सच्चाई कि मिसाल बन जाता है आईना हर बार सच्चाई के जीवन को असली एहसास दे जाता है आईना जो जीवन को एहसास अलग देता है
आईने को समज लो तो वह हर बार सही होता है आईने के अंदर दुनिया का एहसास अलग होता है आईना तो वह होता है जो सच्चाई दिखा जाता है
पर अक्सर आईना जो जीवन को एहसास अलग देता है आईना तो जीवन मे आगे जाना सिखाता है पर अक्सर इन्सान कही सुनी बातों मे आकर चीज़ें अनदेखी करता है
आईना जो जीवन को नया मोड़ दे जाता है वही तो जीवन मे उम्मीदें जिन्दा रखता है आईना जो हर बार दिखाता है उसे समज लेना जीवन पर असर हर बार कर जाता है
जीवन को समज लेना ज़रूरी होता है आईना जिसमें जीवन दिखता है वह जीवन का अलग एहसास हर बार सच्चाई दिखा जाता है आईना जो मतलब दे जाता है
आईना अलग अलग सच्चाई दिखाता है जिन्हें परख लेना हर बार अहम नज़र आता है आईना जीवन मे रोशनी दे जाता है उसे समज लेना ज़रूरी नज़र आता है
जीवन के आईने को समज लेना हर बार ज़रूरी होता है आईना उम्मीद हर बार दे जाता है आईना तो ख़ुशियाँ दे जाता है आईना जीवन मे रोशनी दे जाता है आईने को परख लेना अहम लगता है

कविता ३४८. फर्क़ न पडनेवाले मोड़

                                     फर्क़ न पडनेवाले मोड़
मोड़ को समज लेते हो तो सोच अलग सी लाते हो अगर मोड़ को छोड़कर जाते हो तो भी जीवन को फर्क़ नहीं पड़ता है कुछ मोड़ तो जीवन मे मायने रखते है
पर कुछ मोड़ जीवन मे कहाँ कुछ फर्क़ करते है हर मोड़ मे अलग एहसास हर बार जीवन को कुछ मतलब देते है जो जीवन को हर बार छू कर बदल देते है
पर कुछ मोड़ तो बिन मतलब के ही जीवन मे होते है वही जीवन से अलग असर कर लेते है जीवन का एहसास बदल देते है पर जाने क्यूँ जिस मोड़ को मतलब नहीं है
उसी मोड़ पर लोग कई बार सोचते रहते है जिसमें वह कई ख़ुशियाँ पा सकते है उन्हें छोड़कर उस मोड़ पर रुक से जाते है जिस पर वह अपनी दुनिया का कोई हिस्सा नहीं पाते है
फिर भी कई बार जीवन को अलग असर दे जाते है क्योंकि हम जीवन मे जब उनके बारे मे सोचते है हम कुछ नहीं कर पाते है तो बिना बजह ही वह क़िस्से जीवन का हिस्सा बन जाते है
मोड़ जो हमारे जीवन को किसी मोड़ पर रोक पाते है वह जीवन का कुछ ना कुछ तो अलग बना जाते है जीवन तो उन मोड़ का किस्सा होता है जो जीवन को बदल जाते है
जीवन को कई किनारे हमेशा सहारा दे जाते है उम्मीदों का कारवा आगे बढाते है जीवन के अंदर ही अलग अलग साँसें वह हमे हमेशा दे जाते है पर कभी कभी ऐसा भी होता है
कुछ बिन जरूरी मोड़ भी जीवन पर कुछ तो असर कर जाते है क्योंकि कि उनमें ही हम अपने जीवन का वक्त गवाते है तो उसी पल वह जरूरी होता है
जिस मोड़ पर हमारा मन रुक सा जाता है उस मोड़ का ही जीवन पर असल असर होता है क्योंकि जो मन मे रुकता है वही तो जीवन पर असर कर जाता है
वह मोड़ जो जीवन को ख़ुशियाँ और गम दे जाता है वह मन से नई सुबह तभी लाते है जब हम उन्हें मन से चाहते है तो कभी कभी फर्क़ ना करनेवाले मोड़ भी भला बुरा असर कर जाते है

Sunday 29 November 2015

कविता ३४७. हर लम्हा

                                          हर लम्हा
हर बार हर लम्हा जीवन मे रंग नया दिखाता है कुछ लम्हों को तो हम पकड़ लेते है पर कुछ लम्हों को खो देने का अफ़सोस तो हर पल मन को चोट दे जाता है
हर लम्हें के साथ जीवन एहसास नया लाता है पर हम चाहते है हर लम्हा हमारे पास हो वह जीवन को एहसास नया दे जाता है लम्हों से ही तो जीवन बनता है
पर कभी कभी कोई लम्हा भी हमसे खो जाता है लम्हें को परख ले तो वह जीवन मे आवाज़ अलग ही लाता है हर बारी हर लम्हें मे जीवन साँस नई दे जाता है
लम्हों को समज ले तो उनमें जीवन अपनी साँसें पाता है जब लम्हों से जीवन बनता हो तो एक लम्हा भी हीरे सा नज़र आता है लम्हें के अंदर ही जीवन का मतलब नज़र आता है
लम्हा तो इन्सान को वह सोच दे जाता है जिसके अंदर जीवन का हर हिस्सा साँसें बनकर जिन्दा अक्सर रहता है लम्हा तो जीवन के हर पल से बनता नज़र आता है
लम्हा जीवन को हर बार ताकद दे जाता है लम्हें मे हर कदम पर जीवन की सोच अलग नज़र आती है जो हर बारी जीवन को  अलग शुरुआत दे जाती है
लम्हों के अंदर ही जीवन कि सोच नई किरण बन के नज़र आती है लम्हा तो जीवन को अलग सोच दे जाता है जिसे समज लेना हर बार अलग मज़ा दे जाता है
लम्हें जो जीवन को मतलब नया दे जाते है हर लम्हें मे जीवन का अलग सार पाते है जीवन का जो लम्हा हम खो देते है उस लम्हें का जीवन पर अलग असर हम महसूस कर जाते है
लम्हो के अंदर अलग सोच जो जीवन को उम्मीदें दे जाती है वही तो अक्सर जीवन का एहसास बन के जीवन मे नज़र आती है लम्हा ही वह चीज़ है जो उम्मीदें दे जाता है
पर खोया लम्हा हम क्यूँ ढूँढ़ते है हम जब खोए लम्हे कि जगह जीवन मे नया लम्हा ले पाते है खोई हुई चीजों से ज़्यादा जीवन मे नई चीज़ें हर बार अहम नज़र आती है जो रोशनी दे जाती है

कविता ३४६. ग़म के बीच कि खुशी

                                   ग़म के बीच कि खुशी
कुछ बातें ऐसी होती है जो जीवन का रंग बदल के आती है कभी कभी ख़ुशी और कभी कभी गमों के लहरों मे जीवन को एहसास नया दे जाती है
बातें जो जीवन के अलग अलग मतलब दिखाती है वही जीवन का अलग एहसास दे जाती है पर जीवन के अंदर मतलब जो सोच हमे दे जाती है
पर मुश्किल तो वह बात है जो हमे जीवन के अंदर एहसास नयासा लाती है गमों के साथ ख़ुशियाँ भी जीवन का हिस्सा बन जाती है जब जब जीवन मे नई सुबह आती है
उसे समज लेने से जीवन कि धारा बदलती जाती है यह मोड़ के अंदर अलग किसम कि सोच हमेशा होती है जो जीवन को अलग उम्मीद दे जाती है
हर बार जब हम दुनिया को समज ले तो जीवन कि धारा आगे बहती जाती है उसे परख लेने कि चाहत एहसास नया लाती है हर कदम नई रोशनी ले आती है
जीवन कि हर धारा मे अलग सोच हमेशा होती है जो जीवन को हर कदम पर उम्मीद अलग ही दे जाती है सोच को समजे और परखे जो ही रोशनी आती है
ग़म हो या ख़ुशी हो जीवन कि धारा तो सही उम्मीद जीवन को हर बार दिखा लेती है जीवन मे जिस चीज़ को परखे उस चीज़ से सोच अलग ही आती रहती है
ग़म के बीच मे ख़ुशियाँ अक्सर असर तो जीवन पर कर के जाती है अलग हम जीवन को समजे तो ग़म से ज़्यादा ख़ुशियाँ ही हर बार जीवन मे अहम नज़र आती है
जब ख़ुशियाँ हम सब ढूँढ़ते जाते है ग़म धीमे धीमे जीवन से निकल जाते है और जीवन मे सिर्फ़ ख़ुशियाँ रह जाती है जो नई उम्मीदें हर बार जीवन मे लेके आती है
ग़म से ज़्यादा ख़ुशियों को चाहे तो ख़ुशियाँ ही जीवन कि नई सुबह बन जाती है जीवन मे हर मोड़ पर अलग सोच और अलग एहसास दे जाती है जीवन को आगे ले जाती है

Saturday 28 November 2015

कविता ३४५. बंद मुठ्ठी

                                          बंद मुठ्ठी
चलते चलते हर कदम पर राह नई मिल जाती है मुठ्ठी के अंदर छुपी उम्मीद को हर पल चाह नई  मिल जाती है बंद मुठ्ठी के अंदर एक सोच नया किस्सा देती है
किसी कोने मे छुपे से एहसास मे जीवन को सोच नई दिख जाती है छुपी हुई राह पर जीवन मे एहसास नया जो ले आती है उसी सुबह के इन्तजार मे सोच नई दुनिया दे जाती है
बंद मुठ्ठी मे जीवन कि सोच हमे कहाँ समज आती है उस सोच को अगर परख ले तो जीवन मे ख़ुशियाँ आती है जीवन के हर कदम मे उम्मीदें साँसें दे जाती है
जो छुपी है वही उम्मीद जीवन मे अलग किनारा दे जाती है उम्मीद जो जीवन को मतलब दे जाए वही सोच जीवन को किनारा दे जाती है मुठ्ठी के अंदर अलग एहसास दे जाती है
छुपी हुई सोच जो जीवन को मतलब दे जाती है बंद मुठ्ठी के भीतर नई सोच जीवन को उम्मीद दे जाती है उसे समज लेने कि कोशिश हर बार बड़ी काम आती है
जीवन के अंदर अलग ख़याल होते तो जीवन मे मुस्कान लाते है मुठ्ठी के अंदर नये एहसास ख़ुशियाँ ले आते है उन ख़ुशियों को समज लेने पर जीवन मे उम्मीदें आती है
बंद मुठ्ठी के अंदर जीवन कि धारा मतलब दे जाती है बंद छुपी सी मुठ्ठी मे जीवन के कई राज़ होते है उस मुठ्ठी को खोलने कि भी जीवन मे ज़रूरत होती है
जीवन तो एक छुपा सा ख्वाब होता है जो कई मोड़ मे छुपा सा एहसास देता है जीवन जो चाहत और ख्वाब देता है वही जीवन को विश्वास देता है जो दबी रोशनी से बढ़कर एहसास देता है
जीवन के हर कदम पर जीवन जो साँसें देता है उसे समज लेना जीवन को अलग शुरुआत देता है बंद मुठ्ठी मे जो जीवन का एहसास होता है वह सबकुछ हर बार ख़ास बना देता है
जीवन कि बंद मुठ्ठी मे कुछ ना कुछ राज़ छुपा होता है जो जीवन को हर बार नई किरण और उम्मीद देता है जो बंद मुठ्ठी मे छुपा जीवन का साज़ देता है जो जीवन को हर बार उम्मीद कि सुबह देता है

कविता ३४४. तितली के पंख

                                         तितली के पंख
हर बारी तितली का उड़ जाना ख़ास नहीं होता हम इन्सान है मजबूती तो होती है उसे बिन परखे आगे बढ़ जाना जीवन का सही एहसास नहीं होता है
कभी नाज़ुक कभी मासूमीयत को रखते हुए जीवन मे मजबूती से चलना भी ज़रूरी होता है सिर्फ़ पंखों के नाजूक रूप को देखकर मन मे डर जाना सही नहीं होता है
तितली के पंख मज़बूत नहीं होते है पर हमारे पंख मजबूती से आगे बढ़ सकते है तितली को जीवन मे हर बार नई पेहचान नहीं मिलती है जीवन मे हर बार आस नई बनती है
पंखों को अगर मज़बूत बना देते हो तो जीवन कि आवाज़ नई बनती है जो जीवन को अलग ढंग से समजे तो जीवन कि आवाज़ अलग होती है जो जीवन को हर पल मज़बूत बना देती है
पंखोंको समज ले तो जीवन कि उड़ान नई होती है जो जीवन को हर बार एहसास अलग देती है तितली से नाज़ुक और सुंदर पंख भी दिख जाते है पर पंखो मे पेहचान उनकी मजबूती से होती है
पंखों के अंदर अलग मक़सद होते है तितली के सिर्फ़ सुंदर पंख है पर हमारे सोच के पंख हमारी ताकद होते है तितली से वह नाज़ुक नहीं वह तो हमे कितनी दूर ले जाते है
हमे मजबूती से उड़ाने कि ताकद रखते है इन्सान जीवन मे कितना कुछ कर सकते है पर जाने क्यूँ जीवन कि ताकद समज लेना हमे नहीं आता है जो जीवन पर असर कर जाती है
जीवन के अंदर अलग एहसास होता है जो हमे तब समज आता है जब उस सोच के अंदर नई शुरुआत होती है जो पंखों के अंदर मतलब दे जाती है जीवन मे मजबूती दे जाती है
पंख जीवन मे ताकद दे जाते है उन्हें समज लेना हर बार ज़रूरी होता है पंख ही तो जीवन को जिन्दा करते है वह सही सोच दे जाते है इसीलिए जीवन को मतलब देते है
कभी कभी पंख जीवन को नई सोच दे जाते है पंख ही ताकद है जो मन को सही उम्मीद दे जाती है हमारे पंख तितली से ज़्यादा ताकदवर होते है जीवन के पंख हमेशा आगे ले जाते है
 उन पंखों कि ताकद जीवन पर सही असर कर जाती है हम अगर जीवन पर भरोसा रखे तो बड़े आसानी से हमारे जीवन कि सुबह हर बार  जीवन मे आ जाती है

Friday 27 November 2015

कविता ३४३. दूसरे की बाजी

                                                                 दूसरे की बाजी
हर बाज़ी मे हार या जीत नहीं होती है कुछ बार जीवन कि बाज़ी सिर्फ़ मज़ा देती है हर बार बाज़ी को समज लेने कि ज़रूरत नहीं होती कभी कभी बाज़ी बिन खेले ही समज ली जाती है
हर बाज़ी जीवन मे मजधार नहीं बनती है उस बाज़ी के अंदर जीवन कि शुरुआत होती है बाज़ी जो जीवन को नया एहसास  दे जाती है उसे समज लेने कि ज़रूरत हर बार होती है
बाज़ी जो जीवन को मतलब दे जाती है उसे हर बार हमे खेल लेने कि ज़रूरत नहीं होती बाज़ी को खेलते देखकर ही कभी कभी जीवन को समज लिया जाता है
बाज़ी का एहसास जो हमे रोशनी देता है उसे परख लेने पर ही जीवन अपना रंग दिखाता है बाज़ी तो वह चीज़ है जिसमें जीना या ना जीना समजने के परे हर बार हो जाता है
बाज़ी को हर पल हम नहीं खेल पाते कभी कभी कोई उसे समजा कर जीवन का मतलब बिन खेले ही समजा लेता है जीवन कि हर बाज़ी मे एहसास अलग नज़र आता है
बाज़ी को परख लेना अहम होता है दूसरा कोई उसे जो खेले उसका मतलब हर बार अलग नहीं होता है बाज़ी के अंदर अलग सोच जीवन पर असर कर जाती है
बाजी के अंदर जो मतलब होता है क्योंकि बाजी जब कोई और खेलता है तब भी कभी कभी हम उस बाजी का हिस्सा बन जाते है
बाजी में हर मोड़ पर कोई तो अलग एहसास होता है हर सोच के अंदर नया असर ले आती है जो जीवन को रोशनी दे जाता है जीवन की बाजी देख कर ही कभी कभी जीवन पर सही मतलब मिलता है
बाजी में सही असर कभी कभी बस उसे देखकर बनता है पर बाजी दूसरे को आगे बढ़ते देख कर समज लेना जरुरी होता है
बाजी को देख कर जीवन में अलग सोच जिन्दा हो जाती है जो जीवन में नई सोच में अलग किसम का एहसास हर बार मतलब दे जाता है 

कविता ३४२. नन्हा उजाला

                                               नन्हा उजाला
जब जीवन मे चुपके से उजाला हो जाता है जीवन सुनी डगर पर अलग एहसास दे जाता है जीवन के अलग एहसास मे मुस्कान वह लाता है वह रोशनी दे जाता है नई सुबह लाता है
उजाला तो जीवन को सोच नई ले आता है उजाला ही हमारे जीवन को एहसास अलग देता है जीवन कि इस धारा को वह मतलब दे जाता है जो उजाला मन को छू जाता है
छोटी नई रोशनी जो जीवन को मतलब देती है जो शुरुआत जीवन को एहसास सुहाना देती है वह अहम सोच होती है छोटीसी उम्मीद जो जीवन को आगे बढाती है
वही नया एहसास जीवन को उम्मीद दे जाता है जीवन मे हर कदम पर कुछ तो अलग होता है उजाले कि हर छोटी लकीर भी रोशनी बनती है जो जीवन को हर बार आगे ले जाती है
उजाला ही तो अक्सर हमे उम्मीद दे पाता है जो जीवन को सुनहरा एहसास देता है दिल बस इतना चाहता है कही वह मुस्कान छूट न जाए जो जीवन को नई रोशनी देती है
उजाले मे जीवन कि उम्मीद हर पल होती है जब उजाला जीवन को समजे तो उसमें अलग तरह कि सोच बसी होती है जीवन के अंदर हर बार जीवन कि ख्वाहिश छुपी होती है
नन्हे से उजाले मे जीवन कि सोच हर बार बदल देता है वह हमे हर बार ख़ुशियाँ तोहफ़े मे देता है नन्हे से एक तिनके संग उम्मीदें नई आती है जो जीवन को आगे ले जाती है
जीवन कि कश्ती कभी पार होती है तो कभी मजधार मे रुक जाती है पर नन्हे से उजाले से ही दुनिया जीवन नया दे जाती है जीवन के हर मोड़ पर दुनिया अलग दिखती है
छोटी छोटी बातें दुनिया पर असर अलग कर जाती है दुनिया को हर बार बस उम्मीदों से ही चलती है वह जीवन मे रोशनी का एहसास अलग लाती है नन्हे से चीज़ से सोच अलग लाती है
नन्हे से रोशनी से दुनिया अलग एहसास और अलग सोच यही होती है कि जीवन को बड़े उजाले कि ज़रूरत नहीं होती है पर दुनिया मे लोग यह कहाँ समज पाते है
इसीलिए नन्ही रोशनी होते हुए भी बड़े उजाले के उम्मीद मे अपने घर कि रोशनी बुझाते जाते है वह नन्ही रोशनी से जीवन मे उम्मीद बड़े रोशनी कि हर बार चाहते है

Thursday 26 November 2015

कविता ३४१. मुस्कान की अहमियत

                                                        मुस्कान की अहमियत
हारे या हम जीते किस्मत साथ देती है जब सिर्फ़ मुस्कान कि चाहत जीवन मे नया एहसास देती है क्योंकि जीत से भी ज़्यादा ज़रूरी मुस्कान होती है
क्योंकि वही तो जीवन को मतलब देती है जीवन के अंदर अलग जगह मुस्कान कि होती है जो जीवन को समज लेने मे हर बार जरुरी होता है
कभी कभी मुस्कान से ही तो जीवन का मतलब जिन्दा होता है जीवन के एक साँस को समज लेना हर बार जरूरी होता है मुस्कान ही हर बार जीवन को मतलब देती रहती है
मुस्कान ही तो जीवन को खुशियाँ देती है जो मुश्किल में भी दिख जाये वह मुस्कान दिलासा बनती है वही हर बार उम्मीद का किनारा बनती है
जीवन में हर पल एहसास जो जरुरी होता है मुस्कान को देखकर ही जीवन में हर बार अलग सोच जिन्दा हो जाती है कोई भी मुश्किल हो मुस्कान ही मतलब दे जाती है
मुस्कान में जीवन का एहसास वही होता है जो हमें जीवन में खुशियाँ दे जाता है मुस्कान ही हमें जीवन दे जाती है मुस्कान ही हर बार आशा बन के आती है
पर सवाल तो यह होता है लोगों को क्या नज़र आता है किसीको सिर्फ हार और जीत नज़र आती है किसीको जो हँसकर मिल जाती है वह हर बार प्यारी नज़र आती है
हार और जीत को अलग एहसास दे जाते है जब हम अपनी मेहनत से ज्यादा उसे अहमियत दे जाते है तभी तो मुस्कान नज़रों से छूट जाती है
मुस्कान ही है जो जीवन को आगे ले जाती है जीवन को नया मतलब देती है मुस्कान ही हमारी मन की सच्ची साथी होती है
बाकि किसी चीज से ज्यादा मुस्कान ही नज़र आती है जब वह होठों पर होती है और मन में हर बार उतर जाती है वही तो उम्मीद दे जाती है 

कविता ३४०. मेहनत से आगे जाना

                                             मेहनत से आगे जाना
हम एक बात नहीं समज पाते कि लोग सच से इतना दूर क्यूँ रहना चाहते है अपने ज़िम्मेदारी से कतराकर हमे कुछ भी नहीं मिलता फिर भी हम दूर भागने कि कोशिश मे रहते है
जीने के हर मोड़ पर कुछ तो समज लेना चाहते है जीवन के हर कदम को नई सोच तो हम दे जाते है पर फिर भी जब मेहनत से हमारा सामना हो जाता है जाने क्यूँ लोग पीछे मुड़ जाते है
बिना मेहनत के जीवन मे कोई सुबह तो नहीं होती है जीवन के हर पल मे जीवन कि रोशनी हर बार है छुपी होती पर जाने क्यूँ जीवन मे जब मेहनत कि बात आती है लोग नाराज़ हो जाते है
एक जगह पर बैठकर रोशनी तो नहीं मिलती कभी मेहनत फलती है तो कभी दुनिया मे नहीं सफल होती पर हर कदम तो लोग आगे बढ़ना ही नहीं चाहते है
जाने क्यूँ वह यह चाहते है कि जीवन मे हर बात बिना मेहनत कि सुलझ जाती हो जीवन के हर मोड़ को वह खुद से जीना नहीं चाहते जीवन मे उम्मीदों के संग आगे चलना नहीं चाहते है
वह रुकना चाहते है और मन मे यह सोच रखना चाहते है जो जीवन को रोशनी दे जाती है उस सोच से आगे चलना चाहते है मेहनत से ज़्यादा दूसरे के मदत से चलना चाहते है
कुछ झूठी उम्मीदें देकर उसी बात को सच समज लेते है उनके कहने पर अपनी मेहनत छोड़ उनके भरोसे बैठना चाहते है जीवन कि हर धारा को आसानी से पार करना चाहते है
हर कदम पर हम जीवन कि मेहनत से दूर नहीं रह सकते क्योंकि हम जीवन को समज लेना चाहते है पर लोग अक्सर सोचते है बहोत मेहनत हो चुकी है वह बिना मेहनत के आगे बढ़ना चाहते है
जीवन मे ऐसी कोई राह नहीं जो बिना मेहनत के आगे ले जाती हो जीवन मे कोई ऐसी चाह नहीं जो बिना मेहनत के मिल पाती हो पर कुछ लोग कही सुनी मे आकर मेहनत भुला देते है
दूसरे कि कोई भी गलती इतनी बड़ी नहीं होती कि अपनी किस्मत बना जाए दूसरे कि कोई ताकद इतनी बड़ी नहीं हो पाती जो हमारा जीवन आसान कर जाए बस अपने कोशिश से ही अपनी उम्मीदें होती है



Wednesday 25 November 2015

कविता ३३९. ताने

                                                                           ताने
हर बात को सही करने कि कोशिश मे इन्सान कई बार ग़लत कर जाता है कई बार महल बनाने कि कोशिश मे अपना मिट्टी का घर तोड़ जाता है
जीवन मे हर बार नई चीज़ें तो आती है पर उनके आगे पीछे क्या है यह सोचना ज़रूरी होता है महल से ज़्यादा मिट्टी के घर को समज लेना हर बार ज़रूरी होता है
क्योंकि दुनिया मे मिट्टी के घर कई है और महल का होना थोड़ा मुश्किलसा लगता है महल को समज लेते है तो जरा मुश्किल है पर उस से भी ज़्यादा मिट्टी का घर अहम होता है
महल को समजे तो वह ख़ास है पर जो अक्सर दिखता है उस घर को समज लेना जीवन मे हर बार अहम ही लगता है मिट्टी के घर से ज़्यादा महल अगर दुनिया मे होते तो उन्हें समज लेना अहम होता
हर कदम पर महल से ज्यादा मिट्टी के घरों को संभाल लेना दुनिया मे अहम होता है महल से ज़्यादा मिट्टी का बसेरा ही दुनिया का मज़बूत सच हर बार होता है
महलों कि शान मे कुछ लोग इतने जुड़ जाते है कि उन्हें महलों के सिवा कुछ नहीं दिखता है वह सिर्फ महल को देखते है उनको मिट्टी का घर नहीं दिखता है
महल के अंदर हर बात अलग एहसास अक्सर है दिखता पर मन के अंदर हर बार महल की उम्मीद का जीवन में जिन्दा रहना होता है
मिट्टी के घर में अलग सोच बसेरा हर बार जीवन में होता है महल के अंदर जीवन में अलग एहसास का हमेशा जिन्दा रहना होता है
महल में सुंदरता है जिसे पाने की चाहत में ही लोगों का अक्सर महल के बारे में सोचना शुरू रहता है मिट्टी का घर भुलाने में ही उनका जीवन बीत जाता है
पर सच समजो तो वह तारीफ नहीं करते महलों की उन्हें भी ताने कसने में बीत जाता है उनका जीना फिर भी मिट्टी के घर से कहाँ जुड़ा होता है उनका हँसना और रोना सिर्फ तानो में होता है 

कविता ३३८. हर आँसू को समज लेना

                                                             हर आँसू को समज लेना
हर आँसू को समज लेना जीवन को शुरुआत देता है उस आँसू के अंदर ही दुनिया का रंग चुपके से रहता है वह आँसू ही तो कई रंग उम्मीदों के संग देता है
उस आँसू के अंदर ही जीवन का रंग दिखाई देता है आँसू जो जीवन को अलग एहसास दे जाता है आँसू मे ही कभी कभी प्रतिबिंब जीवन का आसानी से दिखाई देता है
माना कि आँसू दुःख कि परछाईं होता है पर उसे समज ले तो उस आँसू मे ही सुख दिखाई देता है क्योंकि आँसू ही तो जीवन के अंदर सच्चाई दिखाते रहते है
आँसू ही जीवन के अंदर अलग सोच दे जाते है उस आँसू के ठंडक से जीवन को आग बुझाने कि कोशिश वह करते रहते है आँसू ही तो जीवन को अलग रंग दे जाते है
आँसू जो मन को दर्द दे जाते है उन्हें समज ले तो वही जीने कि बजह बन जाते है आँसुओं के अंदर ही क़िस्से अलग दिख जाते है आँसू जो हमे जीवन दे उम्मीदें भी दे जाते है
आँसू ही शुरुआत है जीवन कि वह जीवन को अलग सोच या फिर अलग असर दे जाते है जो जीवन को आँसू मे परखे वही जीवन कि अहमियत समज पाते है
जो आँसू के अंदर जीवन को देखकर उसका मतलब अलग ढंग से लोगों को समज लेते है वह आँसू दूसरों कि आँखों से बहने कि बजह बन जाते है
हर आँसू अपने ग़म मे बहना सही नहीं है दोस्तों कभी कभी आँसू दूसरों के गम मे भी बहाने है उस से आँसू जीवन को मतलब दे जाते है उन आँसुओं को बहाने से जीवन बन जाते है
आँसू के अंदर ही हम जीवन कि उम्मीदें देख लेते है आँसू ही तो हमे आगे ले जाते है जब वह दूसरों के लिए बहते है तो वह इन्सानियत दिखा जाते है आँसू हमे आगे ले जाते है
आँसू ही तो हमारी उम्मीद कहलाते है आँसू ही तो हमे कभी कभी बताते है कि इन्सान है हम दूसरों कि परवाह करते है कभी कभी दूसरों को अपने से आगे रखते है

Tuesday 24 November 2015

कविता ३३७. आँसू को पोछना

                                                           आँसू  को पोछना
जब जब हमने जस्बाद को समजा दिल की हर आवाज को अलग तरीके से समजा उस आवाज में ही हमने अपने एहसास को समजा चाहे लोग जीत को कितना ही चाहे हमने खुद को सच्चाई के लिए हार को गले लगाते देखा
जीवन की हर धारा को मजधार पर आते देखा क्योंकि हम जीवन को समज नहीं पाये आसानी से क्योंकि लोग ने जब जीत को चाहा हमने अपने आपको हार के साथ खड़ा देखा
क्योंकि जीत में तो हर बार काफी साथी दिखते है उनसे हम दूर ही रहते है अक्सर वह लोग हमारा इन्तज़ार नहीं करते है पर उन लोग पर गुस्सा करने से अच्छा है उनसे दूर ही रहना यह हमने है देखा
अक्सर लोग जीत के लिए साथ चाहते है पहले लगता था यह गलत है पर अब लगता है यह बात भी सही है क्योंकि जो जीत के लिए बने उस दोस्ती को हर बार हमने टूटते है देखा
पर अफ़सोस क्या उसके जाने का जिसके साथ सिर्फ दो दिन गुजरे हो अगर जीत के लिए कोई दोस्त बना है तो बेहतर तो उसका जीतकर जीवन से जाना होता है यह हमने है देखा
जीवन की हर धारा को हमने अलग सोच से देखा है जिसमे जीत का ही सिर्फ लेखाजोखा है उसे बुरा मानने से हमने उसे अपनाने में ही अक्कलमंदी को है देखा
जीवन की हर धारा में हर बार हमने अलग एहसास है देखा पर एक बात तो सच है किसी को जीताने का मजा कुछ अलग ही होता है यह हमने है देखा
सिर्फ इसीलिए कभी कभी जीवन में प्यारा लगता है रोते हुए के आँसू पोछ लेना हमने अक्सर देखा है तब मन को है लगता हमने अपने आँसू को किसीको पोछते हुए है देखा
मन की उस तस्सली को हमने अक्सर जीवन को पूरा करते हुए है देखा तो जीतनेवाले का आगे जाना एक मौका लगता है क्योंकि उसके बाद नये कसौटी को मिलते हुए हमने है देखा
पर हर बार जीतनेवाले के एहसास से ज्यादा गलत को हराने का सुख हमने है देखा कभी कभी अपने पुराने आँसू पोछने के लिए हमने अपने आपको दूसरे के आँसू पोछते हुए है देखा 

कविता ३३६. अँधेरा और उजाला

                                        अँधेरा और उजाला
दीप जो अँधियारों मे उजाला दे जाते है वही जीवन मे अलगसा एहसास दे जाते है जीवन को परख लो उसमें उम्मीदें हम पाते है जब नन्हासा दीपक अँधेरा चीर जाता है
उसे उसकी जंग ना समजो क्योंकि चुपके से वह अँधियारे को समझाता है छोटेसे है हमे जगह दे दो आप के मदत से उपकार बड़ा लगता है और अँधियारा भी समज लेता है
आख़िर वह दीप ही तो उसे सुनहरा बनाकर जाता है अँधेरा भी अपने भले का सोचकर पीछे हट जाता है और दोनों के नसीब मे सुंदर रात का एक प्यारा मंजर आता है
दीपक जब प्यार से कुछ बताता है अँधेरा उसे बिना मगरुरी के जीवन मे सुन लेता है इसीलिए तो हमारे जीवन का अँधेरा रातों को भी हट जाता है
पर जो अँधेरा कर जाता है वही इन्सान जीवन मे कहाँ उजियाला कर पाता है वह सिर्फ़ अपनी सोच से आगे बढ़ता जाता है दूसरों से ज़्यादा अपनी ताकद पर भरोसा कर जाता है
अँधेरे से जीवन जब भर जाता है समजदारी से अँधेरा उस रात को बेहतर बनाता है रात से डरने कि जगह इन्सान मुस्कुराता है क्योंकि अँधेरा खुद से ज़्यादा दूसरों कि सोचता है
उस छोटेसे दीपक को भी अपने बराबर का समज लेता है अँधेरा ही अपनी जीत से ज़्यादा दूसरों कि मुस्कान को समज लेता है इसीलिए उस दीपक के कहे पर वह पीछे हटता है
बाद मे वह उजियाला उसके मन को कुछ इस कदर भाता है उसे लगने लगता है वह दिन से उसे बेहतर बनाता है छोटे छोटे से दीपों से लेकर बड़े दियों तक सबसे वह दोस्ती करता जाता है
रात को हर पल बेहतर बनाता है अपने ताकद कि अँधेरा ख़ुशियाँ बाँटता जाता है वह अपना डर भगाता है बेहतर कह लाता है तो अँधेरा जब अच्छाई से पेश आता है बेहतर बन जाता है
छोटेसे दीपक कि मदत से अँधेरा बेहतर बन जाता है तो कमज़ोर सही पर एक दीपक अँधेरे को उजाले से भी सुंदर बनाता है जो कमज़ोर कि दुआ पाता है वही जीवन का असली उजियाला कह लाता है

Monday 23 November 2015

कविता ३३५. मुश्किल और जीवन

                                                           मुश्किल और जीवन
जब रास्ता हमें मुश्किल दिखता है मन अक्सर कोई ऐसा ख्वाब भी देख लेता है जो हमें उम्मीदे दिखाता है उस रस्ते पर अलग अलग चीजों का होना होता है
पर हमे मुश्किल से ही जीवन मिलता है तो क्यूँ कतराये उन रास्तों से जिनमे मुश्किल का होना होता है हर मोड़ पर जब हम राह को समज लेते है
जिसमे मुश्किल के अंदर अलग एहसास होता है जो जीवन को नई सोच देता है मुश्किल को समज लेना अहम होता है क्योंकि वह जीवन का हिस्सा होता है
रास्तों पे मुश्किलें तो आती रहती है जो जीवन को अलग सोच देती जाती है मुश्किलों से ही तो जीवन बनता है तो क्या कतरना होता है
जीवन के कई मुश्किलों का अलग एहसास होता है जो हम मुश्किल से पाते है उसे मुश्किलों से ही तो संभाल लेना हर बार होता है
मुश्किल तो आती जाती रहती है पर जीवन में आसान तरीका भी तो मिलता है मेहनत करना सीख लेते है तो जीवन प्यारा होता है
उन रास्तों पर अलग एहसास हर बार जिन्दा होता है जो जीवन को समज लेना जरुरी होता है मुश्किल ही तो सुलझती है तो जीवन प्यारा होता है
मुश्किलों को समज लेना हर बार जरूरी होता है क्योंकि मुश्किल को सुलझना जरुरी होता है मुश्किल तो जीवन का सच उससे क्या डरना उसके अंदर ही जीना होता है
जीवन को हर पल समज लेना हर बार जरुरी होता है मुश्किल के अंदर रास्तों का अलग मतलब पैदा होता है मुश्किल में ही तो सही रास्ता होता है
हर बार जीवन को समज लेना जरुरी होता है मुश्किल से ही तो उसे समज पाते है उसके अंदर कई तरह के सही रास्ते ढूँढ़ लेते है 

कविता ३३४. गलत के खिलाफ कहना

                                                           गलत के खिलाफ कहना
चाहते है जो जीवन मे उसे समज कहाँ हम पाते है जो दिखता है उसके आगे पीछे ही घूमते रह जाते है जीवन कि हर सोच को हम हर बार परख लेना चाहते है
पर फिर भी कई बार मन को मार कर दूसरों कि कही दोहराते है जीवन मे कई बार यह गलती भी कर जाते है साथ नहीं देते ग़लत का पर जीवन मे चुप रह जाते है
कभी कभी ग़लत को ग़लत ना कहना जीवन मे अलग एहसास दिखाता है उसे ग़लत का साथी समज लिया जाता है उस पल मजबूर लब्जों को खोलना ही सही होता है
थोड़ासा नुकसान उठा लो जीवन भर रोने से वही बेहतर होता है ग़लत को समज लेने से ही सही कि शुरुआत होती है ग़लत पर चुप रहना माना कि कुछ पल कि मजबूरी होती है
पर मन से सोचे तो वह जंग ज़रूरी होती है कुछ पल चुप भी रह जाये तो भी जीवन की सच्चाई हमे आगे तो कहनी होती है कुछ पल के बाद तो उलझन सुलझ जाती है
जीवन कि हर धारा मे नई उम्मीद होती है जो हमे हर पल आगे ले जाती है जीवन मे जब मुश्किल हट जाये तो सच्चाई को समज लेने कि ज़रूरत होती है
ग़लत के ख़िलाफ़ जाने कि अहमियत होती है जो सिर्फ़ ग़लत पर चुप रह जाये उस से क्या उम्मीदें होती है? जो कभी तो आवाज़ उठाए उसकी जीवन मे ज़रूरत होती है
शायद कुछ पल मजबूरीसे दूर रहे सही इन्सान जिन्दगी भर मजबूर नहीं होता है कुछ पल सच से दूर सही जीवन भर दूर नहीं रहता है जो जीवन को समज लेना ज़रूरी होता है
गलत के अंदर अलग सोच का एहसास होता है गलत सोच को बदल लेना जरुरी होता है उसकी खिलाफत करना भी जरुरी होता है
जीवन के अंदर अलग एहसास होता है जो जीवन को अलग सोच देता है गलत सोच को हर पल समज और बदल लेना जरुरी होता है उसके लिए देर से सही गलत के खिलाफ कहना जरुरी होता है 

Sunday 22 November 2015

कविता ३३३. जमीन की जरूरत

                                                                   जमीन की जरूरत
जब ज़मीन पर हम चलते है सोच नईसी आती है जो उस सोच को समज ले दुनिया उनकी हो जाती है ज़मीन को समजे तो एक बात समज मे आती है
ज़मीन तो बस वही रहती है हर बार दुनिया ही बदल जाती है जब हम समज ले ज़मीन  को तो बस वही जिन्दगी आसन नज़र आती है क्योंकि चलने के लिए ज़मीन है तो जिन्दगी भी संभल जाती है
ज़मीन पर हर कदम साँसें ख़ास नज़र आती है क्योंकि कभी हम जीते और कभी हम हारे पर ज़मीन साथ हमेशा रहती है ज़मीन पर ही तो जीवन कि हर कहानी बनती और बिगड़ती है
पर ज़मीन पर मरते दम तक हम रह पाते है हमारी हार पर हमे न ठुकराये यह बात ज़मीन ही करती है गिरने पर सारी दुनिया जब हँसती है ज़मीन ही मज़बूत कदम से खड़ी रहती है
जमीन ही तो हमारी उम्मीद होती है जो हमें जीवन देती है हमें उम्मीद देती है क्योंकि जमीन ही तो हमें मजबूती देती है जमीन पर चलना ही जीवन की जरूरत होती है बाकी चीजे तो आती जाती है
जमीन ही तो सुख और दुःख दोनों में हमारा साथ देती है जमीन ही तो जीवन में रोते हुए इन्सान को मौका देती है जमीन ही जीवन की सबसे बड़ी उम्मीद बनती है
जमीन ही जीवन को सही दिशा देती है जमीन ही जीवन की उम्मीद होती है जो रोने पर हमे सहारा दे वह सोच होती है जमीन में ही तो जरूरत होती है
तो फिर क्यूँ डरे किसी चीज से जब जमीन हमारे पैरो के नीचे होती है जमीन को समज लेना ही जीवन की सही जरूरत होती है वही जीवन को आगे ले जाती है
जमीन अगर हमारे पास हो तो जीवन को उम्मीद होती है जो जीवन के अंदर नई सोच दे जाती है जो जीवन की अहमियत होती है
तो जब जीवन में उम्मीद होती है वह सिर्फ जमीन की बजह से होती है जीवन में उम्मीदे जो रोशनी देती है वह उस जमीन से जिन्दा होती है
तो किसी और चीज के बारे में हम क्यूँ सोचे जब तक हमारे पैरो तले जमीन होती है जो जीवन को हर बार अलग उम्मीद देती है 

कविता ३३२. संगीत में शुरुआत

                                                             संगीत में शुरुआत
जो जीवन को समजे वह संगीत अलग होता है उस संगीत में अलग मोड़ दिखते है जो जीवन में हर बार जीने होते है  वह संगीत सिर्फ संगीत नहीं होता है
उस में जीवन होता है संगीत के अंदर अलग मतलब होता है जो हर लब्जों के अंदर नया एहसास देता है संगीत सिर्फ गीत नहीं होता है वह जीवन का राज बताता है
संगीत के हर पंक्ती में जीवन का अलग किनारा दिखता है जीवन के अंदर अलग सोच का एहसास होता है जीवन के साथ अलग सोच होती है
जो हर बार पंक्ती कुछ अलग बताती है जीवन का कुछ एहसास बताती है उन पंक्तीयों से ही जीवन के अलग अलग किनारे जो उस संगीत में होते है
संगीत में ही नई सोच की बात हर बार दिखती है संगीत में ही जो हमने कुछ ऐसी बात सुनी है जो जीवन को नई चीजे दिखाती है
जीवन में संगीत का एहसास जो नई चीजे दिखाता है जो हमने सोची थी ना समजी थी बस संगीत से ही जीवन को सीखाती है
कभी कभी संगीत से ही तो दुनिया प्यारी लगाती है पर कभी कभी उससे ही वह डरावनी लगती है पर हम एक जीवन में समज नही पाते है
की दुनिया सिर्फ संगीत नहीं होती संगीत हमें दरवाजा दिखाते है उससे आगे चलने की हमसे उम्मीद होती है जीवन को समज लेने की उम्मीद होती है
जीवन की बाजी पंक्ती नहीं होती है वह एक दरवाजा होती है जो जीवन में उम्मीद देता है संगीत के अंदर हर बार शुरुआत होती है
संगीत के अंदर अलग सोच होती है जिसमे हर बार जीवन की उम्मीद होती है पंक्ती से ही जीवन की शुरुआत होती है संगीत में अलग सोच की सिर्फ शुरुआत होती है


Saturday 21 November 2015

कविता ३३१. बिन कहे समज लेना

                                                               बिन कहे समज लेना
कुछ कहना मुश्किल होता है पर कुछ लोग ऐसे होते है कि वह बिना कहे ही समज जाते है क्योंकि समजने से भी ज्यादा वह मन से काम लेते है
उन्हें बिना कहे ही लोगों का कहना समज में आता है जो अपने लिए अच्छा चाहे वह बस सही ही करता है उस इन्सान को समजने की क्या जरूरत जो सिर्फ भला ही चाहता है
हम भी तो वही चाहते है जो हमारे लिए सही होता है जीवन की हर सोच को परख लेना हर बार जरुरी होता है पर जो हमारा भला चाहे उनकी बात का सही नतीजा होता है
जीवन में हर बार हमें सही की ही तो तलाश होती है यही तो जीवन का अलग नतीजा होता है हर बात में सही चीजों का समज लेना जरूरी होता है
जीवन में हमें तो सही की खोज होती है जिसे समज लेना हर बार अहम होता है जीवन के अंदर हर बार सोच को समज लेना जीवन को मतलब देता है
हमें समज में नहीं आती वह बाते जिनमें जीवन सही होता है तो कोई परखे हमारे लिए तो क्या गुनाह होता है जीवन का हर रंग बदला हुआ होता है
जीवन के अंदर हर सोच का अलग असर सा होता है पर सही सोच का जीवन पर हमेशा सही असर होता है जिसे समज लेना जरुरी होता है
जीवन के हर सोच के अंदर मतलब अलग होता है सही सोच से ही जीवन का मतलब सही होता है तो कभी कभी मन से भी ज्यादा दुसरे की सोच का सही असर होता है
जीवन को सही तरीके से जीना हर बार अहम होता है अगर कोई हमें सही राह दे तो वह अपनी सोच से भी बेहतर लगता है
क्योंकि कभी कभी कुछ इन्सान हम से भी ज्यादा हमारे मन को आसानी से समज लेता है तो उसी इन्सान की सलाह मन को सही लगती है 

कविता ३३०. माटी का घर

                                            माटी का घर
जब जब माटी को छू लेते है हर बार याद हमे बचपन कि आती है तब नहीं डरते थे किसी बीमारी से उस माटी मे कूदते थे गीली माटी को उठा उठा कर माटी के घर बनते थे
कल टूट जायेंगे इस सोच से कभी थोड़ासा डरते थे तो बूढ़ी काकी से कहकर ख़याल रखो उनका हम आगे बढ़ जाया करते थे क्या तब वह मेहनत नहीं थी
ना जी मेहनत तो खूब थी क्योंकि धूप मे साथियों संग घंटों बैठ कर उन्हें बनाया करते थे सर पे कोई हात घुमाये तो हात जले ऐसे सर धूप मे गरम हो जाया करते थे
माँ कि कितनी पुकार पर भी हम कहा वापस जाया करते थे हर बार अपने पसीने से माटी को भीगो लिया करते थे और फिर भी मुस्कुरा लिया करते थे
तब कहाँ परवाह थी किसी ओर चीज़ कि बस वह घर बनाया करते थे चाहे सारे साथी क्यूँ ना गुम हो जाए जब माँ मनाने ना आये हम तो बस वह गुड़िया और वह घर बनाया ही करते थे
तब एक अलग जिद्द थी जिसमें हम जिया करते थे पर कभी कभी लगता है हम आजकल फिर से मन मे उस जिद्द को ही ढूँढ़ा करते है जो फिकर नहीं करती थी क्या होगा हमारा इनाम बस काम किया करती थी
चाहे हम कितना भी सोचे वह घर जीवन को मुस्कान दिलाया करते है बिन सोचे ही हम जी लेते है उस सोच को जिसे हम जीना चाहते है बिन हार जीत को सोचे फिर से हम जीना चाहते है
फिर से पुरानी बातों को समज लेना चाहते है उन बातों मे ही जीवन को हर कदम जीना चाहते है उस सोच को समजे तो बस ख़ुशियों मे जीना चाहते है उस ओर जाना चाहते है
जिसमें प्यार के अलावा कोई हमे रोक ना सके हम समजे जीवन को अपने मन से माटी से ही हम अलग अलग घर बनाते थे तब अक्सर अगले दिन ही वह टूट जाते थे
फिर भी उन घरों को हम बनाते थे पर आजकल जाने क्यूँ हम कतराते है हार के डर से जीत को पीछे छोड़े जाते है पर अब हमने सोचा है फिर वह जिद्द हम चाहते है इस बार माटी के घर को बनाकर खुद संभालना चाहते है

Friday 20 November 2015

कविता ३२९. हर मोड़ अलगसा

                                         हर मोड़ अलगसा
जब जब जीवन को समजा हर मोड़ अलगसा लगा है जीवन कि धारा को हमने जीवन मे हर बार समजा है जब मोड़ अलग दिखता है जीवन उसे अलग तरीक़े से ही परख पाता है
जीवन के हर मोड़ पर हमने नया जीवन देखा है उसे चाहे या ना चाहे उसे परखना सीखा है मोड़ के अंदर अलग चीज़ें होती है मोड़ मे उसे जीना हर बार कुछ अलग ही पड़ता है
मोड़ के अंदर अलग सोच को जो जिन्दा रखता है मोड़ मे समजना ज़रूरी होता है मोड़ मे जीवन का मतलब समज लेना अहम होता है मोड़ जिस पर जीवन आगे आता है
उस मोड़ को समज लेना जीवन को मक़सद देता है क्योंकि मोड़ पर जीवन जिन्दा रहता है मोड़ पर ही दुनिया का नया बसेरा दिखता है मोड़ जो जीवन को बनाता है
वही तो जीवन को जिन्दगी दे जाता है मोड़ पर जीवन जो जिन्दा रह जाता है वह मोड़ के अंदर दुनिया जो जिन्दा रहती है उसे समज लेना जीवन कि ज़रूरत होती है
मोड़ तो दुनिया को मतलब दे जाते है हर बार उनकी जीवन मे ज़रूरत होती है जिस मोड़ पर हर बार दुनिया जिन्दा होती है उस हर मोड़ तक पहुँचे यही हर बार जीवन कि ज़रूरत होती है
मोड़ ही जीवन को समज देते है पर हम हर मोड़ पर नहीं पहुँच सकते यह लोग कहाँ समज पाते है वह हम से हर मोड़ पर होने कि उम्मीदें रखते है हमे कहाँ समजते है
उन लोगों कि अगर हम परवाह करते है तो जीवन मे एक भी कदम कहाँ जी पाते है हम अगर कुछ करे तो बस इतना हो कि हम जीवन मे तसल्ली से आगे बढ़ते है
हर मोड़ पर जीवन के हर दिशा को हम हर बार समज लेते है उसे हमारे जीवन का हिस्सा समज कर परख लेते है मोड़ पर ही हम अपना जीवन जीते रहते है
पर सारे मोड़ हमारे नहीं होते पर क्यूँ अफ़सोस करे हम जब जीवन के जो मोड़ हमारे होते है वही हमारे लिए काफ़ी होते है हम उन्हें क्यूँ कम समजे सिर्फ़ इसलिए क्योंकि लोग हमे बताते है

कविता ३२८. आहट सुनना

                                                आहट सुनना
हर बार जब कोई नयी आहट सुनते है कभी कभी देखा करते है तो कभी अनदेखा करते है जीवन के हर मोड़ पर अलग सोच रखते है जो जीवन को अनदेखा कर के भी आहट देती है
जब जब हम अपने बचपन मे हर आहट को समज लेने कि कोशिश मे होते है पर बड़े होने पर जाने क्यूँ हम उस आहट को ना समज पाते है हम उस आहट को अनदेखा कर जाते है
हर आहट को बचपन मे ही हम अलग अलग रंग मे बदलते है उस बचपन मे भी हमारे छोटे पाँव चलते रहते है जीवन को हर बारी हम समज लेना चाहते है वह छोटे पाँव भी आहट कि और दौड़ लगाते है
पर आहट के अंदर अलग एहसास हम रखते है बचपन के अंदर हम जीवन रखते है जीवन को परख लेना ज़रूरी समज लेते है उस दौड़ को समज लेने कि ज़रूरत रखते है
बचपन के अंदर जीवन कि नई सोच जिसे हम हर बार भूलाते है आहट के अंदर एहसास को समज लेने कि कोशिश रखते है वही तो जीवन को अलग तरीक़े से समज लेते है
बचपन मे जैसे अलग आहट रखती हूँ जिसे परख लेने कि कोशिश को हर बार समज लेती हूँ पर आगे जब हम बढ़ जाते है अक्सर जीवन को समज लेते है
आहट के अंदर ही जीवन कि ताकद होती है जो जीवन को हर बार मतलब देती है यह बात जाने क्यूँ हम भूल जाते है जीवन को हर बार अलग रंग मे समज लेते है
जाने क्यूँ आगे बढ़ने से हम सोच को समज नहीं पाते है बचपन को समज लेने कि कोशिश मे ही हम आगे बढ़ते है पर आगे बढ़ने कि चाहत मे हम भूल जाते है
कि छोटीसी आहट मे ही तो दुनिया होती है तभी दुनिया बनती है जब हम आहट को समज लेते है छोटे पाँवों को जो आया उसे समज लेनेकी ताकद होती है बड़े पाँव को दिक्कत होती है क्यूँ
जब छोटे पाँव कर जाते है तो बड़े पाँवों को भी ताकद होती है अगर उसे समजे तो जीवन मे हर बार ख़ुशियाँ होती है जो जीवन को नई राहे दिखाती है वह मासूम आहट होती है


Thursday 19 November 2015

कविता ३२७. पेड़ों पर लगे पत्ते

                                                                पेड़ों पर लगे पत्ते
हर पेड़ों पर पत्ते जो हिलते रहते है उनकी आवाज़ को हम हर दम समज लेते है पत्ते जब एक दुजे से टकरा जाते है उनकी आवाज़ को देखकर लगता है
काश इतने सीधे ही दुनिया के झगड़े हो जो जीवन कि एक धारा तक चलते हो जो दुनिया को एक मोड़ तक लेकर जाते हो पर किसी कि दुनिया को बर्बाद करने से पहले रुक जाते हो
पर गोर से देखो तो उस आवाज़ के अंदर अलग आहट होती है जो जीवन को दिखाती है हर सोच के अंदर अलग प्यास होती है पत्तों को ध्यान से देखो तो पता चलता है
कभी कभी कमजोर पत्ता जीवन में गिर पड़ता है उस जंग में कमजोरी से ही पता चलता है की पत्ता हर पल कमजोर होता है जो टूट कर जमीन पर गिरता है
पत्तों के अंदर अलग एहसास छुपा हुआ होता है जो जीवन में टकराने से भी बर्बादी की बजह बनता है पत्तों के अंदर ही तो वह सोच लिखी होती है
जो दिखती है की कमजोर को ही हर बार जीवन में नई सोच मिल जाती है शायद जब हम कमजोर बनते है तो ही हमारे झगडे इतने बड़े बनते है
क्योकि अक्सर दोनों ओर से अलग एहसास होता है पत्तों के बीच में अलग सोच का विश्वास होता है हर चीज के अंदर अलग तकरार होती है
पत्तों को देखे तो हर बार समज में आता है कमजोर इन्सान ही जंग में आगे बढ़ने देता है क्योंकि मजबूत पत्तों का टकराना हर बार कम ही नज़र आता है
पुराने पत्ते जीवन पर हर बार असर करते है धूल के अंदर भी कभी जिन्दा रह जाते है पर जो पत्ते टकराते रहते है उनकी उमर अक्सर कम होती है
तो शायद पत्तों से सीख लो की लड़ने की हर बार जरूरत नहीं होती है कभी कभी जंग को अनदेखा कर दो तो ही सही किस्मत होती है 

कविता ३२६. ग़लत से सही तक

                                                  ग़लत से सही तक
कुछ बात जीवन मे ऐसी भी हो जाती है जो जीवन को मतलब कुछ अलग दिखाती है कतराते रहते है हर बार हमे जीवन मे सोच अलग दिख जाती है
जीवन कि हर राह पर एहसास अलग दे जाती है जीवन तो एक सोच है बदल ना उसकी फिदरत नहीं ज़रूरत है वह शुरुआत हर बार जीवन को नया एहसास दे जाती है
कुछ बातें जो ग़लत राह से शुरू हो जाती है वह सही राह तक कहाँ आ पाती है जीवन कि हर राह मे आदत अलग दिख जाती है जो जीवन को उम्मीदें देती है
राह अलग हर बार दिखाती है उस राह पर जिस पर चलना जीवन कि ज़रूरत होती है उस राह का बदलाव भी जीवन कि अहम ज़रूरत हर बार नज़र आती है
जीवन कि राहें परख लेना हमेशा ज़रूरत होती है राह तो हर बार अलग असर कर जाती है राह पर चलना हर बार जीवन को अलग सोच दे जाता है
जीवन अलग अलग राहों से ही खूबसूरत नज़र आता है जीवन कि हर राह समज लेनी ज़रूरी होती है बदलाव मे भी जीवन कि अहम ज़रूरत हर बार नज़र आती है
जीवन को परख लेना हर बार अहम होता है जीवन कि मोड़ को समज लेना ज़रूरी होता है अलग राह जीवन हर बार बना लेता है उसमें कई बार पुरानी बातों कि क़ुर्बानी देता है
पर जीवन मे जीत तो वही पाता है जो नई पुरानी बातें साथ मे ले जाता है जीवन कि धारा को अलग रूप मे परख लेता है जीवन के अंदर एहसास अलग होता है
जीवन को बदलो तो पुरानी बात भी सही कर के ही तो जिन्दगी जिया करते है जो चीज़ें सही होती है उन्हें समज लिया करते है जीवन कि धारा को सही किया करते है
बात को परख लेना जीवन कि ज़रूरत होती है जीवन मे बात कभी सही तो कभी ग़लत भी होती है जीवन मे ग़लत से सही तक सिर्फ़ बदलाव कि ज़रूरत होती है चीज़ें नहीं सबसे पहले सोच बदल लेनी पड़ती है

Wednesday 18 November 2015

कविता ३२५. किरणों के अंदर की ताकद

                                                          किरणों के अंदर की ताकद
किरणों के अंदर सूरज ताकद रखता है जो जीवन के हर रंग को हर बार परख लेता है किरणों के आने से चीज़ों का रंग बदलता है हमे लगता है कि उनसे चीज़ का रंग हमे समज जाता है
किरणों के अंदर कि ताकद उन चीज़ों को बरबाद करती है जिनमे जिन्दा रहने कि ताकद होती है उन्हें वह किरणें मार देती है पर हमे उन चीज़ कि एहमियत नहीं सिर्फ़ किरणों कि ताकद समजती है
वही इन्सानों कि कमज़ोरी होती है वह चीज़ों से ज्यादा ताकद को अहम समज लेती है वही सोच जो दुनिया को मतलब दे जाती है चीजों के अंदर अलग सोच होती है
चीजों के अंदर अहम सोच तो वह होती है चीजे अलग अलग असर कर जाती है पर अगर हमारी नज़र में ताकद ही जरुरी होती है जो जीवन पर असर कर जाती है
किरणों के अंदर जो तरीके होते है उनमे ताकद होती है सूरज की ताकद से चीजे बरबाद होती है पर हम नहीं समज पाते की हमारे लिए चीजे जरुरी होती है क्योंकि वह चीजे अहम होती है
सूरज के हर किरण से रोशनी नहीं होती है कुछ किरणे हमें बरबाद भी करती है इन्सान की एक आदत होती है एक बार किसी चीज को चाहे तो बस उसी में उसे ताकद दिखती है
जब किरणे हमें नुकसान देती है फिर भी उनकी जीवन में जरूरत होती है किरणों के अंदर दुनिया जिन्दा होती है जिसे समज लेना जरुरी होता है
किरणों की आग जो जीवन को अलग तरीके का असर दे जाती है  वह हमारी चीजों को बरबाद कर जाती है क्योंकि जीवन के अंदर अलग असर कर जाती है
किरणों की अंदर आग जो जीवन पर अलग असर कर जाती है चीज तो जीवन को कई अच्छे असर दे जाती है जो जीवन को रोशनी दे जाते है
चीजें किरणों से अहम हर बार होती है चीजें जो खराब होती है उन चीजों से ही जीवन बनता है तो उन चीजों को परख लेना जरुरी होता है तो किरणों से उन्हें बचाओ क्योंकि उनके सहारे ही हमको जीना है

कविता ३२४. कोयल कि मधुर आवाज़

                                           कोयल कि मधुर आवाज़
कुछ असर तो अलगसा हम पर हो जाता है जब सुबह कोयल कि मधुर आवाज़ उठा लेती है गाडींयों कि रफ्तार भी उसे रोक नहीं पाती है जीवन कि गाड़ी जब आगे बढ़ जाती है
उस कोयल कि आवाज़ ही उसे रोक पाती है कितनी मधुर होती है जीवन मे अमृत के रस का आभास दिलाती है हर स्वर मे उसके मंदिर कि घंटा सुनाई पड़ती है
बस उस मे ही ईश्वर कि मूरत दिख जाती है मन पूछता है फिर हमको क्यूँ उसकी मूरत छूती जाती है जब सिर्फ़ कोयल के मधुर आवाज़ से वह जिन्दा हो पाती है
बार बार उस कोयल को सुनने कि चाह सताती है उसे छूनेकी चाहत मे हम खिड़की तक दौड जाते है ना कोई परवाह होती है बस दिल दौड़ के ले जाता है
कोयल तो अपना अलग संगीत सुनाती है जो जीवन को परख लेने का मतलब दे जाते है मासूमसी उस आवाज़ को हर पल समज लेना कि चाहत हर बार दिल को होती है
जो अपने मधुरता कि एक अलग रोशनी देती है वह कोयल जीवन मे नई सोच देती है जो जीवन कि अच्छाई और सच्चाई को हर बार जिन्दा कर जाती है
सबकुछ भूलकर कोयल को सुनने कि सुबह कि वह चाहत हमे ख़ुशियाँ देती है कोयल के मासूम आवाज़ मे हमारी दुनिया देती है कोयल की मधुर आवाज़ मे जीवन वह हर बार दे जाती है
पेड़ के पास नहीं जा सकते है पर उन परिंदों को आवाज़ से ही पकड़ लेते है उन मधुर साज़ कि ताकद से दुनिया को हर बार परख लेते है परिंदों को समज लेने से ही हम जीवन को समजते है
वह आवाज़ जो जीवन को नया एहसास देती है मधुर आवाज़ जो जीवन को अलग समज का एहसास देती है वही तो उस कोयल कि पुकार होती है
कोयल के आवाज़ मे मधुरता कि जन्नत धरती पर मिलती है उसे सिर्फ़ सुन ले तो ही ख़ुशियाँ मिलती है क्योंकि कोयल कि मधुर आवाज़ ही हमारी सुबह बदल देती है

Tuesday 17 November 2015

कविता ३२३. दुसरे का मन

                                                               दुसरे का मन
जब लोग समज लेना चाहे तो बात पल भर में समज जाती है शायद समज लेने की चाहत ही दुनिया में कम पड़ जाती है
अगर तूफ़ान से निकल जाओ तो जिन्दगी आसान बन जाती है पर तूफ़ान में से निकल लेना ही जीवन की सब से बड़ी उलझन होती है दूसरे को समज लेना उस पार करने कि इजाज़त होती है
हम ज़रूर समज पाते दूसरे के मन को जो जीवन मे उसकी मेहनत करते है वह कभी ना कभी तो दिल को समज ही लेते है जो उसे परख लेना जरुरी समज लेते है
जब लोग दुसरे के दिल को समज लेने की कोशिश करते है जीवन में नई सोच जिसे जीवन को दिल का मतलब देता है सोच मन को ख़ुशी देती है
अलग सोच जो जीवन की नई शुरुआत होती है क्योंकि सोच जो जीवन को एहसास देती है हमें जीवन को समज लेना है मन को सोच हर बार सही होती है
जीवन में अलग सोच का एहसास हर बार सोच को समज लेना अलग एहसास होता है मन को समजना हर बार मुश्किल होता है
पर जीवन के अंदर ख़याल हमारे मन को सही सोच देते है जीवन की धारा नई सोच देते है जीवन के अंदर सोच होती है जो जीवन में उम्मीद देती है
दुसरे दिल के अंदर सही सोच जीवन को अलग असर हर बार जीवन को नया एहसास होता है उस सोच में सही सोच का एहसास होता है
दुसरे के दिल के अंदर अलग उम्मीद हर बार होती है अलग उसे समजे तो ही जीवन में उजाला हर बार होता है जो जीवन को रोशनी देता है
दिल के अंदर दुसरे के अलग एहसास देता है जो जीवन को हर बार रोशनी और खुशियाँ हर बार देता है नया एहसास हर बार आगे ले जाये यह एहसास दुसरे के मन से समज जाता है

कविता ३२२. कहना और करना

                                                             कहना और करना
कहना तो आसान होता है पर जो कर गुजर जाता है वही तो जीवन को समज लेता है जीवन की हर धारा को समज लेना जरुरी होता है
क्योंकि कौन सिर्फ कहता है और कौन कर गुजरता है जो जीवन को मतलब देता है पर हम कहाँ समज पाते है कौन करता है और कौन नहीं कर पाता है
कहना और सोचना दोनों आसान चीजे होती है जीवन में जो नई सोच दे जाती है कहना तो आसान होता है जो करने से अलग असर कर जाता है
करने में ही जीवन को नई सोच जो दुनिया पर अलग असर कर जाती है कहना तो आसान होता है करनेवाले में ही ताकद होती है
जीवन के अंदर अलग सोच जिन्दा होती है जो जीवन के अंदर अलग एहसास देती है कहते रहते है हम हर बात पर जीवन की धारा हर बार अलग बहती है
कहना तो आसान होता है करने में ही जीवन की सबसे बड़ी मुश्किल होती है जो कर गुजरे उस में ही वह साँस होती है जो जीवन को अलग एहसास देती है
कहना और करना जीवन में अलग सोच देता है जो करना तो जीवन के अंदर अलग सोच जो जिन्दा कर जाती है करना ही जीवन में नई सोच होती है
करने से जीवन में अलग सच्चाई पैदा होती है कहने से ही जीवन के अंदर अच्छा एहसास मिलता है करना ही जीवन में अलग मोड़ देता है
करने से ही जीवन में साँस आती है जीते या ना जीते उस से फर्क नहीं पड़ता है सिर्फ करने से ही नई सोच मिलती है वह खुशियाँ देती है
करने को समज लेते है जीवन को नई सोच जिन्दा करती है जो जीवन को हर बार समज लेना ही तो जीवन की सही जरूरत होती है

Monday 16 November 2015

कविता ३२१. हँसी कि ताकद

                                          हँसी कि ताकद
कुछ बातों से जीवन मे कुछ ऐसी हँसी आती है जिसे समज लेने से दुनिया बदल जाती है हँसी तो जीवन को एहसास नया दे जाती है उसे समज लेने से जीवन कि गाड़ी अलग पटरी मे चलने लग जाती है
हँसी तो जीवन कि ताकद बन जाती है वह हर जीवन को अलग रोशनी दे जाती है हँसी जीवन कि वह सोच है जिसमें दुनिया जिन्दा हो जाती है हँसी तो ऐसी चीज़ है जो पकड़ मे नहीं आती है
अक्सर आँखों मे चुपके से आती है और हम रोके उस के पहले होठों पर छा जाती है हँसी को रोके यह हमारे क़ाबू मे नहीं होता है वह जीवन को तूफ़ान कि तरह अपने साथ ले जाती है
हँसी मे ही तो जीवन कि सबसे बड़ी ताकद होती है जो दुनिया को हर मोड़ पर बदल देती है क्योंकि वह हँसी ही दुनिया को मतलब दे जाती है क्योंकि हँसी ही जीवन कि पूँजी होती है
हँसी तो जीवन कि पुकार होती है हँसी ही जीवन का सबसे ख़ास तोहफ़ा होती है जो जीवन कि शुरुआत देती है हँसी ही तो जीवन कि रफ्तार होती है जो जीवन को नई सुबह दिखाती है
क्योंकि हँसी के अंदर अलग ख़ुशियों कि शुरुआत होती है हँसी तो जीवन को हर बार ख़ुशियाँ देती है जो जीवन के हर सही मोड़ कि बजह बनती रहती है
हँसी तो हर बारी जीवन को नई मोड़ कि शुरुआत देती है हँसी ही होती है जो जीवन मे ख़ुशियों कि पेहचान बनती है वह छुपती नहीं जीवन का आइना बन जाती है
हँसी से ही जीवन का मतलब हर बार बनता है जो जीवन को कई बार आगे बढ़ाने कि बजह बन जाता है हम सबकुछ छुपा लेते है पर हँसी कि पेहचान को समज लेने अलग अंजाम दे जाता है
हँसी तो जीवन कि सच्ची पेहचान बन जाता है क्योंकि हँसी तो दिल का सच्चा अरमान दिखा जाती है हँसी तो वह तूफ़ान है जो जीवन को ऐसे हिलाती है
कि जीवन कि गाड़ी अगर सही पटरी से हिल चुकी हो तो भी वह उसे सही पटरी पर लाती है जीवन मे हर बार अलग अलग पटरी से एक ख़ुशियों कि पटरी पर हर बार लाती है

कविता ३२०. वक्त

                                                वक्त
बारिश के पानी मे जब खेले थे वो वक्त भी प्यारा था अब पानी से बचते है यह वक्त भी प्यारा है जीवन सुख दुःख का एक खेल है जो हर पल प्यारा है
जिसे समज लेने मे ही जीवन का गुज़ारा है जीवन के हर खेल को हँसकर जिसने गुज़ारा है वही तो जीवन को परख पाया वही जीवन का सही सहारा है
वक्त बदलता है पर उसके संग कब बदले कब ना बदले यह तो हमे तय  करना है वक्त के संग कभी अच्छाई कि निशानी और कभी गुनाह हर बार बनती है
वक्त को समज लेना जीवन कि ज़रूरत होती है वक्त ही जीवन को अलग तरीक़े से समज लेता है हर बार वक्त जीवन को सही सोच दे जाता है वक्त हमे समज लेता है
वक्त के अंदर अलग ख़यालों का कुछ तो असर हर बार होता है वक्त तो हर बार जीवन को अलग रंग देता है वक्त को जीवन मे हर बार अलग असर करना है
पर जो सोच जीवन पर असर कर जाती है वक्त तो जीवन पर अलग असर करता है जो जीवन पर हर बार नई सोच उम्मीद जीवन को मतलब दे जाती है
वक्त के सारे असर जो जीवन पर असर कर जाते है वही तो जीवन मे उम्मीद लाते है वक्त मे ही तो जीवन का बदलाव होता है कभी बदल जाओ तो जीवन का असर होता है
वक्त ही तो कभी कभी ग़लत होता है पर वह वक्त समज लेनेवाले ही जीवन मे अक्सर सही दिशा मे चलते है वक्त को परख लेना हमेशा सही होता है
वक्त को समज लेना ही हमेशा अहम होता है जो जीवन को समजे वह हर बार समज लेता है हर वक्त का अपना तरीक़ा होता है जो वक्त के साथ चलता वही यह समज लेता है
वक्त हर बार जीवन मे अहम होता है उसके हर पल को जो समज लेता है वही जीवन को सही उम्मीद देता है वक्त ही जीवन कि ज़रूरी होता है उसे परख लेना ज़रूरी होता है

Sunday 15 November 2015

कविता ३१९ चेहरे मे उम्मीदें

                                          चेहरे मे उम्मीदें
बार बार जब सोचते है गिनते है उम्मीदों को आपके चेहरे को देख कर उम्मीदे कुछ ज्यादा ही रखते है कुछ चेहरे ऐसे होते है जो उम्मीदे दे जाते है
जीवन की कश्ती कही भी हो वह चेहरे काम आते है कुछ सोच ऐसी होती है जो जीवन की दिशा बदलती है जो उम्मीद के संग ही चलने कि राह बताती है
वह चेहरा उम्मीद कि निशानी जीवन कि ज़रूरत बन जाता है जो हर पल हमे उम्मीदों के किनारे दे जाता है उस चेहरे के अंदर उम्मीद कि सुबह दिखती है
वह चेहरा ही हर पल कुछ ख़ास नज़र आता है क्योंकि वह चेहरा जीवन को रंग अलग दे जाता है चेहरा हमारा दिलासा बन जाता है चेहरे सच मे कुछ भी नहीं है
इन्सान कि सोच ही उम्मीदों का तोहफ़ा दे जाती है जो जीवन कि हर धारा संग आगे बढ़ जाता है उम्मीद तो जीवन मे वह चेहरा दे जाता है चेहरे का हर रूप अलग नज़र आता है
क्योंकि चेहरा तो जीवन को उम्मीद नई अनोखी वह जीवन मे देता है चेहरा तो मक़सद हर मोड़ पे देता है चेहरे को समज लेना ज़रूरी होता है चेहरा ही मतलब देता है
चेहरा तो जीवन को राह अलग देता है चेहरा कई बातों को समज लेना अहम बनाता है चेहरे पर जीवन का मतलब छुपा होता है जो जीवन को हर बार उम्मीद दे जाता है
चेहरा जीवन का नया रंग दे जाता है चेहरा ही होता है जो जीवन मे उम्मीद दे जाता है चेहरे का हर रंग एहसास नया देता है चेहरा ही तो जीवन को रोशनी देता है
चेहरा तो जीवन को मतलब अलग दे जाता है चेहरा हर बार ज़रूरी है क्योंकि वह जीवन दे जाता है चेहरे के अंदर जो मन उम्मीद देता है उसके बारे मे सोचकर ही मन ख़ुशियाँ दे जाता है
चेहरे कि खूबसूरती लुभाती होगी दुनिया को हमे मन ही भाता है जो हार और जीत से बढ़कर होता है क्योंकि वह हार मे किसी के ख़ातिर लढना और हँसना सिखाता है जीवन को एक जीत मे बदल जाता है

कविता ३१८. जोड़नेवाले

                                                                  जोड़नेवाले                
पुरानी किताबों के पन्ने भी कभी कभी नये लगते है जब किताब दूर जाती है उनकी यादों में हम तड़पते है कैसे लोग नहीं समज पाते किताबों की कदर यह सोच कर मन ही मन आह भरते है
पुरानी हो या नयी किताबों में हम अपनी दुनिया ढूँढ़ ही लेते है पर आजकल तो यह आलम है की जीवन की किताब पढ़ने से ही वक्त नहीं बचता है तो किताब कहा पढ़ पाते है
समज में नहीं आता है दोस्तों किताबों में जो गलत काम लोग किया करते है वह जीवन में क्यों करते है जिसे पढ़ के हँस पाते है उसे रोने का सामान क्यों बना दिया करते है
काश इन्सान बस सीधी राह चले पर लोग हर बार टेढ़ी राह पर ही मिलते है उनके साथ के लिए उस राह से चलने से अच्छा है की लोग को हम भुला दिया करते है
क्योंकि उनकी जिद्द के ही यह नतीजे है की आजकल हमारे पास वह फुरसत ही कहा जिसमे हम मन की बात किया करते है
लोगोंको तोड़ने का शौक हो गया है दोस्तों तो हमारा काम  कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है क्योंकि हम और आप तो दिल को जोडने का काम हर बार किया करते है
किताबों के हर पन्ने में लिखी बातों को हर बार हम मन में रख कर किताब को पढ़ने की उम्मीद में जिया करते है जब जोड़ने का काम इतना मुश्किल था तो कुछ और लोग भी रखता उप्परवाले क्योंकि जोड़नेवाले बड़े कम लगते है
या फिर ऐसा तो नहीं आप से जोड़ने का वादा कर के लोग बाद में मुकर जाया करते है आप  उन्हें सजा तो देगे हुजूर  लेकिन तब तक काम कैसे चलाये हम
क्योंकि हम जोड़ में लगे है लेकिन हमारी किताबें भी हमारा इन्तजार किया करती है हम जानते है एक बार कहे हम तो आप से सच्चे दिल की पूकार सुना करते है
तो उस बार कुछ ऐसे लोग भेजो जो सच की राह पर सचमुच में चलना चाहते है वरना बाकी लोग तो बस बहाने बनाया करते है और जरूरत के वक्त भाग खड़े होते है 

Saturday 14 November 2015

कविता ३१७. फुरसत में सोचना

                                                                   फुरसत में सोचना
जीवन में जब सोचते है फुरसत में सोचना जरुरी है हर बार सही सोच ना चाहते तो है पर कई बार बात पता चलती सिर्फ अधूरी है
जीवन में आगे जाना हर पल की मज़बूरी है पर जीवन में कभी कभी लगता है रुक जाना भी जरुरी है जीवन की धारा को रोक कर जीवन को समज लेना भी जरुरी है
जीवन की हर साँस संग आगे बढ़ना जरुरी है पर कभी कभी कुछ पलों में जीत की उम्मीद देती नई शुरुआत जो जीवन के लिए जरुरी है
जीवन की हर धारा को समज लेना सही राह की सोच जरुरी है पर कभी कभी रुक कर सोचने की फुरसत है कहा वह राह मुसीबत भरी है
जीवन को हर साँस में समज लेते है क्योंकि जीवन को परख लेना जरुरी है पर कभी कभी जीवन में मतलब इतने बन जाते है की राह को परख लेना एक मुश्किल घड़ी होती है
जीवन के हर मोड़ को समज लेना जीवन में देता बात जरुरी है चाहे कितना भी वक्त क्यों ना लग जाये जीवन को समज लेना जरुरी है
जीवन के हर कदम पर यह सोच जरुरी है की उम्मीद तो दुनिया का वह रंग है जिसे परख लेना मन के लिए जरुरी है साँस लेने जैसी यह मज़बूरी है
अलग हम सोच कर जीवन को समज लेते है हर सही और गलत मोड़ को तो जीवन को समज लेना हमारी जरूरत है
क्योंकि उस सोच से ही दुनिया में सही बात होती है हर बार जीवन की हर पुकार समज लेना जरुरी है जो जीवन को अलग रंग देती है
वह सोच जीवन की जरूरत होती है जिसे समज लेना जीवन में हर बार जरुरी है क्योंकि जब रुक कर सोच लेंगे तो ही जीवन में वह उम्मीद आती है जो जीवन के लिए जरुरी है 

कविता ३१६. आवाज

                                                 आवाज
जब छुप के कोई परिंदा छत पर से निकल जाता है छोटीसी आहट मे ही मन मे अलग सोच दे जाता है जब कोई इन्सान कुछ नही कहता आँखों से ही बात अधूरी कह जाता है
जीवन को समज लेना कभी कभी उम्मीद दे जाता है परिंदों कि नाजूक आवाज मन को छू जाती है उस आवाज से ही तो दुनिया एहसास नया लाती है
पर जब किसी इन्सानको दर्द सुनाती है  वह आवाज जीवन को समज अलग ही दे जाती है परिंदो के दर्द को इन्सान न समजे पर इन्सानों के दर्द को तो समजे यह उम्मीद हो जाती है
पर कभी कभी आवाज कुछ न असर कर पाती है वह कमजोर लगने लगती है पर मन से पूछ लो तो वह कहता है वक्त दो वह आवाज मजबूत नजर आती है
आवाज तो जीवन को समज लेना उसे महसूस करने कि जरुरत पैदा कर जाती है आवाज तो जीवन को अलग एहसास दे जाती है आवाज ही हमेशा अहम नजर आती है
आवाज के अंदर जीवन को समज लेना जरुरी होता है आवाज के अंदर अलग सोच होती है जीवन को आवाज ही मतलब देती है पर जब जब हमे हमारी आवाज कमजोर लगती है
आवाज मे जीवन को समज लेना जरुरी होता है आवाज के भीतर नई सोच होती है कभी कभी जो जीवन को अलग सोच दे जाती है जीवन को हर बार अलग समज मिलती है
आवाज के साथ मजबूत अंदाज कि जरुरत जीवन मे होती है आवाज कि ताकद तभी बनती है जब जीवन कि गाडी सही अंदाज मे चलती है जीवन को समज लेना आवाज कि जरुरत है
अंदाज सही हो तो हर आवाज खुबसूरत है मजबूती उसकी चट्टानो सी होती है जो जीवन मे हर सोच को चीर के जाती है आवाज कमजोर लगे तो अंदाज बदल लेना होता है
सही अंदाज मे ही तो हर बार जीवन हमे सारी उम्मीदे देता है सही अंदाज को अपना लो तो जीवन को नई ताकद मिलती है जो जीवन को हर बार नई उम्मीद और ताकद मिलती है

Friday 13 November 2015

कविता ३१५. एहसास नया सा

                                    एहसास नया सा
जब जब समजा दिल को उसमे सोच नई आयी दिल कि हर बाजी एहसास नया सा लाती है जीवन को ऐसे रंगों के अंदर एहसास अलग सा लाती है
दिल के भीतर अलग उम्मीद का नया एहसास रोशनी देता है जिसे दिल से परख लेना नई सोच जीवन को देता है दिल तो हमेशा मासूम बच्चे सा उछल कूद करता है
दिल के हर एहसास से जहाँ हर बार रोशन होता है दिल ही दुनिया को हर मोड पर समज लेना चाहता है दिल को परख लेने से दुनिया रोशन हर बार होती है
दिल के अंदर नई नई खुशियाँ जिन्दा हर बार होती है दिल के अंदर अलग सोच जीवन को रोशन कर जाती है दिल को समज लेना हर बार जरुरत होती है
दिल के पेहलू मे दुनिया छुपी है दिल को समज ले तो दुनिया अलग होती है दिल के अलग एहसास से दुनिया पनपती है दिल तो एक ऐसा दर्पन है जो अलग अलग रंग दिखाता है
दिल तो हर बार दुनिया का अलग रंग दिखाता है जिसे समज लेना हर बार अहम होता है दिल का हर रंग हर बार अलग होता है जिसे समज लेते है तो दुनिया का मतलब बदल जाता है
दिल के अंदर अलग सोच को रहना जीवन को मतलब अलग हर बार देता है जीवन को समज लेना दिल को अच्छे से आता है क्योंकि दिल को समज लेना हर बार अहम दिखाई देता है
पर दिल को समज लेना जीवन को जरुरी लगता है दिल के अंदर अलग सोच का होना हर राह पर नई उम्मीद देता है दिल के भीतर जीवन को नई शुरुआत देता है
दिल को परख लेना जीवन को रोशनी देता है क्योंकि दिल ही तो हर मोड पर अलग किसम कि रोशनी दे जाता है जीवन को दिल ही ताकद दे जाता है
दिल ही वह शुरुआत है जो जीवन को हर बार अलग मतलब दे जाता है रोशनी कि ताकद जो जीवन को नई उम्मीद दे  जाता है क्योंकि हर बार दिल सही जिद्द करना भी जानता है

कविता ३१४. जीवन को परख लेना

                                    जीवन को परख लेना
हम जब समजाने कि कोशिश करते है जीवन को जीवन हमे ही हर बार समजाता है जीवन को हमे समजाने मे जाने क्यूँ इतना मजा आता है जीवन कि धारा को कुछ रंग अलग मिल जाता है
जीवन को हर मोड पर परख लेना नई रोशनी लाता है जीवन मे हर राह पर जीवन शुरुआत दे जाता है जो हमे समजा लेती है कि जीवन कहा हमे आसानी से समज आता है
जिन्दगी हर बार साँस नई दे जाती है पर कभी वह जीवन से साँसे भी छिन लेती है जीवन कभी कुछ ऐसा कर जाता है हर बार जीवन को मतलब नया दिखता है
पर वह मतलब हमे पसंद नही आता है जिन्दगी को हर बार रंग अलग देने कि हमारी कोशिश जारी रहती है जो जीवन को उम्मीदे देती है जीवन के अंदर हम हर चीज सही करना चाहते है
जीवन मे अच्छी और बुरी दोनो बाते होती है जिन्हे समज लेने से जिन्दगी बदल जाती है जीवन मे अलग सोच हर बार असर कर जाती है जीवन को अलग एहसास देती है
जीवन मे हर बार हमारी बस यही कोशिश होती है जीवन को खुशियों के संग जीने कि कोशिश होती है कोशिश ही हर बार उम्मीदे देती है जीवन के अँधेरों मे कोशिश कि रोशनी होती है
कोशिश से ही जीवन कि रोशनी मिलती है पर वह राह पत्थर के अंदर से बनती हुई दिखती है जीवन मे राह उम्मीदे देती है जब जब जीवन को समज लेना जरुरी होता है
जीवन हर बार हर मोड को रोशनी देता है वह हमारी मेहनत होती है कभी कभी मेहनत ही जीवन को उम्मीद देती है जीवन के राहों मे आगे बढने कि जरुरत होती है
पर जब हमारी उम्मीद खत्म होती है जो जीवन को हर बार समज और जीवन मे रोशनी देती है जीवन को हर बार जरुरत होती है जो मतलब देती है
अचानक जीवन हमे नई उम्मीद देता है राह देता है आगे बढना ही जीवन को उम्मीद दे जाता है और फिर जीवन समजा लेता है कि जीवन मे आगे बढना ही जरुरत है जो जीवन मे उम्मीद देती है

Thursday 12 November 2015

कविता ३१३. एक धून

                                       एक धून
हर मोड पर चलना मुश्किल बन जाता है हमे हर बार हर मोड को जीना ही पडता है क्योंकि मोड पर कुछ तो अलग मतलब बनता है मोड के अंदर एक अलग धून सुनाई पडती है
उस धून के पीछे अलग मतलब बनता है धून के बीच मे जीवन को अलग एहसास देता है धून के हर लब्ज मे नया गीत बनता है धून मे ही अलग सोच छुपी रहती है
धून को हर मोड पर सुनना है जिसे हर बार समज लेना है धून के भीतर नया एहसास होता है धून के राग मे अलग मकसद बसा होता है धून मे नई सोच होती है
कभी कभी किसी धून से दुनिया बदल जाती है हर धून के भीतर सोच अलग एहसास देती है कभी मिठ्ठी धून के अंदर खुशियों का एहसास जीवन को जिन्दा कर जाता है
धून के भीतर नई सोच जो जीवन को मकसद नया देती है वह खुशियों को हर बार हिस्सा बनाती है धून तो बस एक मधूर संगीत होती है जो जीवन को अलग एहसास बनाती है
धून के अंदर अलग सोच जीवन को रोशनी देती है वह धून ही जीवन को समज देती है धून को पेहचान लेते हो तो मोड समज जाते हो धून के पीछे ही दुनिया परख लेते है
क्योंकि जीवन और कुछ नही सिर्फ धून ही होता है जो हर बार हर मोड पर रोशनी देता है धून के अंदर हर बात का मतलब अलग होता है धून के हर मोड पर सोच होती है
धून मे मतलब हर बार जीवन को समज लेना जरुरी होता है धून के अंदर जीवन हर बार अलग मोड दिखाता है धून तो हर बार मासूम ही होती है पर इन्सान उसमे अलग अलग मतलब दे जाता है
धून कि हर ताकद का एहसास अलग होता है उसे परख लेते है तो विश्वास अलग होता है धून मे ही तो दुनिया कि हकीकत छुपी होती है धून को परख लो तो उसमे दुनिया और खुशियाँ बसी होती है
धून के अंदर अलग सोच रखी होती है धून मे जो जीवन को समज देती है धून मे ही जीवन को नई सोच देती है धून जीवन को हर बार मतलब देती है

कविता ३१२. हर कोने मे

                                                 हर कोने मे
जीवन को हर कोने से परख लेना जरूरी होता है पर जीवन मे इतने कोने होते है कि उनमे जाना मुश्किलसा लगता है कोनों को परख लेना बडा मुश्किल लगता है
कोने मे ही जीवन को मतलब मिलता है उस कोने के अंदर नई शुरुआत होती है कोनों के अंदर दुनिया बसती है कोने मे ही जीवन कि साँसे बसती है
कोने मे हर बारी जब दुनिया बनती है उस कोने मे ही हमारी खुशियाँ रहती है कोने मे दुनिया जिन्दा रहती है कोने से ही तो दुनिया बनती है पर कोने तो कितने दूर है
इसीलिए कोनों मे अलग अलग एहसास वह दुनिया देती है कोना एक वही जगह है जिसमे जीवन को समज लेना होता है पर हम हर कोने को कहा परख पाते है
कोने तक जाना हर बार मुमकिन नही होता है कोने मे ही दुनिया को जिन्दा रखते है कोने मे छुपी जीवन कि धारा को समज लेना चाहते है कोने मे जीवन को रखते है
कोने के अंदर जीवन को समज लेना हर बार अलग दिशा देता है कोने मे ही हर बार जीवन आगे बढता है कोने मे ही हम दुनिया को समज लेते है
चुप के से ही जाने क्यूँ पडदे के पीछे से ही लोग हर बार दुनिया मे सच कहते है और उस सच को दुनिया को दिखाने खातिर ही तो कई लोग लढते रहते है
कोने मे ही चुपके से ही लोग दुनिया को समज लेना चाहते है कोने ही जीवन को हर बार अलग मतलब दे जाते है जीवन एक कोने मे छुपा है यह हम हर बार कहा समज लेते है
कोनो मे छुपी खुशियाँ हम हर बार तलाश करते रहते है कोने ही है जो जीवन को हर बार रोशनी देते है कोने मे ही दुनिया के कई रंग छुपे रहते है जो रोशनी देते है
कोने मे दुनिया को परख लेते है पर हम कहा कोनों मे हर कहा जा पाते है कोने मे जीवन को नया मतलब हर बार हम समज लेना सीखते है कोने मे जीवन के अलग अलग चेहरे दिखते है

Wednesday 11 November 2015

कविता ३११. पंखों कि ताकद

                                         पंखों कि ताकद
हर बार जीवन को नई बात समज लेना जरुरी है जीवन के हर मोड पर पंख फैला कर उडना जरुरी है चाहे जीत हो या हार जीवन मे उडना जरुरी है
जीवन मे पंख फैला कर उडना जरुरी होता है वही जो जीवन को नई उम्मीदे देता है उपर आसमान मे उडना हर बार जरुरी होता है पंखों के अंदर ताकद का एहसास होता है
पंखों के अंदर हर बार सोच का नया एहसास होता है पंखोको ताकद वही देता है जिसे समज लेना जरुरी होता है पंखोंसे ही तो इन्सान उडना सीखता है
मन के उन पंखोंपर भरोसा हो तो दुनिया सीखती है उडने कि ताकद जो जीवन को समज देती है वही तो दुनिया को असली ताकद देती है
पंखों कि ताकद पर जब यकीन होता है तभी तो जीवन मे उडना मुमकिन होता है पंख तो मन कि वह जान है जिन्हे समज लेना जीवन मे हर पल जरुरी रहता है
उडने कि ताकद जो मन को आगे ले जाती है पंख तो वह होते है जिनमे मन कि मजबूती नजर आती है वह होते है जो जीवन मे सबसे मुश्किल वक्त को भी हँसकर जीना सीखाते है
पंख तो मन कि वह ताकद है जो हर पल जीना सीखाती है जीवन को समज लेना उस जीवन मे ही ताकद होती है पंखों कि उडान ही दुनिया को मतलब देती है
पंख तो वह एहसास हमे देते है जिन्हे जीवन मे रोशनी मिलती है हम उस मन कि ताकद को पंख कहते है तो आप अलग भी कहते होगे पर पंख तो जीवन मे ताकद रखते है
हार उन्हे रोक नही सकती ना ही जीत से वह खुद को कुछ खास समज नही लेते है जीवन मे हमेशा यही पंख तो अलग ताकद रखते है जिन्हे समज कर ही तो हम दुनिया को समज लेते है
पंख तो हमे जीवन मे हर बार उम्मीदे देते है पंख जीवन को नया मतलब हर बार हर मोड पर अक्सर देते है वह पंख ही दुनिया मे हमारी ताकद होते है

कविता ३१०. कोहरे के के पीछे

                                    कोहरे के पीछे
जब जब कोहरा  देखा राह नही दिख पायी है जीवन को समज ले तो हर मोड पर सोच अलग ही दिख पायी है जीवन के हर मोड पर सिर्फ खडी तनहाई है
पर कोहरा तो हर बार हट जाता है यही जीवन कि सच्चाई है जीवन को समज लेनी जरुरी चीज है हर बार हमने पायी है जिसे समजे तो कोहरा हर बार हट जाता है
जीवन को हर बार कोहरे के पीछे कुछ तो चीज नजर आती है कोहरे के सायों के पीछे दिखती जीवन कि अलग सच्चाई है कोहरे के पीछे अलग चीजे जीवन मे दिख जाती है
कोहरा तो हर बार हटता है और सामने आती है जीवन कि सच्चाई है तो क्यूँ छुपते है लोग कोहरे के पीछे जब कोहरा तो दो पल कि सच्चाई है कोहरे को समज लेते है
तो कोहरे के पीछे दुनिया हर बार जीवन को अलग तरीके से समज आती है कोहरे के पीछे दिखती है अलग सोच हमारे लिए जो रोशनी लाती है कोहरे के पीछे ही खुबसूरत दुनिया है फिर भी कोहरा डराता है  
कोहरे के पीछे नया एहसास छुपा रहता है जिसे समज लेने मे ही जीवन का मतलब दिखता है कोहरे के पीछे ही दुनिया छुपी रहती है जो जीवन को अलग एहसास देती है
कोहरे के पीछे ही तो खुशियाँ छुपी होती है जो जीवन को हर बार रोशनी देती है कोहरे को समज लेना तभी तो खुशियाँ मिलती है कोहरे के पार ही अपनी दुनिया बसती है
पर फिर भी जब कोहरा आता है खतम सी हमारी दुनिया लगती है पर सच को समज लेते है तो तभी हमारी दुनिया बनती है जब कोहरे को को पार करना हमारी जिन्दगी बनाता है
कोहरे के पीछे ही जीवन कि दुनिया दिखती है कोहरे के पीछे ही सारी दुनिया कि खुशियाँ होती है कोहरे के पीछे नई दुनिया दिखती है कोहरे के पीछे छुपी दुनिया खुशियाँ देती है
कोहरे को पार करो तो ही जीवन मे हर बार नई दुनिया और नई खुशियाँ छुपी होती है जो कोहरे के उस पार अलग तरह कि खुशियाँ जीवन मे हर नई उम्मीद देती है

Tuesday 10 November 2015

कविता ३०९. बूँद को बदलना

                                             बूँद को बदलना
हर बार जीवन को नया मतलब मिल जाता है जीवन को समज लेना पानी कि तरह जीवन कि प्यास बुझाता है जीवन मे हर कदम पर जीने का मजा आता है
जीवन हर बार नई धारा बन जाता है जिसे हर राह पर समजे वह जीवन तो खुशियाँ दे जाता है क्योंकी जीवन पानी कि वह धारा है जीवन जिसे बनाता है
पर हर बार पानी कि धारा को अलग ही होता है उसमे हर बार अलग पानी कि बूँदों को होना होता है एक नही हर बार अलग तरीके से जीवन खुद को बनाता है
जीवन को हर मोड पर समज लेना मुश्किल होता है पर बार बार जीवन को समज लेना ही उसकी सही जरुरत होता है पर उसे हँसकर समजे तो वह खुबसूरत होता है
जीवन तो हर बार बदलता रहता है क्योंकी बदलना ही उसको मतलब देता है जीवन को हर मोड पर समजे तो वह आसान नही होता है पानी कि तरह जीवन भी बूँदे बदलता रहता है
बूँदों कि तरह जीवन मे इन्सान होते है हम उन्हे बदलना नही चाहते है ना वह चाहते है पर फिर भी जीवन कि धारा मे इन्सान हर मोड पर अलग होते है जो दुनिया के एक मोड पर नही रहते है
बूँदों का बदल जाना पानी के लिए जरुरी है उसी तरह जीवन को समज लेना और लोगों का बदल जाना जरुरी है लोगों का बदलाव जीवन के लिए हर पल जरुरी है
जीवन के अलग अलग कोनों को समज लेना जीवन के लिए जरुरी है जीवन तो वह सोच है जिसे परख लेना अहम और जरुरी है हर मोड पर आगे बहोत जरुरी है
जीवन को समज कर उसकी राहों को अपना लेते है वही जीवन को अपना बना पाते है कभी कभी जीवन को अपना लेने के लिए उसकी हार को अपना बनाना पडता है
बूँद को समज लेना जरुरी होता है बूँद बदलती पानी को ताजा रखने के लिए कभी कभी जीवन को ताजा रखने के लिए इन्सान को भी जीवन मे बदलना पडता है

कविता ३०८. किताब को समज लेना

                                                          किताब को समज लेना
सिर्फ किताब को पढने से काम नही बनता जीवन तब तक नही सुलझता जब तक इन्सान उसे अपना नही लेता जीवन को समज लेना काफी नही होता है
जीवन कि किताब को तो जीना होता है उसके हर पन्ने को परख लेना होता है उनके मदत से चलना जरुरी होता है हर पन्ने को समज लेना अहम होता है
पर हर बार किताब के अंदर अलग ख़याल जो लगते है उन्हें समज लेना हर बार रोशनी देता है क्योंकि रोशनी तो उन खयालों के अंदर हर बार होती है
किताब के अंदर अलग ख़याल हर बार जीवन को मतलब दे जाते है किताब के अंदर अलग ख़यालो का आना जाना होता है
जीवन के हर सोच में ही तो जीवन का जिन्दा रहना होता है किताब के पन्ने को पढ़ने से ज्यादा किताब को जीना जरुरी होता है
जीवन के हर मोड़ पर किताब को लोग पढ़ते है सिर्फ अपनी जरूरत के लिए उन खयालों को अपने जरूरत से ज्यादा समज लेना जरुरी होता है
रोशनी तो किताबों के अंदर नये ख़याल को समजा देती है उन्हें परख लेना जरुरी होता है जीवन के अंदर हर सही सोच को समज लेना होता है
किताब के पन्नों में कुछ तो लिखा होता है समज लेना जरूर होता है किताब के अंदर लिखी चीजों का परख लेना जरुरी होता है
किताब में लिखी चीजों को आजमाना जीवन में हर बार अहम और जरुरी होता है किताब जो समजा लेती है उसे सिर्फ पढ़ना नहीं समज लेना जरुरी होता है
किताब में जीवन को समज लेना हर बार जरुरी लगता है वही जीवन को नई सोच और नई साँसे हर बार देता है किताब को पढ़ना नहीं समज लेना जरुरी होता है 

Monday 9 November 2015

कविता ३०७. आप और तुम

                                                            आप और तुम
कभी लगता है तुम पास हो जीवन का एहसास हो जीवन मे जो आगे ले जाते है वह जीवन को रोशनी दे जाते है वही तुम जब आप मे बदल जाता है बडा अजीब सवाल बन जाता है
क्या उस बात से समजे जिनमे खुशियाँ होती है पर किसी को कहने दोस्ती तो कभी दूरियाँ बनती है हम नही समज पाते है कि उन लब्जों मे क्यूँ फँसे हुए लोग है
जब के जीवन के अंदर नई सोच है मिलती हमे उसकी जरुरत हर बार होती है वह जीवन मे उजाला और रोशनी देती है हर बार जीवन मे खुशियों कि शुरुआत होती है
पर सोच से ही तो दुनिया जीवन को समज लेती है किसी आप में दोस्ती की पुकार होती है और कभी कभी तुम भी पराया बनाती है
आप कहो या तुम कहो जरुरी बात तो मन का एहसास होती है जो अदब से कियी जाये वह बात सही एहसास देती है
जबान से गलती हो तो उसे बदल दी जाती है पर मन की कलक ही जीवन की सबसे बड़ी मुश्किल कहलाती है जीवन में सही सोच अहम एहसास देती है
हर गलत और सही अल्फाज को अलग एहसास देती है जीवन की जो राह सही दिशा देती है वही तो जीवन को बनाती है
जीवन में अलग सोच जो जीवन को रोशनी देती है वही जीवन में खुशियाँ दे जाती है उस एहसास में जिसमे दुनिया रहती है
वह एहसास बातों को नई सोच देता है एहसास देता है दुनिया को समज लेने की नई सोच देता है गलत लब्ज बदल जाते है
पर सोच नहीं बदल पाती है दुनिया की राह पर आप और तुम से कभी कभी फर्क नहीं पड़ता जब आवाज में मोहोब्बत और पुकार में अदब होती है 

कविता ३०६ जीवन का बडा मजा

                                  जीवन का बडा मजा
जब जीवन को समजा है हमने बडा मजा आता है क्योंकी कभी हँसी तो कभी कभी जीवन खुशियाँ भी दे जाता है जीवन मे हर मोड को समज लेने का मजा कुछ और ही होता है
जीवन को परख लेने मे एक अलग ही मजा आता है कभी सही है तो कभी कभी जीवन गलत सोच भी दिखाता है हर बारी जीवन को समज लेना नई कसौटी बन जाता है
हँसी और खुशियाँ जो हर बार जीवन लाता है उन्हे परख लेना जीवन को अलग समज दिखाता है जीवन कि हर राह को समज लेना बडा दिलचस्प होता है
अगर गलत समज लेते है तो भी जीवन साँसे तो दे ही जाता है जीवन को हर बार जो समजे उसका मतलब बदल जाता है हर बारी हर साँस मे जीवन उम्मीद नयी दे जाता है
जीवन को हर कदम पर समज लेना हर बार जरुरी होता है जीवन को परख लेना हर मोड पर अलग तरीके का असर लाता है पर जीवन को सही और गलत दोनो राह पर समज लेना होता है
जीवन को हर बार अलग एहसास जिन्दा करता है जीवन को समज लेना हर बार जरुरी होता है गलत छोर से समजो या सही मोड से परखो जीवन को मतलब तो मिलता ही है
जीवन अलग अलग सोच मे एहसास कुछ ऐसे दे जाता है कि जीवन को परख लेना हर बार मतलब अलग देता है जीवन को सही से समज लो या गलत दिशा से मजा तो आता है
क्योंकी हम जब सही दिशा मे हो जीवन हारने से नही डरते है हर पल उस  ईश्वर पर कुछ ऐसा भरोसा करते है कि जीवन को हर राहों पर खुशियाँ पा कर झुमते है
जीवन मे हर बार खुशियाँ तो कही ना कही पे मिलती है उन्हे मुठी मे भर कर हर बार हम जीवन जीना सीख लेते है खुशियों को मन मे सजा के रखते है और जीने का मजा फिर सीखते है
जीवन को समज लेना ही उसे मतलब दे जाता है जीवन तो वह धारा है जिसमे मोड अलग आता है जो जीवन को हर पल रोशनी कि असली किरण तोहफे मे दे जाता है

Sunday 8 November 2015

कविता ३०५. हर मोड

                                          हर मोड
हर मोड को समज लेना जीवन मे जरुरी होता है उस मोड को उस सोच को हर कदम समज लेना अहम होता है पर कभी कभी किसी मोड को ही दिल छू जाता है
मोड पर रहना अहम होता है उस मोड पर जीवन को रोक देना जरुरी होता है मोड को समज लेना हर बार कुछ तो असर होता है मोड को समज लेना जरुरी होता है
एक मोड पर रहना जीवन को नई सुबह जो देता है उसे परख लेना जीवन पर हर बार असर तो कर जाता है मोड के उपर जीवन को मतलब हर बार मिलता है
उस मोड को समज लेना जीवन को अलग सोच देता है जीवन को एक मोड पर गुजार लेना जरुरी होता है उस मोड पर जीवन गुजरे यही जीवन की हर बार चाहत होती है
क्योंकी उसी मोड पर अक्सर दुनिया रहती है मोड कि खुबसूरती से जीवन मे नया मतलब आता है मोड ही जीवन को कई रुप मे दिखाता है जीवन मे खुशियाँ दे जाता है
हर मोड को समज लेना जीवन कि जरुरत है पर बस एक ही मोड जीवन को समज लेना अहम होता है मोड को अंदर अलग एहसास जीवन को खुशियाँ दे जाता है
मोड को परखो तो उसमे मतलब होता है क्योंकी मोड ही जीवन मे राहे दे जाता है मोड ही जीवन को सही रंग देता है पर जीवन के बस उस रंग से जीवन नही बनता है
मोड को समज लेना ही जीवन को रंग सही देता है क्योंकी मोड समज लेना जीवन को सही समज नही देता है मोड के अंदर अलग सोच का रहना हर बार होता है
इसीलिए तो हर मोड पर जीवन अलग असर देता है जो अलग अलग दिशाओ से आता है हर बार चाहे सही हो या गलत हर मोड को जीवन मे हर बार अपनाना पडता है
मोड पर जीवन मे अलग अलग एहसास होते है जिन्हे समज लेना हर बार अहम और जीवन को जरुरी लगता है मोड ही तो जीवन को समज लेना जरुरी बनाता है

कविता ३०४. जीवन कि बाजी

                                    जीवन कि बाजी
हर बाजी का जीवन मे मतलब जुदा होता है हर मोड को समजे तो उसका मकसद जुदा होता है पर हर बाजी को खेलना ही जीवन का मकसद होता है
अगर बाजी को ना समजे तो उसका एहसास अलग होता है एक बाजी के अंदर ही जीवन कई जिन्दगीयाँ जीता है हर बाजी का मतलब हर पल अलग तरीके से जीवन मे उजाला है
हर बाजी के अंदर अलग सोच को रखना जरुरी होता है जीवन हर बाजी को अलग सोच से  समजा लेता है तरह तरह कि बाजी का अलग अलग असर होता है
बाजी तो हर बार नई चुनौती देती है पर बाजी तो जीवन मे लगा ही लेनी होती है बाजी के अंदर हर बार मकसद जुदा होता है पर बाजी तो अलग जरुरत से जीवन जीता है
जिसे हम हर बार परखे उस बाजी का मतलब बदला हुआ लगता है बाजी के अंदर नई शुरुआत देता है बाजी तो जीवन को अलग सोच अक्सर देती है
बाजी को परख लेने कि जीवन मे अलग जरुरत होती है बाजी तो जीवन को अलग दिशा दे जाती है बाजी के अंदर नई सोच तो हमेशा ही होती है
बाजी को समज लेने से ही दुनिया बनती है बाजी के अंदर ही खुशियाँ छुपी होती है बाजी को जब समज लेते है तो दुनिया बनती है क्योंकी बाजी जीवन को मकसद देती है
बाजी के भीतर परख लेने कि हर मोड पर नई जीवन कि चाहत होती है बाजी मे हर बार कुछ तो एहसास छुपे रहते है बाजी को तो हम हर बार परखते रहते है
बाजी तो जीवन को अलग एहसास देती है इसीलिए तो बाजी समज लेनी जरुरी होती है क्योंकी बाजी उम्मीदे देती है बाजी चाहे कितनी भी मुश्किल लगे वह उम्मीद देती है
बाजी तो जीवन को अलग शुरुआत देती है बाजी को ही समज लेना हर बार जीवन को उम्मीदे दे जाता है बाजी ही एक तरीका होती है जो जीवन को सही सोच देती है 

Saturday 7 November 2015

कविता ३०३. किरणों के अंदर

                                                             किरणों के अंदर
हर किरणों के अंदर जो रोशनी का एहसास होता है क्योंकि हर किरणों के अंदर सात रंगों की साज होती है किरणों के अंदर अल्फाज छुपे से होते है
हम जब किरणों को समज लेते है तो अल्फाज हमें समज लेते है क्योंकि एक किरण जो बस एक रंग दिखाती है वही अंदर हर बार अलग अलग रंग छुपा लेती है
किरणों के अंदर कई रंग जो जीवन को रोशनी देते है उन्हें समज लेना भी जीवन को खुशियाँ देता है जब जब हम जीवन को समज लेते है
तो अलग अलग रंग जीवन कि किरण का हिस्सा होते है एक किरण के अंदर अलग अलग एहसास जीवन को रोशनी देते है
एक किरण के अंदर अलग अलग रंग तो होते है पर उन्हें समज लेना जीवन की जरूरत होती है जीवन का अलग एहसास जो जीवन देता है
एक रंग के अंदर भी तरह तरह रंग छुपे होते है जिन्हे समज लेना जीवन की अहमियत होता है एक रोशनी के अंदर तरह तरह के रंग जो दिखते है
उन रंग के अंदर मतलब छुपे रहते है रंग के अंदर ही एहसास होते है जो जीवन को दिलचस्प लगनेवाले रंगोमें खुशियों का मकसद होता है
जो एक रंग में तरह तरह की बाते छुपी होती है जिन्हे जीवन की अलग अलग एहसास की रोशनी मिलती है एक रोशनी के अंदर अलग सोच होती है
क्योंकि रोशनी ही तो कितने एहसास छुपा लेती है कभी कभी लगता है सूरज की एक किरण ही मन की सोच छुपा लेती है
किरणों को समजो उनमे हर बार दुनिया छुपी होती है उस किरण को समजो जिसमे दुनिया की हर बार अलग अलग खुशियाँ छुपी है 

कविता ३०२. चुनी हुई राह

                                                               चुनी हुई राह
जब राह चुनी है जीवन मे क्या सोचना हँसी है या आह है जब जीवन को समज चुके है तो क्या मुश्कील राह मे है सही हो तो काफी है क्योंकी जीत हमारी चाह मे है
हँसी का मतलब सच्चाई है और वही तो जीवन कि सही राह है सही गलत तो राहों मे हर बार हम जाते रहते है सही तो वह है जिसे सच कहने कि चाह है
राह के अंदर जब सच्चाई होती है उसका जीवन पर कुछ तो असर होता है राह को जीवन हर बार परख लेता है उसे समज लेना जीवन को रोशनी देता है
राह तो जीवन में सबकुछ होती है अगर राह हमें उम्मीदे दे जाती है उस राह पर जीवन दिखा देती है राह को समज लेना जरुरी होता है
राह तो हर मोड़ को अलग एहसास हर बार दे जाती है राह ही तो जीवन का सही मतलब लाती है राह को समज लेना नई सोच जीवन में देता है
राह को समजना जीवन को अलग एहसास देता है सोच के अंदर नई शुरुआत नज़र को हर बार दिखती है जीवन में अलग सोच आती है
जीवन के अंदर राह में अलग अलग सोच जिन्दा जो होती है उसे जिन्दगी तरस कर नई दिशाए देती है राह के अंदर अलग सोच होती है
राह को परख लेने से जीवन की नई शुरुआत होती है राह के भीतर अलग सोच जो दुनिया को अलग किसम का एहसास हर बार देती है
राह पर अलग अलग बाते जो दिखती है उन्हें परख लेना जरूरत होती है पर अगर सोच कर हमने राह चुनी होती है तो उसे समज लेना जरूरत होती है
राह तो अक्सर जीवन को एक साँस देती है वह राह जिस पे अलग किसम का एहसास जीवन का जिन्दा करता है वही तो जीवन की साँस होती है 

Friday 6 November 2015

कविता ३०१. पानी कि एक बूँद

                                                       पानी कि एक बूँद
बारीश कि हर बूँद के संग जीवन का एहसास समज जाता है पर कभी कभी बिन पानी के ही जीवन अपनी प्यास समजा लेता है जिसे मन से समजे उस सोच को मन धीमे से समज पाता है
उस सोच के अंदर ही जीवन का एहसास अलग आ जाता है पानी बरसे या ना बरसे हमे राह तो ढूँढनी होती है जो हर पल जीवन कि प्यास बुझाती रहती है
पानी आसमान से मिले ना मिले प्यास तो मिटानी होती है क्योंकी हर जीवन मे प्यास निराली होती है एक बार बरसने से वह प्यास जीवन मे नही बुझती है
पानी के अंदर जीवन कि कोई कहानी बनती है प्यास के अंदर ही जीवन कि निशानी दिखती है कैसे समजे उस पानी को समजे हम जिसमे जीवन कि कहानी रहती है
पानी के अंदर जीवन कि प्यास हर बार मायने रखती है पर पर कभी कभी बिन पानी कि भी प्यास बुझानी पडती है पानी के हर बूँद मे जीवन कि कहानी होती है
हर बार पानी कि बूँद मे एहसास तो प्यारा होता है जो जीवन को अलग सोच हमेशा देता है शीतल  एहसास से जीवन को खुशियाँ देता है पानी कभी कभी नही बरसता है
पर जो है उसमे ही जीना पडता है कभी पानी के बिना भी हर मुश्कील शायद खुदा चाहते है हम जीना सीखे पर बारीश तो नही है पर कम से कम इन्सान अच्छाई कि बारीश कर ले ऐसा एहसान कर दे जब हम यह कहते है
हँस के वह कहता है हम से बिन कहे कि अलग इन्सान अच्छाई कि बारीश करता तो हम बारीश उन्हे तोहफे मे दे जाते इन्सानियत से दूर रहनेवाले बारीश कि कदर कहा जान पाते है
जो भगवान बने बैठे है उनकी ताकद को वह आजमाना चाहते है माना के आज आँखों मे आँसू भरे होगे पर एक बार इन्सान समज जाये तो वह रंग और अच्छे गेहरे होते है
चुपचाप उसकी इस बात पर हम गर्दन हिलाते है क्या कहे हम उस उप्परवाले से इन्सान भी कितनी गलतीयाँ हर बार करते है इसीलिए हम चुपके से हामी भरते रहते है

कविता ३००. रोशनी और अँधेरा

                                                              रोशनी और अँधेरा
हर सोच के अंदर अलग एहसास छुपा होता है जिसे परखे तो जीवन का राग जुदा होता है जीवन में हर पल जब हम कुछ समज लेते है तो जीवन का एहसास अलग होता है
हर पल जीवन के अंदर सोच हर बार रोशनी देती है वह रोशनी जो जीवन को नया उजाला देती है जीवन में हर बार रोशनी तो असर कर जाती है
धीमे धीमे रोशनी से जीवन मे शुरुआत अलगसी होती है रोशनी जो जीवन को सोच नई देती है उसे समज लेने का एहसास नया होता है
रोशनी जो हमें आगे ले जाती है जिसे समज लेने से रोशनी की कहानी नया एहसास लाती है पर कभी कभी रोशनी तो जीवन को मतलब देती है
रोशनी के अंदर का एहसास जो सोच लाता है वही एहसास कभी कभी जीवन में अलग कहानी देता है क्योंकि जीवन पर अलग सोच एहसास देती है
कभी कभी अँधेरे में भी अलग कहानी जिन्दा होती है अँधेरे के साथ जीवन में खुशियाँ आती है जीवन के अंदर अलग सोच आती है
अँधेरे के साथ रोशनी भी जीवन का हिस्सा हर बार होता है अँधेरा जीवन के अंदर अलग एहसास कर जाता है हर बार रोशनी ही नहीं पर अँधेरा भी सही होता है
बस उसे समज लेना जरुरी होता है अगर अँधेरे को समजे तो जीवन के अंदर अलग एहसास होता है जो मन को और जीवन को छूता है
रोशनी और अँधेरे दोनों के अंदर अलग एहसास होता है दोनों चीजों के बीच में अलग एहसास होता है अलग सोच जीवन को नया असर होता है
अँधेरे के अंदर अलग अलग ख़याल जीवन को कभी कभी उम्मीदे दे जाते है क्योंकि शायद अँधेरे में ही रोशनी जिन्दा होती है

Thursday 5 November 2015

कविता २९९. जीवन का राज

                                                          जीवन का राज
जीवन के अंदर हर सोच के साथ कुछ तो राज छुपा होता है पर जीवन में हर बार जीना आसान होता है जिसे समजे तो जीवन के अंदर अलग एहसास होता है
जीवन में हर बार अलग किसम का एहसास हर बार जिन्दगी के अंदर नया एहसास जीवन को रोशनी दे जाता है उसे समज लेना जीवन को मतलब देता है
पर कभी कभी कुछ राज ढूँढ़ना जीवन में पीछे रह जाता है जीवन के अंदर नया एहसास खुशियाँ दे जाता है हर मोड़ पे जीवन नया एहसास देता है
हर राज के अंदर नया एहसास जीवन को मिलता है पर कभी कभी राज को समज लेना जीवन को उम्मीद देता है उसे रोशनी दे जाता है
जीवन के अंदर मतलब जो सोच को अलग एहसास जीवन दे जाते है पर कभी कभी राज को समज लेना हर बार मुसीबत लगता है
जीवन के अंदर हर बार नई सोच का अलग एहसास होता है जो जीवन को नई सोच और एहसास दे जाता है जीवन में मुसीबत से लढना सिखाता है
राज का अलग मतलब जो जीवन को नया एहसास देता है अक्सर जीवन को समज लेना जीवन को अलग एहसास देता है
राज को अलग सोच का एहसास हर बार जीवन को साँसे दे जाता है पर कभी कभी राज जीवन को मतलब दे जाता है
राज तो जीवन को अलग सोच दे जाता है जिसे समज लेना जीवन को मतलब दे जाता है जीवन तो अक्सर मतलब दे जाता है
कितने राज अलग अलग जगह पर छुपे रहते है कुछ को तो हम समज लेते है पर कुछ को हर बार हम समजना भूल जाते है
पर फिर भी वह राज जीवन का मतलब हर बार बन जाते है जो जीवन की नजर से कई बार गलती से जीवन को समज जाते है 

कविता २९८. पत्तों पर लिखा राज

                                           पत्तों पर लिखा राज
पेडों के पत्ते भी कभी कभी जीवन मे बात सुना देते है उन्हे कहा समज पाते है हम जो हमारी बाते भी चुपके से बता के जाते है हर पत्ते के उप्पर हम अलग कहानी बताते है
जो पत्ते पर लिखी जाये वह अलग निशानी दिखाते है जब जब हम पढते है पत्तों पर वह सोच लिखी है जिसे हम परख लेना चाहते है उस सोच के अंदर हम अलग उम्मीद पाते है
पत्तों पर हम तो इस उम्मीद से लिखते है  कि पत्ते वह सोच हमेशा छुपा कर जाते है पर सच कहे तो पत्ते नही चेहरे सच बता के जाते है जिन्हे मन से हम छुपा लेना चाहते है वह बात बताना चाहते है
पत्तो पे लिखी हर एक कहानी को हम मन से परख लेना चाहते है जिसे चेहरे से समज लेते है हर पल उसे जाने क्यूँ अनदेखा करना चाहते है आसानी से लोग चेहरे को समज लेते है
पत्ते को कहा लोग पढते है वह तो अक्सर हमारे चेहरे को देख कर बात समज जाते है वह लब्ज जो जीवन को मतलब दे जाते है उन्हे समज लेना लोग चेहरे से ही परख लेते है
पत्तों के अंदर कुछ तो राज छुपा होता है उस राज को चेहरे पर समज लेना ही बडा आसान होता है पर जाने क्यूँ जीवन को हर बार समज लेना चेहरे से आसान होता है
तो क्यूँ लगता है हमे पत्ते पर लिख देने से राज पत्ते संग छुप जाते है बेहतर तो तब होता है जब हम राज को अपना बना देते है जीवन को आसानी से हर पल अपनाते है
पर जाने क्यूँ हम जीवन यह सोच रख लेते है कि हम पत्तों पर लिखकर जीवन कि बात आसानी से छुपा जाते है पत्ते नही जीवन मे चेहरे ही सबकुछ बताकर जाते है
पत्तों को हवा भी उडा लेती है पर हम अपने चेहरे को कहा छुपा पाते है चेहरे तो हर बार जीवन को अलग मतलब दे जाते है उन चेहरों के अंदर ही हम दुनिया पा जाते है
पत्तों से ज्यादा चेहरे ही जीवन को मतलब दे जाते है हम कभी याद रखते है यह बात कभी भूल जाते है पर लोग चुपचाप चेहरे को पढ कर हँस कर चले जाते है क्यूँ सारे राज तो वह आसानी से पढ लेते है

Wednesday 4 November 2015

कविता २९७. हर लब्ज का मतलब

                                                               हर लब्ज का मतलब
हर लब्ज का कुछ तो मतलब छुपा होता है हर बात के अंदर दिल की किसी सोच का रहना होता है जब जब हम आगे बढ़ते है जीवन का कहना होता है
हर लब्ज के अंदर कुछ तो एहसास छुपा होता है हर लब्ज के अंदर कई मतलब छुपे होते है हर मोड़ पर अलग लब्ज का रहना होता है
लब्ज के अंदर हर सोच का कहना होता है जब जब सोच जीवन पर असर कर जाती है उसका जिन्दा रहना होता है लब्जों के अंदर अलग सोच का आना जाना होता है
पर लब्जों के साथ अलग मतलब हर बार जीवन को छूता है जीवन में हर बार कोई तो सही तरीका होता है  जो जीवन को बदल जाता है
लब्ज जो मतलब देते है उनका एहसास होता है लब्ज के साथ जीवन का मतलब बदल जाता है लब्ज के अंदर अलग एहसास होता है
लब्ज तो जीवन के साथ अलग असर कर जाते है वह जीवन को नई उम्मीदे दे जाते है लब्ज जीवन को हर बार मतलब तो देते ही है
लब्ज ही हमारी दुनिया बदल जाते है लब्ज के साथ  अलग एहसास जीवन हमें दे जाता है लब्ज ही तो जीवन को मतलब दे जाता है
लब्ज जीवन को हर बार सही राह दिखाते है लब्ज ही दुनिया को समज दे जाते है लब्ज ही हर बार जीवन को मतलब देते है
लब्ज को समज लेना हर बार जरुरी होता है हर लब्ज के साथ नया एहसास छुपा होता है लब्ज तो जीवन को अलग मतलब देता है
लब्ज का अलग एहसास हर बार जीवन को मतलब दे जाता है लब्ज के अंदर नया मतलब हर बार खुशियाँ और रोशनी देता है 

कविता २९६. बात दिल के अंदर की

                                      बात दिल के अंदर की
जब जब जीवन की बात दिल के अंदर से समज जाती है तभी जीवन की सच्चाई जीवन को रोशनी देती है जीवन के अंदर एक अलग एहसास देती है
जीवन को समज लेने कि प्यास देती है दिल हर बार समज जाता है वह आस जो जीवन को जिन्दा कर देती है दिल मे छुपी हर बात एक राज सी होती है
जो जीवन को हर पल साँस देती है वह सोच ही जीवन का एहसास होती है जिसे परख लेने से जीवन को नई साँस मिलती है दिल के अंदर वह एहसास देती है
जो जीवन को नई दिशा हर बार देता है जीवन तो नये नये एहसास देता है दिल कि सोच जो जीवन को नई तरह से आगे बढना सीखाती है वह सोच जीवन को जिन्दा कर देती है
दिल को अलग शुरुआत जो एहसास देती है रोशनी हर बार मन को ठंडक देती है दिल के अंदर वह सोच जो रोशनी दे जाती है वह दिल को प्यारासा एहसास देती है
दिल के अंदर धीरे से जीवन कि जो आस होती है वह जीवन को खुशियों का पैगाम देती है दिल के अंदर नई रोशनी एक छोटीसी शुरुआत देती है
जीवन के हर कदम पर मेहनत तो करनी ही होती है जो जीवन को नई सुबह देती है दिल के अंदर जो सोच जीवन कि धारा बन जाती है वह हर पल दिल को उम्मीदे दे जाती है
सोच को परख लेना जीवन कि जरुरत होती है जो जीवन को मंजिल के पास तो कभी दूर रखती है दिल के अंदर अलग सोच जो जीवन को रोशनी देती है
उस सोच कि चाहत तो हर बार दिल को तस्सली देती है उस सोच को समज लो जो हर बार जीवन मे रोशनी देती है उस सोच को परख लेने से ही तो दुनिया मे रोशनी आती है
क्योंकी वह मासूम सोच ही जीवन को सही मतलब दे जाती है जो जीवन मे हर बार उम्मीदे और रोशनी लेकर आती है जो हर बार जीवन के दिल कि धडकन बढाती है

Tuesday 3 November 2015

कविता २९५. बहनेवाली नदीयाँ

                                  बहनेवाली नदीयाँ
बहते रहनेवाली नदीयाँ संग कुछ तो बात कर लेनी है वह धारा जो जीवन मे बहती रहती है उसे हर बार समज लेनी है जीवन का बहना आसान और सुनहरा होता है वह जरुरी है
हर कदम पर आगे चलना लाजमी है क्योंकी जीवन आगे बढने कि पूँजी जरूरी है और वह हमे बहाव कि ताकद देता है बहते जाता है वही तो कि सच्ची पूँजी बनता है
बहते रहना ही जीवन कि सच्ची कहानी बनता है तो बहते रहना ही जीवन कि निशानी बनता है जिसे परखे तो जीवन हर एक बार नई निशानी देता है
जैसे नदीयाँ पत्थर को चीर कर जाती है और जीवन कि अलग कहानी लिखती है उन पत्थर को तोडने कि ताकद ही तो उस नदीयाँ मे होती है जो जीवन को मतलब देती है
नदीयाँ तो जीवन को नया एहसास देती है उसे समज लेना जीवन कि जरुरत होती है जीवन को हर बार उम्मीदे देने कि ताकद हर बार नदीयाँ मे होती है
क्योंकी पत्थर को चीर के सिर्फ पानी कि सीधी सी धारा जाती है जो जीवन को ताकद का मतलब बताती है सीधी चीज के अंदर भी कभी कभी जीवन कि मजबूत ताकद होती है
पानी कि एक धारा भी पत्थर को चीर लेती है जीवन कि राहों मे भी जिन्दगी अलग राह दिखाती है वह उस ताकद को जिन्दा रखती है जो हार को जीत मे बदलना सीखाती है
पानी कि सीधी साधी धारा भी जीवन मे अलग एहसास दिखाती है वह हारे हुए जीवन के अंदर जीत कि साँस जगाती है वह उम्मीदे पानी से ही जीत का मतलब समज लेती है
सीधी चीज भी जीवन मे कभी कभी जीवन मे जीत का गीत सुनाती है पानी कि धारा भी कोशिश करे तो पत्थर को चीर पाते है यही तो जीवन की धारा होती है
तो जीवन मे कमजोर पडे तो क्यूँ डरना आखिर जीवन मे कमजोर भी जोश से आगे बढता जाये तो जीवन मे आखिर वो कमजोर भी कोशिश करे तो अक्सर जीत होती है

कविता २९४. दिलचस्प कहानी

                                 दिलचस्प कहानी
हर बारी जब हम जीवन को देखे बडा दिलचस्प लगा वह जीवन जो दिलचस्प किनारे दे जाते है दिलचस्प हर बार हर मोड दिखता है उस दिलचस्प एहसास को ढूँढना मुश्किल लगता है
जीवन के अंदर हर बार अलग सोच जिन्दा होती है उसी पल जीवन मे नई शुरूआत होती है जीवन के अंदर अलग एहसास जो जीवन मे दिलचस्प एहसास देता है
वह खुशियाँ तो जीवन को अच्छा एहसास दे जाती है वह मतलब तो हर बार जीवन मे अलग एहसास दे जाती है दिलचस्प सोच को परखे तो जीवन पर असर होता है
दिलचस्प बाते जो जीवन को अलग असर कर जाती है दिलचस्प चीजे जो जीवन को अलग रंग दे जाती है हर बार दिलचस्प चीजे जीवन का मतलब हर बार बदल जाती है
जीवन को हर मोड पर कोई तो असर होता है दिलचस्प चीजों से जीवन घीर जाता है जीवन के हर एहसास कि हर बार कुछ तो बजह होती है
दिलचस्प जीवन कि कहानी हर बार अलग होती है हर बार हर दिशा का कुछ अलग असर होता है दिलचस्प कहानी हर मोड पर जीवन को बदलती रहती है
दिल कि हर बात कि कुछ अलग निशानी दिखती है कभी कोई रंग कोई नजर तो कभी कोई दिलचस्प निशानी देती है उन निशानीयों से अलग कहानी हर बार बनती है
दिलचस्प चीजों के अंदर एक साद पुरानी दिखती है कभी फुरसत मे पढले तो जीवन कि एक अलग कहानी बनती है जो नई नही हर बार होती है
पर फिर भी बार बार सुनने कि मन को दिवानगी होती है हमारी मानो तो वही सही कहानी होती है जो जितनी बार भी सुन लो मन को सही निशानी देती है
तो हो सके तो हमे जीवन मे बार बार सुननी वही कहानी होती है जो जीवन पर अलग अलग असर तो करती है पर हर बार मन को दिलचस्प और सुहानी लगती है

Monday 2 November 2015

कविता २९३. जीवन मे साये

                                       जीवन मे साये
हर बार जीवन मे साये तो आते रहते है उनके संग हम दुनिया मे कभी कभी उम्मीदे भी खोते रहते है पर यह तो हम पर निर्भर है कब तक उम्मीदे दूर रहे
कब तक हम जीवन मे उन सायों को गले लगा के जिये क्योंकी वह साये तो जीवन कि धारा बदलते रहते है उन्हे परख लेना जिनसे उम्मीदे बनती है हम हर बार उन्हे कहाँ समज है पाते
साये को कहाँ हम परख पाते है पर जब साये जीवन पर असर कर जाते है उन सायों से हमे ही लढना होता है कोई साथ दे या ना हमे तो लढना है उन सायों से
हर सोच के अंदर कुछ तो असर हर बार होता है जो जीवन के अंदर साये जो असर कर जाते है उन सायों के अंदर मतलब हर बार कुछ तो असर अक्सर होता है जीवन मे
सायों मे हर बार कुछ तो असर होता है हर बार पर उन संग लढना होता है जीवन पर हर बार सायों मे कुछ तो असर होता है क्योंकी जीवन आगे बढता है लढकर दुःखों से
सायों से जीवन पर कुछ तो असर होता है सायों का जीवन पर असर होता है जिसे समज लेना जरुरी होता है क्योंकी साये ही तो जीवन को अंधेरे दे जाते है उनसे बचना है उम्मीदों को
कैसे हम लढते है सायों से वही देती है उम्मीदे देती है हमारे जीवन को सायों का होना तय है उतना ही तय है उम्मीदों का रहना हमारे जीवन मे हर पल और हर मोड पर
सायों के अंदर हर बार गलत सोच का असर तो लगातार दिखता है पर सही असर कि सोच ही तो उम्मीदे दे जाती है सायों से उपर उठ कर ही जिन्दगी बनती है जीवन मे
सायों को रोक लेना जरुरी होता है जीवन मे सायों के अंदर रहता है सही नही है जीवन मे सायों को खो देना जरुरी होता है हर बार जरुरी होता है जीवन मे

कविता २९२. चुपके छुपी सोच

                                        चुपके छुपी सोच
चुपके से जीवन के अंदर नई सोच हमेशा आती है जो जीवन के अंदर अलग एहसास जगा देती है जो हमे अलग उम्मीदें दे जाता है पर हम यह नहीं समज पाते है
क्यूँ मन इतना ऊपर नीचे होता है नई सोच से जो हर रोज़ तो पौधों पर अलग कली देख लेता है पत्तों मे छुपे कलियों से ही वह दुनिया को समज लेता है
तो फिर चुपके से आयी नई सोच का अचरज क्या उसे कली कि तरह फूलों मे बदल जाना होता है सोच के अंदर दुनिया का आना जाना रहता है
कली छोटी हो या बड़ी उसे खिलना और मेहक जाना हर बार जीवन मे होता है कली के अंदर जीवन का एहसास होता है जो जीवन मे फूलों कि खूबसूरती हर बार लाता है
जिसे बार बार समजे वह एहसास फूलों मे छुपा होता है कली नई सोच कि वह शुरुआत है जिसमें जीवन हर बार जिन्दा रहता है नई सोच तो कली से जीवन मे बनती है
तो क्यूँ कतराये जीवन मे हर बार अलग एहसास जब सोच देती है हम फूलों मे परख लेते है उन बातों को जो चुपके से जीवन मे आती है चुपके से आनेवाले फूल तो प्यारे होते है
क्यूँ कतराये उस सोच से जो जीवन को मतलब देती है उसे परख लेना ज़रूरी नहीं है जो जीवन को हर बार एहसास देती है चुपके से समजो तो जीवन मे नई दुनिया जिन्दा होती है
पत्तों के अंदर कि कलियाँ क्या कम उम्मीदें देती है तो क्यूँ डरनेवाली चीज़ें उस सोच मे कोई एहसास देती है छुपी हुई चीज़ें जो जीवन को अलग सोच देती है
चुपके रखी सोच जो हर बार जीवन को आगे ले जाती है उस सोच को समज लेने से चुपके से जीवन को मतलब वह दे जाती है छुपी वह सोच जो रोशनी दे जाती है
पौधों के अंदर कली जैसे होती है वह सोच हर बार जीवन मे उसी तरह से उम्मीदें देती है जैसे हमे कलियाँ ख़ुशियाँ दे जाती है तो चाहो मन से छुपी सोच को जो जीवन मे ख़ुशियाँ लाती है

Sunday 1 November 2015

कविता २९१. तस्वीरों के अंदर

                                             तस्वीरों के अंदर
तस्वीरें जो दिखाती है हर बार जीवन मे वही क्योंकि शायद उसे बदल लेने कि कोशिश ही नहीं कियी जीवन कि धारा कुछ ऐसे बहते गये कि जीवन मे बदल जाने कि कोई उम्मीद नहीं देखी है
हर तस्वीर के अंदर अलग एहसास तो हर बार देखे मन को जो रोशनी हर बार नई सोच जो जीवन पर असर कर जाती है तस्वीरों के अंदर कुछ तो मतलब ज़रूर होता है
तस्वीर के अंदर बदलाव हर बार जीवन पर कुछ अलग असर कर जाता है पर कभी कभी  तस्वीर को बदल लेने कि कोशिश हर बार हम दिल से नहीं करते है
कई बार तस्वीरें हम वही रख जाते है जिनके अंदर हम ग़लत बात भी देखते है जीवन के अंदर तस्वीर कभी कभी बदल लेने कि मेहनत जीवन पर सही असर हर बार करती है
तस्वीरें जो जीवन पर कुछ तो असर कर जाती है जाने क्यूँ तस्वीरें जीवन पर कुछ तो अच्छा असर हर बार करती है तस्वीर जो जीवन को अलग रंग हर बार देती है
तस्वीरें जो जीवन का अलग एहसास देती है तस्वीरें हर बार जीवन को अलग मतलब दे जाती है तस्वीर के अंदर कोई अलग एहसास हर बार दिखते रहते है
तस्वीर जो जीवन के अंदर अलग अलग मतलब दिख जाते है जो जीवन को अलग तरीक़े से आगे ले जाते है तस्वीर के मतलब काफ़ी अलग अलग होते है
तस्वीरें जो जीवन को अलग सोच देती है तस्वीर के अंदर अलग एहसास हर बार जीवन मे रोशनी दे जाते है तस्वीर जो अलग मतलब जीवन को दे जाती है
तस्वीर के अंदर अलग मतलब जो जीवन को रोशनी दे जाते है तस्वीर तो जीवन को मतलब दे जाती है जिन्हें समज लेने के लिए जीवन का नया मतलब बन जाता है
तस्वीर के साथ ही अलग अलग एहसास छुपे रहते है जो जीवन को सही मतलब दे जाते है हमने तो यह समजा है कि तस्वीर को समज लेना हर बार ज़रूरी होता है क्योंकि तस्वीरें रोशनी सिर्फ़ तभी लाती है जो रोशनी दे जाती है

कविता. ५११५. उजालों से अरमानों की।

                             उजालों से अरमानों की। उजालों से अरमानों की परख सुबह दिलाती है नजारों को किनारों संग अंदाज सहारा देती है दिशाओं ...