Saturday, 29 September 2018

कविता. २४१८. हर पुकार को मौसम कि पहचान।

                                         हर पुकार को मौसम कि पहचान।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि तलाश देती है हर नजारे को एहसास कि पूंजी देती है हर रोशनी को आशाओं कि अहमियत देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर रोशनी को आशाओं कि पहचान देती है हर कदम को बदलावों कि परख देती है हर उम्मीद को रोशनी कि कोशिश देती है हर तलाश को बदलावों के अफसाने कि तलाश देती है।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि परख देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर खयाल को दिशाओं कि कोशिश देती है हर कदम को एहसासों कि उम्मीद देती है हर आवाज को तरानों कि तलाश देती है हर रोशनी को उजालों कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को दास्तानों के इशारे कि तलाश देती है।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि अदा देती है हर आवाज को तरानों कि पहचान देती है हर राह को बदलावों कि परख देती है हर अंदाज को आवाजों कि तलाश देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश देती है हर पल को दास्तानों कि तलाश देती है हर राह को बदलावों कि कोशिश देती है हर अल्फाज को बदलावों के एहसासों कि तलाश देती है।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि राह देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर कदम को बदलावों कि तलाश देती है हर कदम को एहसासों कि उम्मीद देती है हर कदम को एहसासों कि उमंग देती है हर खयाल को उजालों के कहानियों कि तलाश देती है।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि दास्तान देती है हर खयाल को आशाओं कि अहमियत देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर तराने को आशाओं कि कोशिश देती है हर दास्तान को इशारों के राहों कि तलाश देती है।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि परख देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि अहमियत देती है हर कदम को एहसासों कि रोशनी देती है हर जज्बात को बदलावों कि कोशिश देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर किनारे को लहरों के दास्तानों कि तलाश देती है।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि दास्तान देती है हर अदा को दिशाओं कि पहचान देती है हर अंदाज को कदमों कि आहट देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर खुशी को आशाओं कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों के दिशाओं कि तलाश देती है।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि रोशनी देती है हर अंदाज को कदमों कि आवाज देती है हर लहर को नदीयां कि कहानी देती है हर मौसम को नजारों के संग बदलाव देती है हर खयाल को आशाओं कि परख देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश देती है हर दिशा को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर रोशनी को आशाओं के इशारों कि तलाश देती है।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि परख देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर दिशा को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर दिशा को बदलावों कि राह देती है हर कदम को एहसासों कि उम्मीद देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर तराने को आवाजों के जज्बातों कि तलाश देती है।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर खयाल को आवाजों कि पुकार देती है हर अफसाने को आशाओं कि राह देती है हर दास्तान को इरादों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है।
हर पुकार को मौसम कि पहचान दिशाएं देती है हर आवाज को तरानों कि रोशनी देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर अंदाज को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर पुकार को दास्तानों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर अल्फाज को बदलावों कि तलाश देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५६०८. अरमानों के एहसासों की।

                       अरमानों के एहसासों की। अरमानों के एहसासों की पुकार इरादा देकर जाती है खयालों को सपनों की कोशिश तलाश दिलाती है उजालों ...