Sunday, 5 November 2023

कविता. ४९८१. किनारों को अल्फाजों की।

                                किनारों को अल्फाजों की।

किनारों को अल्फाजों की कोशिश अरमान दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान एहसास सुनाती है नजारों को राहों की पहचान इरादा देती है।

किनारों को अल्फाजों की आस कहानी दिलाती है दास्तानों को आशाओं की सोच अफसाना सुनाती है लम्हों को अरमानों की पुकार इरादा देती है।

किनारों को अल्फाजों की उमंग खयाल दिलाती है उजालों को सपनों की आहट नजारा सुनाती है अंदाजों को बदलावों की उम्मीद इरादा देती है।

किनारों को अल्फाजों की तलाश सहारा दिलाती है लहरों को जज्बातों की सौगात तराना सुनाती है अल्फाजों को खयालों की कहानी इरादा देती है।

किनारों को अल्फाजों की अदा रोशनी दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की समझ कोशिश सुनाती है दिशाओं को कदमों की आहट इरादा देती है।

किनारों को अल्फाजों की समझ नजारा दिलाती है राहों को अंदाजों की परख पहचान सुनाती है आशाओं को आवाजों की धून इरादा देती है।

किनारों को अल्फाजों की राह दास्तान दिलाती है इशारों को राहों की तलाश समझ सुनाती है उम्मीदों को तरानों की मुस्कान इरादा देती है।

किनारों को अल्फाजों की मुस्कान एहसास दिलाती है कदमों को उजालों की सुबह आस सुनाती है अरमानों को दिशाओं की कहानी इरादा देती है।

किनारों को अल्फाजों की लहर पुकार दिलाती है इरादों को आशाओं की कोशिश अदा सुनाती है तरानों को अंदाजों की सरगम इरादा देती है।

किनारों को अल्फाजों की सौगात कोशिश दिलाती है लम्हों को दास्तानों की परख बदलाव सुनाती है आशाओं को अदाओं की पुकार इरादा देती है।

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कविता. ५६०८. अरमानों के एहसासों की।

                       अरमानों के एहसासों की। अरमानों के एहसासों की पुकार इरादा देकर जाती है खयालों को सपनों की कोशिश तलाश दिलाती है उजालों ...