Monday, 28 August 2023

कविता. ४९१२. अदाओं की पुकार से।

                                      अदाओं की पुकार से।

अदाओं की पुकार से अरमानों की आस कोशिश देती है कदमों को आशाओं की पहचान अल्फाज दिलाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी सुनाती है।

अदाओं की पुकार से आशाओं की राह एहसास देती है किनारों को अल्फाजों की समझ खयाल दिलाती है लम्हों को नजारों की कहानी सुनाती है।

अदाओं की पुकार से लहरों की सौगात बदलाव देती है तरानों को अरमानों की सरगम इशारा दिलाती है उजालों को सपनों की कहानी सुनाती है।

अदाओं की पुकार से कदमों की परख अफसाना देती है लहरों को उम्मीदों की सोच अरमान दिलाती है जज्बातों को अंदाजों की कहानी सुनाती है।

अदाओं की पुकार से किनारों की पुकार सरगम देती है लम्हों को खयालों की मुस्कान रोशनी दिलाती है इशारों को लम्हों की कहानी सुनाती है।

अदाओं की पुकार से एहसासों की आवाज राह देती है किनारों को आवाजों की धून परख दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की कहानी सुनाती है।

अदाओं की पुकार से अंदाजों की सुबह आस देती है अरमानों को दिशाओं की पहचान खयाल दिलाती है उजालों को बदलावों की कहानी सुनाती है।

अदाओं की पुकार से अल्फाजों की सोच तलाश देती है किनारों को तरानों की सौगात सुबह दिलाती है कदमों को जज्बातों की कहानी सुनाती है।

अदाओं की पुकार से उम्मीदों की पहचान उमंग देती है एहसासों को नजारों की सोच कोशिश दिलाती है इरादों को आशाओं की कहानी सुनाती है।

अदाओं की पुकार से अफसानों की समझ तलाश देती है खयालों को इशारों की सौगात तराना दिलाती है आवाजों को राहों की कहानी सुनाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५६०८. अरमानों के एहसासों की।

                       अरमानों के एहसासों की। अरमानों के एहसासों की पुकार इरादा देकर जाती है खयालों को सपनों की कोशिश तलाश दिलाती है उजालों ...