Monday, 20 June 2016

कविता ७५५. आसमान के सितारे

                                           आसमान के सितारे
सितारों को देखकर जब जीवन को समझ लेते है तब जीवन को परखकर आगे बढने कि उम्मीद हम हर बार हर पल रखते रहते है
आसमान को समझकर आगे बढते रहने कि जरुरत को हम हर दिशाओं मे हम समझ लेते है सितारे ही जीवन कि दिशाए तय करते रहते है
पर हर बार हम कहाँ सितारों कि दुनिया मे जा पाते है जिसके अंदर हम जीवन को समझकर आगे चलते रहते है सितारों को समझ लेते है
सितारों को समझकर जीवन को आगे चलने कि जरुरत हर बार हर पल आगे बढती रहती है जो हमे दुनिया सिखाती रहती है
सितारों से ही तो हमारी दुनिया बनती है जो जीवन को परखकर आगे बढती है जिनमे जीवन कि ताकद हर पल रोशनी देकर आगे जाती है
सितारों से ज्यादा हमे दुनिया कि खुशियाँ समझ लेनी होती है जो हमे समझकर आगे बढते रहने कि जरुरत हर मोड पर रहती है
क्योंकि सितारों कि रोशनी के साथ जीवन को समझ लेना अक्सर उजाला देकर जाती है आसमान को सितारों मे समझ लेने कि जरुरत हर बार होती ही है
आसमान को सितारों मे परखकर आगे बढने कि जरुरत जीवन मे होती है कई बार रोशनी दिशाओं को मतलब देती है जीवन को साँसे देकर आगे जाती है
सितारों को समझ लेने कि जरुरत हर राह पर अक्सर जीवन मे होती ही है जो हमे साँसे देकर आगे बढती रहती है उम्मीदे हर पल देती है
आसमान को समझकर दुनिया कि रौनक हम उसमे देखते है उसमे ही तो दुनिया कि खुशियाँ ढूँढते रहते है 

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