Friday, 27 May 2016

कविता ७०६. हँसी कि ताकद

                                                हँसी कि ताकद
हर बात मे हम हँस दे इतना अच्छा तो कोई नही होता है तो क्यूँ उम्मीद करते है हम जवाब नही देंगे जब जवाब देना जरुरी होता है
हँसना तो हर बार अहम चीज होती है क्योंकि हँसने कि जीवन मे हर पल जरुरत होती है जो जीवन को समझ देती है
हँसना ही तो जीवन कि सच्ची ताकद होती है जो जीवन को अलग रोशनी अहम होती है जो जीवन को रोशनी दे जाती है
हँसना ही तो जीवन को नई उम्मीदे दे जाता है वही हमारी ताकद है जिससे अलग दुनिया हर पल  हमे मिलती है रोशनी कि सौगाद जीवन मे बनती है
हँसी तो जीवन को रोशनी देकर चलती है जो जीवन पर अलग असर देती है हँसना ही तो जीवन कि मंजिल बनकर आगे आता है
जीवन कि साँसों कि तलाश बनकर आगे चलने कि उम्मीद हर पल हँसी देकर जाती है जो हमे आगे लेकर चलती जाती है
हँसी ही तो जीवन कि नई सोच हर पल आगे लेकर जाती है हँसी ही तो जीवन कि अलग ताकद होती है जो अलग तरह कि रोशनी दे जाती है
हँसी ही तो खुशियाँ देकर जाती है जो जीवन को अलग तरह से आगे लेकर हर पल जाती है जो हमे उम्मीदे देकर जाती है
हँसना ही तो जीवन को नई साँसे देकर आगे बढता चला जाता है हँसी जीवन को नई शुरुआत देकर जाती है
हँसी ही तो जीवन कि नई शुरुआत होती है जो जीवन कि तलाश होती है जो हमे हर पल आगे लेकर चलती है नई सुबह देकर जाती है 

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