Friday, 20 December 2024

कविता. ५३६२. अदाओं की महफ़िल।

                             अदाओं की महफ़िल।

अदाओं की महफ़िल एहसास दिलाती है लम्हों को दास्तानों की समझ सपना सुनाती है आशाओं को बदलावों की सोच अक्सर अफसाना दिलाती है।

अदाओं की महफ़िल अंदाज दिलाती है तरानों को किनारों की पुकार सोच सुनाती है दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर अफसाना दिलाती है।

अदाओं की महफ़िल कोशिश दिलाती है खयालों को इशारों की सरगम तलाश सुनाती है जज्बातों को अल्फाजों की पहचान अक्सर अफसाना दिलाती है।

अदाओं की महफ़िल आवाज दिलाती है सपनों को एहसासों की कहानी पहचान सुनाती है लम्हों को अरमानों की आस अक्सर अफसाना दिलाती है।

अदाओं की महफ़िल जज्बात दिलाती है नजारों को खयालों की मुस्कान कोशिश सुनाती है इरादों को उम्मीदों की तलाश अक्सर अफसाना दिलाती है।

अदाओं की महफ़िल सहारा दिलाती है राहों को अरमानों की उमंग अंदाज सुनाती है कदमों को उजालों की सुबह अक्सर अफसाना दिलाती है।

अदाओं की महफ़िल अल्फाज दिलाती है इरादों को उम्मीदों की कहानी सोच सुनाती है नजारों को एहसासों की पुकार अक्सर अफसाना दिलाती है।

अदाओं की महफ़िल पहचान दिलाती है कदमों को जज्बातों की कोशिश आस सुनाती है किनारों को नजारों की पहचान अक्सर अफसाना दिलाती है।

अदाओं की महफ़िल परख दिलाती है आशाओं को अंदाजों की रोशनी बदलाव सुनाती है अरमानों को तरानों की परख अक्सर अफसाना दिलाती है।

अदाओं की महफ़िल कोशिश दिलाती है आवाजों को राहों की सोच इरादा सुनाती है लम्हों को खयालों की अहमियत अक्सर अफसाना दिलाती है।

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