Sunday, 29 December 2024

कविता. ५३७१. एक आस खयालों की।

                            एक आस खयालों की।

एक आस खयालों की उमंग सहारा दिलाती है लहरों को इशारों की कहानी पहचान दिलाती है लम्हों को दास्तानों की कोशिश अल्फाज दिलाती है।

एक आस खयालों की मुस्कान कोशिश दिलाती है उजालों को सपनों की सोच अफसाना दिलाती है अरमानों को किनारों की पुकार अल्फाज दिलाती है।

एक आस खयालों की आहट सरगम दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की मुस्कान तलाश दिलाती है इरादों को आशाओं की समझ अल्फाज दिलाती है।

एक आस खयालों की रोशनी किनारा दिलाती है नजारों को किनारों की पुकार आवाज दिलाती है अंदाजों को राहों की सौगात अल्फाज दिलाती है।

एक आस खयालों की तलाश उम्मीद दिलाती है तरानों को लम्हों की अहमियत बदलाव दिलाती है उजालों को सपनों की सुबह अल्फाज दिलाती है।

एक आस खयालों की सोच अरमान दिलाती है दिशाओं को नजारों की आहट पहचान दिलाती है जज्बातों को कदमों की रोशनी अल्फाज दिलाती है।

एक आस खयालों की लहर सौगात दिलाती है इशारों को दास्तानों की परख सहारा दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की कहानी अल्फाज दिलाती है।

एक आस खयालों की समझ अंदाज दिलाती है अदाओं को अरमानों की सौगात सुबह दिलाती है अफसानों को आशाओं की मुस्कान अल्फाज दिलाती है।

एक आस खयालों की उम्मीद दास्तान दिलाती है जज्बातों को आवाजों की धून कोशिश दिलाती है बदलावों को तरानों की सुबह अल्फाज दिलाती है।

एक आस खयालों की पुकार इरादा दिलाती है अफसानों को दिशाओं की अदा किनारा दिलाती है आशाओं को नजारों की पहचान अल्फाज दिलाती है।

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