Tuesday, 4 March 2025

कविता. ५४३६. अदाओं की राह अक्सर।

                         अदाओं की राह अक्सर।

अदाओं की राह अक्सर एहसासों की धून दिलाती है सपनों को कदमों की आहट उजाला दिलाती है लहरों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की राह अक्सर अरमानों की उमंग दिलाती है खयालों को नजारों की आस पहचान दिलाती है उम्मीदों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की राह अक्सर अंदाजों की कोशिश दिलाती है बदलावों को धाराओं की समझ एहसास दिलाती है किनारों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की राह अक्सर अल्फाजों की रोशनी दिलाती है आवाजों को इरादों की परख अरमान दिलाती है एहसासों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की राह अक्सर आशाओं की धून दिलाती है दास्तानों को लहरों की कोशिश लम्हा दिलाती है धाराओं की सौगात दिलाती है।

अदाओं की राह अक्सर जज्बातों की समझ दिलाती है इशारों को किनारों की सुबह परख दिलाती है अफसानों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की राह अक्सर दास्तानों की उम्मीद दिलाती है अल्फाजों को अरमानों की पुकार इरादा दिलाती है कदमों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की राह अक्सर नजारों की पहचान दिलाती है कदमों को अफसानों की सोच जज्बात दिलाती है आशाओं की सौगात दिलाती है।

अदाओं की राह अक्सर लहरों की पुकार दिलाती है अंदाजों को सपनों की कोशिश कहानी दिलाती है इशारों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की राह अक्सर बदलावों की तलाश दिलाती है किनारों को कदमों की धून अहमियत दिलाती है उजालों की सौगात दिलाती है।



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