Saturday 15 July 2023

कविता. ४८६८. किनारों संग आशाओं की।

                                      किनारों संग आशाओं की।

किनारों संग आशाओं की मुस्कान एहसास सुनाती है नजारों को अरमानों की पुकार अहमियत दिलाती है जज्बातों को कदमों की सोच सपना देती है।

किनारों संग आशाओं की कोशिश तलाश सुनाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी सरगम दिलाती है अल्फाजों को उजालों की राह सपना देती है।

किनारों संग आशाओं की सोच अफसाना सुनाती है लहरों को इशारों की पहचान इशारा दिलाती है अरमानों को दिशाओं की कहानी सपना देती है।

किनारों संग आशाओं की सौगात उम्मीद सुनाती है इरादों को दास्तानों की परख उजाला दिलाती है कदमों को अदाओं की पुकार सपना देती है।

किनारों संग आशाओं की उमंग खयाल सुनाती है जज्बातों को अल्फाजों की कोशिश तराना दिलाती है राहों को अंदाजों की रोशनी सपना देती है।

किनारों संग आशाओं की परख आस सुनाती है एहसासों को अदाओं की आवाज पुकार दिलाती है लहरों को कदमों की आहट सपना देती है।

किनारों संग आशाओं की रोशनी अल्फाज सुनाती है अरमानों को दिशाओं की समझ सौगात दिलाती है लम्हों को आवाजों की परख सपना देती है।

किनारों संग आशाओं की राह अंदाज सुनाती है खयालों को इशारों की सोच पहचान दिलाती है दास्तानों को बदलावों की आहट सपना देती है।

किनारों संग आशाओं की पहचान तराना सुनाती है अदाओं को उजालों की सुबह अफसाना दिलाती है इरादों को आशाओं की मुस्कान सपना देती है।

किनारों संग आशाओं की रोशनी सहारा सुनाती है लहरों को राहों की सौगात कोशिश दिलाती है आवाजों को उजालों की पुकार सपना देती है।

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कविता. ५२७०. उजालों से अरमानों की।

                               उजालों से अरमानों की। उजालों से अरमानों की मुस्कान एहसास दिलाती है लहरों को इशारों की समझ अहमियत देकर जाती है...