Wednesday 5 July 2023

कविता. ४८५८. किनारों की आहट संग।

                                     किनारों की आहट संग।

किनारों की आहट संग एहसासों की कहानी मिलती है खयालों को अंदाजों से अरमानों की दिशाएं मिलती है तरानों को उम्मीदों की राह दिलाती है।

किनारों की आहट संग आशाओं की आहट मिलती है दिशाओं को बदलावों से आवाजों की धून मिलती है अल्फाजों को लहरों की राह दिलाती है।

किनारों की आहट संग अंदाजों की पुकार मिलती है कदमों को अदाओं से एहसासों की रोशनी मिलती है जज्बातों को आवाजों की राह दिलाती है।

किनारों की आहट संग अरमानों की कोशिश मिलती है तरानों को उम्मीदों से धाराओं की कहानी मिलती है नजारों को एहसासों की राह दिलाती है।

किनारों की आहट संग अल्फाजों की सौगात मिलती है लम्हों को खयालों से अरमानों की पुकार मिलती है इशारों को आशाओं की राह दिलाती है।

किनारों की आहट संग कदमों की आस मिलती है उजालों को सपनों से इरादों की अल्फाज मिलती है आशाओं को अफसानों की राह दिलाती है।

किनारों की आहट संग नजारों की कहानी मिलती है एहसासों को अंदाजों से उम्मीदों की सोच मिलती है जज्बातों को कदमों की राह दिलाती है।

किनारों की आहट संग तरानों की पहचान मिलती है लम्हों को आवाजों से उजालों की सुबह मिलती है खयालों को एहसासों की राह दिलाती है।

किनारों की आहट संग दास्तानों की परख मिलती है इरादों को अदाओं से कदमों की पुकार मिलती है बदलावों को लहरों की राह दिलाती है।

किनारों की आहट संग अफसानों की समझ मिलती है सपनों को आवाजों से तरानों की उमंग मिलती है उम्मीदों को दिशाओं की राह दिलाती है।

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कविता. ५२७०. उजालों से अरमानों की।

                               उजालों से अरमानों की। उजालों से अरमानों की मुस्कान एहसास दिलाती है लहरों को इशारों की समझ अहमियत देकर जाती है...