Sunday 16 July 2023

कविता. ४८६९. दास्तान कोई इशारों की।

                                      दास्तान कोई इशारों की।

दास्तान कोई इशारों की कहानी कहती है लम्हों को दिशाओं की पुकार उम्मीद की निशानी देती है तरानों संग अरमानों की आहट एहसास दिलाती है।

दास्तान कोई इशारों की सरगम कहती है सपनों को अरमानों की सोच कोशिश की समझ देती है अफसानों संग किनारों की आस एहसास दिलाती है।

दास्तान कोई इशारों की सौगात कहती है उजालों को राहों की अहमियत रोशनी की पहचान देती है आशाओं संग जज्बातों की समझ एहसास दिलाती है।

दास्तान कोई इशारों की पुकार कहती है खयालों को अंदाजों की आस नजारों की तलाश देती है एहसासों संग लहरों की सुबह एहसास दिलाती है।

दास्तान कोई इशारों की कोशिश कहती है राहों को कदमों की सोच अफसानों की समझ देती है अरमानों संग आवाजों की तलाश एहसास दिलाती है।

दास्तान कोई इशारों की सोच कहती है लहरों को अल्फाजों की कोशिश अंदाजों की परख देती है नजारों संग अंदाजों की आहट एहसास दिलाती है।

दास्तान कोई इशारों की मुस्कान कहती है अदाओं को किनारों की पुकार आवाजों की धून देती है जज्बातों संग लम्हों की सौगात एहसास दिलाती है।

दास्तान कोई इशारों की आस कहती है उजालों को सपनों की सुबह तरानों की सौगात देती है अरमानों संग आशाओं की समझ एहसास दिलाती है।

दास्तान कोई इशारों की समझ कहती है आशाओं को बदलावों की उमंग जज्बातों की पहचान देती है उम्मीदों संग अदाओं की परख एहसास दिलाती है।

दास्तान कोई इशारों की अरमान कहती है अंदाजों को इरादों की आस लहरों की पुकार देती है अल्फाजों संग तरानों की कोशिश एहसास दिलाती है।

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कविता. ५२७०. उजालों से अरमानों की।

                               उजालों से अरमानों की। उजालों से अरमानों की मुस्कान एहसास दिलाती है लहरों को इशारों की समझ अहमियत देकर जाती है...