Wednesday, 30 April 2025

कविता. ५४९३. लहरों को अंदाजों की।

                              लहरों को अंदाजों की।

लहरों को अंदाजों की सुबह कोशिश दिलाती है आवाजों को धाराओं की समझ उजाला देकर जाती है किनारों को मुस्कान दिलाती है।

लहरों को अंदाजों की उमंग अफसाना दिलाती है दिशाओं को तरानों की पहचान दास्तान देकर जाती है जज्बातों को मुस्कान दिलाती है।

लहरों को अंदाजों की पुकार इशारा दिलाती है अफसानों को कदमों की आस रोशनी देकर जाती है इरादों को मुस्कान दिलाती है।

लहरों को अंदाजों की राह अरमान दिलाती है उम्मीदों को अल्फाजों की दुनिया बदलाव देकर जाती है नजारों को मुस्कान दिलाती है।

लहरों को अंदाजों की सोच किनारा दिलाती है आशाओं को एहसासों की परख अरमान देकर जाती है लम्हों को मुस्कान दिलाती‌ है।

लहरों को अंदाजों की आहट तलाश दिलाती है खयालों को नजारों की उमंग सरगम देकर जाती है उजालों को मुस्कान दिलाती है।

लहरों को अंदाजों की दुनिया इरादा दिलाती है बदलावों को सपनों की उम्मीद तराना देकर जाती है कदमों को मुस्कान दिलाती है।

लहरों को अंदाजों की रोशनी उमंग दिलाती है अफसानों को दिशाओं की सोच नजारा देकर जाती है तरानों को मुस्कान दिलाती है।

लहरों को अंदाजों की सौगात खयाल दिलाती है अदाओं को अरमानों की रोशनी इशारा देकर जाती है आशाओं को मुस्कान दिलाती है।

लहरों को अंदाजों की पहचान उम्मीद दिलाती है दास्तानों को नजारों की उमंग अदा देकर जाती है अल्फाजों को मुस्कान दिलाती है।

Tuesday, 29 April 2025

कविता. ५४९२. राहों को अरमानों की।

                           ‌राहों को अरमानों की।

राहों को अरमानों की सोच खयाल सुनाती है आशाओं की महफिल अक्सर अल्फाज दिलाती है अंदाजों को सपनों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की उमंग तराना सुनाती है इशारों की पहचान अक्सर उजाला दिलाती है लहरों को किनारों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की आस आहट सुनाती है कदमों की कोशिश अक्सर जज्बात दिलाती है दिशाओं को आशाओं की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की कोशिश सौगात सुनाती है दास्तानों की समझ अक्सर बदलाव दिलाती है तरानों को इरादों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की सुबह अफसाना सुनाती है एहसासों की आहट अक्सर तलाश दिलाती है लम्हों को नजारों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की पहचान अंदाज सुनाती है लहरों की कहानी अक्सर आवाज दिलाती है कदमों को जज्बातों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की आवाज मुस्कान सुनाती है अदाओं की धून अक्सर दास्तान दिलाती है आवाजों को कदमों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की रोशनी सरगम सुनाती है उजालों की रोशनी अक्सर लहर दिलाती है उम्मीदों को खयालों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की उम्मीद एहसास सुनाती है बदलावों की परख अक्सर आस दिलाती है दास्तानों को नजारों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की महफिल लहर सुनाती है इशारों की अहमियत अक्सर अंदाज दिलाती है किनारों को उम्मीदों की पुकार दिलाती है।


Monday, 28 April 2025

कविता. ५४९१. आशाओं को अंदाजों संग।

                       आशाओं को अंदाजों संग।

आशाओं को अंदाजों संग मुस्कान पहचान दिलाती है लम्हों को एहसासों की कोशिश खयाल दिलाती है कदमों की सरगम दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों संग आस अहमियत दिलाती है तरानों को बदलावों की रोशनी इशारा दिलाती है दिशाओं की सरगम दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों संग समझ एहसास दिलाती है कदमों को अल्फाजों की दुनिया तलाश दिलाती है आवाजों की सरगम दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों संग लहर अफसाना दिलाती है धाराओं को अरमानों की पुकार बदलाव दिलाती है नजारों की सरगम दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों संग राह दास्तान दिलाती है किनारों को इशारों की सौगात आस दिलाती है जज्बातों की सरगम दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों संग उमंग तलाश दिलाती है इरादों को अफसानों की सोच पहचान दिलाती है राहों की सरगम दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों संग उम्मीद सुबह दिलाती है आवाजों को कदमों की अदा उजाला दिलाती है लम्हों की सरगम दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों संग परख मुस्कान दिलाती है उजालों को सपनों की सुबह पुकार दिलाती है खयालों की सरगम दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों संग आहट उम्मीद दिलाती है नजारों को राहों की रोशनी सहारा दिलाती है अदाओं की सरगम दिलाती है।

आशाओं को अंदाजों संग पुकार कोशिश दिलाती है दास्तानों को उम्मीदों की सोच तलाश दिलाती है इशारों की सरगम दिलाती है।


Sunday, 27 April 2025

कविता. ५४९०. किनारों की आवाज संग।

                           किनारों की आवाज संग।

किनारों की आवाज संग मुस्कान इशारा दिलाती है लम्हों को अल्फाजों की दुनिया सरगम सुनाती है तरानों की आहट देकर जाती है।

किनारों की आवाज संग उम्मीद खयाल‌ दिलाती है उजालों को सपनों की पुकार पहचान सुनाती है अंदाजों की आहट देकर जाती है।

किनारों की आवाज संग सुबह अफसाना दिलाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश बदलाव सुनाती है आशाओं की आहट देकर जाती है।

किनारों की आवाज संग सरगम सोच दिलाती है कदमों को अरमानों की तलाश दास्तान सुनाती है अदाओं की आहट देकर जाती है।

किनारों की आवाज संग समझ तराना दिलाती है अंदाजों को अफसानों की सोच कहानी सुनाती है इरादों की आहट देकर जाती है।

किनारों की आवाज संग उमंग कोशिश दिलाती है बदलावों को धाराओं की आस अरमान सुनाती है एहसासों की आहट देकर जाती है।

किनारों की आवाज संग रोशनी सपना दिलाती है अफसानों को इरादों की सुबह लम्हा सुनाती है जज्बातों की आहट देकर जाती है।

किनारों की आवाज संग तलाश मुस्कान दिलाती है नजारों को लहरों की पुकार अहमियत सुनाती है उजालों की आहट देकर जाती है।

किनारों की आवाज संग अदा आस दिलाती है राहों को दास्तानों की पहचान अफसाना सुनाती है दिशाओं की आहट देकर जाती है।

किनारों की आवाज संग पुकार लहर‌ दिलाती है इशारों को उम्मीदों की सौगात खयाल सुनाती है अरमानों की  आहट देकर जाती है।

Saturday, 26 April 2025

कविता. ५४८९. जज्बात से जुडकर।

                           जज्बात से जुडकर।

जज्बात से जुडकर उम्मीद इशारा दिलाती है लहरों की कहानी अक्सर अफसाना सुनाती है आशाओं को एहसास दिलाती है।

जज्बात से जुडकर आवाज मुस्कान दिलाती है तरानों की सरगम अक्सर मुस्कान सुनाती है अंदाजों को एहसास दिलाती है।

जज्बात से जुडकर आस पहचान दिलाती है अफसानों की सुबह अक्सर खयाल सुनाती है किनारों को एहसास दिलाती है।

जज्बात से जुडकर आहट इरादा दिलाती है कदमों की सौगात अक्सर उमंग सुनाती है अरमानों को एहसास दिलाती है।

जज्बात से जुडकर अंदाज अल्फाज दिलाती है किनारों की सोच अक्सर तलाश सुनाती है राहों को एहसास दिलाती है।

जज्बात से जुडकर कोशिश उजाला दिलाती है सपनों की पुकार अक्सर बदलाव सुनाती है दिशाओं को एहसास दिलाती है।

जज्बात से जुडकर रोशनी नजारा दिलाती है अंदाजों की आहट अक्सर पहचान सुनाती है अल्फाजों को एहसास दिलाती है।

जज्बात से जुडकर उमंग आस दिलाती है लहरों की कहानी अक्सर आवाज सुनाती है बदलावों को एहसास दिलाती है।

जज्बात से जुडकर सुबह तराना दिलाती है किनारों की सोच अक्सर अफसाना सुनाती है कदमों को एहसास दिलाती है।

जज्बात से जुडकर परख सपना दिलाती है लम्हों की पुकार अक्सर अहमियत सुनाती है उजालों को एहसास दिलाती है।

Friday, 25 April 2025

कविता. ५४८८. अदाओं की धून संग।

                            अदाओं की धून संग।

अदाओं की धून संग आशाओं को बदलावों की तलाश दिलाती है लहरों संग किनारों की मुस्कान अरमान जगाती है।

अदाओं की धून संग बदलावों को धाराओं की समझ दिलाती है लम्हों संग एहसासों की उमंग अरमान जगाती है।

अदाओं की धून संग जज्बातों को इशारों की पहचान दिलाती है अफसानों संग कदमों की आस अरमान जगाती है।

अदाओं की धून संग दिशाओं को किनारों की सुबह दिलाती है खयालों संग उजालों की कोशिश अरमान जगाती है।

अदाओं की धून संग आवाजों को दास्तानों की सोच दिलाती है धाराओं संग लम्हों की अहमियत अरमान जगाती है।

अदाओं की धून संग तरानों को अफसानों की कोशिश दिलाती है इरादों संग नजारों की तलाश अरमान जगाती है।

अदाओं की धून संग अंदाजों को सपनों की पुकार दिलाती है उम्मीदों संग खयालों की रोशनी अरमान जगाती है।

अदाओं की धून संग दिशाओं को लहरों की कहानी दिलाती है आशाओं संग इरादों की सौगात अरमान जगाती है।

अदाओं की धून संग लहरों को कदमों की आवाज दिलाती है दिशाओं संग किनारों की सुबह अरमान जगाती है।

अदाओं की धून संग अल्फाजों को खयालों की कोशिश दिलाती है धाराओं संग नजारों की सोच अरमान जगाती है।

Thursday, 24 April 2025

कविता.५४८७. किनारों को मुस्कान अक्सर।

                         किनारों को मुस्कान अक्सर।

किनारों को मुस्कान अक्सर इशारों की पहचान दिलाती है लम्हों की अहमियत संग आशाओं की सरगम सपना सुनाती है।

किनारों को मुस्कान अक्सर उजालों की सुबह दिलाती है तरानों की सरगम संग आवाजों की धून सपना दिलाती है।

किनारों को मुस्कान अक्सर जज्बातों की पुकार दिलाती है कदमों की सौगात संग अंदाजों की राह सपना दिलाती है।

किनारों को मुस्कान अक्सर खयालों की कोशिश दिलाती है दिशाओं की तलाश संग अफसानों की सोच सपना दिलाती है।

किनारों को मुस्कान अक्सर लम्हों की आवाज दिलाती है इशारों की पहचान संग कदमों की अहमियत सपना दिलाती है।

किनारों को मुस्कान अक्सर लहरों की सौगात दिलाती है एहसासों की आस संग जज्बातों की पुकार सपना दिलाती है।

किनारों को मुस्कान अक्सर दास्तानों की समझ दिलाती है खयालों की सरगम संग इशारों की आस सपना दिलाती है।

किनारों को मुस्कान अक्सर अफसानों की कोशिश दिलाती है उम्मीदों की पुकार संग अरमानों की कहानी सपना दिलाती है।

किनारों को मुस्कान अक्सर तरानों की सोच दिलाती है अफसानों की उमंग संग खयालों की सरगम‌ सपना दिलाती है।

किनारों को मुस्कान अक्सर उम्मीदों की अदा दिलाती है एहसासों की रोशनी संग दास्तानों की लहर सपना दिलाती है।


Wednesday, 23 April 2025

कविता. ५४८६. राहों को बदलावों की।

                             राहों को बदलावों की।

राहों को बदलावों की पुकार मुस्कान दिलाती है लम्हों को अल्फाजों की समझ कोशिश सुनाती है उजालों की सुबह दिलाती है।

राहों को बदलावों की रोशनी तलाश दिलाती है जज्बातों को अरमानों की सोच खयाल सुनाती है तरानों की सुबह दिलाती है।

राहों को बदलावों की लहर उम्मीद दिलाती है कदमों को नजारों की आहट एहसास सुनाती है सपनों की सुबह दिलाती है।

राहों को बदलावों की सरगम पहचान दिलाती है दास्तानों को लहरों की आस अरमान सुनाती है जज्बातों की सुबह दिलाती है।

राहों को बदलावों की कहानी कोशिश दिलाती है इशारों को उम्मीदों की आहट पहचान सुनाती है दिशाओं की सुबह दिलाती है।

राहों को बदलावों की समझ एहसास दिलाती है किनारों को अंदाजों की उमंग तराना सुनाती है खयालों की सुबह दिलाती है।

राहों को बदलावों की सोच इशारा दिलाती है उम्मीदों को आशाओं की महफिल पुकार सुनाती है अफसानों की सुबह दिलाती है।

राहों को बदलावों की उम्मीद तलाश दिलाती है दिशाओं को लम्हों की सौगात अल्फाज सुनाती है इरादों की सुबह दिलाती है।

राहों को बदलावों की आवाज सोच दिलाती है उम्मीदों को अल्फाजों की दुनिया अहमियत सुनाती है किनारों की सुबह दिलाती है।

राहों को बदलावों की आस अफसाना दिलाती है अरमानों को नजारों की पुकार कोशिश सुनाती है लम्हों की सुबह दिलाती है।


Tuesday, 22 April 2025

कविता. ५४८५. आवाजों की धून संग।

                         आवाजों की धून संग।

आवाजों की धून संग एहसास दिलाती है कदमों को लहरों की पुकार अफसाना दिलाती है एहसासों की राह दिलाती है।

आवाजों की धून संग कोशिश दिलाती है लम्हों को अल्फाजों की दुनिया परख दिलाती है खयालों की राह दिलाती है।

आवाजों की धून संग नजारा दिलाती है किनारों को अंदाजों की आस बदलाव दिलाती है अफसानों की राह दिलाती है।

आवाजों की धून संग मुस्कान दिलाती है इरादों को उम्मीदों की सौगात तलाश दिलाती है दिशाओं की राह दिलाती है।

आवाजों की धून संग अंदाज दिलाती है उजालों को कदमों की सुबह अरमान दिलाती है तरानों की राह दिलाती है।

आवाजों की धून संग उजाला दिलाती है खयालों को नजारों की पहचान सहारा दिलाती है एहसासों की राह दिलाती है।

आवाजों की धून संग जज्बात दिलाती है अल्फाजों को बदलावों की सोच सौगात दिलाती है किनारों की राह दिलाती है।

आवाजों की धून संग सरगम दिलाती है इशारों को सपनों की पुकार अरमान दिलाती है लहरों की राह दिलाती है।

आवाजों की धून संग सुबह दिलाती है उम्मीदों को किनारों की अहमियत मुस्कान दिलाती है आशाओं की राह दिलाती है।

आवाजों की धून संग सोच दिलाती है अफसानों को इशारों की तलाश आहट दिलाती है कदमों की राह दिलाती है।

Monday, 21 April 2025

कविता. ५४८४. आशाओं की महफिल चुपके से।

                     आशाओं की महफिल चुपके से।

आशाओं की महफिल चुपके से एहसास देती है कदमों को अल्फाजों की दुनिया पहचान सुनाती है तरानों की सरगम दिलाती है।

आशाओं की महफिल चुपके से अल्फाज देती है किनारों को कदमों की सौगात आवाज सुनाती है एहसासों की सरगम दिलाती है।

आशाओं की महफिल चुपके से तलाश देती है अफसानों को सपनों की आहट लहर सुनाती है जज्बातों की सरगम दिलाती है।

आशाओं की महफिल चुपके से मुस्कान देती है खयालों को नजारों की समझ पहचान सुनाती है अल्फाजों की सरगम दिलाती है।

आशाओं की महफिल चुपके से अंदाज देती है इशारों को उजालों की पुकार अहमियत सुनाती है अफसानों की सरगम दिलाती है।

आशाओं की महफिल चुपके से रोशनी देती है जज्बातों को लहरों की कहानी इरादा सुनाती है लम्हों की सरगम दिलाती है।

आशाओं की महफिल चुपके से आस देती है उम्मीदों को तरानों की उमंग दास्तान सुनाती है कदमों की सरगम दिलाती है।

आशाओं की महफिल चुपके से परख देती है राहों को दास्तानों की आवाज तराना‌ सुनाती है दिशाओं की सरगम दिलाती है।

आशाओं की महफिल चुपके से कोशिश देती है इरादों को अरमानों की सोच आस सुनाती है खयालों की सरगम दिलाती है।

आशाओं की महफिल चुपके से दास्तान देती है नजारों को दिशाओं की पहचान मुस्कान सुनाती है बदलावों की सरगम दिलाती है।

Sunday, 20 April 2025

कविता. ५४८३. अदाओं की धून जुडकर।

                         अदाओं की धून जुडकर।

अदाओं की धून जुडकर अफसाना दिलाती है दिशाओं को लहरों की पुकार दिलाती है सपनों को राहों की अहमियत परख दिलाती है।

अदाओं की धून जुडकर बदलाव दिलाती है किनारों को अंदाजों की सोच दिलाती है एहसासों को लम्हों की पहचान परख दिलाती है।

अदाओं की धून जुडकर इरादा दिलाती है अफसानों को नजारों की सौगात दिलाती है उजालों को अंदाजों की आहट परख दिलाती है।

अदाओं की धून जुडकर आवाज दिलाती है खयालों को इरादों की उमंग दिलाती है कदमों को अल्फाजों की समझ परख दिलाती है।

अदाओं की धून जुडकर जज्बात दिलाती है आवाजों को धाराओं की कोशिश दिलाती है बदलावों को आशाओं की सरगम परख दिलाती है।

अदाओं की धून जुडकर तलाश दिलाती है इशारों को एहसासों की रोशनी दिलाती है उम्मीदों को तरानों की आवाज परख दिलाती है।

अदाओं की धून जुडकर अंदाज दिलाती है नजारों को लम्हों की अहमियत दिलाती है किनारों को अरमानों की उम्मीद परख दिलाती है।

अदाओं की धून जुडकर दास्तान दिलाती है इरादों को राहों की पहचान दिलाती है खयालों को सपनों की पुकार परख दिलाती है।

अदाओं की धून जुडकर उमंग दिलाती है अफसानों को किनारों की सरगम दिलाती है कदमों को नजारों की आहट परख दिलाती है।

अदाओं की धून जुडकर तराना दिलाती है जज्बातों को बदलावों की सौगात दिलाती है एहसासों को उजालों की कोशिश परख दिलाती है।

Saturday, 19 April 2025

कविता. ५४८२. सपनों की आहट अक्सर।

                          सपनों की आहट अक्सर।

सपनों की आहट अक्सर एहसास दिलाती है कदमों को अल्फाजों की दुनिया खयाल सुनाकर जाती है जज्बातों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर कोशिश दिलाती है राहों को दास्तानों की समझ आवाज सुनाकर जाती है आशाओं की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर लहर दिलाती है किनारों को अंदाजों की पुकार अफसाना सुनाकर जाती है नजारों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर इरादा‌ दिलाती है लम्हों को एहसासों की उमंग अरमान सुनाकर जाती है कदमों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर सरगम दिलाती है अंदाजों को कदमों की सौगात तराना सुनाकर जाती है खयालों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर बदलाव दिलाती है उजालों को खयालों की राह आस सुनाकर जाती है इशारों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर किनारा दिलाती है राहों को लम्हों की अहमियत अंदाज सुनाकर जाती है तरानों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर उमंग दिलाती है दिशाओं को आवाजों की धून इरादा सुनाकर जाती है एहसासों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर उम्मीद दिलाती है अदाओं को लहरों की कहानी पुकार सुनाकर जाती है इरादों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर अफसाना दिलाती है उजालों को अरमानों की समझ पहचान सुनाकर जाती है उम्मीदों की रोशनी दिलाती है।

Friday, 18 April 2025

कविता. ५४८१. इरादों को एहसासों की।

                           इरादों को एहसासों की।

इरादों को एहसासों की समझ खयाल सुनाती है अल्फाजों संग मुस्कान अक्सर उजालों की सुबह से बदलाव दिलाती है।

इरादों को एहसासों की उमंग सरगम सुनाती है तरानों संग कोशिश अक्सर अरमानों की पहचान से बदलाव दिलाती है।

इरादों को एहसासों की अहमियत सपना सुनाती है राहों संग लहर अक्सर उम्मीदों की जज्बात से बदलाव दिलाती है।

इरादों को एहसासों की आस आवाज सुनाती है जज्बातों संग रोशनी अक्सर दास्तानों की उमंग से बदलाव दिलाती है।

इरादों को एहसासों की सौगात तलाश सुनाती है नजारों संग परख अक्सर अफसानों की कोशिश से बदलाव दिलाती है।

इरादों को एहसासों की लहर अंदाज सुनाती है इशारों संग अहमियत अक्सर सपनों की पुकार से‌ बदलाव दिलाती है।

इरादों को एहसासों की दुनिया उम्मीद सुनाती है खयालों संग तलाश अक्सर कदमों की सोच से बदलाव दिलाती है।

इरादों को एहसासों की सोच तराना सुनाती है अरमानों संग सुबह अक्सर खयालों की राह से बदलाव दिलाती है।

इरादों को एहसासों की कहानी समझ सुनाती है किनारों संग आस अक्सर अदाओं की मुस्कान से बदलाव दिलाती है।

इरादों को एहसासों की पुकार आस सुनाती है आवाजों‌ संग सोच अक्सर आशाओं की महफिल से बदलाव दिलाती है।

Thursday, 17 April 2025

कविता. ५४८०. कोई आस अक्सर।

                              कोई आस अक्सर।

कोई आस अक्सर मुस्कान दिलाती है लहरों को खयालों की सरगम आवाज सुनाती है नजारों की आहट दिलाती है।

कोई आस अक्सर एहसास दिलाती है आशाओं को बदलावों की पुकार अरमान सुनाती है सपनों की आहट दिलाती है।

कोई आस अक्सर अफसाना दिलाती है लम्हों को किनारों की सुबह जज्बात सुनाती है अंदाजों की आहट दिलाती है।

कोई आस अक्सर उजाला दिलाती है उम्मीदों को तरानों की सौगात सपना सुनाती है अफसानों की आहट दिलाती है।

कोई आस अक्सर लहर दिलाती है कदमों को अंदाजों की पहचान अंदाज सुनाती है दिशाओं की आहट दिलाती है।

कोई आस अक्सर पहचान दिलाती है अल्फाजों को राहों की अहमियत इशारा सुनाती है अरमानों की आहट दिलाती है।

कोई आस अक्सर दास्तान दिलाती है इरादों को बदलावों की सोच तराना सुनाती है लम्हों की आहट दिलाती है।

कोई आस अक्सर कोशिश दिलाती है अदाओं को आवाजों की रोशनी तलाश सुनाती है किनारों की आहट दिलाती है।

कोई आस अक्सर उमंग दिलाती है अफसानों को आशाओं की महफिल सुबह दिलाती है बदलावों की आहट दिलाती है।

कोई आस अक्सर सपना दिलाती है उजालों को अफसानों की पुकार पहचान दिलाती है एहसासों की आहट दिलाती है।


Wednesday, 16 April 2025

कविता. ५४७९. इस उम्मीद की।

                               इस उम्मीद की।

इस उम्मीद की कोशिश तलाश दिलाती है लहरों को खयालों की समझ अरमान सुनाती है एहसासों को अफसानों की सुबह दिलाती है।

इस उम्मीद की सौगात सरगम दिलाती है राहों को अरमानों की सोच अहमियत सुनाती है नजारों को दिशाओं की सुबह दिलाती है।

इस उम्मीद की उमंग किनारा दिलाती है आवाजों को धाराओं की सौगात तराना सुनाती है खयालों को सपनों की सुबह दिलाती है।

इस उम्मीद की आवाज एहसास दिलाती है कदमों को अल्फाजों की दुनिया पुकार सुनाती है इशारों को जज्बातों की सुबह दिलाती है।

इस उम्मीद की सोच मुस्कान दिलाती है बदलावों को लहरों की कोशिश आस सुनाती है उजालों को आशाओं की सुबह दिलाती है।

इस उम्मीद की पहचान इरादा दिलाती है लम्हों को अंदाजों की रोशनी किनारा सुनाती है तरानों को अरमानों की सुबह दिलाती है।

इस उम्मीद की आहट खयाल दिलाती है सपनों को आशाओं की राह परख सुनाती है आवाजों को किनारों की सुबह दिलाती है।

इस उम्मीद की रोशनी इशारा दिलाती है बदलावों को धाराओं की आस लहर सुनाती है अदाओं को अल्फाजों की सुबह दिलाती है।

इस उम्मीद की कहानी पुकार दिलाती है उजालों को नजारों की आवाज धारा सुनाती है अंदाजों को दास्तानों की सुबह दिलाती है।

इस उम्मीद की समझ अरमान दिलाती है आशाओं को कदमों की आस लम्हा सुनाती है जज्बातों को अदाओं की सुबह दिलाती है।


Tuesday, 15 April 2025

कविता. ५४७८. एक कोशिश अक्सर।

                      एक कोशिश अक्सर।

एक कोशिश अक्सर एहसास सुनाती है खयालों संग नजारों की आस अरमान जगाती है किनारों को कदमों की सौगात दिलाती है।

एक कोशिश अक्सर अफसाना सुनाती है दास्तानों संग लहरों की कहानी आवाज जगाती है तरानों को इशारों की सौगात दिलाती है।

एक कोशिश अक्सर जज्बात सुनाती है एहसासों संग राहों की अहमियत अल्फाज जगाती है इरादों को लम्हों की सौगात दिलाती है।

एक कोशिश अक्सर अंदाज सुनाती है दिशाओं संग अरमानों की सोच आस जगाती है आशाओं को बदलावों की सौगात दिलाती है।

एक कोशिश अक्सर उमंग सुनाती है तरानों संग अंदाजों की पुकार सुबह जगाती है अफसानों को अल्फाजों की सौगात दिलाती है।

एक कोशिश अक्सर आस सुनाती है अदाओं संग धाराओं की समझ मुस्कान जगाती है दास्तानों को सपनों की सौगात दिलाती है।

एक कोशिश अक्सर आवाज सुनाती है लम्हों संग अल्फाजों की सोच आहट जगाती है उजालों को अदाओं की सौगात दिलाती है।

एक कोशिश अक्सर तराना सुनाती है जज्बातों संग बदलावों की रोशनी अंदाज जगाती है उम्मीदों को खयालों की सौगात दिलाती है।

एक कोशिश अक्सर मुस्कान सुनाती है आशाओं संग इरादों की सरगम एहसास जगाती है‌ अंदाजों को किनारों की सौगात दिलाती है।

एक कोशिश अक्सर दास्तान सुनाती है अरमानों संग नजारों की आस पहचान जगाती है आवाजों को धाराओं की सौगात दिलाती है।


Monday, 14 April 2025

कविता. ५४७७. खयालों की सरगम अक्सर।

                      खयालों की सरगम अक्सर।

खयालों की सरगम अक्सर सपना सुनाती है एहसासों से किनारों की मुस्कान अहमियत दिलाती है अदाओं की धून सुनाती है।

खयालों की सरगम अक्सर जज्बात सुनाती है तरानों से कदमों की समझ तलाश दिलाती है इशारों की धून सुनाती है।

खयालों की सरगम अक्सर आवाज सुनाती है अंदाजों से दास्तानों की राह कोशिश दिलाती है लहरों की धून सुनाती है।

खयालों की सरगम अक्सर पुकार सुनाती है दिशाओं से आशाओं की महफिल आवाज दिलाती है कदमों की धून सुनाती है।

खयालों की सरगम अक्सर आस सुनाती है लहरों से उजालों की सुबह बदलाव दिलाती है उम्मीदों की धून सुनाती है।

खयालों की सरगम अक्सर पहचान सुनाती है अरमानों से उम्मीदों की सौगात लम्हा दिलाती है तरानों की धून सुनाती है।

खयालों की सरगम अक्सर दास्तान सुनाती है आवाजों से जज्बातों की कोशिश सोच दिलाती है किनारों की धून सुनाती है।

खयालों की सरगम अक्सर तराना सुनाती है अल्फाजों से एहसासों की पुकार अफसाना दिलाती है इरादों की धून सुनाती है।

खयालों की सरगम अक्सर अरमान सुनाती है कदमों से इरादों की पहचान उजाला दिलाती है बदलावों की धून सुनाती है।

खयालों की सरगम अक्सर उमंग सुनाती है उम्मीदों से अल्फाजों की दुनिया इशारा दिलाती है राहों की धून‌ सुनाती है।

Sunday, 13 April 2025

कविता. ५४७६. किनारों को कदमों की।

                          किनारों को कदमों की।

किनारों को कदमों की सौगात तलाश दिलाती है अफसानों की सोच अक्सर पहचान दिलाती है आशाओं की महफिल दिलाती है।

किनारों को कदमों की राह अल्फाज दिलाती है अरमानों की आस अक्सर खयाल दिलाती है आवाजों की महफिल दिलाती है।

किनारों को कदमों की रोशनी आहट दिलाती है अंदाजों की पुकार अक्सर कहानी दिलाती है लम्हों की महफिल दिलाती है।

किनारों को कदमों की लहर अरमान दिलाती है सपनों की पहचान अक्सर इशारा दिलाती है एहसासों की महफिल दिलाती है।

किनारों को कदमों की सोच परख दिलाती है नजारों की आहट अक्सर जज्बात दिलाती है धाराओं की महफिल दिलाती है।

किनारों को कदमों की सुबह उम्मीद दिलाती है आशाओं की सरगम अक्सर आस दिलाती है दास्तानों की महफिल दिलाती है।

किनारों को कदमों की पुकार इशारा दिलाती है खयालों की अहमियत अक्सर मुस्कान दिलाती है तरानों की महफिल दिलाती है।

किनारों को कदमों की अदा अफसाना दिलाती है लहरों की पहचान अक्सर उजाला दिलाती है इशारों की महफिल दिलाती है।

किनारों को कदमों की आस तराना दिलाती है अरमानों की कोशिश अक्सर मुस्कान दिलाती है अल्फाजों की महफिल दिलाती है।

किनारों को कदमों की उमंग कोशिश दिलाती है दिशाओं की तलाश अक्सर अहमियत दिलाती है इरादों की महफिल दिलाती है।

किनारों को कदमों की उम्मीद एहसास दिलाती है आवाजों की धून अक्सर बदलाव दिलाती है खयालों की महफिल दिलाती है।


Saturday, 12 April 2025

कविता. ५४७५. उम्मीद की सौगात अक्सर।

                    उम्मीद की सौगात अक्सर।

उम्मीद की सौगात अक्सर मुस्कान लेकर आती है कदमों को अरमानों की सोच सुबह दिलाती है लम्हों की आहट सुनाती है।

उम्मीद की सौगात अक्सर कोशिश लेकर आती है किनारों को तरानों की सरगम रोशनी दिलाती है एहसासों की आहट सुनाती है।

उम्मीद की सौगात अक्सर आवाज लेकर आती है नजारों को दिशाओं की आस अंदाज दिलाती है लहरों की आहट सुनाती है।

उम्मीद की सौगात अक्सर जज्बात लेकर आती है आशाओं को बदलावों की पुकार उमंग दिलाती है अरमानों की आहट सुनाती है।

उम्मीद की सौगात अक्सर तलाश लेकर आती है दास्तानों को नजारों की अहमियत खयाल दिलाती है उजालों की आहट सुनाती है।

उम्मीद की सौगात अक्सर अल्फाज लेकर आती है अंदाजों को सपनों की सरगम आवाज दिलाती है अदाओं की आहट सुनाती है।

उम्मीद की सौगात अक्सर आस लेकर आती है किनारों को अफसानों की राह दास्तान दिलाती है अल्फाजों की आहट सुनाती है।

उम्मीद की सौगात अक्सर रोशनी लेकर आती है इशारों को आवाजों की धून सपना दिलाती है इरादों की आहट सुनाती है।

उम्मीद की सौगात अक्सर बदलाव लेकर आती है अदाओं को एहसासों की कोशिश तराना दिलाती है जज्बातों की आहट सुनाती है।

उम्मीद की सौगात अक्सर दास्तान लेकर आती है खयालों को सपनों की अहमियत नजारा दिलाती है कदमों की आहट सुनाती है।

Friday, 11 April 2025

कविता. ५४७४. खयालों की राह अक्सर।

                         खयालों की राह अक्सर।

खयालों की राह अक्सर इरादा देती है एहसासों को आशाओं की महफिल आस देती है अंदाजों को नजारों की सौगात देती है।

खयालों की राह अक्सर मुस्कान देती है किनारों को लहरों की सरगम कोशिश देती है अफसानों को लम्हों की सौगात देती है।

खयालों की राह अक्सर सुबह देती है इशारों को जज्बातों की आहट सपना देती है अल्फाजों को दिशाओं की सौगात देती है।

खयालों की राह अक्सर दास्तान देती है सपनों को अरमानों की सोच तलाश देती है सपनों को उजालों की सौगात देती है।

खयालों की राह अक्सर अफसाना देती है तरानों को बदलावों की पुकार रोशनी देती है अंदाजों को आवाजों की सौगात देती है।

खयालों की राह अक्सर नजारा देती है अरमानों को कदमों की आस उमंग देती है सपनों को जज्बातों की सौगात देती है।

खयालों की राह अक्सर कोशिश देती है लहरों को आवाजों की धून तराना देती है दास्तानों को किनारों की सौगात देती है।

खयालों की राह अक्सर उमंग देती है उम्मीदों को अल्फाजों की दुनिया कोशिश देती है अदाओं को सपनों की सौगात देती है।

खयालों की राह अक्सर लहर देती है बदलावों को धाराओं की समझ पहचान देती है अरमानों को आशाओं की सौगात देती है।

खयालों की राह अक्सर पुकार देती है इरादों को अंदाजों की पुकार अफसाना देती है दिशाओं को धाराओं की सौगात देती है।

Thursday, 10 April 2025

कविता. ५४७३. अफसानों को कदमों की।

                          अफसानों को कदमों की।

अफसानों को कदमों की सौगात मुस्कान सुनाती है तरानों की सरगम संग कोशिश दिलाती है लम्हों को एहसासों की उमंग सुनाती है।

अफसानों को कदमों की पहचान इशारा सुनाती है बदलावों की सुबह संग जज्बात दिलाती है लहरों को खयालों की उमंग सुनाती है।

अफसानों को कदमों की आहट आवाज सुनाती है नजारों की आस संग अरमान दिलाती है सपनों को अंदाजों की उमंग सुनाती है।

अफसानों को कदमों की सोच लहर सुनाती है उम्मीदों की कश्ती संग अहमियत दिलाती है दास्तानों को किनारों की उमंग सुनाती है।

अफसानों को कदमों की पुकार कोशिश सुनाती है राहों की रोशनी संग आवाज दिलाती है अरमानों को उजालों की उमंग सुनाती है।

अफसानों को कदमों की परख अदा सुनाती है दास्तानों की उम्मीद संग अल्फाज दिलाती है इशारों को दिशाओं की उमंग सुनाती है।

अफसानों को कदमों की समझ अंदाज सुनाती है उजालों की सुबह संग इरादा दिलाती है किनारों को अरमानों की उमंग सुनाती है।

अफसानों को कदमों की आस खयाल सुनाती है तरानों की आहट संग खयाल दिलाती है आशाओं को आवाजों की उमंग सुनाती है।

अफसानों को कदमों की सुबह अरमान सुनाती है इशारों की तलाश संग आवाज दिलाती है इरादों को बदलावों की उमंग सुनाती है।

अफसानों को कदमों की राह इरादा सुनाती है अल्फाजों की दुनिया संग सरगम दिलाती है नजारों को लम्हों की उमंग सुनाती है।


Wednesday, 9 April 2025

कविता. ५४७२. ज्ञएहसास की कोई।

                           एहसास की कोई।

एहसास की कोई पुकार तलाश दिलाती है कदमों को जज्बातों की आहट उजाला देकर जाती है अरमानों की आस सुनाती है।

एहसास की कोई आवाज मुस्कान दिलाती है अदाओं को सपनों की रोशनी उमंग देकर जाती है आवाजों की आस सुनाती है।

एहसास की कोई अंदाज कोशिश दिलाती है उम्मीदों को अल्फाजों की दुनिया आस देकर जाती है आशाओं की आस सुनाती है।

एहसास की कोई पहचान खयाल दिलाती है राहों को दास्तानों की सरगम बदलाव देकर जाती है इशारों की आस सुनाती है।

एहसास की कोई समझ किनारा दिलाती है तरानों को किनारों की तलाश कोशिश देकर जाती है खयालों की आस सुनाती है।

एहसास की कोई परख अरमान दिलाती है नजारों को लम्हों की अहमियत समझ देकर जाती है अफसानों की आस सुनाती है।

एहसास की कोई रोशनी दास्तान दिलाती है आवाजों को धाराओं की सोच खयाल देकर जाती है इरादों की आस सुनाती है।

एहसास की कोई सौगात तराना दिलाती है बदलावों को कदमों की समझ अरमान देकर जाती है धाराओं की आस सुनाती है।

एहसास की कोई सुबह अफसाना दिलाती है अंदाजों को बदलावों की लहर आवाज देकर जाती है अल्फाजों की आस सुनाती है।

एहसास की कोई उम्मीद अल्फाज दिलाती है राहों को खयालों की पहचान तराना देकर जाती है उजालों की आस सुनाती है।




Tuesday, 8 April 2025

कविता. ५४७१. लहरों की कहानी अक्सर।

                          लहरों की कहानी अक्सर।

लहरों की कहानी अक्सर आशाओं की सरगम दिलाती है सपनों को अरमानों की पुकार एहसास सुनाती है तरानों की आहट दिलाती है।

लहरों की कहानी अक्सर दास्तानों की उमंग दिलाती है खयालों को नजारों की कोशिश अफसाना सुनाती है उजालों की आहट दिलाती है।

लहरों की कहानी अक्सर एहसासों की पुकार दिलाती है किनारों को जज्बातों की सोच अरमान सुनाती है खयालों की आहट दिलाती है।

लहरों की कहानी अक्सर कदमों की आस दिलाती है एहसासों को किनारों की मुस्कान अल्फाज सुनाती है नजारों की आहट दिलाती है।

लहरों की कहानी अक्सर आवाजों की धून दिलाती है बदलावों को धाराओं की समझ पहचान सुनाती है दिशाओं की आहट दिलाती है।

लहरों की कहानी अक्सर अरमानों की रोशनी दिलाती है इशारों को लम्हों की अहमियत पुकार सुनाती है अंदाजों की आहट दिलाती है।

लहरों की कहानी अक्सर अल्फाजों की दुनिया दिलाती है अफसानों को सपनों की दास्तान तराना सुनाती है इरादों की आहट दिलाती है।

लहरों की कहानी अक्सर दिशाओं की समझ दिलाती है कदमों को इरादों की सोच अल्फाज सुनाती है किनारों की आहट दिलाती है।

लहरों की कहानी अक्सर तरानों की सुबह दिलाती है आवाजों को धाराओं की समझ कोशिश सुनाती है उम्मीदों की आहट दिलाती है।

लहरों की कहानी अक्सर अदाओं की आस दिलाती है कदमों को अरमानों की तलाश खयाल सुनाती है अफसानों की आहट दिलाती है।


Monday, 7 April 2025

कविता. ५४७०. उजालों को आशाओं की।

                            उजालों को आशाओं की।

उजालों को आशाओं की सरगम सुबह दिलाती है कदमों की सौगात अक्सर मुस्कान सुनाती है एहसासों की आवाज सुनाती है।

उजालों को आशाओं की पहचान खयाल दिलाती है अंदाजों की पुकार अक्सर अफसाना सुनाती है नजारों की आवाज सुनाती है।

उजालों को आशाओं की उमंग अरमान दिलाती है इशारों की आस अक्सर उम्मीद सुनाती है अफसानों की आवाज सुनाती है।

उजालों को आशाओं की तलाश किनारा दिलाती है दास्तानों की तलाश अक्सर सपना सुनाती है राहों की आवाज सुनाती है।

उजालों को आशाओं की पुकार इरादा दिलाती है कदमों की समझ अक्सर आस सुनाती है लहरों की आवाज सुनाती है।

उजालों को आशाओं की सोच सौगात दिलाती है खयालों की सोच अक्सर इरादा सुनाती है अल्फाजों की आवाज सुनाती है।

उजालों को आशाओं की महफिल तराना दिलाती है लम्हों की अहमियत अक्सर कोशिश सुनाती है तरानों की आवाज सुनाती है।

उजालों को आशाओं की रोशनी आस दिलाती है अरमानों की आहट अक्सर उमंग सुनाती है धाराओं की आवाज सुनाती है।

उजालों को आशाओं की दास्तान अंदाज दिलाती है लहरों की पहचान अक्सर आहट सुनाती है इरादों की आवाज सुनाती है।

उजालों को आशाओं की आस कोशिश दिलाती है अफसानों की सोच अक्सर एहसास सुनाती है कदमों की आवाज सुनाती है।

Sunday, 6 April 2025

कविता. ५४६९. किनारों की कोशिश अक्सर।

                         किनारों की कोशिश अक्सर। 

किनारों की कोशिश अक्सर आवाज सुनाती है अरमानों से सपनों की लहर अल्फाज सुनाती है तरानों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर मुस्कान सुनाती है एहसासों से आशाओं की तलाश पुकार सुनाती है अदाओं की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर इशारा सुनाती है अफसानों से लम्हों की सुबह खयाल सुनाती है जज्बातों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर सोच सुनाती है धाराओं से नजारों की पहचान उमंग सुनाती है बदलावों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर सौगात सुनाती है सपनों से राहों की तलाश एहसास सुनाती है कदमों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर अफसाना सुनाती है अरमानों से अंदाजों की सुबह सरगम सुनाती है उजालों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर बदलाव सुनाती है उजालों से इरादों की आवाज अफसाना सुनाती है दिशाओं की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर तराना सुनाती है इशारों से कदमों की मुस्कान उम्मीद सुनाती है अफसानों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर उमंग सुनाती है खयालों से अल्फाजों की आस इरादा सुनाती है लहरों की अहमियत देती है।

किनारों की कोशिश अक्सर नजारा सुनाती है दास्तानों से बदलावों की पुकार पहचान सुनाती है लम्हों की अहमियत देती है।



Saturday, 5 April 2025

कविता. ५४६८. उम्मीद की राह अक्सर।

                           उम्मीद की राह अक्सर।

उम्मीद की राह अक्सर आवाजों की धून दिलाती है कदमों को अल्फाजों की कोशिश दास्तान सुनाती है एहसासों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर सपनों की पुकार दिलाती है उजालों को अरमानों की सोच अफसाना सुनाती है इरादों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर आशाओं की महफिल दिलाती है बदलावों को धाराओं की समझ इशारा सुनाती है तरानों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर अरमानों की सौगात दिलाती है नजारों को लम्हों की सरगम एहसास सुनाती है अफसानों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर अंदाजों की परख दिलाती है इशारों को जज्बातों की आहट अहमियत सुनाती है खयालों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर दास्तानों की उमंग दिलाती है लहरों को किनारों की मुस्कान अरमान सुनाती है उजालों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर एहसासों की आस दिलाती है लम्हों को बदलावों की रोशनी पहचान सुनाती है किनारों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर तरानों की कोशिश दिलाती है एहसासों को नजारों की समझ तलाश सुनाती है अरमानों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर अल्फाजों की दुनिया दिलाती है तरानों को इशारों की सरगम सपना सुनाती है जज्बातों को दिशाएं देकर जाती है।

उम्मीद की राह अक्सर उजालों की पुकार दिलाती है अंदाजों को नजारों की पहचान आवाज सुनाती है बदलावों को दिशाएं देकर जाती है।

Friday, 4 April 2025

कविता. ५४६७. राहों को अरमानों की।

                            राहों को अरमानों की।

राहों को अरमानों की सोच इशारा दिलाती है लम्हों को अल्फाजों की पहचान तराना सुनाती है जज्बातों को लहरों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की सौगात सुबह दिलाती है किनारों को अंदाजों की समझ अहमियत सुनाती है तरानों को इरादों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की उमंग दास्तान दिलाती है अफसानो को खयालों की सरगम कोशिश सुनाती है उम्मीदों को तरानों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की आस तलाश दिलाती है सपनों को बदलावों की आस अंदाज सुनाती है कदमों को लम्हों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की कोशिश उम्मीद दिलाती है अदाओं को नजारों की सोच इरादा सुनाती है किनारों को आशाओं की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की तलाश आस दिलाती है कदमों को अल्फाजों की दुनिया एहसास सुनाती है उजालों को सपनों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की रोशनी सरगम दिलाती है दिशाओं को उम्मीदों की आवाज सोच सुनाती है इरादों को दास्तानों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की अदा उजाला दिलाती है अंदाजों को इरादों की सुबह जज्बात सुनाती है खयालों को आशाओं की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की लहर तराना दिलाती है इशारों को अफसानों की पहचान सरगम सुनाती है दिशाओं को अंदाजों की पुकार दिलाती है।

राहों को अरमानों की उमंग मुस्कान दिलाती है उजियारों को बदलावों की सोच आहट सुनाती है इरादों को खयालों की पुकार दिलाती है।

Thursday, 3 April 2025

कविता. ५४६६. आशाओं की सरगम संग।

                            आशाओं की सरगम संग।

आशाओं की सरगम संग लहर‌ इशारा दिलाती है अदाओं को सपनों की पुकार सौगात दिलाती है तरानों को उजाला दिलाती है।

आशाओं की सरगम संग आस उम्मीद दिलाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश अरमान दिलाती है राहों को उजाला दिलाती है।

आशाओं की सरगम संग अंदाज मुस्कान दिलाती है कदमों को अल्फाजों की दुनिया खयाल दिलाती है तरानों को उजाला दिलाती है।

आशाओं की सरगम संग उमंग अफसाना दिलाती है किनारों को कदमों की पहचान आवाज दिलाती है लम्हों को उजाला दिलाती है।

आशाओं की सरगम संग आहट आहट दिलाती है लहरों को खयालों की सोच एहसास दिलाती है कदमों को उजाला दिलाती है।

आशाओं की सरगम संग दास्तान बदलाव दिलाती है जज्बातों को इशारों की समझ तलाश दिलाती है अरमानों को उजाला दिलाती है।

आशाओं की सरगम संग‌ सुबह अल्फाज दिलाती है अफसानों को अल्फाजों की आस‌ उम्मीद दिलाती है एहसासों को उजाला दिलाती है।

आशाओं की सरगम संग समझ‌ तराना दिलाती है कदमों को आवाजों की धून अहमियत दिलाती है सपनों को उजाला दिलाती है।

आशाओं की सरगम संग अदा इरादा दिलाती है किनारों को उम्मीदों की रोशनी धून दिलाती है खयालों को उजाला दिलाती है।

आशाओं की सरगम संग कोशिश लहर दिलाती है लम्हों को एहसासों की सौगात मुस्कान दिलाती है नजारों को उजाला दिलाती है।

Wednesday, 2 April 2025

कविता. ५४६५. लम्हों को एहसासों की।

                      लम्हों को एहसासों की।

लम्हों को एहसासों की पहचान इशारा देती है दिशाओं को अरमानों की सोच सरगम देती है किनारों को कदमों की आस देती है।

लम्हों को एहसासों की कोशिश उम्मीद देती है तरानों को इशारों की तलाश सुबह देती है अफसानों को आशाओं की आस देती है।

लम्हों को एहसासों की उमंग नजारा देती है आवाजों को धाराओं की समझ सौगात देती है जज्बातों को बदलावों की आस देती है।

लम्हों को एहसासों की रोशनी मुस्कान देती है अंदाजों को सपनों की पुकार अल्फाज देती है उजालों को अरमानों की आस देती है।

लम्हों को एहसासों की सुबह लहर देती है इरादों को किनारों की अहमियत दास्तान देती है अदाओं को राहों की आस देती है।

लम्हों को एहसासों की सौगात तलाश देती है अफसानों को सपनों की आहट उमंग देती है खयालों को जज्बातों की आस देती है।

लम्हों को एहसासों की पुकार सपना देती है आवाजों को कदमों की आवाज सरगम देती है किनारों को अंदाजों की आस देती है।

लम्हों को एहसासों की उम्मीद बदलाव देती है कदमों को खयालों की सोच उजाला देती है तरानों को उम्मीदों की आस देती है।

लम्हों को एहसासों की सरगम आवाज देती है तरानों को बदलावों की राह मुस्कान देती है इरादों को लहरों की आस देती है।

लम्हों को एहसासों की कोशिश परख देती है अफसानों को आशाओं की उमंग तराना देती है नजारों को आवाजों की आस देती है।

Tuesday, 1 April 2025

कविता. ५४६४. एक सुबह की रोशनी।

                        एक सुबह की रोशनी।

एक सुबह की रोशनी संग किनारों से अल्फाजों की उमंग सहारा दिलाती है खयालों संग आशाओं की महफिल आवाज दिलाती है।

एक सुबह की रोशनी संग एहसासों से अंदाजों की पुकार इशारा दिलाती है लहरों संग कदमों की मुस्कान आवाज दिलाती है।

एक सुबह की रोशनी संग‌ उम्मीदों से किनारों की समझ उजाला दिलाती है लम्हों संग अफसानो की आहट आवाज दिलाती है।

एक सुबह की रोशनी संग अरमानों से नजारों की सोच अफसाना दिलाती है दास्तानों संग उम्मीदों की सौगात आवाज दिलाती है।

एक सुबह की रोशनी संग बदलावों से इशारों की तलाश कोशिश दिलाती है राहों संग उजालों की सरगम आवाज दिलाती है।

एक सुबह की रोशनी संग कदमों से खयालों की आहट तराना दिलाती है आशाओं संग जज्बातों की पहचान आवाज दिलाती है।

एक सुबह की रोशनी संग दिशाओं से उम्मीदों की सौगात तलाश दिलाती है अदाओं संग इरादों की आस आवाज दिलाती है।

एक सुबह की रोशनी संग लहरों से उजालों की आहट खयाल‌ दिलाती है इशारों संग एहसासों की सोच आवाज दिलाती है।

एक सुबह की रोशनी संग लम्हों से राहों की कोशिश उमंग दिलाती है खयालों संग कोशिश की अहमियत आवाज दिलाती है।

एक सुबह की रोशनी संग उजालों से अंदाजों की पुकार इरादा दिलाती है कदमों संग सपनों की आस आवाज दिलाती है।


कविता. ५५५४. आशाओं की सरगम संग।

                          आशाओं की सरगम संग। आशाओं की सरगम संग खयालों की पहचान इशारा सुनाती है कदमों की सौगात अक्सर लम्हों की महफिल देकर जात...