Saturday, 19 April 2025

कविता. ५४८२. सपनों की आहट अक्सर।

                          सपनों की आहट अक्सर।

सपनों की आहट अक्सर एहसास दिलाती है कदमों को अल्फाजों की दुनिया खयाल सुनाकर जाती है जज्बातों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर कोशिश दिलाती है राहों को दास्तानों की समझ आवाज सुनाकर जाती है आशाओं की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर लहर दिलाती है किनारों को अंदाजों की पुकार अफसाना सुनाकर जाती है नजारों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर इरादा‌ दिलाती है लम्हों को एहसासों की उमंग अरमान सुनाकर जाती है कदमों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर सरगम दिलाती है अंदाजों को कदमों की सौगात तराना सुनाकर जाती है खयालों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर बदलाव दिलाती है उजालों को खयालों की राह आस सुनाकर जाती है इशारों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर किनारा दिलाती है राहों को लम्हों की अहमियत अंदाज सुनाकर जाती है तरानों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर उमंग दिलाती है दिशाओं को आवाजों की धून इरादा सुनाकर जाती है एहसासों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर उम्मीद दिलाती है अदाओं को लहरों की कहानी पुकार सुनाकर जाती है इरादों की रोशनी दिलाती है।

सपनों की आहट अक्सर अफसाना दिलाती है उजालों को अरमानों की समझ पहचान सुनाकर जाती है उम्मीदों की रोशनी दिलाती है।

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