Thursday 16 May 2024

कविता. ५१७४. एक एहसास संग।

                                 एक एहसास संग।

एक एहसास संग दास्तान इशारा देती है कदमों को अल्फाजों की आहट किनारा देती है अफसानों को आशाओं की पहचान मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग आस अरमान देती है किनारों को तरानों की सौगात सरगम देती है आवाजों को बदलावों की कोशिश मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग पहचान रोशनी देती है सपनों को अरमानों की परख आवाज देती है अंदाजों को उजालों की अहमियत मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग परख सहारा देती है तरानों को उम्मीदों की आस जज्बात देती है किनारों को अल्फाजों की पहचान मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग आवाज तलाश देती है दिशाओं को अदाओं की पुकार सहारा देती है राहों को सपनों की खयाल मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग उमंग कोशिश देती है दास्तानों को नजारों की कहानी सुबह देती है जज्बातों को किनारों की सरगम मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग उम्मीद उजाला देती है खयालों को लम्हों की कोशिश आवाज देती है इरादों को अरमानों की सौगात मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग तलाश नजारा देती है लहरों को उम्मीदों की सोच अफसाना देती है खयालों को अदाओं की कहानी मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग अदा अरमान देती है जज्बातों को राहों की उमंग पहचान देती है तरानों को उम्मीदों की आवाज मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग लहर तराना देती है बदलावों को दिशाओं की सोच सहारा देती है कदमों को अंदाजों की कोशिश मुस्कान सुनाती है।

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