Thursday 23 May 2024

कविता. ५१८१. किनारों को अल्फाजों की।

                           किनारों को अल्फाजों की।

किनारों को अल्फाजों की सरगम तलाश दिलाती है उजालों को सपनों की सुबह एहसास सुनाती है इशारों को दास्तानों की परख कोशिश सुनाती है।

किनारों को अल्फाजों की उम्मीद मुस्कान दिलाती है लहरों को इशारों की कहानी अरमान सुनाती है जज्बातों को अंदाजों की आस कोशिश सुनाती है।

किनारों को अल्फाजों की पुकार सहारा दिलाती है अदाओं को दिशाओं की आवाज परख सुनाती है सपनों को अरमानों की रोशनी कोशिश सुनाती है।

किनारों को अल्फाजों की उमंग खयाल दिलाती है आशाओं को बदलावों की आस आहट सुनाती है नजारों को कदमों की मुस्कान कोशिश सुनाती है।

किनारों को अल्फाजों की सोच अफसाना दिलाती है नजारों को खयालों की समझ अहमियत सुनाती है अंदाजों को इरादों की राह कोशिश सुनाती है।

किनारों को अल्फाजों की सौगात तराना दिलाती है दिशाओं को कदमों की सोच इरादा सुनाती है अरमानों को एहसासों की पुकार कोशिश सुनाती है।

किनारों को अल्फाजों की आस आवाज दिलाती है जज्बातों को आशाओं की रोशनी अफसाना सुनाती है खयालों को नजारों की सोच कोशिश सुनाती है।

किनारों को अल्फाजों की आहट मुस्कान दिलाती है अरमानों को इशारों की कहानी समझ सुनाती है अफसानों को लहरों की सरगम कोशिश सुनाती है।

किनारों को अल्फाजों की रोशनी उजाला दिलाती है लम्हों को दास्तानों की परख पहचान सुनाती है दिशाओं को बदलावों की सुबह कोशिश सुनाती है।

किनारों को अल्फाजों की मुस्कान सहारा दिलाती है खयालों को अफसानों की समझ सौगात सुनाती है उजालों को अदाओं की समझ कोशिश सुनाती है।

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कविता. ५२७१. किनारों की आहट अक्सर।

                              किनारों की आहट अक्सर। किनारों की आहट अक्सर अरमानों संग पुकार दिलाती है लहरों को इशारों से आवाजों की धून एहसास ...