Wednesday 29 May 2024

कविता. ५१८७. खयालों की आहट।

                                 खयालों की आहट।

खयालों की आहट एहसास सुनाती है नजारों को दिशाओं की कहानी जज्बात दिलाती है तरानों को अल्फाजों की मुस्कान अफसाना सुनाती है।

खयालों की आहट अरमान सुनाती है उजालों को राहों की कोशिश आवाज दिलाती है लम्हों को जज्बातों की उमंग अफसाना सुनाती है।

खयालों की आहट अंदाज सुनाती है आशाओं को उजालों की सुबह सरगम दिलाती है दास्तानों को बदलावों की सोच अफसाना सुनाती है।

खयालों की आहट सपना सुनाती है राहों को एहसासों की समझ सौगात दिलाती है उम्मीदों को कदमों की समझ अफसाना सुनाती है।

खयालों की आहट तलाश सुनाती है लहरों को इशारों की सोच इशारा दिलाती है किनारों को दास्तानों की अहमियत अफसाना सुनाती है।

खयालों की आहट मुस्कान सुनाती है उम्मीदों को कदमों की आस रोशनी दिलाती है उजालों को इरादों की सरगम अफसाना सुनाती है।

खयालों की आहट उमंग सुनाती है दिशाओं को बदलावों की समझ सहारा दिलाती है लहरों को नजारों की सुबह अफसाना सुनाती है।

खयालों की आहट आवाज सुनाती है अरमानों को राहों की सौगात तलाश दिलाती है एहसासों को किनारों की पुकार अफसाना सुनाती है।

खयालों की आहट परख सुनाती है आवाजों को अदाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है उजालों को सपनों की आस अफसाना सुनाती है।

खयालों की आहट कोशिश सुनाती है तरानों को अरमानों की पुकार इरादा दिलाती है किनारों को अंदाजों की उम्मीद अफसाना सुनाती है।

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