Monday 1 July 2024

कविता. ५२२०. आवाज किसी उम्मीद संग।

                           आवाज किसी उम्मीद संग।

आवाज किसी उम्मीद संग एहसास की सुबह देती है जज्बातों को किनारों की आहट अल्फाज की सरगम देती है उजालों को सपनों की तलाश देती है।

आवाज किसी उम्मीद संग लहर की पुकार देती है तरानों को अरमानों की समझ इशारों की कहानी देती है अफसानों को आशाओं की तलाश देती है।

आवाज किसी उम्मीद संग सोच की कोशिश देती है नजारों को दिशाओं की कहानी उजालों की पहचान देती है लहरों को अंदाजों की तलाश देती है।

आवाज किसी उम्मीद संग आस की अफसाना देती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी किनारों की सोच देती है बदलावों को राहों की तलाश देती है।

आवाज किसी उम्मीद संग अल्फाज की पहचान देती है लम्हों को खयालों की मुस्कान अरमानों की कोशिश देती है नजारों को इरादों की तलाश देती है।

आवाज किसी उम्मीद संग रोशनी की समझ देती है कदमों को अदाओं की अहमियत कदमों की सरगम देती है तरानों को अल्फाजों की तलाश देती है।

आवाज किसी उम्मीद संग कोशिश की सरगम देती है किनारों को सपनों की पहचान खयालों की आहट देती है एहसासों को तरानों की तलाश देती है।

आवाज किसी उम्मीद संग राह की सौगात देती है अरमानों को दास्तानों की समझ उजालों की कहानी देती है जज्बातों को लहरों की तलाश देती है।

आवाज किसी उम्मीद संग दास्तान की लहर देती है अंदाजों को इरादों की कहानी किनारों की परख देती है अरमानों को सपनों की तलाश देती है।

आवाज किसी उम्मीद संग उमंग की अदा देती है उजालों को सपनों की आस अरमानों की पुकार देती है खयालों को आशाओं की तलाश देती है।


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कविता. ५२२३. जज्बातों को कदमों की।

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