Wednesday 31 July 2024

कविता. ५२५०. उजालों को सपनों की।

                             उजालों को सपनों की।

उजालों को सपनों की पहचान सरगम दिलाती है लहरों को कदमों की सुबह एहसास सुनाती है तरानों को अरमानों की कहानी दिलाती है।

उजालों को सपनों की उमंग तलाश दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान जज्बात सुनाती है अंदाजों को इरादों की कहानी दिलाती है।

उजालों को सपनों की राह अफसाना दिलाती है दिशाओं को नजारों की सोच अल्फाज सुनाती है उम्मीदों को आशाओं की कहानी दिलाती है।

उजालों को सपनों की बदलाव लहर दिलाती है खयालों को किनारों की आहट आस सुनाती है राहों को एहसासों की कहानी दिलाती है।

उजालों को सपनों की समझ तराना दिलाती है नजारों को दिशाओं की सरगम सौगात सुनाती है जज्बातों को कदमों की कहानी दिलाती है।

उजालों को सपनों की रोशनी किनारा दिलाती है इशारों को दास्तानों की उमंग अहमियत सुनाती है लम्हों को किनारों की कहानी दिलाती है।

उजालों को सपनों की परख लहर दिलाती है अफसानों को आशाओं की आवाज पुकार सुनाती है एहसासों को इरादों की कहानी दिलाती है।

उजालों को सपनों की लहर अंदाज दिलाती है अल्फाजों को राहों की कोशिश नजारा सुनाती है इशारों को आवाजों की कहानी दिलाती है।

उजालों को सपनों की सरगम खयाल दिलाती है आवाजों को लहरों की सुबह सौगात सुनाती है बदलावों को दिशाओं की कहानी दिलाती है।

उजालों को सपनों की समझ रोशनी दिलाती है अफसानों को अंदाजों की राह अरमान सुनाती है उम्मीदों को दास्तानों की कहानी दिलाती है।

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