Sunday 14 July 2024

कविता. ५२३३. सपनों को अदाओं की।

                              सपनों को अदाओं की।

सपनों को अदाओं की लहर एहसास दिलाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी कोशिश सुनाती है इशारों को लम्हों की आहट दिलाती है।

सपनों को अदाओं की उमंग अफसाना दिलाती है लहरों को अल्फाजों की मुस्कान अरमान सुनाती है नजारों को दिशाओं की आहट दिलाती है।

सपनों को अदाओं की पुकार आवाज दिलाती है खयालों को बदलावों की सोच सरगम सुनाती है जज्बातों को अंदाजों की आहट दिलाती है।

सपनों को अदाओं की सौगात सुबह दिलाती है उम्मीदों को इशारों की समझ आस सुनाती है लहरों को एहसासों की आहट दिलाती है।

सपनों को अदाओं की पहचान नजारा दिलाती है अफसानों को आशाओं की परख उम्मीद सुनाती है अरमानों को दास्तानों की आहट दिलाती है।

सपनों को अदाओं की समझ मुस्कान दिलाती है लम्हों को एहसासों की रोशनी उमंग सुनाती है आवाजों को अदाओं की आहट दिलाती है।

सपनों को अदाओं की राह कहानी दिलाती है अरमानों को किनारों की दास्तान पहचान सुनाती है खयालों को अफसानों की आहट दिलाती है।

सपनों को अदाओं की सोच अल्फाज दिलाती है राहों को उम्मीदों की पुकार इरादा सुनाती है कदमों को उजालों की आहट दिलाती है।

सपनों को अदाओं की सरगम तलाश दिलाती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान राह सुनाती है इरादों को आशाओं की आहट दिलाती है।

सपनों को अदाओं की सौगात उजाला दिलाती है बदलावों को दिशाओं की आस एहसास सुनाती है तरानों को कदमों की आहट दिलाती है।



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