Wednesday 17 July 2024

कविता. ५२३६. कदमों को उजालों की।

                                कदमों को उजालों की।

कदमों को उजालों की तलाश सहारा देती है जज्बातों को अंदाजों की आहट किनारा देती है लम्हों को खयालों की सुबह उम्मीदों की धारा देती है।

कदमों को उजालों की कोशिश अरमान देती है तरानों को दिशाओं की कहानी सहारा देती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी उम्मीदों की धारा देती है।

कदमों को उजालों की समझ इरादा देती है सपनों को एहसासों की पहचान तलाश देती है अफसानों को आशाओं की मुस्कान उम्मीदों की धारा देती है।

कदमों को उजालों की सोच पहचान देती है किनारों को सपनों की आस मुस्कान देती है अरमानों को लहरों की कहानी उम्मीदों की धारा देती है।

कदमों को उजालों की परख अफसाना देती है अदाओं को आशाओं की तलाश अदा देती है अंदाजों को बदलावों की रोशनी उम्मीदों की धारा देती है।

कदमों को उजालों की सौगात इशारा देती है लम्हों को खयालों की परख सरगम देती है सपनों को किनारों की अहमियत उम्मीदों की धारा देती है।

कदमों को उजालों की लहर नजारा देती है दास्तानों को धाराओं की समझ तराना देती है लम्हों को नजारों की कहानी उम्मीदों की धारा देती है।

कदमों को उजालों की राह आवाज देती है एहसासों को अदाओं की पुकार रोशनी देती है अफसानों को इशारों की आस उम्मीदों की धारा देती है।

कदमों को उजालों की उमंग सौगात देती है दिशाओं को अल्फाजों की मुस्कान लहर देती है तरानों को जज्बातों की कहानी उम्मीदों की धारा देती है।

कदमों को उजालों की परख पहचान देती है राहों को अरमानों की कोशिश पहचान देती है लहरों को धाराओं की पुकार उम्मीदों की धारा देती है।


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