Monday 8 July 2024

कविता. ५२२७. दिशाओं को अदाओं संग।

                            दिशाओं को अदाओं संग।

दिशाओं को अदाओं संग आशाओं की मुस्कान दिलाती है लहरों को एहसासों की आस अल्फाज सुनाती है नजारों को खयालों की अहमियत दिलाती है।

दिशाओं को अदाओं संग लम्हों की आहट दिलाती है इशारों को आवाजों की धून कोशिश सुनाती है जज्बातों को किनारों की अहमियत दिलाती है।

दिशाओं को अदाओं संग सपनों की उमंग दिलाती है अंदाजों को तरानों की पहचान इशारा सुनाती है आशाओं को लम्हों की अहमियत दिलाती है।

दिशाओं को अदाओं संग खयालों की कोशिश दिलाती है राहों को अरमानों की पुकार एहसास सुनाती है लहरों को इशारों की अहमियत दिलाती है।

दिशाओं को अदाओं संग किनारों की अल्फाज दिलाती है कदमों को उजालों की सुबह पहचान सुनाती है अरमानों को सपनों की अहमियत दिलाती है।

दिशाओं को अदाओं संग अंदाजों की परख दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है उजालों को नजारों की अहमियत दिलाती है।

दिशाओं को अदाओं संग आवाजों की धून दिलाती है लम्हों को दास्तानों की पहचान दास्तान सुनाती है बदलावों को उम्मीदों की अहमियत दिलाती है।

दिशाओं को अदाओं संग उम्मीदों की कहानी दिलाती है आवाजों को धून की मुस्कान अफसाना सुनाती है इरादों को तरानों की अहमियत दिलाती है।

दिशाओं को अदाओं संग अरमानों की पुकार दिलाती है लहरों को एहसासों की कहानी सौगात सुनाती है अफसानों को किनारों की अहमियत दिलाती है।

दिशाओं को अदाओं संग इरादों की आहट दिलाती है सपनों को जज्बातों की सोच आवाज सुनाती है तरानों को उजालों की अहमियत दिलाती है।

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                              किनारों की आहट अक्सर। किनारों की आहट अक्सर अरमानों संग पुकार दिलाती है लहरों को इशारों से आवाजों की धून एहसास ...