Thursday 15 August 2024

कविता. ५२३५. कदमों को अदाओं की।

                                कदमों को अदाओं की।

कदमों को अदाओं की पुकार सहारा देती है लहरों को आवाजों की धून अफसाना देती है एहसासों संग खयालों की मुस्कान अरमान जगाती है।

कदमों को अदाओं की पहचान समझ देती है किनारों को अल्फाजों की परख इशारा देती है नजारों संग सपनों की सुबह अरमान जगाती है।

कदमों को अदाओं की आस अहमियत देती है अफसानों को दिशाओं की सोच खयाल देती है जज्बातों संग अंदाजों की कोशिश अरमान जगाती है।

कदमों को अदाओं की सौगात आवाज देती है जज्बातों को राहों की कहानी नजारा देती है बदलावों संग आशाओं की पुकार अरमान जगाती है।

कदमों को अदाओं की सुबह दास्तान देती है एहसासों को सपनों की पुकार पहचान देती है किनारों संग इशारों की समझ अरमान जगाती है।

कदमों को अदाओं की सरगम कोशिश देती है दिशाओं को उजालों की सुबह अहमियत देती है लम्हों संग तरानों की आस अरमान जगाती है।

कदमों को अदाओं की उमंग तलाश देती है खयालों को राहों की कहानी आवाज देती है अफसानों संग उम्मीदों की तलाश अरमान जगाती है।

कदमों को अदाओं की समझ आहट देती है अफसानों को आशाओं की सरगम दास्तान देती है सपनों संग उजालों की परख अरमान जगाती है।

कदमों को अदाओं की अल्फाज पहचान देती है अंदाजों को बदलावों की पुकार सहारा देती है लहरों संग दास्तानों की उमंग अरमान जगाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५३२१. एहसासों को बदलावों की।

                           एहसासों को बदलावों की। एहसासों को बदलावों की समझ सरगम दिलाती है कदमों को अदाओं की पहचान इशारा दिलाती है अफसानों क...