Saturday 17 August 2024

कविता. ५२३७. सपनों की सरगम अक्सर।

                              सपनों की सरगम अक्सर।

सपनों की सरगम अक्सर एहसासों की कहानी लिखती है आशाओं संग जज्बातों की निशानी देकर आगे बढती है अरमानों की कोशिश लिखती है।

सपनों की सरगम अक्सर आवाजों की पहचान लिखती है तरानों संग किनारों की अहमियत देकर आगे बढती है नजारों की कोशिश लिखती है।

सपनों की सरगम अक्सर अंदाजों की समझ लिखती है उजालों संग अफसानों की सौगात देकर आगे बढती है उम्मीदों की कोशिश लिखती है।

सपनों की सरगम अक्सर तरानों की आहट लिखती है लहरों संग एहसासों की आहट देकर आगे बढती है बदलावों की कोशिश लिखती है।

सपनों की सरगम अक्सर खयालों की पुकार लिखती है नजारों संग दास्तानों की परख देकर आगे बढती है आवाजों की कोशिश लिखती है।

सपनों की सरगम अक्सर राहों की अहमियत लिखती है अंदाजों संग अरमानों की सुबह देकर आगे बढती है उजालों की कोशिश लिखती है।

सपनों की सरगम अक्सर उम्मीदों की तलाश लिखती है कदमों संग दिशाओं की समझ देकर आगे बढती है अफसानों की कोशिश लिखती है।

सपनों की सरगम अक्सर किनारों की उमंग लिखती है अदाओं संग बदलावों की मुस्कान देकर आगे बढती है लम्हों की कोशिश लिखती है।

सपनों की सरगम अक्सर दिशाओं की अल्फाज लिखती है किनारों संग इशारों की सौगात देकर आगे बढती है राहों की कोशिश लिखती है।

सपनों की सरगम अक्सर लहरों की कहानी लिखती है धाराओं संग अल्फाजों की बदलाव देकर आगे बढती है एहसासों की कोशिश लिखती है।

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