Monday 26 August 2024

कविता. ५२४६. अंदाजों को कदमों की।

                               अंदाजों को कदमों की।

अंदाजों को कदमों की आस अल्फाज दिलाती है खयालों की मुस्कान अक्सर बदलाव दिलाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी दिलाती है।

अंदाजों को कदमों की पुकार सरगम दिलाती है किनारों की पहचान अक्सर सपना दिलाती है इशारों को लम्हों की कहानी दिलाती है।

अंदाजों को कदमों की सोच अफसाना दिलाती है लहरों की सुबह अक्सर तराना दिलाती है दिशाओं को बदलावों की कहानी दिलाती है।

अंदाजों को कदमों की आवाज जज्बात दिलाती है राहों की सौगात अक्सर तलाश दिलाती है कदमों को उजालों की कहानी दिलाती है।

अंदाजों को कदमों की रोशनी आहट दिलाती है सपनों की पुकार अक्सर अरमान दिलाती है अरमानों को दिशाओं की कहानी दिलाती है।

अंदाजों को कदमों की पहचान अदा दिलाती है लम्हों की कोशिश अक्सर सहारा दिलाती है नजारों को खयालों की कहानी दिलाती है।

अंदाजों को कदमों की परख समझ दिलाती है नजारों की आहट अक्सर अल्फाज दिलाती है राहों को अल्फाजों की कहानी दिलाती है।

अंदाजों को कदमों की सुबह अरमान दिलाती है दास्तानों की सोच अक्सर लम्हा दिलाती है तरानों को किनारों की कहानी दिलाती है।

अंदाजों को कदमों की आहट इशारा दिलाती है जज्बातों की राह अक्सर खयाल दिलाती है लहरों को आवाजों की कहानी दिलाती है।

अंदाजों को कदमों की कोशिश सहारा दिलाती है आशाओं की लहर अक्सर उमंग दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की कहानी दिलाती है।

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कविता. ५२७१. किनारों की आहट अक्सर।

                              किनारों की आहट अक्सर। किनारों की आहट अक्सर अरमानों संग पुकार दिलाती है लहरों को इशारों से आवाजों की धून एहसास ...