Monday 19 August 2024

कविता. ५२३९. नजारों को अरमानों की।

                              नजारों को अरमानों की।

नजारों को अरमानों की आस सरगम सुनाती है लम्हों को खयालों की पहचान उमंग दिलाती है लहरों को इशारों की कहानी बदलाव सुनाती है।

नजारों को अरमानों की राह कोशिश सुनाती है सपनों को एहसासों की परख आवाज दिलाती है दास्तानों को अदाओं की पुकार बदलाव सुनाती है।

नजारों को अरमानों की लहर आस सुनाती है कदमों को उजालों की सुबह अफसाना दिलाती है उम्मीदों को दिशाओं की समझ बदलाव सुनाती है।

नजारों को अरमानों की मुस्कान उम्मीद सुनाती है दास्तानों को आशाओं की आस अल्फाज दिलाती है तरानों को अफसानों की आहट बदलाव सुनाती है।

नजारों को अरमानों की उमंग तलाश सुनाती है अंदाजों को जज्बातों की कहानी रोशनी दिलाती है आवाजों को किनारों की पहचान बदलाव सुनाती है।

नजारों को अरमानों की सोच परख सुनाती है अफसानों को तरानों की पुकार सुबह दिलाती है इरादों को अदाओं की सौगात बदलाव सुनाती है।

नजारों को अरमानों की अदा अहमियत सुनाती है दिशाओं को अंदाजों की कोशिश सहारा दिलाती है खयालों को कदमों की मुस्कान बदलाव सुनाती है।

नजारों को अरमानों की सुबह आवाज सुनाती है जज्बातों को किनारों की एहसास सपना दिलाती है अल्फाजों को तरानों की सरगम बदलाव सुनाती है।

नजारों को अरमानों की पुकार खयाल सुनाती है इशारों को लम्हों की कहानी अफसाना दिलाती है आशाओं को अंदाजों की परख बदलाव सुनाती है।

नजारों को अरमानों की आहट पहचान सुनाती है आशाओं को एहसासों की समझ सरगम दिलाती है किनारों को सपनों की सुबह बदलाव सुनाती है।

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                              किनारों की आहट अक्सर। किनारों की आहट अक्सर अरमानों संग पुकार दिलाती है लहरों को इशारों से आवाजों की धून एहसास ...