Monday, 21 July 2025

कविता. ५५७५. अदाओं की धून से।

                             अदाओं की धून से।

अदाओं की धून से आशाओं की पहचान तलाश दिलाती है आवाजों की पुकार अक्सर उम्मीदों की सौगात सुनाती है।

अदाओं की धून से अंदाजों की उम्मीद पहचान दिलाती है उजालों की सुबह अक्सर अरमानों की सौगात सुनाती है।

अदाओं की धून से जज्बातों की कोशिश अल्फाज दिलाती है किनारों की मुस्कान अक्सर दास्तानों की सौगात सुनाती है।

अदाओं की धून से खयालों की समझ बदलाव दिलाती है लहरों की कहानी अक्सर दिशाओं की सौगात सुनाती है।

अदाओं की धून से इरादों की आस अहमियत दिलाती है एहसासों की कोशिश अक्सर उजालों की सौगात सुनाती है।

अदाओं की धून से दास्तानों की सोच अंदाज दिलाती है दिशाओं की महफिल अक्सर बदलावों की सौगात सुनाती है।

अदाओं की धून से अफसानों की सुबह अरमान दिलाती है लम्हों की अहमियत अक्सर दास्तानों की सौगात सुनाती है।

अदाओं की धून से राहों की पुकार खयाल दिलाती है इशारों की रोशनी अक्सर एहसासों की सौगात सुनाती है।

अदाओं की‌ धून‌ से दिशाओं की महफिल सरगम दिलाती है आशाओं की परख अक्सर कदमों की सौगात सुनाती है।

अदाओं की धून से सपनों की मुस्कान जज्बात दिलाती है नजारों की आहट अक्सर अल्फाजों की सौगात सुनाती है।

2 comments:

  1. Kya kavita hai madam. Padhna shuru kiya to padhte hi rehne ko jee karta hai. Dhanyavad!!! Saadar pranaam.

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    1. हमे बड़ी प्रसन्नता हुई की आप ने‌ हमारी कविता की सराहना कियी। आपका धन्यवाद।

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कविता. ५६०८. अरमानों के एहसासों की।

                       अरमानों के एहसासों की। अरमानों के एहसासों की पुकार इरादा देकर जाती है खयालों को सपनों की कोशिश तलाश दिलाती है उजालों ...