Monday, 7 July 2025

कविता. ५५६१. नजारों से आशाओं की।

                         नजारों से आशाओं की।

नजारों से आशाओं की महफिल पहचान दिलाती है लम्हों को अल्फाजों की दुनिया सौगात सुनाती है दिशाओं संग सपना दिलाती है।

नजारों से आशाओं की सरगम बदलाव दिलाती है उम्मीदों को अरमानों की तलाश जज्बात सुनाती है अदाओं संग सपना दिलाती है।

नजारों से आशाओं की सोच तराना‌ दिलाती है दिशाओं को खयालों की राह उमंग सुनाती है इरादों संग सपना दिलाती है।

नजारों से आशाओं की उम्मीद सुबह दिलाती है जज्बातों को लम्हों की अहमियत आस सुनाती है अल्फाजों संग सपना दिलाती है।

नजारों से आशाओं की लहर एहसास दिलाती है बदलावों को धाराओं की आहट रोशनी सुनाती है राहों संग सपना दिलाती है।

नजारों से आशाओं की आस अहमियत दिलाती है अंदाजों को दिशाओं की कोशिश पहचान सुनाती है तरानों संग सपना दिलाती है।

नजारों से आशाओं की आवाज अफसाना दिलाती है लहरों को किनारों की समझ एहसास सुनाती है आवाजों संग सपना दिलाती है।

नजारों से आशाओं की रोशनी उजाला दिलाती है एहसासों को दास्तानों की सुबह मुस्कान सुनाती है लहरों संग सपना दिलाती है।

नजारों से आशाओं की उम्मीद तलाश दिलाती है उजालों को कदमों की आस रोशनी सुनाती है उम्मीदों संग सपना दिलाती है।

नजारों से आशाओं की पुकार अंदाज दिलाती है दिशाओं को किनारों की लहर पहचान सुनाती है दास्तानों संग सपना दिलाती है।


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कविता. ५६०८. अरमानों के एहसासों की।

                       अरमानों के एहसासों की। अरमानों के एहसासों की पुकार इरादा देकर जाती है खयालों को सपनों की कोशिश तलाश दिलाती है उजालों ...