Wednesday 12 June 2024

कविता. ५२०१. अरमानों की पहचान अक्सर।

                        अरमानों की पहचान अक्सर।

अरमानों की पहचान अक्सर इरादा देती है किनारों को अल्फाजों की आस तराना देती है जज्बातों को अंदाजों की सुबह सहारा देती है।

अरमानों की पहचान अक्सर लम्हा देती है कदमों को अदाओं की पुकार कोशिश देती है अफसानों को नजारों की कहानी सहारा देती है।

अरमानों की पहचान अक्सर खयाल देती है दिशाओं को बदलावों की मुस्कान उमंग देती है दास्तानों को उम्मीदों की राह सहारा देती है।

अरमानों की पहचान अक्सर आवाज देती है तरानों को एहसासों की रोशनी आस देती है अल्फाजों को इशारों की लहर सहारा देती है।

अरमानों की पहचान अक्सर अंदाज देती है नजारों को खयालों की समझ सरगम देती है उजालों को सपनों की मुस्कान सहारा देती है।

अरमानों की पहचान अक्सर लहर देती है अफसानों को लम्हों की आहट कहानी देती है किनारों को तरानों की कोशिश सहारा देती है।

अरमानों की पहचान अक्सर जज्बात देती है लहरों को आशाओं की रोशनी समझ देती है खयालों को आवाजों की धून सहारा देती है।

अरमानों की पहचान अक्सर एहसास देती है आशाओं को अदाओं की पुकार सोच देती है बदलावों को लम्हों की कहानी सहारा देती है।

अरमानों की पहचान अक्सर इशारा देती है एहसासों को उम्मीदों की आस अल्फाज देती है नजारों को दिशाओं की परख सहारा देती है।

अरमानों की पहचान अक्सर अंदाज देती है राहों को सपनों की समझ सरगम देती है उजालों को एहसासों की आहट सहारा देती है।

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