Saturday 29 June 2024

कविता. ५२१८. अदाओं को दिशाओं की।

                            अदाओं को दिशाओं की।

अदाओं को दिशाओं की कहानी सरगम देती है कदमों को उजालों की कहानी सहारा देती है अरमानों को दिशाओं की कोशिश इरादा देती है।

अदाओं को दिशाओं की सौगात तलाश देती है किनारों को अल्फाजों की परख दास्तान देती है जज्बातों को अंदाजों की आस इरादा देती है।

अदाओं को दिशाओं की आवाज पुकार देती है बदलावों को लम्हों की आहट उमंग देती है एहसासों को उम्मीदों की कहानी इरादा देती है।

अदाओं को दिशाओं की आस इशारा देती है नजारों को खयालों की मुस्कान लहर देती है आवाजों को सपनों की सुबह इरादा देती है।

अदाओं को दिशाओं की उमंग अल्फाज देती है आवाजों को बदलावों की सोच सरगम देती है अंदाजों को इशारों की सोच इरादा देती है।

अदाओं को दिशाओं की कोशिश खयाल देती है अफसानों को कदमों की समझ बदलाव देती है नजारों को लहरों की मुस्कान इरादा देती है।

अदाओं को दिशाओं की समझ जज्बात देती है अरमानों को सपनों की आस अल्फाज देती है अफसानों को लम्हों की आहट इरादा देती है।

अदाओं को दिशाओं की रोशनी एहसास देती है किनारों को अंदाजों की पहचान उम्मीद देती है तरानों को खयालों की समझ इरादा देती है।

अदाओं को दिशाओं की सोच अफसाना देती है खयालों को लहरों की सुबह आवाज देती है दास्तानों को उजालों की पुकार इरादा देती है।

अदाओं को दिशाओं की सरगम सपना देती है जज्बातों को किनारों की पुकार खयाल देती है अफसानों को राहों की सौगात इरादा देती है।

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