Sunday 23 June 2024

कविता. ५२१२. बदलावों को दिशाओं की।

                                बदलावों को दिशाओं की।

बदलावों को दिशाओं की कहानी पहचान दिलाती है लहरों को नजारों की समझ एहसास सुनाती है तरानों को अरमानों की पुकार दिलाती है।

बदलावों को दिशाओं की कोशिश परख दिलाती है अंदाजों को इरादों की सरगम दास्तान सुनाती है लम्हों को अल्फाजों की पुकार दिलाती है।

बदलावों को दिशाओं की सोच अफसाना दिलाती है किनारों को सपनों की कहानी उमंग सुनाती है आशाओं को अदाओं की पुकार दिलाती है।

बदलावों को दिशाओं की आवाज उम्मीद दिलाती है जज्बातों को खयालों की मुस्कान तलाश सुनाती है इरादों को कदमों की पुकार दिलाती है।

बदलावों को दिशाओं की उमंग सहारा दिलाती है लम्हों को अरमानों की आहट अल्फाज सुनाती है उजालों को एहसासों की पुकार दिलाती है।

बदलावों को दिशाओं की आस सुबह दिलाती है राहों को उजालों की पहचान परख सुनाती है इशारों को आशाओं की पुकार दिलाती है।!

बदलावों को दिशाओं की समझ अंदाज दिलाती है आवाजों को अदाओं की आस इशारा दिलाती है खयालों को लहरों की पुकार दिलाती है।

बदलावों को दिशाओं की सौगात लहर दिलाती है उजालों को लहरों की पहचान सहारा दिलाती है लम्हों को अरमानों की पुकार दिलाती है।

बदलावों को दिशाओं की अदा उमंग दिलाती है उम्मीदों को किनारों की उमंग खयाल दिलाती है सपनों को अफसानों की पुकार दिलाती है।

बदलावों को दिशाओं की लहर इशारा दिलाती है अफसानों को जज्बातों की सौगात तराना दिलाती है उम्मीदों को नजारों की पुकार दिलाती है।

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कविता. ५२७८. खयालों को अंदाजों की।

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