Wednesday 26 June 2024

कविता. ५२१५. एक लहर उजाले का।

                            एक लहर उजाले का।

एक लहर उजाले का एहसास सुहाना देती है आशाओं को कदमों की आहट इशारा देती है उम्मीद कोई नयी सुहानी मुस्कान देती है।

एक लहर उजाले की कोशिश सुहानी देती है किनारों को सपनों की आस अहमियत देती है तलाश कोई नयी सुहानी मुस्कान देती है।

एक लहर उजाले की आवाज सुहानी देती है नजारों को अदाओं की पुकार अरमान देती है सरगम कोई नयी सुहानी मुस्कान देती है।

एक लहर उजाले का इरादा सुहाना देती है जज्बातों को अंदाजों की पहचान नजारा देती है सौगात कोई नयी सुहानी मुस्कान देती है।

एक लहर उजाले की आहट सुहानी देती है अफसानों को दास्तानों की कहानी उम्मीद देती है उमंग कोई नयी सुहानी मुस्कान देती है।

एक लहर उजाले की आस सुहानी देती है अरमानों को दिशाओं की रोशनी सपना देती है पहचान कोई नयी सुहानी मुस्कान देती है।

एक लहर उजाले की सोच सुहानी देती है कदमों को नजारों की सुबह अरमान देती है आवाज कोई नयी सुहानी मुस्कान देती है।

एक लहर उजाले की परख सुहानी देती है इशारों को जज्बातों की आहट बदलाव देती है आस कोई नयी सुहानी मुस्कान देती है।

एक लहर उजाले की उमंग सुहानी देती है अल्फाजों को राहों की तलाश खयाल देती है पुकार कोई नयी सुहानी मुस्कान देती है।

एक लहर उजाले की सपना सुहाना देती है लम्हों को अरमानों की सोच अफसाना देती है आहट कोई नयी सुहानी मुस्कान देती है।

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