Thursday 19 September 2024

कविता. ५२७०. उजालों से अरमानों की।

                               उजालों से अरमानों की।

उजालों से अरमानों की मुस्कान एहसास दिलाती है लहरों को इशारों की समझ अहमियत देकर जाती है जज्बातों को अंदाजों की कोशिश तलाश दिलाती है।

उजालों से अरमानों की उम्मीद किनारा दिलाती है लम्हों को दास्तानों की परख पहचान देकर जाती है अफसानों को लहरों की कहानी तलाश दिलाती है।

उजालों से अरमानों की उमंग सपना दिलाती है कदमों को अल्फाजों की मुस्कान सरगम देकर जाती है दिशाओं को बदलावों की राह तलाश दिलाती है।

उजालों से अरमानों की कहानी बदलाव दिलाती है अदाओं को आशाओं की आहट कोशिश देकर जाती है खयालों को अंदाजों की रोशनी तलाश दिलाती है।

उजालों से अरमानों की आस अल्फाज दिलाती है राहों को तरानों की पुकार उम्मीद देकर जाती है अल्फाजों को बदलावों की मुस्कान तलाश दिलाती है।

उजालों से अरमानों की पुकार नजारा दिलाती है किनारों को अंदाजों की सौगात इशारा देकर जाती है अफसानों को लहरों की सुबह तलाश दिलाती है।

उजालों से अरमानों की पहचान तराना दिलाती है आशाओं को बदलावों की सोच आवाज देकर जाती है इरादों को अदाओं की सरगम तलाश दिलाती है।

उजालों से अरमानों की लहर आस दिलाती है नजारों को लहरों की कहानी खयाल देकर जाती है एहसासों को तरानों की सौगात तलाश दिलाती है।

उजालों से अरमानों की कोशिश लम्हा दिलाती है दास्तानों को आवाजों की धून पुकार देकर जाती है किनारों को सपनों की मुस्कान तलाश दिलाती है।

उजालों से अरमानों की रोशनी सहारा दिलाती है एहसासों को अदाओं की कोशिश अंदाज देकर जाती है खयालों को कदमों की सोच तलाश दिलाती है।

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कविता. ५२७०. उजालों से अरमानों की।

                               उजालों से अरमानों की। उजालों से अरमानों की मुस्कान एहसास दिलाती है लहरों को इशारों की समझ अहमियत देकर जाती है...