Saturday 21 September 2024

कविता. ५२७२. तरानों को उम्मीदों की।

                              तरानों को उम्मीदों की।

तरानों को उम्मीदों की कहानी पहचान सुनाती है नजारों को दिशाओं की सरगम तलाश दिलाती है लहरों को इशारों की आहट एहसास सुनाती है।

तरानों को उम्मीदों की सोच अफसाना सुनाती है जज्बातों को राहों की कोशिश कहानी दिलाती है अल्फाजों को उजालों की रोशनी एहसास सुनाती है।

तरानों को उम्मीदों की उमंग खयाल सुनाती है अरमानों को दिशाओं की समझ सहारा दिलाती है राहों को अंदाजों की आस एहसास सुनाती है।

तरानों को उम्मीदों की सौगात सपना सुनाती है अफसानों को आशाओं की सोच बदलाव दिलाती है दास्तानों को आवाजों की धून एहसास सुनाती है।

तरानों को उम्मीदों की राह अरमान सुनाती है लहरों को कदमों की आहट अहमियत दिलाती है नजारों को खयालों की जज्बात एहसास सुनाती है।

तरानों को उम्मीदों की परख दास्तान सुनाती है इरादों को बदलावों की मुस्कान आवाज दिलाती है लम्हों को अदाओं की पुकार एहसास सुनाती है।

तरानों को उम्मीदों की सुबह आवाज सुनाती है किनारों को अंदाजों की कहानी सरगम दिलाती है आशाओं को दिशाओं की कोशिश एहसास सुनाती है।

तरानों को उम्मीदों की कोशिश उमंग सुनाती है बदलावों को इरादों की आस सपना दिलाती है अरमानों को नजारों की सोच एहसास सुनाती है।

तरानों को उम्मीदों की पुकार समझ सुनाती है उजालों को अदाओं की पहचान दास्तान दिलाती है खयालों को राहों की मुस्कान एहसास सुनाती है।

तरानों को उम्मीदों की लहर अल्फाज सुनाती है दास्तानों को आशाओं की कोशिश लम्हा दिलाती है उम्मीदों को किनारों की पुकार एहसास सुनाती है।


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