Sunday 29 September 2024

कविता. ५२८०. एहसासों संग अल्फाजों की।

                           एहसासों संग अल्फाजों की।

एहसासों संग अल्फाजों की मुस्कान कोशिश दिलाती है लहरों को कदमों की सुबह पहचान दिलाती है तरानों की पुकार पहचान दिलाती है।

एहसासों संग अल्फाजों की कहानी अंदाज दिलाती है सपनों को अरमानों की आस आवाज दिलाती है लम्हों की आस पहचान दिलाती है।

एहसासों संग अल्फाजों की उमंग उजाला दिलाती है नजारों को दिशाओं की राह अहमियत दिलाती है उम्मीदों की कहानी पहचान दिलाती है।

एहसासों संग अल्फाजों की परख जज्बात दिलाती है किनारों को अंदाजों की पुकार आहट दिलाती है दास्तानों की रोशनी पहचान दिलाती है।

एहसासों संग अल्फाजों की सोच अफसाना दिलाती है कदमों को अदाओं की परख बदलाव दिलाती है सपनों की लहर पहचान दिलाती है।

एहसासों संग अल्फाजों की समझ सरगम दिलाती है खयालों को इशारों की तलाश तराना दिलाती है लम्हों की कोशिश पहचान दिलाती है।

एहसासों संग अल्फाजों की राह तलाश दिलाती है उजालों को सपनों की मुस्कान नजारा दिलाती है खयालों की समझ पहचान दिलाती है।

एहसासों संग अल्फाजों की आहट सौगात दिलाती है अरमानों को दिशाओं की कहानी रोशनी दिलाती है बदलावों की सोच पहचान दिलाती है।

एहसासों संग अल्फाजों की आस उमंग दिलाती है जज्बातों को उम्मीदों की आस अफसाना दिलाती है कदमों की कहानी पहचान दिलाती है।

एहसासों संग अल्फाजों की सोच सुबह दिलाती है राहों को दास्तानों की समझ आवाज दिलाती है किनारों की अदा पहचान दिलाती है।

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कविता. ५२८६. जज्बात से जुडकर।

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