Saturday 28 September 2024

कविता. ५२७९. अरमानों को अदाओं की।

                            अरमानों को अदाओं की।

अरमानों को अदाओं की मुस्कान उमंग दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम दिलाती है दास्तानों की कोशिश अक्सर अल्फाज दिलाती है।

अरमानों को अदाओं की कहानी सुबह सुनाती है बदलावों को राहों की मुस्कान आवाज दिलाती है तरानों की पुकार अक्सर आस दिलाती है।

अरमानों को अदाओं की उम्मीद जज्बात सुनाती है किनारों को सपनों की आस अफसाना दिलाती है नजारों की कहानी अक्सर खयाल दिलाती है।

अरमानों को अदाओं की तलाश लहर सुनाती है अरमानों को दिशाओं की आवाज अंदाज दिलाती है कदमों की आहट अक्सर उमंग दिलाती है।

अरमानों को अदाओं की कोशिश दास्तान सुनाती है राहों को इशारों की सोच तराना दिलाती है लहरों की सरगम अक्सर उम्मीद दिलाती है।

अरमानों को अदाओं की खयाल आवाज सुनाती है सपनों को एहसासों की रोशनी इरादा दिलाती है किनारों की पहचान अक्सर आहट दिलाती है।

अरमानों को अदाओं की समझ सोच सुनाती है दिशाओं को कदमों की पुकार पहचान दिलाती है अफसानों की सौगात अक्सर सपना दिलाती है।

अरमानों को अदाओं की आस तलाश सुनाती है जज्बातों को बदलावों की सौगात बदलाव दिलाती है इरादों की उमंग अक्सर रोशनी दिलाती है।

अरमानों को अदाओं की सरगम एहसास सुनाती है उजालों को किनारों की राह खयाल दिलाती है आशाओं की पुकार अक्सर आवाज दिलाती है।

अरमानों को अदाओं की पुकार आस सुनाती है लम्हों को खयालों की परख आस दिलाती है उजालों की तलाश अक्सर आवाज दिलाती है।

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