Friday 27 September 2024

कविता. ५२७८. खयालों को अंदाजों की।

                             खयालों को अंदाजों की।

खयालों को अंदाजों की कहानी सरगम सुनाती है दास्तानों को एहसासों की आहट अहमियत दिलाती है लहरों को नजारों की कोशिश तलाश देकर जाती है।

खयालों को अंदाजों की परख सोच सुनाती है किनारों को दिशाओं की आवाज पहचान दिलाती है लम्हों को अफसानों की समझ तलाश देकर जाती है।

खयालों को अंदाजों की कोशिश पुकार सुनाती है उजालों को सपनों की सुबह किनारा दिलाती है अरमानों को कदमों की परख तलाश देकर जाती है।

खयालों को अंदाजों की उमंग उम्मीद सुनाती है आशाओं को इशारों की समझ बदलाव दिलाती है आवाजों को एहसासों की रोशनी तलाश देकर जाती है।

खयालों को अंदाजों की आस अरमान सुनाती है इरादों को उम्मीदों की सौगात आहट दिलाती है दास्तानों को अदाओं की आस तलाश देकर जाती है।

खयालों को अंदाजों की सोच तराना सुनाती है अल्फाजों को राहों की सरगम लहर दिलाती है बदलावों को कदमों की सौगात तलाश देकर जाती है।

खयालों को अंदाजों की समझ इशारा सुनाती है अरमानों को जज्बातों की पहचान उमंग दिलाती है दिशाओं को बदलावों की मुस्कान तलाश देकर जाती है।

खयालों को अंदाजों की परख अफसाना सुनाती है जज्बातों को कदमों की आवाज उजाला दिलाती है लहरों को एहसासों की समझ तलाश देकर जाती है।

खयालों को अंदाजों की सौगात अल्फाज सुनाती है सपनों को इरादों की कहानी आस दिलाती है कदमों को उजालों की रोशनी तलाश देकर जाती है।

खयालों को अंदाजों की आवाज पहचान सुनाती है आशाओं को एहसासों की राह किनारा दिलाती है उम्मीदों को किनारों की सरगम तलाश देकर जाती है।


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कविता. ५२७८. खयालों को अंदाजों की।

                             खयालों को अंदाजों की। खयालों को अंदाजों की कहानी सरगम सुनाती है दास्तानों को एहसासों की आहट अहमियत दिलाती है लह...