Tuesday 24 September 2024

कविता. ५२७५. अदाओं को अरमानों की।

                             अदाओं को अरमानों की।

अदाओं को अरमानों की सुबह इशारा देती है कदमों को उजालों की लहर अफसाना देती है किनारों को जज्बातों की कहानी इरादा देती है।

अदाओं को अरमानों की उम्मीद मुस्कान देती है एहसासों को राहों की पहचान तलाश देती है खयालों को अंदाजों की परख इरादा देती है।

अदाओं को अरमानों की आस अल्फाज देती है लहरों को इशारों की समझ सरगम देती है दास्तानों को एहसासों की आवाज इरादा देती है।

अदाओं को अरमानों की कोशिश परख देती है लम्हों को खयालों की सौगात बदलाव देती है इशारों को आशाओं की मुस्कान इरादा देती है।

अदाओं को अरमानों की पुकार सहारा देती है अंदाजों को बदलावों की सोच अफसाना देती है एहसासों को दिशाओं की सरगम इरादा देती है।

अदाओं को अरमानों की आवाज आहट देती है दास्तानों को नजारों की उमंग सुबह देती है लहरों को बदलावों की पहचान इरादा देती है।

अदाओं को अरमानों की समझ अंदाज देती है तरानों को खयालों की आहट खयाल देती है कदमों को उम्मीदों की पुकार इरादा देती है।

अदाओं को अरमानों की सोच अफसाना देती है किनारों को सपनों की पुकार पहचान देती है खयालों को लम्हों की आस इरादा देती है।

अदाओं को अरमानों की आहट तराना देती है जज्बातों को अल्फाजों की आस कोशिश देती है राहों को उजालों की उमंग इरादा देती है।

अदाओं को अरमानों की उमंग सुबह देती है अफसानों को तरानों की सरगम सहारा देती है एहसासों को उम्मीदों की सोच इरादा देती है।

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कविता. ५२७८. खयालों को अंदाजों की।

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