Tuesday 1 October 2024

कविता. ५२८२. तरानों को दिशाओं की।

                              तरानों को दिशाओं की।

तरानों को दिशाओं की रोशनी इशारा देती है दास्तानों को अदाओं की उमंग अफसाना देती है कदमों को उजालों की धाराएं एहसास दिलाती है।

तरानों को दिशाओं की कहानी आस देती है किनारों को सपनों की सुबह पहचान देती है बदलावों को लम्हों की आहट एहसास दिलाती है।

तरानों को दिशाओं की समझ पुकार देती है इशारों को आशाओं की मुस्कान अरमान देती है नजारों को राहों की अहमियत एहसास दिलाती है।

तरानों को दिशाओं की उमंग सरगम देती है कदमों को उजालों की कहानी दास्तान देती है अफसानों को लहरों की कोशिश एहसास दिलाती है।

तरानों को दिशाओं की सोच अफसाना देती है लहरों को इशारों की आवाज पुकार देती है अंदाजों को जज्बातों की सौगात एहसास दिलाती है।

तरानों को दिशाओं की सौगात तलाश देती है नजारों को राहों की सोच अरमान देती है उम्मीदों को किनारों की कहानी एहसास दिलाती है।

तरानों को दिशाओं की परख उजाला देती है जज्बातों को कदमों की आहट अल्फाज देती है सपनों को राहों की अहमियत एहसास दिलाती है।

तरानों को दिशाओं की आस खयाल देती है आशाओं को बदलावों की कहानी पुकार देती है कदमों को अदाओं की कोशिश एहसास दिलाती है।

तरानों को दिशाओं की कोशिश अरमान देती है उजालों को लम्हों की आस लहर देती है अफसानों को लहरों की मुस्कान एहसास दिलाती है।

तरानों को दिशाओं की उम्मीद नजारा देती है एहसासों को अल्फाजों की पहचान सहारा देती है अरमानों को आशाओं की आस एहसास दिलाती है।


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