Thursday 3 October 2024

कविता. ५२८४. राहों को अंदाजों की।

                                राहों को अंदाजों की।

राहों को अंदाजों की परख अहमियत दिलाती है लहरों की समझ संग अरमानों की पुकार तलाश दिलाती है कदमों की आस अल्फाज दिलाती है।

राहों को अंदाजों की उमंग मुस्कान दिलाती है आवाजों की धून संग आशाओं की कहानी पहचान दिलाती है तरानों की सौगात अल्फाज दिलाती है।

राहों को अंदाजों की रोशनी बदलाव दिलाती है इरादों की अदा संग दास्तानों की सोच कोशिश दिलाती है अरमानों की पुकार अल्फाज दिलाती है।

राहों को अंदाजों की आस आवाज दिलाती है दिशाओं की समझ संग नजारों की सुबह सौगात दिलाती है लहरों की पहचान अल्फाज दिलाती है।

राहों को अंदाजों की कहानी दास्तान दिलाती है एहसासों की आस संग किनारों की बदलाव खयाल दिलाती है खयालों की मुस्कान अल्फाज दिलाती है।

राहों को अंदाजों की सोच तलाश दिलाती है लम्हों की कहानी संग एहसासों की रोशनी अफसाना दिलाती है सपनों की सुबह अल्फाज दिलाती है।

राहों को अंदाजों की सौगात कोशिश दिलाती है अरमानों की आहट संग जज्बातों की पुकार उमंग दिलाती है किनारों की कहानी अल्फाज दिलाती है।

राहों को अंदाजों की समझ अफसाना दिलाती है तरानों की पुकार संग आशाओं की उम्मीद मुस्कान दिलाती है दिशाओं की सरगम अल्फाज दिलाती है।

राहों को अंदाजों की पहचान इशारा दिलाती है अफसानों की सोच संग दास्तानों की परख सहारा दिलाती है जज्बातों की मुस्कान अल्फाज दिलाती है।

राहों को अंदाजों की उम्मीद कोशिश दिलाती है इशारों की पुकार संग तरानों की पुकार सहारा दिलाती है बदलावों की सोच अल्फाज दिलाती है।

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कविता. ५२८६. जज्बात से जुडकर।

                              जज्बात से जुडकर। जज्बात से जुडकर मुस्कान इशारा देती है किनारों को अल्फाजों की रोशनी अफसाना देती है एहसासों की ...