Monday 28 October 2024

कविता. ५३०९. उमंग को तरानों की।

                              उमंग को तरानों की।

उमंग को तरानों की कहानी अक्सर अफसाना दिलाती है कदमों को उजालों की सुबह खयाल दिलाती है इशारों को लम्हों की अहमियत दिलाती है।

उमंग को तरानों की सरगम अक्सर आवाज दिलाती है लहरों को एहसासों की पहचान कोशिश दिलाती है अंदाजों को बदलावों की अहमियत दिलाती है।

उमंग को तरानों की अल्फाज अक्सर अंदाज दिलाती है जज्बातों को किनारों की पुकार आस दिलाती है सपनों को कदमों की अहमियत दिलाती है।

उमंग को तरानों की सौगात अक्सर परख दिलाती है अफसानों को दिशाओं की कहानी आवाज दिलाती है उजालों को दास्तानों की अहमियत दिलाती है।

उमंग को तरानों की आस अक्सर नजारा दिलाती है जज्बातों को आशाओं की मुस्कान पहचान दिलाती है उम्मीदों को लहरों की अहमियत दिलाती है।

उमंग को तरानों की रोशनी अक्सर तलाश दिलाती है दास्तानों को नजारों की समझ सरगम दिलाती है किनारों को अल्फाजों की अहमियत दिलाती है।

उमंग को तरानों की आवाज अक्सर पहचान दिलाती है अरमानों को राहों की आहट अदा दिलाती है इरादों को एहसासों की अहमियत दिलाती है।

उमंग को तरानों की मुस्कान अक्सर कोशिश दिलाती है उजालों को सपनों की तलाश बदलाव दिलाती है नजारों को खयालों की अहमियत दिलाती है।

उमंग को तरानों की सोच अक्सर पुकार दिलाती है अफसानों को अंदाजों की आस अफसाना दिलाती है दास्तानों को आवाजों की अहमियत दिलाती है।

उमंग को तरानों की आहट अक्सर रोशनी दिलाती है लम्हों को खयालों की समझ पहचान दिलाती है जज्बातों को अरमानों की अहमियत दिलाती है।

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                          हर दास्तान संग सपनों की। हर दास्तान संग सपनों की आहट तलाश दिलाती है तरानों को अरमानों की समझ एहसास सुनाती है जज्बा...