Tuesday 15 October 2024

कविता. ५२९६. एक अरमान की धारा।

                               एक अरमान की धारा।

एक अरमान की धारा एहसासों को रोशनी दिलाती है लहरों को इशारों की समझ तलाश देकर जाती है जज्बातों को कदमों की आहट दिलाती है।

एक अरमान की धारा अल्फाजों को उजाला दिलाती है नजारों को दिशाओं की कहानी तराना देकर जाती है किनारों को सपनों की आहट दिलाती है।

एक अरमान की धारा उम्मीदों को कोशिश दिलाती है खयालों को अंदाजों की परख लहर देकर जाती है इरादों को अदाओं की आहट दिलाती है।

एक अरमान की धारा दिशाओं को बदलाव दिलाती है सपनों को एहसासों की उमंग आवाज देकर जाती है उम्मीदों को राहों की आहट दिलाती है।

एक अरमान की धारा नजारों को तलाश दिलाती है कदमों को अंदाजों की कोशिश सपना देकर जाती है इशारों को उजालों की आहट दिलाती है।

एक अरमान की धारा जज्बातों को समझ दिलाती है आशाओं को किनारों की समझ सोच देकर जाती है अफसानों को लम्हों की आहट दिलाती है।

एक अरमान की धारा अफसानों को सरगम दिलाती है राहों को सपनों की अहमियत सुबह देकर जाती है दास्तानों को आवाजों की आहट दिलाती है।

एक अरमान की धारा अंदाजों को मुस्कान दिलाती है अदाओं को तरानों की सौगात आस देकर जाती है दिशाओं को धाराओं की आहट दिलाती है।

एक अरमान की धारा सपनों को इरादा दिलाती है किनारों को अल्फाजों की सुबह रोशनी देकर जाती है अल्फाजों को सपनों की आहट दिलाती है।

एक अरमान की धारा तरानों को उमंग दिलाती है जज्बातों को उजालों की पुकार पहचान देकर जाती है बदलावों को उम्मीदों की आहट दिलाती है।



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