Thursday 31 October 2024

कविता. ५३१२. हर दास्तान संग सपनों की।

                          हर दास्तान संग सपनों की।

हर दास्तान संग सपनों की आहट तलाश दिलाती है तरानों को अरमानों की समझ एहसास सुनाती है जज्बातों को कदमों की आस अल्फाज दिलाती है।

हर दास्तान संग सपनों की कोशिश आवाज दिलाती है उजालों को बदलावों की मुस्कान इशारा सुनाती है राहों को अंदाजों की परख अल्फाज दिलाती है।

हर दास्तान संग सपनों की सुबह पुकार दिलाती है लहरों को नजारों की कहानी पहचान सुनाती है लम्हों को किनारों की आहट अल्फाज दिलाती है।

हर दास्तान संग सपनों की अदा सौगात दिलाती है जज्बातों को एहसासों की सुबह आवाज सुनाती है उम्मीदों को तरानों की रोशनी अल्फाज दिलाती है।

हर दास्तान संग सपनों की सरगम उमंग दिलाती है राहों को आशाओं की सोच अफसाना सुनाती है आवाजों को बदलावों की सोच अल्फाज दिलाती है।

हर दास्तान संग सपनों की समझ अरमान दिलाती है इशारों को उजालों की पहचान परख सुनाती है अफसानों को आशाओं की सुबह अल्फाज दिलाती है।

हर दास्तान संग सपनों की राह सपना दिलाती है अल्फाजों को सपनों की सौगात खयाल सुनाती है खयालों को बदलावों की मुस्कान अल्फाज दिलाती है।

हर दास्तान संग सपनों की आस एहसास दिलाती है दिशाओं को किनारों की सरगम पुकार सुनाती है इरादों को एहसासों की सरगम अल्फाज दिलाती है।

हर दास्तान संग सपनों की उम्मीद लहर दिलाती है आवाजों को अदाओं की सोच कोशिश सुनाती है जज्बातों को किनारों की सौगात अल्फाज दिलाती है।

हर दास्तान संग सपनों की पहचान उम्मीद दिलाती है नजारों को राहों की कहानी एहसास सुनाती है लम्हों को उजालों की पुकार अल्फाज दिलाती है।


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कविता. ५३१२. हर दास्तान संग सपनों की।

                          हर दास्तान संग सपनों की। हर दास्तान संग सपनों की आहट तलाश दिलाती है तरानों को अरमानों की समझ एहसास सुनाती है जज्बा...