Sunday 27 October 2024

कविता. ५३०८. किसी सपने को एहसासों की।

                          किसी सपने को एहसासों की।

किसी सपने को एहसासों की कहानी मुस्कान दिलाती है राहों को अंदाजों की परख अहमियत दिलाती है दिशाओं को कदमों की कहानी सरगम दिलाती है।

किसी सपने को एहसासों की आहट अफसाना दिलाती है लहरों को इशारों की आस अल्फाज दिलाती है किनारों को राहों की कोशिश सरगम दिलाती है।

किसी सपने को एहसासों की सुबह पहचान दिलाती है जज्बातों को कदमों की राह नजारा दिलाती है अंदाजों को बदलावों की सोच सरगम दिलाती है।

किसी सपने को एहसासों की उमंग सौगात दिलाती है इरादों को उजालों की सुबह पुकार दिलाती है नजारों को अल्फाजों की उमंग सरगम दिलाती है।

किसी सपने को एहसासों की रोशनी तलाश दिलाती है जज्बातों को लम्हों की पहचान इरादा दिलाती है उम्मीदों को अदाओं की परख सरगम दिलाती है।

किसी सपने को एहसासों की आस इशारा दिलाती है खयालों को बदलावों की सौगात कोशिश दिलाती है अरमानों को तरानों की पुकार सरगम दिलाती है।

किसी सपने को एहसासों की आवाज सोच दिलाती है लहरों को अफसानों की समझ रोशनी दिलाती है उम्मीदों को आशाओं की मुस्कान सरगम दिलाती है।

किसी सपने को एहसासों की सोच उजाला दिलाती है राहों को आवाजों की धून अफसाना दिलाती है लहरों को नजारों की कोशिश सरगम दिलाती है।

किसी सपने को एहसासों की पहचान उम्मीद दिलाती है बदलावों को खयालों की सोच परख दिलाती है लम्हों को दास्तानों की पुकार सरगम दिलाती है।

किसी सपने को एहसासों की सौगात अंदाज दिलाती है कदमों को किनारों की तलाश लहर दिलाती है खयालों को बदलावों की सुबह सरगम दिलाती है।

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