Thursday, 14 August 2025

कविता. ५५९९. आशाओं की कहानी से।

                         आशाओं की कहानी से।

आशाओं की कहानी से उम्मीद एहसास दिलाती है कदमों की आस अक्सर उजालों की तलाश सुनाकर आगे बढती है।

आशाओं की कहानी से पहचान इरादा दिलाती है लम्हों की सरगम अक्सर सपनों की आहट सुनाकर आगे बढती है।

आशाओं की कहानी से उमंग अफसाना दिलाती है तरानों की कोशिश अक्सर नजारों की सौगात सुनाकर आगे बढती है।

आशाओं की कहानी से दास्तान खयाल दिलाती है लहरों की पुकार अक्सर जज्बातों की रोशनी सुनाकर आगे बढती है।

आशाओं की कहानी से आवाज मुस्कान दिलाती है किनारों की सुबह अक्सर अंदाजों की समझ सुनाकर आगे बढती है।

आशाओं की कहानी से सरगम किनारा दिलाती है अफसानों की सोच अक्सर उम्मीदों की सोच सुनाकर आगे बढती है।

आशाओं की कहानी से पुकार आस दिलाती है खयालों की समझ अक्सर अदाओं की कोशिश सुनाकर आगे बढती है।

आशाओं की कहानी से रोशनी पहचान दिलाती है दिशाओं की आहट अक्सर दिशाओं की सरगम सुनाकर आगे बढती है।

आशाओं की कहानी से सुबह अरमान दिलाती है अंदाजों की पुकार अक्सर किनारों की महफिल सुनाकर आगे बढती है।

आशाओं की कहानी से आवाज मुस्कान दिलाती है जज्बातों की रोशनी अक्सर अफसानों की उमंग सुनाकर आगे बढती है।

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कविता. ५६०८. अरमानों के एहसासों की।

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