Wednesday, 20 August 2025

कविता. ५६०५. राहों की अहमियत अक्सर।

                          राहों की अहमियत अक्सर।

राहों की अहमियत अक्सर सरगम दिलाती है इशारों को जज्बातों की मुस्कान तराना सुनाती है किनारों की कोशिश दिलाती है।

राहों की अहमियत अक्सर आवाज दिलाती है लहरों को अंदाजों की पुकार पहचान सुनाती है एहसासों की कोशिश दिलाती है।

राहों की अहमियत अक्सर उमंग दिलाती है सपनों को अल्फाजों की रोशनी परख सुनाती है जज्बातों की कोशिश दिलाती है।

राहों की अहमियत अक्सर आस दिलाती है आशाओं को अरमानों की सोच सौगात सुनाती है दास्तानों की कोशिश दिलाती है।

राहों की अहमियत अक्सर तलाश दिलाती है खयालों को इशारों की आहट बदलाव सुनाती है आवाजों की कोशिश दिलाती है।

राहों की अहमियत अक्सर जज्बात दिलाती है अदाओं को कदमों की सरगम उम्मीद सुनाती है दिशाओं की कोशिश दिलाती है।

राहों की अहमियत अक्सर समझ दिलाती है अंदाजों को अफसानों की सुबह तलाश सुनाती है अदाओं की कोशिश दिलाती है।

राहों की अहमियत अक्सर खयाल दिलाती है किनारों को उजालों की आस पहचान सुनाती है आशाओं की कोशिश दिलाती है।

राहों की अहमियत अक्सर सुबह दिलाती है आवाजों को धाराओं की समझ आहट सुनाती है अरमानों की कोशिश दिलाती है।

राहों की अहमियत अक्सर इरादा‌ दिलाती है अल्फाजों को नजारों की पहचान उमंग सुनाती है लम्हों की कोशिश दिलाती है।

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कविता. ५६०८. अरमानों के एहसासों की।

                       अरमानों के एहसासों की। अरमानों के एहसासों की पुकार इरादा देकर जाती है खयालों को सपनों की कोशिश तलाश दिलाती है उजालों ...