Monday 29 July 2019

कविता. ३०२३. हर परख को कोशिश कि समझ।

                                                                हर परख को कोशिश कि समझ।
हर परख को कोशिश कि समझ नजारों कि तलाश देती है दास्तानों को जज्बातों कि सुबह इशारे देती है अदाओं को अरमानों कि तलाश तराने देती है कदमों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को आशाओं कि पहचान अल्फाज देती है रोशनी को किनारों कि समझ बदलाव देती है अदाओं को एहसासों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को जज्बातों कि सोच सहारे के अल्फाज देती है।
हर परख को कोशिश कि समझ उजालों कि आहट देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को किनारों कि समझ उम्मीद देती है अल्फाजों कि आहट इशारे देती है राहों को अफसानों कि परख किनारे देती है अदाओं को जज्बातों कि परख उम्मीदे देती है लहरों को नजारों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ सहारे के अल्फाज देती है।
हर परख को कोशिश कि समझ उम्मीदों कि सोच देती है अदाओं को अंदाजों कि तलाश तराने देती है आशाओं को दास्तानों कि कहानी खयाल देती है अदाओं कि समझ उम्मीद देती है कदमों को अंदाजों कि तलाश देती है दास्तानों को अरमानों कि समझ उमंग देती है किनारों को अंदाजों कि आस पुकार देती है अफसानों को जज्बातों कि तलाश सहारे के अल्फाज देती है।
हर परख को कोशिश कि समझ बदलावों कि परख देती है आशाओं को कदमों कि सोच बदलाव देती है दिशाओं को किनारों कि सुबह इशारे देती है अफसानों कि तलाश तराने देती है आशाओं को अरमानों कि सुबह इशारे देती है कदमों को अंदाजों कि समझ उम्मीद देती है आशाओं को दिशाओं कि कोशिश अदाएं देती है कदमों को अंदाजों कि राह सहारे के अल्फाज देती है।
हर परख को कोशिश कि समझ दास्तानों कि कहानी देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उम्मीद देती है आशाओं को दास्तानों कि समझ इरादे देती है कदमों कि सोच बदलाव देती है किनारों को अफसानों कि समझ उमंग देती है आशाओं को अरमानों कि तलाश तराने देती है कोशिश को अंदाजों कि आस पुकार देती है राहों को जज्बातों को अरमानों कि सोच सहारे के अल्फाज देती है।
हर परख को कोशिश कि समझ उम्मीदों कि सोच देती है उजालों को नजारों कि तलाश तराने देती है आवाजों को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है दिशाओं कि सरगम धून देती है कदमों को जज्बातों कि तलाश तराने देती है किनारों को लहरों को नजारों कि समझ उमंग देती है दास्तान को आशाओं कि तलाश इशारे देती है लहरों को नजारों कि समझ सहारे के अल्फाज देती है।
हर परख को कोशिश कि समझ बदलावों को अदाओं कि तलाश तराने देती है आवाजों कि धून पुकार देती है दिशाओं को कदमों कि समझ अफसाने देती है तरानों कि आस समझ देती है दास्तानों को जज्बातों कि सोच पहचान देती है अदाओं को लहरों कि आवाज उम्मीद देती है दिशाओं को कदमों कि समझ उमंग देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश सहारे के अल्फाज देती है।
हर परख को कोशिश कि समझ आशाओं को अंदाजों कि दास्तान दिशाएं देती है अदाओं कि लहर नजारे देती है जज्बातों को अरमानों कि तलाश इरादे देती है दास्तानों को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है राहों को अफसानों कि समझ उम्मीद देती है नजारों को एहसासों कि तलाश तराने देती है किनारों को अंदाजों कि सुबह आस देती है अल्फाजों को राहों कि समझ सहारे के अल्फाज देती है।
हर परख को कोशिश कि समझ किनारों को जज्बातों कि सोच पहचान देती है कदमों कि तलाश तराने देती है अल्फाजों को दिशाओं कि समझ बदलाव देती है राहों को आशाओं कि परख उजाले देती है रोशनी को अरमानों कि सोच पहचान देती है कदमों को जज्बातों कि सुबह इशारे देती है अफसानों को बदलावों को समझ एहसास देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सहारे के अल्फाज देती है।हर परख को कोशिश कि समझ कदमों को आशाओं कि समझ बदलाव देती है दास्तानों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को तरानों कि कोशिश अफसाने देती है दिशाओं को सपनों कि राह उजाले देती है दिशाओं को किनारों कि सोच बदलाव देती है अल्फाजों को कदमों कि तलाश तराने देती है अल्फाजों को अरमानों कि सोच पहचान देती है किनारों को उजालों के अफसाने हमारे के अल्फाज देती है।

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