Wednesday, 14 May 2025

कविता. ५५०७. बदलावों को आशाओं की।

                          बदलावों को आशाओं की।

बदलावों को आशाओं की महफिल पहचान दिलाती है किनारों से खयालों की पुकार सरगम सुनाती है तरानों की आहट जज्बात देकर जाती है।

बदलावों को आशाओं की सौगात कोशिश दिलाती है लम्हों से कदमों की अहमियत दास्तान सुनाती है दिशाओं की राह जज्बात देकर जाती है।

बदलावों को आशाओं की उमंग अफसाना दिलाती है एहसासों से अंदाजों की सोच उम्मीद सुनाती है अल्फाजों की दुनिया जज्बात देकर जाती है।

बदलावों को आशाओं की समझ आहट दिलाती है इशारों से सपनों की महफिल आवाज सुनाती है अदाओं की रोशनी जज्बात देकर जाती है।

बदलावों को आशाओं की परख अरमान दिलाती है नजारों से लहरों की कहानी पहचान सुनाती है उम्मीदों की मुस्कान जज्बात देकर जाती है।

बदलावों को आशाओं की आस इरादा दिलाती है उजालों से दिशाओं की तलाश एहसास सुनाती है अरमानों की कोशिश जज्बात देकर जाती है।

बदलावों को आशाओं की आवाज सपना दिलाती है अदाओं से उजालों की सुबह सरगम सुनाती है कदमों की‌ उमंग जज्बात देकर जाती है।

बदलावों को आशाओं की उम्मीद अहमियत दिलाती है खयालों से दास्तानों की आस परख सुनाती है इरादों की समझ जज्बात देकर जाती है।

बदलावों को आशाओं की सोच सरगम दिलाती है दास्तानों से उम्मीदों की सौगात तराना सुनाती है अंदाजों की रोशनी जज्बात देकर जाती है।

बदलावों को आशाओं की पहचान आस दिलाती है कदमों से अरमानों की सोच अफसाना सुनाती है राहों की पुकार जज्बात देकर जाती है।





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