Sunday, 4 May 2025

कविता. ५४९७. मुस्कान की आवाज अक्सर।

                         मुस्कान की आवाज अक्सर।

मुस्कान की आवाज अक्सर पुकार दिलाती है लम्हों को एहसासों की समझ इशारा देकर जाती है जज्बातों की आंधी सरगम सुनाती है।

मुस्कान की आवाज अक्सर अफसाना दिलाती है दिशाओं को कदमों की आस सौगात देकर जाती है अदाओं की धून सरगम सुनाती है।

मुस्कान की आवाज अक्सर किनारा दिलाती है लहरों को खयालों की पहचान उम्मीद देकर जाती है बदलावों की राह सरगम सुनाती है।

मुस्कान की आवाज अक्सर समझ दिलाती है इशारों को किनारों की अहमियत परख देकर जाती है अरमानों की पुकार सरगम सुनाती है।

मुस्कान की आवाज अक्सर तलाश दिलाती है खयालों को नजारों की आहट उमंग देकर जाती है लम्हों की सुबह सरगम सुनाती है।

मुस्कान की आवाज अक्सर अंदाज दिलाती है दास्तानों को लहरों की कहानी तलाश देकर जाती है आशाओं की महफिल सरगम सुनाती है।

मुस्कान की आवाज अक्सर दास्तान दिलाती है इरादों को एहसासों की पुकार उम्मीद देकर जाती है अफसानों की सोच सरगम सुनाती है।

मुस्कान की आवाज अक्सर तराना दिलाती है किनारों को अल्फाजों की दुनिया आस देकर जाती है कदमों की पहचान सरगम सुनाती है।

मुस्कान की आवाज अक्सर कोशिश दिलाती है नजारों को दिशाओं की उमंग कहानी देकर जाती है अंदाजों की पुकार सरगम सुनाती है।

मुस्कान की आवाज अक्सर उम्मीद दिलाती है सपनों को अरमानों की पहचान सहारा देकर जाती है उजालों की तलाश सरगम सुनाती है।

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